घà¥à¤®à¥à¤®à¤•ड़ के सà¤à¥€ दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ को मेरा नमसà¥à¤•ार है I आज मैं आपको शिरडी धाम की यातà¥à¤°à¤¾ के बारे में बताना चाहूंगा I
शिरडी दरà¥à¤¶à¤¨ का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ मेरे को लंबे समय से था पर जैसे कहावत है कहावत कहूठया फिर सचाई की जब तक बà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¾ न आये तब तक कितने à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ कर लो आप à¤à¤• कदम à¤à¥€ आगे नहीं बढ़ सकते यह सीख तो मैंने मà¥à¤•ेश à¤à¤‚ब कविता जी , विशाल जी नरेश और हेमंत जी के पोसà¥à¤Ÿ से ली है I
हà¥à¤† यूं की सन 2014 की मारà¥à¤š में spicejet à¤à¤¯à¤°à¤²à¤¾à¤‡à¤¨à¥à¤¸ ने मेगा सेल लगाई और में और मेरे चचेरे à¤à¤¾à¤ˆ अमित जी ने जाने की पà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¿à¤‚ग करने लगे कà¤à¥€ कोलकाता तो कà¤à¥€ अमृतसर फिर छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में फाइनली ४ दिन तय हà¥à¤† और फिर सोचा की इस बार पशà¥à¤šà¤¿à¤® की और चलें फिर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा सोमनाथ सोचने के बाद सà¥à¤ˆ शिरडी धाम पे आकर रà¥à¤•ी और नवमà¥à¤¬à¤° १४ २०१४ की टिकटà¥à¤¸ बà¥à¤• की गयी|
औरंगाबाद की जहाठपर शà¥à¤°à¥€ घà¥à¤¶à¥à¤®à¥‡à¤·à¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग और अजंता गà¥à¤«à¤¾ समूह देख के शिरडी दरà¥à¤¶à¤¨ और नाशिक में तà¥à¤°à¤¿à¤®à¥à¤¬à¤•ेसà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग के दरà¥à¤¶à¤¨ , समय चलता गया और मेरी उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ बढ़ता ही गया कि सितंबर महीने में मà¥à¤à¥‡ नयी जगह जोइनिंग मिली और इस नठऑफिस में मà¥à¤à¥‡ पहली असाइनमेंट के लिठलंदन जाना पड़ा पूरे १ महीने के लिठनठटà¥à¤°à¤¾à¤‚जीशन लेने के लिठवह à¤à¥€ नवमà¥à¤¬à¤° ०१ से ३० तक I मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ बà¥à¤°à¤¾ लगा कि चाहे जितनी à¤à¥€ सॉलिड पà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¿à¤‚ग करलो आपका बà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¾ जब तक नहीं आà¤à¤—ा तब तक आप जो चाहे करो पà¥à¤²à¤¾à¤¨ बन नहीं पायेगा, असà¥à¤¤à¥ मेरे à¤à¤¾à¤ˆ अमित जी , मेरी चाची जी , मेरे माता पिता इन लोगों ने पूरे पà¥à¤²à¤¾à¤¨ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• दरà¥à¤¶à¤¨ किये, मेरी वाइफ à¤à¥€ मायके में थी तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥€ यह यातà¥à¤°à¤¾ मिस कर दी I
चलो जो होना था वह हो गया और फिर २ साल तक इस यातà¥à¤°à¤¾ का खà¥à¤¯à¤¾à¤² मन में ही रह गया, कà¤à¥€ पà¥à¤²à¤¾à¤¨ बनता तोह पूरा नहीं हो पाता, इसी बीच मेरी वाइफ साई पालकी की पूजा के दौरान à¤à¤• आशिरà¥à¤¬à¤¾à¤¦ पाया पालकी वाले पंडित जी से की बचà¥à¤šà¤¾ मन में धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करो बाबा इस बार बà¥à¤²à¤¾à¤à¤à¤—े, मेरी सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने मà¥à¤à¤¶à¥‡ जब यह बात बताई तो मैंने कहा इस बार मन में धारण कर यातà¥à¤°à¤¾ का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ बनाते है और बाबा के चरणों में समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हैं, इसके बाद मैं इस योजना पे कारà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¿à¤¤ हो गया , 18th दिसमà¥à¤¬à¤° को टिकेट बà¥à¤• करा ली Goa à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ की 18 मारà¥à¤š के liye , पीक सीजन होने से à¤à¤¸à¥€ की टिकटà¥à¤¸ नहीं मिल पायी और जो मिली à¤à¥€ वह RAC 64 थी , उधर से वापसी की टिकटà¥à¤¸ करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ के वेटिंग लिसà¥à¤Ÿ ८/९ मिली , बाबा की इचà¥à¤›à¤¾ जान मन में कोई कसक नहीं रखी, वाइफ ने पà¥à¤›à¤¾ वेटिंग कैसे होगा, मैंने कहा जब बाबा ले जायेंगे उनकी ही इचà¥à¤›à¤¾ से चलो, कोई चिंता नहीं साई राम खà¥à¤¦ करेंगे,
पाठकगण शिरडी की ऑनलाइन वà¥à¤¯à¤¬à¤¸à¥à¤¥à¤¾ सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® है आपको यह जानकारी देना चाहूंगा की साई बाबा संशà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में रूम लेने की वà¥à¤¯à¤¬à¤¸à¥à¤¥à¤¾ ऑनलाइन उपलबà¥à¤§ है और बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¥€ है , आपको २ महीने पहले कमसे कम बà¥à¤• करने के लिठआबेदन करना होगा और चारà¥à¤œ बहà¥à¤¤ ही मामूली है à¤à¤¬à¤‚ग सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® है, सबसे पहले आपको रजिसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¡ वेबसाइट https://online.sai.org.in/homePage.do?parameter=displayMessage
में जाके रजिसà¥à¤Ÿà¤° करना होगा , आप सà¥à¤¬à¤¹ ११ बजे के बाद कोशिश करियेगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि औसतन यह वेबसाइट ११ बजे से पहले डाउन रहती है I वहां पर आप अपना अकाउंट बना के लॉगिन करने के बाद अककॉमोडेशन के ऑपà¥à¤¶à¤¨ में जाके डेट डाले और नीचे आपको बहà¥à¤¤ सारे रूम के विकलà¥à¤ª मिलेंगे I हमें बाबा की कृपा से à¤à¤¸à¥€ कमरे मिल गठऔर वह à¤à¥€ ५००/- पà¥à¤°à¤¤à¤¿ दिन के हिसाब से , मैंने फिर आरती दरà¥à¤¶à¤¨ की à¤à¤• परà¥à¤šà¥€ और कटवा ली I मन खà¥à¤¶ हो गया की यातà¥à¤°à¤¾ जैसे तैसे तय कर लेंगे कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बाबा ने ठहरने की वà¥à¤¯à¤¬à¤¸à¥à¤¥à¤¾ कर दी है, पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¸à¤¨à¤šà¤¿à¤¤ होकर वाइफ को बताया तोह वह à¤à¥€ खà¥à¤¶ हो गयी , बस हम फिंगरकà¥à¤°à¥‹à¤¸ करके दिन गिनने लगे , नया साल आया , हमारा मन बाबा के दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठलालायित हो रहा था, और देखते ही देखते वह घड़ी आ गयी, बिटिया की परीकà¥à¤·à¤¾ हो गयी और होली का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° जाने के बाद बस पैकिंग की तैयारी करने लगे ।

