
उदयपà¥à¤° और माउंट आबू घूमने चलें?
अंततः वह कà¥à¤·à¤£ à¤à¥€ आया जब उस पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾à¤²à¤¯ की दीवारों पर लगे हà¥à¤ इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‰à¤¨à¤¿à¤• डिसà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡ बोरà¥à¤¡ पर हमारी फà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤Ÿ का ज़िकà¥à¤° आया और सà¤à¥€ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को बस में बैठने हेतॠउदà¥â€Œà¤˜à¥‹à¤·à¤£à¤¾ की गई। पतà¥à¤¨à¥€ ने कहा कि बस की कà¥à¤¯à¤¾ जरूरत है, पैदल ही चलते हैं तो उसके जीजाजी ने कहा कि चिंता ना करै ! टिकट नहीं लगता। मैं à¤à¤¯à¤°à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿ की बस में बैठते ही कैमरा लेकर ठीक à¤à¤¸à¥‡ ही à¤à¤²à¤°à¥à¤Ÿ हो गया जैसे बॉरà¥à¤¡à¤° पर हमारे वीर जवान सनà¥à¤¨à¤¦à¥à¤§ रहते हैं। दो – तीन मिनट की उस यातà¥à¤°à¤¾ में वायà¥à¤¯à¤¾à¤¨ तक पहà¥à¤‚चने तक à¤à¥€ बीस-तीस फोटो खींच डालीं!
जब अपने वायà¥à¤¯à¤¾à¤¨ के आगे पहà¥à¤‚चे तो बड़ी निराशा हà¥à¤ˆ! बहà¥à¤¤ छोटा सा (सिरà¥à¤« 38 सीटर) जहाज था वह à¤à¥€ सफेद पà¥à¤¤à¤¾ हà¥à¤†à¥¤ मà¥à¤à¥‡ लगा कि मैं छः फà¥à¤Ÿà¤¾ जवान इसमें कैसे खड़ा हो पाउंगा ! सिर à¤à¥à¤•ा कर बैठना पड़ेगा! à¤à¤¯à¤° डैकà¥à¤•न à¤à¤¯à¤°à¤²à¤¾à¤‡à¤‚स के इस विमान में, जिसका दिलà¥à¤²à¥€ से उदयपà¥à¤° तक का हमने सिरà¥à¤« 1201 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ किराया अदा किया था, हम अनà¥à¤¦à¤° पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿ हà¥à¤ तो à¤à¤¸à¤¾ नहीं लगा कि सिर à¤à¥à¤•ा कर चलना पड़ रहा है। सिरà¥à¤« बाहर से ही à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था कि जहाज में घà¥à¤¸ नहीं पाउंगा। खैर अनà¥à¤¦à¤° पहà¥à¤‚च कर अपनी सीटें संà¤à¤¾à¤² लीं। मà¥à¤à¥‡ खिड़की वाली सीट चाहिये थी सो किसी ने कोई आपतà¥à¤¤à¤¿ दरà¥à¤œà¤¼ नहीं की। अनà¥à¤¦à¤° सब कà¥à¤› साफ-सà¥à¤¥à¤°à¤¾ था। à¤à¤¯à¤°à¤¹à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤¸ à¤à¥€ ठीक-ठाक थी। यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ इंतज़ामों का परिचय देने की औपचारिकता का उसने à¤à¤• मिनट से à¤à¥€ कम समय में निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ कर दिया। सच तो यह है कि कोई à¤à¥€ à¤à¤¯à¤°à¤²à¤¾à¤‡à¤‚स, यातà¥à¤°à¤¾ के शà¥à¤à¤¾à¤°à¤‚ठके समय दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾, à¤à¤®à¤°à¤œà¥‡à¤‚सी, अगà¥à¤¨à¤¿ शमन जैसे विषय पर बात करके यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को आतंकित नहीं करना चाहती हैं पर चूंकि emergency procedures के बारे में यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को बताना कानूनन जरूरी है, अतः इसे मातà¥à¤° à¤à¤• औपचारिकता के रूप में फटाफट निबटा दिया जाता है। यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को समठकà¥à¤› à¤à¥€ नहीं आता कि किस बटन को दबाने से ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¼à¤¨ मासà¥à¤• रिलीज़ होगा और उसे कैसे अपने नाक पर फिट करना है। à¤à¤®à¤°à¤œà¥‡à¤‚सी लैंडिंग की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ करना है और कैसे – कैसे करना है। अगर कà¤à¥€ दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾ की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बनती है तो यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में हाहाकार मच जाता है, वह निसà¥à¤¸à¤¹à¤¾à¤¯, निरà¥à¤ªà¤¾à¤¯ रहते हैं, कà¥à¤› समठनहीं पाते कि कà¥à¤¯à¤¾ करें और कà¥à¤¯à¤¾ न करें! मेरे विचार से इसका कोई न कोई मधà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤°à¥à¤— निकाला जाना चाहिये। असà¥à¤¤à¥ !
कà¥à¤› ही कà¥à¤·à¤£à¥‹à¤‚ में हमारे पायलट महोदय ने पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया और बिना हमारा अà¤à¤¿à¤¨à¤¨à¥à¤¦à¤¨ किये ही कॉकपिट में चले गये। उनके पीछे – पीछे à¤à¤¯à¤°à¤¹à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤¸ à¤à¥€ चली गई पर जलà¥à¤¦à¥€ ही वापस आ गई और हमें अपनी अपनी बैलà¥à¤Ÿ कसने के निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ दिये। मैने अपनी पैंट की बैलà¥à¤Ÿ और कस ली तो शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ जी ने कहा कि सीट की बैलà¥à¤Ÿ कसो, पैंट की नहीं ! अपनी ही नहीं, मेरी सीट की à¤à¥€à¥¤ मैने à¤à¤¯à¤°à¤¹à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤¸ को इशारा किया और कहा कि मेरी सीट की बैलà¥à¤Ÿ कस दे। (सिरà¥à¤« 1201 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ दिये हैं तो उससे कà¥à¤¯à¤¾? आखिर हैं तो हम वायà¥à¤¯à¤¾à¤¨ के यातà¥à¤°à¥€ ही ! à¤à¤¯à¤°à¤¹à¥‹à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤¸ पर इतना अधिकार तो बनता ही है!) अब मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ समठआ गया था कि सीट बैलà¥à¤Ÿ कैसे कसी जायेगी अतः पतà¥à¤¨à¥€ की सीट की à¤à¥€ बैलà¥à¤Ÿ मैने कस दी। मà¥à¤à¥‡ खिड़की में से अपने जहाज की पंखड़िया घूमती हà¥à¤ˆ दिखाई दीं, दà¥à¤µà¤¾à¤° पहले ही बनà¥à¤¦ किये जा चà¥à¤•े थे। à¤à¤¯à¤° सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤ª पर निगाह पड़ी तो पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ चà¥à¤Ÿà¤•à¥à¤²à¤¾ याद आया। “जीतो ने संता से अपनी पहली हवाई यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान खिड़की से बाहर à¤à¤¾à¤‚कते हà¥à¤ कहा कि बंता ठीक कहता था कि हवाई जहाज की खिड़की से à¤à¤¾à¤‚क कर देखो तो जमीन पर चलते हà¥à¤ लोग बिलà¥à¤•à¥à¤² चींटियों जैसे लगते हैं! संता ने जीतो को à¤à¤¿à¤¡à¤¼à¤•ा, “अरी बà¥à¤¦à¥à¤§à¥‚ ! ये चींटियां ही हैं, अà¤à¥€ जहाज उड़ा ही कहां है!†चलो खैर !
Read More