पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ के कà¥à¤®à¤¾à¤Šà¤‚ मणà¥à¤¡à¤² में बागेशà¥à¤µà¤° जिले में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है। यहां जाने के लिये सबसे पहले हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ पहà¥à¤‚चना होता है। हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ से अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ (96 किलोमीटर), अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ से बागेशà¥à¤µà¤° (80 किलोमीटर) और बागेशà¥à¤µà¤° से सौंग (40 किलोमीटर) पहà¥à¤‚चना होता है।
सौंग से पैदल यातà¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ होती है जो निमà¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•ार है:
1. सौंग से लोहारखेत (3 किलोमीटर): लोहारखेत तक सडक à¤à¥€ बनी है। à¤à¤• पैदल रासà¥à¤¤à¤¾ सौंग से लोहारखेत जाता है। जहां सौंग समà¥à¤¦à¥à¤° तल से करीब 1400 मीटर पर है वही लोहारखेत लगà¤à¤— 1848 मीटर पर है।
2. लोहारखेत से धाकà¥à¤¡à¥€ (8 किलोमीटर): यह समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ यातà¥à¤°à¤¾ का कठिनतम à¤à¤¾à¤— है। शà¥à¤°à¥‚आती 7 किलोमीटर सीधी चढाई à¤à¤°à¥‡ हैं। 7 किलोमीटर के बाद धाकà¥à¤¡à¥€ टॉप आता है जिसकी ऊंचाई 2900 मीटर है। इसके बाद नीचे उतरकर 2680 मीटर की ऊंचाई पर धाकà¥à¤¡à¥€ कैमà¥à¤ª है।
3. धाकà¥à¤¡à¥€ से खाती (8 किलोमीटर): धाकà¥à¤¡à¥€ से खाती तक कà¥à¤² मिलाकर नीचे ही उतरना होता है। खाती की समà¥à¤¦à¥à¤° तल से ऊंचाई 2246 मीटर है। खाती से à¤à¤• रासà¥à¤¤à¤¾ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¢à¥‚ंगा गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° के लिये अलग हो जाता है। खाती पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° से आने वाली पिणà¥à¤¡à¤° नदी के किनारे बसा है।
4. खाती से दà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ (11 किलोमीटर): पूरा रासà¥à¤¤à¤¾ पिणà¥à¤¡à¤° नदी के किनारे किनारे है और घने जंगल से होकर जाता है। साधारण चढाई है। दà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ 2592 मीटर पर है।
5. दà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ से फà¥à¤°à¤•िया (5 किलोमीटर): फà¥à¤°à¤•िया 3200 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां से ननà¥à¤¦à¤¾ देवी रेंज की कई चोटियां दिखती हैं और गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° à¤à¥€à¥¤ रासà¥à¤¤à¤¾ घने जंगल से होकर जाता है और काफी चढाई à¤à¤°à¤¾ है लेकिन सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ पगडणà¥à¤¡à¥€ बनी है।
6. फà¥à¤°à¤•िया से पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ जीरो पॉइणà¥à¤Ÿ (7 किलोमीटर): यह रासà¥à¤¤à¤¾ बà¥à¤—à¥à¤¯à¤¾à¤²à¥‹à¤‚ से होकर जाता है। कहीं कहीं बडे बडे पतà¥à¤¥à¤° और चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ à¤à¥€ मिल जाते हैं। पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ जीरो पॉइणà¥à¤Ÿ à¤à¤• à¤à¤¯à¤¾à¤¨à¤• à¤à¥‚सà¥à¤–लन कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° है जिसकी वजह से जीरो पॉइणà¥à¤Ÿ की ऊंचाई लगातार कम होती जा रही है। जब मैं गया था, उस दिन जीरो पॉइणà¥à¤Ÿ 3787 मीटर पर था।
सावधानियां
पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ और इसके जà¥à¤¡à¤µà¤¾à¤‚ कफनी गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° की यातà¥à¤°à¤¾ करते समय किसी विशेष सावधानी की जरà¥à¤°à¤¤ नहीं है। हर जगह खाने और रà¥à¤•ने की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ मिल जाती है। जहां खाना महंगा मिलता है वही रà¥à¤•ना बेहद ससà¥à¤¤à¤¾à¥¤ ओढने बिछाने को सबकà¥à¤› मिल जाता है। हां, अपने साथ à¤à¤• रेनकोट जरूर रखना चाहिये। इसीलिये इस टà¥à¤°à¥ˆà¤• को आसान टà¥à¤°à¥ˆà¤• या टी हाउस (Tea House) टà¥à¤°à¥ˆà¤• à¤à¥€ कहा जाता है। गाइड की कोई जरà¥à¤°à¤¤ नहीं है, रासà¥à¤¤à¤¾ टà¥à¤°à¥ˆà¤•िंग के लिहाज से बेहद उतà¥à¤¤à¤® है।
नकà¥à¤¶à¤¾