online Page
तय समय पर हम यातà¥à¤°à¤¾ के लिठनिकल पड़े , होली के बाद दिलà¥à¤²à¥€ में गरà¥à¤®à¥€ पड़नी शà¥à¤°à¥‚ हो गयी थी , और हम समय से आधा घंटे पहले हजरत निजामà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पे पहà¥à¤š गठ, जैसे मैंने कहा था बाबा को समरà¥à¤ªà¤£ कर दो वह ही आपको ले जायेंगे , हम तीनो की टिकेट RAC से कनà¥à¤«à¤°à¥à¤® हो गयी थी,हम तीनो की टिकेट RAC से कनà¥à¤«à¤°à¥à¤® हो गयी थी,जान के राहत मिली ।
टà¥à¤°à¥ˆà¤¨ सही समय से चल दी और गति पकड़ के अपने गंतवà¥à¤¯ पर चलने लगी । पहले मथà¥à¤°à¤¾ आया शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£à¤¾ की करà¥à¤®à¤à¥‚मि मथà¥à¤°à¤¾ को नतमसà¥à¤¤à¤• करके हम à¤à¥€ आगे बढ़ चले, कà¥à¤› देर बाद आगरा कैंट आ गया और बोगी में पेठा वालों की à¤à¥€à¤¡à¤¼ सी लग गयी , जो लोग पहली बार इस रूट से जा रहे थे ,उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जी à¤à¤°à¤•े पेठे ख़रीदे, रस à¤à¤°à¥‡ पेठे, अंगूरी पेठे पान पेठा और सूखे मेवे वाले पेठे , पर मेरे राय से यह सब लोकल क़à¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ के थे सो हमने नहीं ख़रीदे, हम जब à¤à¥€ आगरा जाते है तोह à¤à¥€à¤®à¤¸à¥‡à¤¨ बैजनाथ , पंछी या शà¥à¤°à¥€ राम पेठा से ही लेते है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि रियली में मानिये क़à¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ में जमीं आसमा का फरà¥à¤• होता है ।
आगरा में हमने कà¥à¤› कचौड़िया खाई और आजकल IRCTC के पैंटà¥à¤°à¥€ की सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ में काफी इज़ाफ़ा हà¥à¤† है उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जब से comesome नाम के जॉइंट से हाथ मिलाया है यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मेनू में बढ़ोतरी हà¥à¤ˆ है , असà¥à¤¤à¥ हमने à¤à¤• à¤à¤• मसाला चाय खरीदी और आगे बढ़ने लगे , रासà¥à¤¤à¥‡ में चमà¥à¤¬à¤² की घाटियों को चीरते हà¥à¤ à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था मानो हम कहानियों की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में आ गठऔर सà¥à¤‚दर टीलों को देखते हà¥à¤ गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° की और बड़े, गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में मà¥à¤à¥‡ आशा थी की साà¤à¤šà¥€ की दूकान से शà¥à¤°à¥€à¤–ंड मिलेगा , पर जिस पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® नंबर १ पर गाड़ी रà¥à¤•ी मà¥à¤à¥‡ निराशा हाथ लगी कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहां पर दूकान ही नहीं थी, हमने गाडी में बैठअपना रातà¥à¤°à¤¿ का à¤à¥‹à¤œà¤¨ किया और बरà¥à¤¥ में सो गà¤, अगले दिन सà¥à¤¬à¤¹ जब आà¤à¤– खà¥à¤²à¥€ तो सामने à¤à¥à¤¸à¤¾à¤µà¤² जंकà¥à¤¶à¤¨ था गाड़ी का ठहराव २० मिनट का था, और मैंने खिड़की से à¤à¤¾à¤à¤•ा तो देखा लोग सà¥à¤¬à¤¹ का नाशà¥à¤¤à¤¾ वहां का पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤¦ बड़ा पाव खरीद रहे थे, बस मैंने à¤à¥€ जà¥à¤—त लगाई और पहà¥à¤à¤š के २ पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ बड़ा पाव ले आया, यक़ीनन आप पाठको को राय दूंगा की à¤à¤• बार आप इसे try करें , यह बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ होता है और नारà¥à¤¥ इंडिया ख़ास तौर पर दिलà¥à¤²à¥€/मथà¥à¤°à¤¾ के आलू बोंडा टाइप से पूरा हट के होता है ।
हम धीरे धीरे कोपरगाà¤à¤µ की और बढ़ने लगे और बहार मनोविहंगम दृशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को देख के ख़ास तौर पे सहà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥à¤°à¤¿ की छोटी मालाà¤à¤‚ जो इगतपà¥à¤°à¥€ की और जाती है देख के मन à¤à¤¿à¤µà¥‹à¤° हो उठा ।

