पागल बाबा मंदिर दरà¥à¤¶à¤¨ के बाद अब हम पहà¥à¤‚चे शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® परम धाम मंदिर में। यह à¤à¥€Â बहà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° मंदिर था तथा यहाठपर सशà¥à¤²à¥à¤• यनà¥à¤¤à¥à¤° चालित à¤à¤¾à¤‚कियां à¤à¥€ थीं, हमने à¤à¥€ à¤à¤¾à¤‚कियां देखीं, कृषà¥à¤£ à¤à¤—वान के जीवन पर आधारित ये à¤à¤¾à¤‚कियां बड़ी ही मनमोहक थी, बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को तो यह शो इतना पसंद आया की वे मंदिर से बाहर निकलने को राजी ही नहीं हो रहे थे। अब हम फिर अपने वाहन में सवार हो गठथे, ये दोनों मंदिर तो मथà¥à¤°à¤¾ के ही बाहरी इलाके में थे अतः मैं सोच रहा था की अब शायद मथà¥à¤°à¤¾ की सीमा समापà¥à¤¤ होगी और फिर कà¥à¤› देर के बाद वृनà¥à¤¦à¤¾à¤µà¤¨ शà¥à¤°à¥ होगा, लेकिन मेरा सोचना गलत साबित हà¥à¤†, अà¤à¥€ मथà¥à¤°à¤¾ समापà¥à¤¤ ही नहीं हà¥à¤† था और डà¥à¤°à¤¾à¤ˆà¤µà¤° ने कहा की वृनà¥à¤¦à¤¾à¤µà¤¨ आ गया। मà¥à¤à¥‡ बड़ा आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ हो रहा था की à¤à¤¸à¥‡ कैसे वृनà¥à¤¦à¤¾à¤µà¤¨ आ गया।
Read More