नमसà¥à¤•ार सà¤à¥€ को मेरा नाम अनिमेष दास है और यह मेरी पहली पोसà¥à¤Ÿ है पिछले कà¥à¤› महीनो से मैं उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ ओमà¥à¤•ारेसà¥à¤µà¤° का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ बना रहा था घà¥à¤®à¥à¤®à¤•ड़ में मेरे मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤¤ रहे शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨ मà¥à¤•ेश à¤à¤¾à¤²à¤¸à¥‡ और कविता à¤à¤¾à¤²à¤¸à¥‡ जी, विशाल राठौड़ जी à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨ हेमंत जी जिनके पोसà¥à¤Ÿà¥à¤¸ ने मेरी यातà¥à¤°à¤¾ को पूरà¥à¤£ रूप से सà¥à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ किया. मैंने सबसे पहले अपà¥à¤°à¥ˆà¤² मधà¥à¤¯ में घà¥à¤®à¥à¤®à¤•ड़ की पोसà¥à¤Ÿ पड़ी और इतने सूंदर उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ वरà¥à¤£à¤¨ के बाद मैंने अपने चाचा के लड़के से इस बात की शà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤¤ की.
शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¾à¤¨ अमित दास जो की बहà¥à¤¤ ही शिव à¤à¤•à¥à¤¤ हैं तà¥à¤°à¤‚त कारà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¿à¤¤ हो गठइस पà¥à¤²à¤¾à¤¨ में और मई के अंतिम हफà¥à¤¤à¥‡ में हमने पूरी परिवार के साथ उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ और ओमà¥à¤•ारेसà¥à¤µà¤° देखने की रेलवे टिकेट बà¥à¤• करा ली, पर नरेश सहगल जी की बात पूरी सौ फि सदी सतà¥à¤¯ निकली की जब तक बाबा का बà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¾ न आये कितनी à¤à¥€ सॉलिड पà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¿à¤‚ग हो आप जा नहीं सकेंगे, यही हà¥à¤† हमारे साथ अगसà¥à¤¤ के मधà¥à¤¯ में मेरे पिताजी को और मेरी बेटी को वायरल जà¥à¤µà¤° हो गया और काफी कमज़ोर होने पर लगा की यातà¥à¤°à¤¾ न रà¥à¤• जाà¤, पर मेरा मन पूरी तेरा से तैयार था की कà¥à¤› à¤à¥€ हो अकेला जाऊà¤à¤—ा बाबा के दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठ, इधर बेटी और पिताजी ठीक हà¥à¤ की मेरे चाचा जी को वायरल ने पकड़ा और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मना ही कर दिया की मैं नहीं जा सकूंगा फिर मेरी चची जी ने à¤à¥€ मना कर दिया की चाचा के पास की को रहना है और उसी बीच मेरी कजिन बहन की डिलीवरी हो गयी और चाची जी का à¤à¥€ पूरà¥à¤£ विराम लग गया, लेकिन मेरे à¤à¤¾à¤ˆ अमित दास और तà¥à¤·à¤¾à¤° दास दोनों ने हिमà¥à¤®à¤¤ न हारी और मैंने और मेरी धरà¥à¤®à¤ªà¤¤à¥à¤¨à¥€ जो की बहà¥à¤¤ धरà¥à¤®à¤ªà¤°à¤¾à¤¯à¤£ महिला हैं ने अंतिम टाइम तक ईशà¥à¤µà¤° की आस नहीं छोड़ी और बाबा ने हमारी मà¥à¤°à¤¾à¤¦ पूरी कर ही दी
३१/८/२०१६ को जाने वाले दिन सब पूरà¥à¤£ रूप से सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ थे पर बाबा ने यहाठà¤à¥€ लीला दिखा दी पूरी दिलà¥à¤²à¥€ à¤à¤¨à¤¸à¥€à¤†à¤° कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° सà¥à¤¬à¤¹ ५ बजे से चकà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¤ तूफ़ान से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हो गया और बारिश à¤à¤¸à¥€ की थमने का नाम ही नहीं मैंने मन ही मन à¤à¥‹à¤²à¥‡ बाबा का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ किया और कहा बाबा अंतिम कà¥à¤·à¤£ हमारा साथ न छोड़ना, हमारी टà¥à¤°à¥ˆà¤¨ रात १० बजे की थी और शाम ५ बजे बारिश ख़तम हो गयी और सिटी जलमगà¥à¤¨ हो गया था पर किसà¥à¤®à¤¤ से हमें à¤à¤• ऑटोवाला मिल गया जो हमें मेटà¥à¤°à¥‹ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ तक पंहà¥à¤šà¤¾ के ले गया.