Breakfast at Bhusaval Junction
कà¥à¤› घंटे बाद बाबा का नाम जप करके हम कोपरगांव सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤à¤š गठ, टà¥à¤°à¥ˆà¤¨ पूरी तरह से समय पर थी I
ख़à¥à¤¶à¥€ से हम उतरे और ऑटो में बैठगठ, आपको बता दूठकी कोपरगाà¤à¤µ से शिरडी की दूरी मातà¥à¤° १३ किमी है और हर ऑटो वाला आपसे ३०० रà¥à¤ªà¤ मांगेगा पर रेट २००-२५० रूपठहै । हमने à¤à¥€ ऑटो ठीक किया २५०/- में और शिरडी की और बढ़ चले, रासà¥à¤¤à¥‡ में गांव की हरियाली देख कर मà¥à¤à¥‡ और वाइफ को पूरà¥à¤µà¥€ राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के हरियाली के समान थी, नारियल खजूर के वृकà¥à¤· , केले अनार à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था की कोलकाता आ गठहै, इसी बीच कब शहर आ गया पता ही नहीं चला, चूंकि आप पाठक गण बहà¥à¤¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ है मैं तोह तà¥à¤šà¥à¤› हूं आपको जà¥à¤žà¤¾à¤¨ बांटने में फिर à¤à¥€ थोड़ी जानकारी दे रहा हूं शिरडी के बारे में

