
सरधना– मैरी का चरà¥à¤š, बेगम सà¥à¤®à¤°à¥‚ और उनका राजपà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¾à¤¦
गेट के निकट ही गाड़ी दीवार से सटाकर खड़ी कर हम अपना कैमरे का बैग और पानी की बोतल लिठà¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ को तैयार थे, लेकिन गेट पर तैनात दो लोगों ने रोकते हà¥à¤ साफ़ पूछा कि “कà¥à¤¯à¤¾ आप लोग कैथोलिक हैं?”, हम पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ के लिठतैयार नहीं थे, फिर à¤à¥€ हमने दृढ़ता से उनके पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ का नकारातà¥à¤®à¤• उतà¥à¤¤à¤° देते हà¥à¤ अपनी समà¥à¤¬à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ की. पर उसने हमें साफ़ तौर से à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ देने से मना कर दिया. कारण: संडे के दिन १२ बजे तक का समय पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ के लिठनिरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ है और उसमे केवल कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¥à¤šà¤¿à¤¯à¤¨ ही जा सकते हैं. और à¤à¥€ तमाम लोग à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ की अपेकà¥à¤·à¤¾ में वहां मौजूद थे.
कà¥à¤› देर बाद फिर से पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करने पर गेटमैन ने à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ दे दी हालाà¤à¤•ि अà¤à¥€ १२ बजने में लगà¤à¤— २० मिनट शेष थे.
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