हमने नई दिलà¥à¤²à¥€ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ के लाउनà¥à¤œ में वेट किया और à¤à¥‹à¤œà¤¨ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ गाड़ी में बैठगà¤, फिर किसà¥à¤®à¤¤ टà¥à¤°à¥ˆà¤¨ अà¤à¥€ कà¥à¤› दूर चली ही थी की किसी ने शिवाजी बà¥à¤°à¤¿à¤œ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पे चैन खींच दी, टà¥à¤°à¥ˆà¤¨ रà¥à¤•ी तो रà¥à¤•ी ४५ मिनट खड़ी रही कारण पता किया तो पता चला की कà¥à¤› लà¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¥‹à¤‚ ने पास के बोगी से मोबाइल चà¥à¤°à¤¾ लिया था और गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾à¤ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने टà¥à¤°à¥ˆà¤¨ की चैन खीच दी , जो इचà¥à¤›à¤¾ शिव की इचà¥à¤›à¤¾ मान के हम वापस बैठगठऔर इंतज़ार करते रहे गाडी करीब १ घंटे बाद चल पड़ी हमें लगा की गाड़ी लेट पहà¥à¤šà¥‡à¤—ी और हम निदà¥à¤°à¤¾ की आगोश में सो गठ.

दिलà¥à¤²à¥€ से उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ की यातà¥à¤°à¤¾
सà¥à¤¬à¤¹ जब आà¤à¤– खà¥à¤²à¥€ तो à¤à¥‹à¤²à¥‡ बाबा का जाप करके नेट पे टाइम चेक किया और आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤šà¤•ित हो गया की गाडी सही समय से चल रही थी मन खà¥à¤¶ हो गया और हम à¤à¥‹à¤²à¥‡ बाबा का जाप करने लगे, कà¥à¤› दूर जाने पर गाड़ी नागदा जंकà¥à¤¶à¤¨ पर रà¥à¤•ी और हमें MP का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ चकने का मौका मिल गया, आप नागदा जंकà¥à¤¶à¤¨ पे पोहा और साà¤à¤šà¥€ दूध के सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² से शà¥à¤°à¥€à¤–ंड चखना न à¤à¥‚ले यह बहà¥à¤¤ सà¥à¤µà¤¾à¤¦ वाली होती है.
खैर समय से नासà¥à¤¤à¥‡ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ नयनाà¤à¤¿à¤°à¤¾à¤® दृशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को देखते हà¥à¤µà¥‡ हम शिपà¥à¤°à¤¾ नदी के पà¥à¤² पे पहà¥à¤‚चे तो मन आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤¿à¤µà¥‹à¤° हो गया और देखा की हम अपनी मंज़िल शà¥à¤°à¥€ महाकाल के नगर उजà¥à¤œà¤¯à¤¿à¤¨à¥€ पहà¥à¤š चà¥à¤•े हैं
सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ से हमने दो ऑटो किये जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमसे 150 रूपये लिà¤, आपको बता दे की सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ से मैन चौराहा ४ किमी का है और १००-१५० रूपये जायज रेट हैं,पर ऑटोवाले २००-२५० रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ बोलते है , जैसा की हमने होटल पहले ही बà¥à¤• कर लिया था à¤à¤• ६ कमरो वाला और à¤à¤• दो कमरो वाला होटल वृनà¥à¤¦à¤¾à¤µà¤¨ पैलेस महाकाल चौराहा के साथ मंदिर से केवल १००० मीटर की दूरी पर ,हालांकि उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ में जैसा शà¥à¤°à¥€ विशाल राठौड़ ने वताया की वहां के लोग बहà¥à¤¤ सहायक होते हैं मेरी माताजी को पैरों की बड़ी परेशानी होती हैं और हमारे कमरे दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¤¿à¤¯ तल पर थे हमारे होटल के मेनेजर शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤‚जल जी ने माताजी को देखते पà¥à¤›à¤¾ की कà¥à¤¯à¤¾ माताजी आपको पैरों की तकलीफ है और हाठबोलने पर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤• सà¥à¤‚दर कमरा à¤à¥‚तल पर हॠउपलबà¥à¤§ करवा दिया यसà¥à¤¤à¥ बाबा की कृपा.