Kopargaon Ka Railway station
शिरà¥à¤¡à¥€ गाà¤à¤µ राहता तहसील अहमदनगर जिले में है यह कोपरà¥à¤—ावं से १५ किमी दूर है
शिरà¥à¤¡à¥€ गावं अचà¥à¤›à¥€ तरह सडको रेलमारà¥à¤—ों से जà¥à¤¦à¤¾ हà¥à¤† है कोपरà¥à¤—ावं १५ किमी की दà¥à¤°à¥€ पर है शिरà¥à¤¡à¥€ गावं से जिस पर दिलà¥à¤²à¥€ से बंगलौर करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•ा,गोवा ,à¤à¥‡à¤²à¤®, साईंनगर à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ आती है, पास वाले रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨
कोपरगाà¤à¤µ १५ किमि
मनà¥à¤®à¤¦ ५८किमि
मà¥à¤–à¥à¤¯ शहरों से दà¥à¤°à¥€
मà¥à¤‚बई : २६६ किमी
दिलà¥à¤²à¥€ :११६६ किमी
सूरत : ३à¥à¥© किमी
नागपà¥à¤° : ६१८किमि
नासिख : ९० किमी
हैदराबाद :६१० किमी
पà¥à¤£à¥‡ : २०ॠकिमी
हवाई यातà¥à¤°à¤¾ :
नाशिक à¥à¥« किमी की दà¥à¤°à¥€ पर है शिरà¥à¤¡à¥€ से औरंगाबाद १५० किमी और मà¥à¤¬à¤ˆ २९६ किमी पर है
शिरडी अब पूरा कमरà¥à¤¶à¤¿à¤¯à¤² शहर बन चà¥à¤•ा है , कही से à¤à¥€ आपको गांव की à¤à¤²à¤• नहीं मिलेगी, डोमिनोस कॉफ़ी डे पिज़à¥à¤œà¤¼à¤¾ हट आदि रेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤ से à¤à¤°à¤¾ है , थोड़ी देर में हम अपने गंतवà¥à¤¯ साई संसथान के साई आशà¥à¤°à¤® à¤à¤•à¥à¤¤ निवास पर पंहà¥à¤šà¤¾ दिठगà¤, अहा कितना बड़ा गेसà¥à¤Ÿ हाउस कामà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤¸ वह à¤à¥€ सूंदर पà¥à¤°à¤•ृतिक रूप से सजा हà¥à¤† है, वहां पर दो बà¥à¤²à¥‰à¤• होते है A – G बà¥à¤²à¥‰à¤• और दूसरी और H -N A – G बà¥à¤²à¥‰à¤• AC है और H -न नॉन-AC .

