09 Sep

वाटरटन नेशनल पार्क और यु.एस. बोर्डर (भाग १)

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वाटरटन नेशनल पार्क यु.एस. के मोंटाना प्रान्त और कैनेडा के अलबर्टा प्रान्त के बोर्डर पर स्थित है. लाखों लोग यु.एस. और कैनेडा से हर साल नेशनल पार्क घूमने आते हैं. फोर्ट सस्केच्वन से वाटर टन पार्क की दूरी ६०० की. मी. है.

कैलगरी शहर के बाद सबवे पर लंच के लिए रुकते हैं. सबवे की संसार में 37,207 से ज्यादा लोकेशन हैं. भारत में 282 लोकेशन हैं. सबवे सेक्टर 15 फरीदाबाद में भी है. विदेश में शाकाहारी भोजन के लिए सबवे अच्छा आप्शन हैं. मेनू में पहले सफ़ेद या ब्राउन ब्रेड, उसके के बाद सौस, खीरा, टमाटर प्याज, शिमला मिर्च, (कच्ची कटी हुई) आदि डाल कर सब त्यार कर दिया जाता है.  भारत में यह ८० रूपये से शुरू होता है, विदेश  में ४ से ६ डॉलर का है.

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Rewalsar – A sacred confluence of multi religions

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When you come to Rewalsar, you cannot be untouched by the spiritual vibrations being reflected in every activity in this sacred land, be it the chirpings of the birds, soulful chantings from the monastery or temple or Gurubani from the Gurudwara, people feeding hungry souls in the lake, pondering monkeys over the trees, Buddhist prayer flags swirling in the air, swimming ducks in the lake, meditating and contemplating holy people on bank of the lake, the green and serene water of the lake, monks running the prayer-wheels, beautiful surrounding hills, finely ornated colourful monasteries with young monks playing around, burning oil lamps, ringing bells, cows and dogs resting near the lake, swaying trees, smiling flowers etc, whatever passes through your eyes gives you a sort of positive vibrations.

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Self-Drive trip across Thailand (7 days, 2000 kms) : Part 5 – Bang Saen to Kampaeng Phet

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We had plans of visiting heritage sites and local night market, but lassitude takes over as soon as we arrive. After strolling around the neighbourhood, spying on local shops and outlets, we are back to the guest house.
There are number of cosy sit-outs within the house. In the evening, guests have gathered here to relax and chat-up. Soon I connect up with Bill, an Austrian from Vienna and Shoo, a Thai traveller. Yes, they tell, they are also travelling across Thailand. While exchanging notes I discover that both of them (though travelling separately) are very special Ghumakkars. Bill (actually Bills, a couple) has arrived here Cycling all the way from AUSTRIA! Well, the story goes like this. They are avid cyclists. They have covered large parts of the globe cycling. Bill roughly cycles for an year in one go! By end of the year long loop, he is back in Vienna to earn his livelihood. After earning for about 6-8 months, he is again out for the next trip. He tells us that he does not own a car and has a very small house in Vienna. He works just to make enough money for the next trip. Same is the story of his partner. She is from the same place and they share the same passion. They are 6 months into the current trip and plan to cycle north to China and then through Kazakhstan and Eastern Europe to Vienna. Their belongings, typical for cyclists, comprise of two rucksacks (strapped to either side of the carrier) and a sleeping bag cum tenting equipment.

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देहरादून कुछ जाना कुछ अनजाना

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इसके बाद हम प्रकर्ति का अजूबा घूचूपानी या रोबर्स केव की और चल पड़े |हमारे गाइड और ऑटो चालक ने बताया जब आप अंदर जाओगे तो ऐसा लगेगा की आप वात्तानुकुलित सुरंग मे चल रहे है |घूचूपानी, देहरादून से 8 किलोमीटर दूर राजपुर रोड पर अनारवाला गांव से 1 किलोमीटर की पैदल दूरी पर सिथत है |यह एक प्राकर्तिक गुफा है जिसमे लगभग आधा किलोमीटर अंदर तक आप जा सकते है|गुफा के अंदर पानी गुप्त स्रोतों से बह रहा है |यंहा टिकेट ले कर हम अंदर परवेश कर गये ऐसा लग रहा था जैसे डिस्कवरी चैनल के किसी प्रोग्राम में शामिल हो गये है |कंही सुंदर झरना है तो कंही ऊपर से गुफा की दीवार मे से पानी की बोछार हो रही है |कभी आप कमर तक पानी मे डूब जाते है तो अगले ही पल पानी एकदम गायब हो जाता है|मेरे नटखट पुत्र ने इस जगह को नाम दिया गुपचुप पानी |

