à¤à¤¾à¤—4: पैंग – तागà¥à¤²à¤‚गला ला – उपà¥à¤¶à¥€ – कारू– लेह……………12-सितमà¥à¤¬à¤°
आज हम पैंग से 185km का सफ़र तेय करके लेह पहà¥à¤à¤š गà¤à¥¤ लेह पहà¥à¤à¤š कर बिना समय ख़राब किठहमारा सबसे पहला काम था “DC” ऑफिस जाना। वहाठजाकर हमे “नà¥à¤¬à¥à¤°à¤¾ वेली” (nubra valley) और “पेंगोंग सो” (pangong so) जाने के लिठ“Inner-Line Permit” लेना था। “DC” ऑफिस मे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¥€à¥œ तो नहीं थी पर ऑफिस बंद ना हो जाठइस बात का à¤à¤¯ सता रहा था। ऊपर से सरकारी ऑफिसर कब अपनी सीट छोड़ कर चला जाठकà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾à¥¤ सीमित छà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤¾à¤ होने की वजह से हम à¤à¤• दिन की देरी à¤à¥€ नहीं à¤à¥‡à¤² सकते थे। हरी और मनोज ने तो दिलà¥à¤²à¥€ से हेदराबाद का हवाई टिकेट à¤à¥€ करा दिया था। अगर देरी होती तो इन दोनों को मोटी चपत लगने वाली थी। परमिट का काम राहà¥à¤² को सौंप दिया गया। मैं, हरी और मनोज “DC” ऑफिस के बाहर फ़ोटो लेने लगे।
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