Bhakta niwas

Entrance
हम रिसेपà¥à¤¶à¤¨ पर पहà¥à¤à¤š के ठहरने की परà¥à¤šà¥€ दिखा के रूम नंबर अलॉट करवाया , रूम à¤à¥‚तल पर ही था सà¥à¤‚दर साधारण वातानà¥à¤•ूलित कमरा मातà¥à¤° ५००/- à¤à¤¸à¤¾ किसी साधारण होटल में à¤à¥€ नहीं मिलेगा, सामान रखने के बाद हम तीनो ने सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ आदि किया और à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने साई पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ कैंटीन में पहà¥à¤šà¥‡ आपको बताना चाहूंगा, की संसथान के तीन आशà¥à¤°à¤® संचालित है जहाठपर à¤à¥‹à¤œà¤¨ की फà¥à¤°à¥€ वà¥à¤¯à¤¬à¤¸à¥à¤¥à¤¾ है और à¤à¤• अलग से साई पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤¾à¤²à¤¯ है जो मंदिर से २ किमी दूर है और वहां फà¥à¤°à¥€ और शà¥à¤²à¥à¤• टोकन की वà¥à¤¯à¤¬à¤¸à¥à¤¥à¤¾ है ।
असà¥à¤¤à¥ हमने साई कैंटीन से à¤à¥‹à¤œà¤¨ करने का निसà¥à¤šà¤¯ किया और यह कैंटीन मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾ रिसेपà¥à¤¶à¤¨ के बायें और पà¥à¤°à¤¥à¤® तल पर है, वहाठआप पहले फà¥à¤°à¥€ टोकन लीजिये और लाइन में २-३ मिनट खड़े होके थाली लीजिये यहाठपर Self Service है , खाने में उसदिन दाल ,चावल, पूरी ,चने की सबà¥à¤œà¤¼à¥€ और पेठे की मीठी सबà¥à¤œà¤¼à¥€ मिली, à¤à¥‚ख लग रही थी और खाने में आनंद आ गया , खा के हम बाहर आये और कमरे में जाके आराम किया । शाम ५ बजे हम चाय के लिठबाहर निकले आपको बता देना चाहता हूं की संसथान की तरफ से à¤à¤• चाय कैंटीन हर बà¥à¤²à¥‰à¤• में रहता है ।
मराठी में लिखा चाहा कैंटीन वहां पैर à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की लाइन थी देश के कोने कोने से à¤à¤•à¥à¤¤ आये हà¥à¤ थे , कैंटीन का मूलà¥à¤¯ था
१. चाय २/-, कॉफी ३/- दूध -३/- और बिसकिटà¥à¤¸ MRP , पानी की बोतल ५/- & १०/- मेरा अनà¥à¤°à¥‹à¤§ यह रहेगा की आप जब à¤à¥€ शिरडी जाठऔर संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में रà¥à¤•े तो आप जरूर यहाठपर चाय और जलपान करें।

