तीसरे दिन हम लोग सà¥à¤¬à¤¹ 6 बजे सोकर उठगठअब हमारा अगला लकà¥à¤·à¥à¤¯ यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ का था . बरकोट से जानकी चटà¥à¤Ÿà¥€ की दूरी 41 किलोमीटर है. हमारा कारà¥à¤¯ कà¥à¤°à¤® कà¥à¤› इस पà¥à¤°à¤•ार का था की हम लोगों यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ दरà¥à¤¶à¤¨ कर शाम तक पà¥à¤¨ बरकोट लौट आये. ताकि अगले दिन हम यहाठसे सीधे गंगोतà¥à¤°à¥€ के लिठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ कर सके. इन बातो को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤ हमने सà¥à¤¬à¤¹ सात बजे ही बरकोट से रवानगी कर डाली. बरकोट से निकलते ही रासà¥à¤¤à¤¾ बहà¥à¤¤ ही ख़राब है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यहाठà¤à¥€ सड़क के चौडीकरण का काम चल रहा है. बरकोट से 15 किमी दूर गंगोनी नामक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर हमने सà¥à¤¬à¤¹ का नाशà¥à¤¤à¤¾ कर अपनी यातà¥à¤°à¤¾ जारी रखी. बरकोट से जानकी चटà¥à¤Ÿà¥€ का रासà¥à¤¤à¤¾ बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ नहीं. à¤à¤• तो रासà¥à¤¤à¤¾ ख़राब दà¥à¤¸à¤°à¥‡ चढाई इसलिठसमय à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लग रहा था. चारधाम यातà¥à¤°à¤¾ के चलते टà¥à¤°à¥‡à¤«à¤¿à¤• à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ था. सयाना चटà¥à¤Ÿà¥€ पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ से पहले हमें जाम में à¤à¥€ फà¤à¤¸à¤¨à¤¾ पड़ा. लगà¤à¤— 1 घंटा जाम में हम लोग खड़े रहे. उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड पà¥à¤²à¤¿à¤¸ यहाठपर à¤à¥€ जाम कà¥à¤²à¥€à¤…र करने में मà¥à¤¸à¥à¤¤à¥ˆà¤¦à¥€ से लगी हà¥à¤ˆ थी. सयाना चटà¥à¤Ÿà¥€ पार करने के बाद राणा चटà¥à¤Ÿà¥€ नामक जगह आती यहाठपर à¤à¥€ जाम लगा हà¥à¤† था. यहाठसे जैसे तैसे आगे बढे की हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ चटà¥à¤Ÿà¥€ में फिर जाम से रूबरू होना पड़ा.   सारे जामों से जूà¤à¤¤à¥‡ हà¥à¤ लगà¤à¤— दो बजे के आस पास हम जानकी चटà¥à¤Ÿà¥€ पहà¥à¤à¤š गà¤. जानकी चटà¥à¤Ÿà¥€ यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ मंदिर जाने के लिठबसे कैंप है. यहाठतक बसें, कारें आती है. बरकोट से यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ के रासà¥à¤¤à¥‡ में निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पड़ते है.
गंगनाणी (15 किमी), कà¥à¤¥à¥‚र (3 किमी), पाल गाड (9 किमी), सयानी चटà¥à¤Ÿà¥€Â (5 किमी), राणाचटà¥à¤Ÿà¥€Â (3 किमी), हà¥à¤¨à¤®à¤¾à¤¨à¤šà¤Ÿà¥à¤ŸÂ (3 किमी), बनास (2 किमी), फूलचटà¥à¤Ÿà¥€Â (3 किमी पैदल चढ़ाई), जानकी चटà¥à¤Ÿà¥€Â (5 किमी पैदल चढ़ाई), यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€
Read More