केदारनाथ से बदà¥à¤°à¥€à¤¨à¤¾à¤¥
मसà¥à¤¤à¤• पर लगे हीरे को देख कर à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था की हरे रंग का ज़ीरो वाट का वलà¥à¤µ जल रहा हो हम लोग थोड़ी देर वहाठà¤à¤• टक निहारते रहे तà¤à¥€ à¤à¤• दंपति वहाठविशेष पूजा के लिठआà¤. रावल जी मंतà¥à¤°à¥‹à¤šà¤¾à¤° करने लगे.
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