AC Room @500

Ashram Ka Prasad Free Food
जलपान होने के बाद हमने मंदिर संसथान के सामने ऑटो करने का फैसला किया पर सामने तांगेवाले को देख के मन ललचा गया और बà¥à¤• करके मंदिर की और चल पड़े, मंदिर संसथान से १ किमी दूर है और १००० मीटर आपको पैदल चलना होगा रसà¥à¤¤à¥‡ में दà¥à¤•ान वाले आपको चादर और पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¥€ के लिठबोलेंगे पर आप सिरà¥à¤« चादर और गà¥à¤²à¤¾à¤¬ का फूल लीजियेगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बाबा को पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बाहर का नहीं चढ़ता सिरà¥à¤« फूल और चादर चढ़ती है, हमारा समय दरà¥à¤¶à¤¨ का ८ बजे का था पर जैसे ही हम ६:३० पे पहà¥à¤šà¥‡ आरती शà¥à¤°à¥‚ हो गयी ।
आपको बता दूठकी ऑनलाइन परà¥à¤šà¥€ वालों के लिठगेट नंबर ३ या शनि गेट से à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ होती है जलपान होने के बाद हमने मंदिर संसथान के सामने ऑटो करने का फैसला किया पर सामने तांगेवाले को देख के मन ललचा गया और बà¥à¤• करके मंदिर की और चल पड़े, मंदिर संसथान से १ किमी दूर है और १००० मीटर आपको पैदल चलना होगा रसà¥à¤¤à¥‡ में दà¥à¤•ान वाले आपको चादर और पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¥€ के लिठबोलेंगे पर आप सिरà¥à¤« चादर और गà¥à¤²à¤¾à¤¬ का फूल लीजियेगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बाबा को पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ बाहर का नहीं चढ़ता सिरà¥à¤« फूल और चादर चढ़ती है,

Sai Nath-Courtesy Google

Baba Ke Dwar Pe
हमारा समय दरà¥à¤¶à¤¨ का ८ बजे का था पर जैसे ही हम ६:३० पे पहà¥à¤šà¥‡ आरती शà¥à¤°à¥‚ हो गयी । आपको बता दूठकी ऑनलाइन परà¥à¤šà¥€ वालों के लिठगेट नंबर ३ या शनि गेट से à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ होती है , यहाठà¤à¥€ बाबा की कृपा देखने को मिली और ८ बजे की पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ पतà¥à¤° पैर पà¥à¤°à¤®à¥à¤– सिकà¥à¤¯à¥‹à¤°à¤¿à¤Ÿà¥€ इंचारà¥à¤œ ने हमें देखते ही न जान इ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बोला इधर से जाईये आरती शà¥à¤°à¥‚ हो गयी है, हम ख़à¥à¤¶à¥€ से बाबा की कृपा मानकर अंदर पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर गठà¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ के बाद हम लाइन में मातà¥à¤° २० मिनट लगे और आरती LED टीवी के सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨ में देख के दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठबढ़ गठअहा कà¥à¤¯à¤¾ सूंदर समाः बंध गया था|
बाबा के दरà¥à¤¶à¤¨ पाते ही नैनो में आनंदाशà¥à¤°à¥ आ गठहोते à¤à¥€ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं तीन सालों से कोशिश कर रहे थे, सामने सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ मंडित दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के मधà¥à¤¯ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ सिहà¥à¤¨à¥à¤—सन में अनंतकोटी बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤£à¥à¤¡ नायक सचिदà¥à¤¦à¤¾à¤¨à¤‚द साईनाथ महाराज की विराजमान मूरत को देख अंतरातà¥à¤®à¤¾ तृपà¥à¤¤ हो गयी बस नतमसà¥à¤¤à¤• हो के बाबा के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® किया और बस दरà¥à¤¶à¤¨ कर मंदिर कामà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤¸ में आ गठवहां बाबा के पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¥€ बूंदी मिलती है , वह जरूर लीजियेगा , फिर सामने गà¥à¤°à¥à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ में माथा टेक आप उदी à¤à¤¸à¥à¤® काउंटर से उदी à¤à¤¸à¥à¤® लेना न à¤à¥‚लें ।
हमने उसके बाद बाबा की चावड़ी , दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ामाई मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ में जहाठअखंड धूनी जलती है उसके दरà¥à¤¶à¤¨ किये और फिर पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ काउंटर से पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ ख़रीदा और चल पड़े बड़े पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤¾à¤²à¤¯ के लिठवहां से पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤¾à¤²à¤¯ बस ०.५ किमी है और हमने मंदिर के सामने के चाहा कैंटीन से à¤à¤• à¤à¤• कप चाय और पी और à¤à¤¨à¤°à¥à¤œà¥€ पाकर निकल पड़े ।

