औरंगाबाद (महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤°) में, अगर आपका सिरà¥à¤« दो दिनों का पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ हो, तो आप वो दो दिन कैसे बिताà¤à¤‚गे? यदि घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़ी पसंद हो, तो आपके लिठमैं अपने अनà¥à¤à¤µ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करता हूà¤. उस समय मारà¥à¤š-अपà¥à¤°à¥ˆà¤² का महीना चल रहा था. गरà¥à¤®à¥€ के महीने अà¤à¥€ पूरी तरह शà¥à¤°à¥‚ à¤à¥€ नहीं हà¥à¤ होंगे कि औरंगाबाद में गरà¥à¤®à¥€ बढ चली थी.  टोपी और सन-सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨ फायदेमंद थे. लगता है कि यहाठबरसात के मौसम में आना चाहिà¤. शायद बरसात में गीले और हरे हो चà¥à¤•े वनसà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बीच यह शहर और यहाठकी वादियाठऔर à¤à¥€ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° लगतीं. यातà¥à¤°à¤¾-मारà¥à¤— की दिशा व दूरी और गंतवà¥à¤¯ पर पहà¥à¤šà¤¨à¥‡ की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ के खà¥à¤¯à¤¾à¤² से पà¥à¤°à¤¥à¤® दिवस को हमलोगों ने “गà¥à¤°à¤¿à¤¶à¥à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤°à¤®à¤‚दिर – à¤à¤²à¥à¤²à¥‹à¤°à¤¾ गà¥à¤«à¤¾â€, “à¤à¤¦à¥à¤° मारà¥à¤¤à¥€ मंदिर – औरंगजेब का मक़बरा†तथा “पनचकà¥à¤•ी – बीबी का मकबरा†देखने का निशà¥à¤šà¤¯ किया. आप चाहें तो इसी यातà¥à¤°à¤¾ मारà¥à¤— पर “दौलताबाद का किला†à¤à¥€ जा सकते हैं.
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