Dhuandhar Fall and Bhedaghat
अमरकंटक से निकलती नर्मदा नदी जब भेड़ाघाट तक आती है तो उसका यौवन अपने उफान पर होता है। हालांकि ना ही ये किसी किस्म के आक्रोश की गर्जन है और ना ही किसी दर्प का प्रर्दशन, लेकिन एक स्वाभाविक आवेग जब क्रीड़ा करने पर उतारु हो तो उसका प्रतिलक्षण शायद इतना ही विहंगम होगा। जी हां धुआंधार प्रपात को भारत के नियाग्रा प्रपात की संज्ञा दी जाती है और इसका अहसास इस जगह पर आकर ही किया जा सकता है। नर्मदा की लहरों का शोर, उस तेज बहाव के चट्टानों पर टकराने से उठती धुंध और उसकी वजह से बनता एक रहस्मयी आवरण, पल भर में ही आपको सम्मोहित कर देगा।
Read More