जैसे ही हम अपने कमरे में फà¥à¤°à¥‡à¤¶ होने लगे इंदà¥à¤°à¤¾ देवता ने अपनी कृपा शà¥à¤°à¥‚ कर दी और हो गयी à¤à¤®à¤¾à¤à¤® बारिश. सब फिर सोचने लगे की शायद आज दरà¥à¤¶à¤¨ देर से होंगे परंतॠमेरी पतà¥à¤¨à¥€ ने कहा चलो आज कà¥à¤› à¤à¥€ हो à¤à¥€à¤—ते हà¥à¤ बाबा के दरà¥à¤¶à¤¨ करेंगे,हेमंत जी के कहे अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हम लाइन में लगने के लिठतैयार हो गठचà¥à¤•ी माताजी की वजह से दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठमैंने १५१/- की रसीदी टिकेट का वà¥à¤¯à¤¬à¤¸à¥à¤¥à¤¾ किया पर हमें बताया गया की सीनियर सिटीजन की à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ फà¥à¤°à¥€ है.
हम १२.१० बजे पहà¥à¤šà¥‡ और यहाठबाबा के कृपा के दरà¥à¤¶à¤¨ हà¥à¤ मेरी माता जी को पà¥à¤²à¤¿à¤¸ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤« के आयà¥à¤•à¥à¤¤ ने देखा और कहा माताजी आप वà¥à¤¹à¥€à¤²à¤šà¥‡à¤¯à¤° के सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ लीजिये और पास खड़े वितरक को हमारे साथ à¤à¥‡à¤œ दिया
असà¥à¤¤à¥ माता जी और पिताजी दोनों पहले चले गठकà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि माताजी के साथ à¤à¤• जन जा सकता था पिताजी पैदल उनके साथ हो लिठहम लोग à¤à¥€ रूदà¥à¤° महिमा गाते हà¥à¤ आगे बड़े, मैं विशाल राठौड़ जी के विशेष आà¤à¤¾à¤°à¥€ रहूà¤à¤—ा जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ टिपà¥à¤¸ दिठथे और सच में उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ महाकालेसà¥à¤µà¤° की मंदिर बà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ सबसे बढ़िया उचà¥à¤šà¤•ोटि की है
फिर हम शीगà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ के लिठआगे बड़े और देखा आगे मातà¥à¤°à¤¾ गरà¥à¤à¤—ृह जाने के लिठबस १५ लोगो की लाइन है, मेरे à¤à¤¾à¤ˆ अमित दास जी को रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करवाना था तोह उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पंडित से बात की और ११०० रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ में रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• फिकà¥à¤¸ हो गया, इधर लाइन खà¥à¤²à¥€ की मैंने और मेरी छोटी सी बिटिया ने ॠनमः शिवाय की धूनी जमा दी, हम पहà¥à¤š गठगरà¥à¤ गृह के अंदर और अहा कà¥à¤¯à¤¾ दरà¥à¤¶à¤¨ हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¯à¤‚à¤à¥‚ शिव जी को सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° जल अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करवाते हà¥à¤ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का हà¥à¤œà¥‚म था इधर अकसà¥à¤®à¤¾à¤¤ मैं पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ जी ने हमारा हाथ पकड़ा और à¤à¤• गà¥à¤²à¤¾à¤¬ का फूल देके कहा नाम गोतà¥à¤° मन में लेके अपने जप के साथ अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करो हमने जल à¤à¤µ दà¥à¤—à¥à¤§à¤¾à¤µà¤¿à¤·à¥‡à¤• किया बाबा का वही खड़े बाबा को निहारते हà¥à¤ पहà¥à¤š गठबहार नंदी मंडप पे , इधर मेरी माताजी को वà¥à¤¹à¥€à¤²à¤šà¥‡à¤¯à¤° पे जो बंदा