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राजवाड़ा – इंदौर का आईना

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कृष्णपुरा की छत्रियां (Cenotaphs), इंदौर के होलकर राजवंश के पूर्व शासकों की समाधियाँ हैं. ये छत्रियां इंदौर की खान नदी के किनारे पर निर्मित हैं तथा वास्तुकला की दृष्टि से एक उत्कृष्ट निर्माण हैं. सैकड़ों वर्षों से विद्यमान ये छत्रियां होलकर मराठा राजवंश के गौरवशाली ईतिहास की द्यौतक हैं. मराठा वास्तुकला शैली में निर्मित ये छत्रियां पर्यटकों को बहुत लुभाती हैं तथा आमंत्रित करती हैं. ये छत्रियां मालवा की शासिका महारानी कृष्णाबाई, महाराजा तुकोजीराव तथा महाराजा शिवाजीराव की समाधियों पर निर्मित हैं तथा इन्हीं शासकों को समर्पित हैं. इन छत्रियों में सभाग्रह तथा गर्भगृह हैं, गर्भगृह में इन शासकों की मूर्तियों के साथ अब हिन्दू देवी देवताओं की मूर्तियाँ भी स्थापित कर दी गई हैं.

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Rejuvenating Trip to Naukuchiatal

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After a good stroll, my hunger meter was on & I enjoyed a nice buffet spread at restaurant. We went again for best spot near lake side & enjoyed the peace around the place. One shikara was approaching us & he offered us to take ride in lake. He also offered us cab service for local sightseeing. We decided to visit Sattal which was about 15-20 kms from our place. After taking a nap, we were ready to go on sightseeing, we preferred to took cab and rely on local info.

While on way to Sattal, we also explored Naldamiyanti Tal & Garuda Tal.The drive was very sceneric and Garuda tal was worth going. it was a perfect place to have a picnic or just being in lap of nature. Sattal was little commercialsed & we just spent ½ hr there.

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सिल्वन लेक और कैनेडा डे

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जुलाई 1 को कैनेडा डे मनाया जाता है और यह सार्वजनिक अवकाश होता है. मैं इस दिन सिल्वन लेक जाने का प्रोग्राम बना लेता हूँ. विशाल भी मेरे साथ था. सिल्वन लेक फोर्ट सस्केच्वन से 200 किमी है. सुबह जल्दी चल कर नाश्ते के लिए टिम होरटन पहुँच जाते हैं. टिम होरटन कैनेडा में बहुत मश्हुर है. यह कैनेडीअन का है, इस लिए अमेरिकन रेस्तराँ से ज्यादा लोकप्रिय है. फोटो में SUV ( गाड़ी ) ड्राइव थरु पर जा रही है. आप जो दो बॉक्स देख् रहें हैं, उसमें माइक और स्पीकर लगा हुआ है. चालक अपना ऑर्डर माइक पर बता देगा, जैसे ही वह खिड़की पर पहुँचेगा, उसका ऑर्डर त्यार होगा. पैसे चुका कर वह गाड़ी ड्राइव करते हुए अपना ब्रेकफास्ट एन्जॉय करेगा. पर मैं आप को काउंटर पर ले कर चलता हूँ.

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आ पहुंचे हम श्रीनगर – कश्मीर

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इस सड़क की एक और विशेषता यह है कि उस सड़क पर पर्यटकों की भरमार होने के कारण स्कूटर, मोटर साइकिल, हाथ ठेली पर ऊनी वस्त्र बेचने वाले हर रोज़ सुबह-शाम भरपूर मात्रा में दिखाई देते हैं।  रात को हम खाना खा कर लौटे तो भी वहां बहुत भीड़ लगी थी और सुबह आठ बजे तक वहां ऐसे दुकानदारों का अंबार लग चुका था।  कुछ स्कूल भी आस-पास रहे होंगे क्योंकि छोटे-छोटे, प्यारे – प्यारे, दूधिया रंग के कश्मीरी बच्चे भी स्कूली वेषभूषा में आते-जाते मिले। कुछ छोटे बच्चों को जबरदस्ती घसीट कर स्कूल ले जाया जाता अनुभव हो रहा था तो कुछ अपनी इच्छा से जा रहे थे। भारतीय सेना की एक पूरी बटालियन वहां स्थाई कैंप बनाये हुए थी। हमारे होटल के बिल्कुल सामने सड़क के उस पार सेना के सशस्त्र जवान केबिन बना कर उसमें पहरा दे रहे थे। मुझे आश्चर्य हो रहा था कि यहां तो बिल्कुल शान्ति है फिर इतनी सतर्कता की क्या जरूरत है? पर जैसा कि एक सेना के अधिकारी ने मुझे अगली सुबह गप-शप करते हुए बताया कि यहां शांति इसीलिये है क्योंकि हर समय सेना तैयार है।  अगर हम गफलत कर जायें तो कब कहां से हिंसा वारदात शुरु हो  जाये, कुछ नहीं कहा जा सकता।   दो दिन बाद, 18 मार्च को हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बीच में एक दिवसीय क्रिकेट मैच था ।  हमारा ड्राइवर प्रीतम प्यारे गुलमर्ग से लौटते समय बहुत तनाव में था क्योंकि दोपहर तक पाकिस्तान का पलड़ा भारी नज़र आ रहा था।  वह बोला कि अगर पाकिस्तान मैच जीत गया तो शाम होते – होते कश्मीर की स्थिति विस्फोटक हो जायेगी । 