यह चितà¥à¤° अपने साथ ले जाये गये जीपीà¤à¤¸ मोबाइल से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ डाटा और गूगल अरà¥à¤¥ के संयोग से बना है। मेरे पास नोकिया का 5800 मोबाइल है। इसमें जीपीà¤à¤¸ की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ à¤à¥€ है। मैं हर दस-पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹ मिनट में जीपीà¤à¤¸ से उस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के अकà¥à¤·à¤¾à¤‚श-देशानà¥à¤¤à¤° और समà¥à¤¦à¥à¤° तल से ऊंचाई नोट कर लेता था। बाद में दिलà¥à¤²à¥€ वापस आकर गूगल अरà¥à¤¥ में अकà¥à¤·à¤¾à¤‚श-देशानà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ की सहायता से समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ नकà¥à¤¶à¤¾ बनाया, जिसे किनà¥à¤¹à¥€à¤‚ कारणों से मैं यहां लोड नहीं कर पाया। अकà¥à¤·à¤¾à¤‚श-देशानà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ से मà¥à¤à¥‡ दूरी à¤à¥€ मिलती रही और उस दूरी और जीपीà¤à¤¸ से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ ऊंचाई को लेकर excel में उपरोकà¥à¤¤ चारà¥à¤Ÿ बनाया, जिसकी मà¥à¤à¥‡ उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है कि वहां जाने वालों के बहà¥à¤¤ काम आयेगा।
और अब यातà¥à¤°à¤¾ का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ खरà¥à¤šà¤¾
1 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर से 8 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर तक हम
पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° की यातà¥à¤°à¤¾ पर थे। कà¥à¤² मिलाकर 8 दिन बनते हैं और खरà¥à¤š आया 2624 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡à¥¤ शà¥à¤°à¥‚ से लेकर आखिर तक हमने कà¥à¤¯à¤¾-कà¥à¤¯à¤¾ खरà¥à¤šà¤¾ किया, इसे पूरे विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से आगे बताया गया है। यह खरà¥à¤š बाद में जाने वाले घà¥à¤®à¤•à¥à¤•डों के बहà¥à¤¤ काम आयेगा।
1 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2011
दिलà¥à¤²à¥€ से जाट महाराज के साथ अतà¥à¤² à¤à¥€ था। हमारा तीसरा साथी नीरज सिंह यानी हलà¥à¤¦à¥€à¤°à¤¾à¤® हमें हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ में मिलेगा।
दिलà¥à¤²à¥€ से मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से बेटिकट (50 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ के आसपास किराया लगता है। मजबूरी थी कि बेटिकट गये। टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में बैठते ही हमने समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ जà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‡ के पांच सौ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ अलग जेब में निकालकर रख लिये थे। हालांकि चेकिंग नहीं हà¥à¤ˆà¥¤ बेटिकट जाने की अफसोस है।)
लंच- मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦= 100 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
पानी की बोतल- मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦= 10 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ से हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ बस से= 150 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
अब हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ बस अडà¥à¤¡à¥‡ पर ही हमें हलà¥à¤¦à¥€à¤°à¤¾à¤® à¤à¥€ मिल जाता है। यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ तीन हो गई और खरà¥à¤šà¥‡ को वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त बनाने के लिये अब कà¥à¤² खरà¥à¤šà¥‡ के तीन हिसà¥à¤¸à¥‡ करने पडेंगे।
हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ से अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ शेयर आलà¥à¤Ÿà¥‹ कार से= 600 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
रासà¥à¤¤à¥‡ में कहीं चाय= 10 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ से बागेशà¥à¤µà¤° शेयर आलà¥à¤Ÿà¥‹ कार से= 700 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ (750 मांग रहा था)
बागेशà¥à¤µà¤° में कमरा= 300 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ (साढे नौ बज चà¥à¤•े थे। लगà¤à¤— पूरा बागेशà¥à¤µà¤° सो चà¥à¤•ा था। कमरा कार में बैठे बैठे ही डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ने बà¥à¤• करा दिया था इसलिये मोलà¤à¤¾à¤µ की गà¥à¤‚जाइश नहीं थी।)
1 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का कà¥à¤² खरà¥à¤š= 260+1610= 1870 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
1 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का मेरा खरà¥à¤š= 260/2 + 1610/3= 130 + 537 = 667 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
2 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2011
चाय- बागेशà¥à¤µà¤° = 10 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
केले- बागेशà¥à¤µà¤° = 35 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ (1 दरà¥à¤œà¤¨)
बागेशà¥à¤µà¤° से à¤à¤°à¤¾à¤¡à¥€ जीप से= 105 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