ले गया वह कहाठसे न जाने à¤à¤• घड़ा पानी लेके मेरे पिता जी को दे गया और बोला बाबा को चढ़ा देना, मेरे माता पिता ने à¤à¥€ बड़ी सà¥à¤‚दरता से बाबा का जलाà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया, और मैंने और मेरी पतà¥à¤¨à¥€ ने रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• और अपने गà¥à¤°à¥ मंतà¥à¤° का जाप वही गणपति मंडप पर किया और ख़à¥à¤¶à¥€ से बहार आये और दूसरे मंदिरों के दरà¥à¤¶à¤¨ किये,

महाकाल के à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ के बाद गेट पर
दरà¥à¤¶à¤¨ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ हम खाना खाने मारà¥à¤•िट में आये पर जैसा की नरेश सहगल जी ने बताया था की इंदौर उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ का खाना बहà¥à¤¤ तीखा होता है हमारे बोलने बाबजूद नारà¥à¤®à¤² खाना à¤à¥€ तीखा था तो हमारा अनà¥à¤à¤µ थोड़ा ख़राब रहा, इधर बरसात बिलकà¥à¤² थम गयी थी और हमने जाके रेसà¥à¤Ÿ किया , फिर शाम को मैं और अमित à¤à¤¾à¤ˆ निकल गठशयन आरती देखने के लिठ,हम फिर निकल गठVIP लाइन की और ९.५० पे और कहा की टिकेट सà¥à¤¬à¤¹ ले लिया था |
पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वाला बोला à¤à¤¾à¤ˆ à¤à¤• जने की ले लो तो हम बोले की २० मिनट इंतज़ार कर लेते हैं आखिर में पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वाला बोला जाओ कोई बात नहीं , पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤šà¤¿à¤¤ होकर आरती के लिठपहà¥à¤šà¥‡ तो देखा दरबार खà¥à¤²à¤¾ है हम सिरà¥à¤« ८-१० लोग ही थे वहां पर ख़à¥à¤¶à¥€ से बाबा के दीदार किया और पà¥à¤·à¥à¤ª लेके मंडप पे बैठगठकरीब १० बजकर १५ मिनट पे दरबार बंद हà¥à¤† और बाबा का शà¥à¤°à¥ƒà¤‚गार और सफाई शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ, अब सिरà¥à¤« नंदी मंडप से बाबा को पà¥à¤·à¥à¤ª चढ़ा सकते हैं à¤à¤•à¥à¤¤à¤—ण, असà¥à¤¤à¥ १०:३० मिनट में बाबा का शà¥à¤°à¥ƒà¤‚गार ख़तम हà¥à¤† और à¤à¤µà¥à¤¯ आरती शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ , कà¥à¤¯à¤¾ समां बांध गया इतनी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° आरती ,और वह à¤à¥€ डमरू करतल और नगाड़ो के साथ आप थिरक उठेंगे रà¥à¤¦à¥à¤° अषà¥à¤Ÿà¤• को सà¥à¤¨à¤•र |
मेरी à¤à¤•à¥à¤¤ जानो से यही अनà¥à¤°à¥‹à¤§ है की à¤à¤• बार बाबा की शयन आरती के दरà¥à¤¶à¤¨ जरूर करे और यह à¤à¥€ बता देना चाहूंगा की ९:५० min से आप VIP लाइन गेट से फà¥à¤°à¥€ जा सकते हैं और सीनियर सिटीजन के साथ आप निशà¥à¤²à¥à¤• जा सकते हैं ,

महाकाल के दरबार में पतà¥à¤¨à¥€ और मैं

महाकालेशà¥à¤µà¤° में शà¥à¤¯à¤¾à¤® आरती के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤
