
घुमक्कड़ विशिष्ट लेखक साक्षात्कार – एक बातचीत प्रज्ञ और मृदु मनु के साथ
घुमक्कड़ – अपने बारे में ऐसा कुछ बताएं जो किसी घुमक्कड़ को नहीं पता हो| अपने परिवार से भी परिचित करवाएं|
मनु – मै जो भी काम करता हूं बडी लगन से ,इतनी जितनी की कोई और शायद ही करे , मै स्कूल और कालेज में पढाई के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमो ,सुलेख और अन्य प्रतियोगिताओ में बढचढकर भाग लेता था । मै बैडमिंटन , शतरंज और क्रिकेट खूब खेलता हूं अब भी चाहे साथ में छोटे बच्चे ही हों । संगीत मुझे प्रिय है और हजारेा गाने जिनमें कि ज्यादातर दर्द भरे और सूफी गाने और गजले हैं मेरे याद हैं । मैने स्कूल कालेज और रामलीला के मंच तक में भाग लिया है ।
दसवीं के बाद मैने इंटर की पढाई प्राइवेट की क्योंकि मै खुद कमाने लगा था जो आज तक जारी है ।
16 साल की उम्र में मैने अपने बडे भाई के साथ मिलकर एक पब्लिक स्कूल खोला था जो मेरे भाई की 1999 में अचानक मृत्यू होने के कारण दो साल ही चल पाया । उसके बाद मैने कम्पयूटर हार्डवेयर का कोर्स किया और अपना कम्पयूटर सैंटर खोला । 22 साल की उम्र में जनवरी 2004 में लवी से प्रेम विवाह हुआ जिसे घरवालो की रजामंदी मिल गयी थी और दिसम्बर 2004 में बेटी अनुष्का ने जन्म लिया । लवी कम्पयूटर सिखाती थी और मै उनका खरीदने बेचने और रिपेयर का काम करता था । 2007 में मेरे पिता की मृत्यू के बाद मेरी नौकरी उनके स्थान पर मृतक आश्रित में लग गयी । अब मेरे परिवार में मेरी माताजी , मेरी एक बडी बहन समता त्यागी जो कि श्री राजकुमार त्यागी निवासी गढमुक्तेश्वर से ब्याही हैं , मेरी पत्नी लवी और बेटी अनुष्का हैं