समोसे- à¤à¤°à¤¾à¤¡à¥€ = 65 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
à¤à¤°à¤¾à¤¡à¥€ से सौंग जीप से = 90 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
अब हमारी पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° के लिये पैदल यातà¥à¤°à¤¾ यानी टà¥à¤°à¥ˆà¤•िंग शà¥à¤°à¥‚ होती है। सौंग से तीन किलोमीटर आगे लोहारखेत में 60 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इको चारà¥à¤œ काटा जाता है।
लोहारखेत में इको चारà¥à¤œ = 180 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
à¤à¤£à¥à¤¡à¥€à¤§à¤¾à¤° में मैगी, चाय, आमलेट = 70 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
शाम होने तक धाकà¥à¤¡à¥€ पहà¥à¤‚च गये। यहां पचास रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के हिसाब से सोने की जगह मिल गई। तीनों ने à¤à¤°à¤ªà¥‡à¤Ÿ डिनर किया। इसका à¤à¥à¤—तान अगले दिन सà¥à¤¬à¤¹ किया इसलिये यह खरà¥à¤š अगले दिन के खाते में लिखा जायेगा।
2 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का कà¥à¤² खरà¥à¤š= 555 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
2 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का मेरा खरà¥à¤š= 555/3 = 185 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
3 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2011
धाकà¥à¤¡à¥€ में सोना, कल का डिनर, आज का बà¥à¤°à¥‡à¤•फासà¥à¤Ÿ= 550 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
वाछम (खाती से पहले) में चाय बिसà¥à¤•à¥à¤Ÿ= 50 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
खाती में लंच= 160 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
खाती से 11 किलोमीटर आगे दà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ में रातà¥à¤°à¤¿ विशà¥à¤°à¤¾à¤® किया गया। रात का डिनर और रà¥à¤•ने का चारà¥à¤œ अगले दिन में जोडा गया है।
3 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का कà¥à¤² खरà¥à¤š= 760 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
3 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का मेरा खरà¥à¤š= 760/3= 253 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
4 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2011
दà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ में कल का डिनर, रà¥à¤•ना, बà¥à¤°à¥‡à¤•फासà¥à¤Ÿ= 700 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
फà¥à¤°à¤•िया में चाय बिसà¥à¤•à¥à¤Ÿ= 50 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
वापसी में à¤à¥€ फà¥à¤°à¤•िया में चाय बिसà¥à¤•à¥à¤Ÿ= 30 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
4 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का कà¥à¤² खरà¥à¤š= 780 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
4 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का मेरा खरà¥à¤š= 780/3= 260 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
5 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2011
हलà¥à¤¦à¥€à¤°à¤¾à¤® कल पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° के पास ही रà¥à¤• गया था। इसलिये आज का खरà¥à¤šà¤¾ केवल मैंने और अतà¥à¤² ने ही किया।
दà¥à¤µà¤¾à¤²à¥€ में कल का डिनर, रà¥à¤•ना और बà¥à¤°à¥‡à¤•फासà¥à¤Ÿ= 410 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
खटिया में आमलेट= 50 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
वापसी में खटिया में चाय= 20 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
रात को हम खाती में रà¥à¤•े थे। जिसका खरà¥à¤š अगले दिन दिया गया।
5 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का कà¥à¤² खरà¥à¤š=480 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
5 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का मेरा खरà¥à¤š= 480/2= 240 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
6 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2011
खाती में रà¥à¤•ना, कल का डिनर और आज का बà¥à¤°à¥‡à¤•फासà¥à¤Ÿ= 250 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
खाती से पैदल यातà¥à¤°à¤¾ करके हम सूपी पहà¥à¤‚चे। सूपी के पास मà¥à¤¨à¤¾à¤° तक सडक बन गई है और जीपें à¤à¥€ चलती हैं।
मà¥à¤¨à¤¾à¤° से à¤à¤°à¤¾à¤¡à¥€ जीप से= 80 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
à¤à¤°à¤¾à¤¡à¥€ से बागेशà¥à¤µà¤°= 70 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