अंतिम à¤à¤¾à¤— में मà¥à¤à¥‡ नरेश जी की बात और मà¥à¤•ेश और कविता जी की बात की अगर à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ हो दृढ़ संकलà¥à¤ª हो तो बाबा दरà¥à¤¶à¤¨ देते ही हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह बात अगले दिन सिदà¥à¤§ हो गयी जब ३५० किमी की ओमà¥à¤•ारेसà¥à¤µà¤° यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान मेरी पतà¥à¤¨à¥€ ने मेरे से कहा की वह à¤à¥€ बाबा के शयन आरती में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ होना चाहती है तो बस फिर कà¥à¤¯à¤¾ हम निकल पड़े डिनर के बाद , इस बार हमने जनरल लाइन से जाना पसंद किया और नाम जाप करते हà¥à¤ पहà¥à¤š गठगरà¥à¤ गृह पे बाबा के और सूंदर दरà¥à¤¶à¤¨ हà¥à¤ और वहां जा के देखा की मेरे à¤à¤¾à¤ˆ और पिताजी à¤à¥€ VIP गेट से दरà¥à¤¶à¤¨ करके बैठे हà¥à¤ हैं असà¥à¤¥à¥ सूंदर समां में हम सब बाबा की आराधना में खो गठऔर राजाधिराज शà¥à¤°à¥€ महाकाल बाबा की आरती देख पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करके हम वापस पहà¥à¤šà¥‡, ,

à¤à¤¾à¤ˆ और पिताजी के साथ पतà¥à¤¨à¥€
उस रात ही मेरे à¤à¤¾à¤ˆ शà¥à¤°à¥€ अमित दास जी à¤à¤¸à¥à¤® आरती और अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• हेतॠरातà¥à¤°à¤¿ १२:१५ am निकल गठऔर बाबा की à¤à¤¸à¥à¤®à¤¾à¤°à¤¤à¥€ देखि
यहाठमैं बता दू की बाबा à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की इचà¥à¤›à¤¾ हमेशा पूरी करते हैं, और हमसे जो मिस हà¥à¤† वह था हेमंत जी के बताया हà¥à¤† बाबा का अनà¥à¤¨à¤¾à¤–ेसà¥à¤¤à¥à¤° का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि में टोकन का काउंटर देख नहीं पाया दो दिनों तक और अपने आखरी दिन में अचानक पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¥€ हॉल के पास से गà¥à¤œà¤°à¤¾ पर चूंकि मेरे पास टोकन नहीं था मैं पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ का लाठनहीं उठा पाया पर अब मैंने जगह देख ली है और पà¥à¤°à¤à¥ कृपा से अगले बार अबशà¥à¤¯ जाऊंगा.
जैसा की खाने की बात हो रही है तोह मैं आप सबको à¤à¤• राय देना चाहूंगा की अगर à¤à¤• बार आप अचà¥à¤›à¤¾ à¤à¥‹à¤œà¤¨ चाहते हो तो डमरूवाला नामक रेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤ में अबशà¥à¤¯ जाà¤à¤ वहां आपको सà¥à¤‚दर जैन थाली मिलेगी जो बहà¥à¤¤ सà¥à¤‚दर तरीके से पकाया à¤à¤¬à¤‚ परोसा गया है थाली में आपको दाल, कड़ी की सबà¥à¤œà¤¼à¥€, २ सूखी सबà¥à¤œà¤¼à¥€ , रोटियां, चावल , सलाद, रायता और हलवा मिलेगा, साथ में अचार और चटनी यह सब मातà¥à¤°à¤¾ १२०/- पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ I हमने बहà¥à¤¤ आतà¥à¤®à¤¤à¥ƒà¤ªà¥à¤¤à¤¿ के साथ à¤à¥‹à¤œà¤¨ का आनंद लिया I आप à¤à¥€ à¤à¤• बार अबशà¥à¤¯ जाइà¤à¤—ा

डमरà¥à¤µà¤¾à¤²à¥‡ की थाली
फिर अगले दिन हमने उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ दरà¥à¤¶à¤¨ किया महाकाल à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के पास आपको बहà¥à¤¤ से डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° अपना कारà¥à¤¡ देंगे जिसमे घूमने की जगहों के नाम होंगे आप उसमे खà¥à¤¦ अपनी इचà¥à¤›à¤¾ से नाम जोड़ और हटा सकते हैं हमारा डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° जो खà¥à¤¦ à¤à¤• मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® था पर उसकी à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ और जà¥à¤žà¤¾à¤¨ देखकर हम बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤à¤¿à¤¤ हà¥à¤, उसने हमें à¤à¤• à¤à¤• जगह का महतà¥à¤µ बताया और अचà¥à¤›à¥‡ से दरà¥à¤¶à¤¨ करवाये, आप यदि उसका नंबर चाहते हैं तो नोट कर लीजिये नाम : ज़ाकिर ०८३४९८२५२०ॠऔर गाड़ी थी मारà¥à¤¤à¥€ वैन I
