
विराट नगर – पांडव अजà¥à¤žà¤¾à¤¤à¤µà¤¾à¤¸ का साकà¥à¤·à¥€, बौदà¥à¤§ साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार का बीजक और à¤à¤• à¤à¤¾à¤‚कता मà¥à¤—़ल कालीन à¤à¤°à¥‹à¤–ा
जयपà¥à¤° से विराट नगर के लिठसà¥à¤¬à¤¹ सात बजे वाली बस मैं बैठकर 9 बजे पहà¥à¤à¤š गया। विराट नगर जाने का मेरा केवल à¤à¤• ही उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ था और वो था बीजक की पहाड़ी पर बना हà¥à¤† करीब 2500 हज़ार साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ बोदà¥à¤§ सà¥à¤¤à¥‚प। यह à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• विराट नगर बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड से करीब ३ कि .मी की दूरी पर à¤à¤• ऊंची पहाड़ी के ऊपर बने à¤à¤• समतल धरातल पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है। इस पहाड़ी पर तीन समतल धरातल है। सबसे पहले वाले पर à¤à¤• विशाल शिला पà¥à¤°à¤¾à¤•ृतिक रूप से विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ है जिसका सà¥à¤µà¤°à¥‚प à¤à¤• डायनासोर की तरह पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होता है।
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