
जादू मानसून का : जब छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ढ़ ने ओढ़ी धानी चà¥à¤¨à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ !
à¤à¤¿à¤²à¤¾à¤ˆ से रायपà¥à¤° होती हà¥à¤ˆ जैसे ही टà¥à¤°à¥‡à¤¨ बिलासपà¥à¤° की ओर बढ़ी बारिश में à¤à¥€à¤—े छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ढ़ के हरे à¤à¤°à¥‡ नज़ारों को देखकर सच कहूठतो मन तृपà¥à¤¤ हो गया। मानसून के समय चितà¥à¤° लेने में सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ आनंद तब आता है जब हरे à¤à¤°à¥‡ धान के खेतों के ऊपर काले मेघों का साया à¤à¤¸à¤¾ हो कि उसके बीच से सूरज की रोशनी छन छन कर हरी à¤à¤°à¥€ वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ पर पड़ रही हो। यक़ीन मानिठजब ये तीनों बातें साथ होती हैं तो मानसूनी चितà¥à¤° , चितà¥à¤° नहीं रह जाते बलà¥à¤•ि मानसूनी मैजिक (Monsoon Magic) हो जाते हैं। तो चलिठजनाब आपको ले चलते हैं मानसून के इस जादà¥à¤ˆ तिलिसà¥à¤®à¥€ संसार में । ज़रा देखूठतो आप इसके जादू से समà¥à¤®à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ होने से कैसे बच पाते हैं ?
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