हमने शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की शà¥à¤°à¥€ रामकृषà¥à¤£ आशà¥à¤°à¤® उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ से जो की मानव सेवा में लगा हà¥à¤† है यहाठपर à¤à¤• सà¥à¤‚दर फिजियोथेरेपी कà¥à¤²à¤¿à¤¨à¤¿à¤• है जो गरीबो की सेवा करती है, हमने आशà¥à¤°à¤® की सà¥à¤‚दरता निहारते हà¥à¤ जप किया और मंदिर के दरà¥à¤¶à¤¨ किये I आशà¥à¤°à¤® में दान दिया और पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया
उसके बाद ज़ाकिर ने हमें निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित जगहों के दरà¥à¤¶à¤¨ करवाये
१. हरसिदà¥à¤§à¤¿ माता २. बड़े गणेश जी ३.चिंतेशà¥à¤µà¤° गणेश जी ४.विकà¥à¤°à¤®à¤¾à¤¦à¤¿à¤¤à¥à¤¯ का मंदिर ५.शिपà¥à¤°à¤¾ घाट ६. à¤à¥ƒà¤¤à¤¹à¤°à¤¿ गà¥à¤«à¤¾ à¥.मंगलनाथ ८.गढ़कालिका देवी ९.सिदà¥à¤§à¤µà¤Ÿ १०.काल à¤à¥ˆà¤°à¤µ जी ११. चौबीस खमà¥à¤¬à¤¾ माता à¤à¤µà¤‚ संदीपनी आशà¥à¤°à¤® , गोमती कà¥à¤£à¥à¤¡ ,सरà¥à¤µà¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° महादेव आदि

चौबीस खमà¥à¤¬à¤¾ , माता मंदिर

बड़े गणेश जी

राजा विकà¥à¤°à¤®à¤¾à¤¦à¤¿à¤¤à¥à¤¯ मंदिर

हरसिदà¥à¤§à¤¿ माता

चिंतेशà¥à¤µà¤° गणेश

गढकालिका
उसके बाद à¤à¥‹à¤œà¤¨ करके हम सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ की और निकल गठ, ज़ाकिर ने सब मिला के कà¥à¤² à¥à¥«à¥¦/- किराया लिया
यह बात सिदà¥à¤§ है की महाकाल ही उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ के राजा हैं और उनकी आरती à¤à¥€ राजोचित होती अहा कà¥à¤¯à¤¾ शांति सà¥à¤–मय बाताबरण है, यह सिदà¥à¤§ है
आकाशे तारकं लिंगम, पाताले हाटकेशà¥à¤µà¤°à¤®
à¤à¥‚लोके च महाकाल, लिंगतà¥à¤°à¤¯ नमोसà¥à¤¤à¥à¤¤à¥‡
अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤, आकाश में तारक लिंग है, पाताल में हाटकेशà¥à¤µà¤° लिंग हैं तथा पà¥à¤°à¤¥à¥à¤µà¥€ पर महाकाल लिंग है यह तीनो लिंग ही अति पावन तथा मानà¥à¤¯ हैं अतः तीनों लिंगों को नमन
यह मेरा पहला पोसà¥à¤Ÿ है अत: कोई à¤à¥‚ल हà¥à¤ˆ हो तोह कृपा करके संशोधन कीजियेगा. आप लोगों के फीडबैक का उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¥€
अनिमेष दास
अनिमेष जी सर्वप्रथम आपका घुमक्कड़ पर हार्दिक स्वागत है।
आपकी पोस्ट अत्यंत ही मनभावन है और वस्तुतः जानकारी भी आपने प्रचुर मात्रा में उपलब्ध करवाई है। महाकाल की गाथा का वर्णन बेहद सुन्दर तरीके से करने और हम सभी घुमक्कड़ सदस्यों के साथ साँझा करने के लिए आपका धन्यवाद। हमारे प्रिय मुकेश भालसे जी की सभी ज्योतिर्लिंग यात्राओं के बारे में पढ़ने के उपरांत आपका पोस्ट पढ़ना भी बेहद सुखद रहा।
आपकी अगली उज्जैन यात्रा शीघ्र हो ऐसी हम कामना करते हैं।
अरुण
Thank you so much for your kind words, these really helps a lot and I will try to keep the work going. My next post will be on Tirthas in West Bengal for Jayrambati, Kamarpukur & Belur Math alongside Dakshineswar and Kalighat asscociated with Thakur Ramakrishna,Maa Sarada Devi and Swami Vivekananda.