बागेशà¥à¤µà¤° में चाऊमीन= 30 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
बागेशà¥à¤µà¤° से अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾= 360 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ में कमरा= 200 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ में डिनर= 180 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
6 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का कà¥à¤² खरà¥à¤š= 430 + 740 = 1170 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
6 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का मेरा खरà¥à¤š= 430/2 + 740/3 = 462 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
7 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2011
हालांकि पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ यातà¥à¤°à¤¾ हमारे हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ पहà¥à¤‚चते ही खतà¥à¤® हो जाती लेकिन अà¤à¥€ à¤à¥€ हमारे पास दो दिन और थे इसलिये अपने à¤à¤• जाने पहचाने ठिकाने à¤à¤¾à¤—ादà¥à¤¯à¥‚नी गांव जा पहà¥à¤‚चे।
अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ में नाशà¥à¤¤à¤¾= 55 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ में बाल मिठाई= 180 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¾ से शहरफाटक बस से= 100 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
शहरफाटक से मोतियापाथर टà¥à¤°à¤• से= 10 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
7 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का कà¥à¤² खरà¥à¤š= 345 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
7 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का मेरा खरà¥à¤š= 345/2= 173 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
8 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2011
मोतियापाथर से हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ बस से= 150 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ में आमलेट= 60 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ से दिलà¥à¤²à¥€ बस से= 368 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
गजरौला में डिनर= 100 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
आननà¥à¤¦ विहार से शाहदरा ऑटो से= 90 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
8 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का कà¥à¤² खरà¥à¤š= 768 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
8 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर का मेरा खरà¥à¤š= 768/2= 384 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
पूरी यातà¥à¤°à¤¾ का कà¥à¤² खरà¥à¤š
1 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर= 667 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
2 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर= 185 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
3 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर= 253 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
4 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर= 260 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
5 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर= 240 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
6 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर= 462 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
7 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर= 173 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
8 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर= 384 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
कà¥à¤² खरà¥à¤š= 2624 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡
इसमें हलà¥à¤¦à¥€à¤°à¤¾à¤® दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लाये गये मिठाई के डिबà¥à¤¬à¥‹à¤‚, नमकीन, बिसà¥à¤•à¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का खरà¥à¤š और जाते समय हलà¥à¤¦à¥€à¤°à¤¾à¤® दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अपनी तरफ से खिलाई गई बाल मिठाई का खरà¥à¤š शामिल नहीं है। रासà¥à¤¤à¥‡ में कई जगह टॉफी à¤à¥€ ली गई, उसका खरà¥à¤š à¤à¥€ शामिल नहीं है।
अब पिणà¥à¤¡à¤¾à¤°à¥€ यातà¥à¤°à¤¾ खतà¥à¤® होती है।
ज़ीरो प्वाईट से ग्लेशियर कितना दूर है और वहां पंहुचने का कोई रास्ता है ?