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Motorcycle Diaries. Road to Ladakh…at Khardung La

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Once I arrived at the Pass, it took me a while to get myself and True photographed next to the signboard which says “Khardung La, 18380ft, Highest Motorable Road in the world” – there were so many tourists around – I could see people from all part of the country and the world!
You see the above colourful signage? It belongs to the café at the Pass, claiming itself to the highest café of the world; where one can have a much-needed cup of green tea along with some snacks.
The walls of this café speak about the story of Maggi! A very interesting read…

Now, you’d be surprised – Airtel works here! After all the troubles I had with the network all through the journey, it was a pleasant surprise! Did you notice the tower in the adjoining image?

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जम्मू से श्रीनगर राजमार्ग पर एक अविस्मरणीय यात्रा

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ऐसे ही एक विलक्षण और ऐतिहासिक ट्रैफिक जाम में पंकज और मैं कार से उतरे और काफी आगे तक जाकर जायज़ा लिया कि करीब कितने किलोमीटर लंबा जाम है। यातायात पुलिस के सिपाहियों को जाम खुलवाने के कुछ गुरुमंत्र भी दिये क्योंकि सहारनपुर वाले भी जाम लगाने के विशेषज्ञ माने जाते हैं। हम अपनी कार से लगभग १ किलोमीटर आगे पहुंच चुके थे जहां गाड़ियां फंसी खड़ी थीं और जाम का कारण बनी हुई थीं। आगे-पीछे कर – कर के उन तीनों गाड़ियों को इस स्थिति में लाया गया कि शेष गाड़ियां निकल सकें। वाहन धीरे – धीरे आगे सरकने लगे और हम अपनी टैक्सी की इंतज़ार में वहीं खड़े हो गये। सैंकड़ों गाड़ियों के बाद कहीं जाकर हमें अपनी सफेद फोर्ड आती दिखाई दी वरना हमें तो यह शक होने लगा था कि कहीं बिना हमें लिये ही गाड़ी आगे न चली गई हो। ड्राइवर ने गाड़ी धीमी की और हमें इशारा किया कि हम फटाफट बैठ जायें क्योंकि गाड़ी रोकी नहीं जा सकती। जैसे धोबी उचक कर गधे पर बैठता है, हम कार के दरवाज़े खोल कर उचक कर अपनी अपनी सीटों पर विराजमान हो गये। पांच सात मिनट में ही पंकज का दर्द में डूबा हुआ स्वर उभरा! “मैं तो लुट गया, बरबाद हो गया।“ मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ क्योंकि पंकज एक मिनट के लिये भी मेरी दृष्टि से ओझल नहीं हुआ था तो फिर ऐसा क्या हुआ कि वह लुट भी गया और मुझे खबर तक न हुई। रास्ते में ऐसा कोई सुदर्शन चेहरा भी नज़र नहीं आया था, जिसे देख कर पंकज पर इस प्रकार की प्रतिक्रिया होती। गर्दन घुमा कर पीछे देखा तो पंकज भाई आंखों में ढेर सारा दर्द लिये शून्य में ताक रहे थे। उनकी पत्नी चीनू ने कुरेदा कि क्या होगया, बताइये तो सही तो बोला,

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इंदौर – मध्य प्रदेश का कोहिनूर / ट्रेज़र आईलेंड में सैर सपाटा

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ट्रेज़र आईलेंड के मुख्य आकर्षणों में Max Retail, PVR, McDonalds, Pizza Hut आदि हैं, और ये सब मध्य प्रदेश में सबसे पहले यहीं यानी इंदौर के ट्रेज़र आईलेंड में ही शुरू हुए. हर बजट को सूट करती हुई शौपिंग के लिए इंदौर में ट्रेज़र आईलेंड से बढ़कर और कोई जगह नहीं है. इंदौर के युवाओं की तो यह जगह पहली पसंद है. लैंडमार्क ग्रुप ने भारत में अपने पहले रिटेल स्टोर की शुरुआत ट्रेज़र आईलेंड इंदौर से ही की थी. यह मॉल नॉएडा तथा गुडगाँव के मॉल्स की टक्कर का है. सभी उम्दा ब्रांड्स के शोरूम्स से सजे धजे इस मॉल में स्टेट ऑफ़ आर्ट एस्केलेटर्स भी लगे हैं. यह इंदौर ही नहीं समूचे मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा मॉल है. इंदौर के लोगों के लिए तो ट्रेज़र आईलेंड किसी टूरिस्ट स्पॉट से कम नहीं है.

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