gurusthan

Chavadi Shirdi
लगà¤à¤— २० मिनट की पैदल यातà¥à¤°à¤¾ के बाद हम पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤¾à¤²à¤¯ के सामने पहà¥à¤‚चे , शà¥à¤°à¥€ साई पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤¾à¤²à¤¯ के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤° पर साई बाबा की विशाल मूरà¥à¤¤à¤¿ गरम चूलà¥à¤¹à¥‡ पे हांड़ी में हाथ डालके पकाने की तसà¥à¤µà¥€à¤° देख के मन शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ से à¤à¤° गया, और हम काउंटर से परà¥à¤šà¥€ काटने के लिठगà¤, यहाठपर ४ तरह के कूपन मिलते है
१. निशà¥à¤²à¥à¤•
२. १०/-
३. २०/-
४. ५०/- ।
हमने ५०/- के कूपन काटे और पहली मंज़िल पे गà¤, वहाठपर à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤¬à¤¸à¥à¤¥à¤¾ बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤‚दर थी , यहाठबैठने की वà¥à¤¯à¤¬à¤¸à¥à¤¥à¤¾ थी और पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ देने के लिठपà¥à¤°à¥‰à¤«à¥‡à¤¶à¥à¤¨à¤² सरà¥à¤µà¤° थे, पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ à¤à¥‹à¤œà¤¨ में चपाती, सलाद, दही, चावल, दाल, २ सबà¥à¤œà¤¼à¥€ और हलà¥à¤† था । असà¥à¤¤à¥ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ à¤à¥‹à¤œà¤¨ का मजा ही खूब होता है. हमने à¤à¤¿à¤• के पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ पाया और ऑटो से वापिस आशà¥à¤°à¤® में लौट आये. मन में सिरà¥à¤« à¤à¤• धà¥à¤¨à¤¿ थी “ॠसाई नमो नमः, शà¥à¤°à¥€ साई नमो नमः, जय जय साई नमो नमः, सदà¥à¤—à¥à¤°à¥ साई नमो नमः ” मन में यह धà¥à¤¨ लिठआखों में साईनाथ की कृपा लिठहमने सोने के लिठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ किया, ताकि अगले दिन सà¥à¤¬à¤¹ शिंगणा पà¥à¤° जा सके

Baba Ka Prasadalay

Baba ka Prasad

Prasadalay Ki vyabastha
मेरी अगली पोसà¥à¤Ÿ शिरडी से शिंगणा पà¥à¤° की है ।
अतà¥à¤¯à¤‚त मनà¤à¤¾à¤µà¤¨ पोसà¥à¤Ÿ है शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨ अनिमेष जी।
शिरडी के सांई बाबा के दरà¥à¤¶à¤¨ आपके साथ हमें à¤à¥€ अचà¥à¤›à¥‡ से हो गà¤à¥¤ बाबा का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ चख तो नहीं पाठकिनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤¾à¤¦ की अनà¥à¤à¥‚ति अवशà¥à¤¯ हो गयी है। आपके अगà¥à¤°à¤¿à¤® यातà¥à¤°à¤¾ संसà¥à¤®à¤°à¤£ का इंतज़ार है, शीघà¥à¤° पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करियेगा।
जय सांई नाथ।
अरà¥à¤£
Bahut bahut dhanyabad arun ji….aapki feedback se protsahan milta hai next post agle hafte release hogi shingnapur ki
What a detailed description of the place. I almost felt like walking with you. Thank you Animesh for the tour. Jai Sai Nath.
बहà¥à¤¤ ही अचà¥à¤›à¥€ जानकारी दी अनिमेष जी। मैंने à¤à¤• सजà¥à¤œà¤¨ से सà¥à¤¨à¤¾ है कि जो आनलाइन दरà¥à¤¶à¤¨ (जो। शायद ₹200 का है) पहले से साईबाबा संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की वेबसाइट से बà¥à¤• कर लेते हैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ दूर से ही साईबाबा की समाधि के दरà¥à¤¶à¤¨ होते हैं मतलब समाधि पर मतà¥à¤¥à¤¾ टेकने का सà¥à¤– पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नहीं होता कà¥à¤¯à¤¾ ये सही है?