साइलेण्ट जी, असल में जीरो पॉइण्ट से ही ग्लेशियर देखा जाता है। और हां, धुंध होने के कारण हमें ग्लेशियर दिखा भी नहीं। जीरो पॉइण्ट से थोडा बहुत ही आगे होगा।
बहुत बढ़िया | excel का ग्राफ तो कमाल का है | जैसा की मैने पहले भी लिखा था की इन यात्राओं के लिए काफी गहन होम-वर्क ज़रूरी है | बहुत बहुत शुक्रिया आपका इस ग्राफ के लिए | दूसरा ये की मैं समझता था की पिंडारी का ट्रेक मुश्किल ट्रेक है
पर अब पता चला की इसका ग्रेड कम है |
जहाँ तक खर्चे के बात है, शायद इस खर्चा-पट्टे को मात देना संभव नहीं है :-) | आपका आभार एक बार फिर से |
अब कहाँ ले चलेंगे ?
नंदनजी आप तो मुंह फेर कर बैठे है… इधर चेहरा करें… तो कुछ गुफ्तगू आप से भी कर लें
आपकी तरफ ही मुंह है SS , iceland की ओर देख रहा हूँ , पीछे की तरफ ही तो हुआ यहाँ से :-)
LOL…. this is best joke of the month !
नंदन जी, भले ही साइलेंट साहब की टिप्पणी हटा दी गई हो, लेकिन वो मेरी मेल में भी आई है और मुझे पूरा मामला पता चल गया है। ‘घुमक्कड’ पर ढाई सौ के करीब लेखक हैं। इतना बडा परिवार और उसे संभालने में आपने कोई नियम-कायदा अब तक क्यों नहीं बनाया? यह बात मेरी भी समझ से परे है।
एक बात गांठ बांध लीजिये कि अगर आज SS ने कुछ विद्रोह का स्वर ऊंचा किया है, तो अन्दर ही अन्दर ज्वालामुखी भी सक्रिय हो रहा है। बडी अच्छी इमेज है ‘घुमक्कड’ की अब तक, सब खाक हो जायेगी। भले ही आपकी आमदनी पर कोई असर ना पडे, भले ही रोज प्रकाशित होने वाली पोस्टों में कोई कमी ना आये, लेकिन… बात की गम्भीरता को समझो।
बिना देर किये रूल-रेगुलेशन बनाओ। और सबसे बडी बात, कि नियमों में लेखकों पर जरा भी रहम मत करो। केवल अपनी चलाओ। अगर दिन में दो पोस्ट प्रकाशित करने का प्रावधान होगा तो हर हाल में दो… मतलब दो। अगर कोई मान्यता प्राप्त लेखक किसी नियम को तोडता है तो उस पर पेनल्टी भी लगाओ। पहली बार गलती करने पर वार्निंग और दूसरी बार गलती करने पर मान्यता खत्म कर दो।
Neeraj – It takes all kind of people to make this world. So please pardon my learnings and mistakes as I strive to get better. We are taking appropriate actions.
नंदन जी, खर्चे की यह लिस्ट मैंने इसलिये नहीं दी है कि हम कम खर्चा दिखाना चाह रहे हों। बल्कि इसलिये दी है कि हमारे बाद में जाने वालों को खर्चे का मोटा-मोटा आइडिया हो जाये। अगर पूरी कंजूसी पर आया जाये, तो इससे भी बहुत कम में यात्रा सम्भव है।
aapko main niraj jat devta kahna chahunga,jis tarah hamare dharm me kai devta hain waise hi ghumakkaro ke aap log devta ho.devta isliye kyunki (jahan mango people nahi ja sakte waise dev bhumi ke live darshan aap log apne is blog me karwate ho.are aap log ho hi tarif ke kaabil.dil se dhanyawad deta hun aapko
आपको राजेश कहूं या प्रिया कहूं। चलो खैर, मैंगो मतलब आम, बढिया, बहुत बढिया। और अपनी तारीफ सुनकर हम झाड पर जा चढते हैं, तो जी वहीं चढे चढे ही आपको रिप्लाई कर रहा हूं। देवता का तमगा तो हमारे सन्दीप भाई ले ही चुके हैं, आप मुझे राक्षस, दानव या असुर का खिताब दे सकते हैं; मुझे बडी खुशी होगी। वैसे देवता भी बुरा नहीं है।
Niraj ji! Apko bahut bahut dhanyavad, itni achi jankari dene ke liye. Graph jesi chijon, se jankari kitni rochak ho jati hai. apne jo gahan adhyan kiya, uske liye apka abhinandan. aapka abhar ki aap apne vyast samay se likhne ke liye or aise adhyan ke liye samay nikal pate hain.