Namaskar Animesh ji,
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Thank you so much for your kind words, these really helps a lot and I will try to keep the work going. My next post will be on Tirthas in West Bengal for Jayrambati, Kamarpukur & Belur Math alongside Dakshineswar and Kalighat asscociated with Thakur Ramakrishna,Maa Sarada Devi and Swami Vivekananda.
अनिमेष जी
आपका प्रथम यात्रा वृतांत बहु मनोहारी था. आपने उज्जैन के बारे में बहुत ही जानकारी दी है. आपका स्वागत है. उम्मीद है कि भविष्य में भी आपके द्वारा किये गए यात्राओं के बारे में पढ़ने को मिलता रहेगा.
धन्यवाद.
Thank you so much for your kind words, these really helps a lot and I will try to keep the work going. My next post will be on Tirthas in West Bengal for Jayrambati, Kamarpukur & Belur Math alongside Dakshineswar and Kalighat asscociated with Thakur Ramakrishna,Maa Sarada Devi and Swami Vivekananda.
So much informative.Useful 4 ALL.I PERSONALLY THANK U.
Welcome aboard Animesh.
Bum Bum Bhole. Looks like you are your family had a fulfilling time at Ujjain. Also it seems that some of our veteran Ghumakkars like Mukesh Bhalse, Vishal Rathod, Hemant were able to guide you. That makes me feel nice. :-)
Keep writing.
Also, please respond to comments, when your time allows.
अनिमेष जी ,
स्वागत है आपका घुमक्कर परिवार में , आपका यह पहला पोस्ट है जिसमे उज्जैन के बारे में आपने बहुत अच्छे से जानकारी साँझा करी है | जानकर अच्छा लगा की आपने घुमक्कर की पोस्ट्स से उज्जैन के बारे में जानकारी एकत्रित कर अपनी यात्रा सुनियोजित की और इस प्रकार पहले से जानकारी मिल जाने से किसी नयी जगह और वहां के रीती रिवाज , खान पान , रहन सहन और माहौल के बारे में पहले से ही पता लगने से यात्रा में आसानी हो जाती है, और घुमक्कर ये काम बखूबी कर रहा है | जब मैंने अपना उज्जैन टूर किया था तो श्री मुकेश भालसे जी की पोस्ट्स से काफी मदद मिली थी और वह जानकारी मेरे बहुत काम आई | फिर से आपका स्वागत करते है और कामना करते है की आप जल्द ही फिर से किसी एक अन्य यात्रा का विवरण हमसे साँझा करे | धन्यवाद …..
Thank you so much for your kind words, these really helps a lot and I will try to keep the work going. My next post will be on Tirthas in West Bengal for Jayrambati, Kamarpukur & Belur Math alongside Dakshineswar and Kalighat asscociated with Thakur Ramakrishna,Maa Sarada Devi and Swami Vivekananda.
Great writing sir I am internally feeling like I am also with your journey at that time. Jai maha kal