खण्डूरी साहब, आभार तो आपका है जिनकी वजह से हम इतना सब कर पाते हैं। अगर आप लोग ना होते, शाबाश-शाबाश कहने वाले ना होते तो भईया, हम तो कभी के भीड में शामिल हो जाते।
neeraj jatdevta ki jai
जय हो।
Neeraj ji , Mene aapke purane yatra vritant bhi pade hain or aapki lekhani ka star hamesha badia se badia hota ja reha hai. Hindi likhne padne vale to bahut hain per hindi ko gambhrta se nehi liya jata. Appke lekhon me jo romanch hai sath hi sath kenhi gambhirta bhi hai. Isliye aake yatra vritant padne me meja aata hai. lok bhasha ka istemal bhi aap badia kerte hian. sabse badia hai ki aap apna anubhav likhte hain naki apni soch. Yatra vritant me yeh jaruri ho jata hai ki aap apni manytayen,khan paan, or sotch ko door rekehen or ek prekshak yani observer ki tereh duniya dekhen.
नीरज जी, जब आपने अपनी पहली पोस्ट भेजी थी तब ही सन्दीप जी ने हमें सावधान कर दिया था कि आपकी पोस्ट्ज़ की हमें आदत लग जायेगी। अब जब आपकी पहली सीरीज़ खत्म हुई है तो हम यह ही सोच रहें हैं कि नयी कब शुरू होगी। सच आपकी स्टोरीज़ पाठकों को बांधे रखती हैं। आपने खर्चे का ब्यौरा दे कर काफ़ी मदद की है उन लोगों की जो कि पिन्डारी की यात्रा पर जाना चाहते हैं। धन्यवाद।
vibha is correct.. :)
नीरज जी,
पिंडारी ग्लेशियर यात्रा की यह आखिरी किश्त भी बड़ी सुन्दर तथा जानकारी से परिपूर्ण थी. यात्रा का पूरा भूगोल, सांख्यिकी तथा अर्थशास्त्र आपने इस अंतिम कड़ी में पेश कर दिया जो की भावी यात्रियों के लिए निश्चित ही बहुत फायदेमंद शामिल होगा. एक्सेल चार्ट तो मुझे भी बहुत पसंद आया.
आपकी अगली पोस्ट के इंतज़ार में.
धन्यवाद.
@ नीरज जी,
आपके द्वारा प्रदान की गई खर्चे की जानकारी सचमुच बड़ी अच्छी लगी, क्योंकि सफ़र में हम जो बजट लेकर चलते हैं उससे ज्यादा ही खर्च हो जाता है, अतः खर्चों का पूर्वानुमान बहुत लाभदायक होता है. जानकारी के लिए धन्यवाद.
@साइलेंट सोल जी,
हम भी कई दिनों से सोच रहे हैं की नंदन जी को आखिर क्या नाराजगी है, मुंह घुमा कर क्यों बैठे है. खैर हम तो कभी पूछ नहीं पाए, आपने आखिर पूछ ही लिया लेकिन जवाब फिर भी गोलमोल ही रहा.
धन्यवाद.
Bhai Neeraj,
Lagta hai aajkal yehin ram gaye ho…….
भाई साफ कहना सुखी रहना ! अपने बस का तो ऐसी टेढ़ी – मेढ़ी यात्रा करना अब रहा नहीं ! आपने जो खर्चा और नक्शे वगैरा दिखाये, हमने बड़े मजे ले ले कर देख लिये, अपनी घरवाली को भी दिखा दिये पर सच्ची बात तो ये है कि हमें कतई उम्मीद नहीं है कि हम कभी उधर का रुख करेंगे ! जब पचपन साल की ऊम्र तक मसूरी से बड़े पहाड़ के दर्शन नहीं हुए तो अब ग्लेशियर जाने की सोचने से ही झुरझुरी हो रही है। पर खैर, आपको बधाई कि आप ऐसी सोणी – सोणी जगै पे जाते हो ! हमें तो फोटुआं दिखाते रहो जी, हम उसी से मन को भरमा लेंगे !
Neeraj Jaat Sir Ji, Please Contact Me Bcz I am also from Shahdara, Delhi……
And I am a big fan of you from my Heart….!!!!!