
Black suitcase with ribbon
पायलट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ घोषणा थी ” बाहर का तापमान 30 डिगà¥à¤°à¥€ सेलà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¸  है, पà¥à¤²à¥€à¤œà¤¼ अपने सेल फ़ोन बंद कर दें ……..†यह केथी पेसेफिक की हांगकांग से दिलà¥à¤²à¥€ वाया बैंकॉक की उड़ान थी. इंदिरा गांधी अंतरराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ हवाई अडà¥à¤¡à¥‡ दिलà¥à¤²à¥€ पर विमान धीरे धीरे नीचे आ गया था और यह जमीन को छूने के बाद तेजी से चल रहा था . धीरे धीरे गति कम हà¥à¤¼à¤ˆ और लोगों ने अपने सेल फोन शà¥à¤°à¥‚ कर दिठऔर सब वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ थे. यह विमान 300 लोगों को दिलà¥à¤²à¥€ ले कर आया था. कà¥à¤› मिनटों के बाद दरवाजे खोल दिठऔर लोग बाहर जाने शà¥à¤°à¥‚ हो गठ.मà¥à¤à¥‡ कोई जलà¥à¤¦à¥€ नहीं थी और मैं थोड़ा इंतजार के बाद अपना बैग ले कर बाहर की और चल पड़ा . विमान के गेट पर विमान परिचारिका पेशेवर मà¥à¤¸à¥à¤•ान के साथ दरवाजे पर खड़ी थी. मेंने असली मà¥à¤¸à¥à¤•ान के साथ धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ कहा और बाहर निकल आया. यह कनाडा से à¤à¤¾à¤°à¤¤ तक यातà¥à¤°à¤¾, लंबी थका देने वाली फà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¤Ÿ थी। 24 घंटे हवाई जहाज में  उड़ान और 10 घंटे वैंकूवर और हांगकांग के हवाई अडà¥à¤¡à¥‡ के लाउंज में गà¥à¤œà¤¼à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ के बाद थका हà¥à¤† था. कनाडा में हर कोई दिलà¥à¤²à¥€ के नठहवाई अडà¥à¤¡à¤¾ टरà¥à¤®à¤¿à¤¨à¤² 3 के बारे में बात कर रहा था। अब मैं वहाठखड़ा था। यह बहà¥à¤¤ लंबा है. लेकिन अगर आप वहाठचलना नहीं चाहते हैं तो ऑटोमैटिक walkways बने हà¥à¤ हैं उन पर खड़े हो कर आप जा सकते हैं. पर सà¥à¤ªà¥€à¤¡ थोड़ी कम होने के कारण पेदल चलना जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अचà¥à¤›à¤¾ लगता है. कà¥à¤› दूरी पर पर शौचालय बने हà¥à¤ थे. अंदर जा कर देखा तो काफी हाई सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤£à¥à¤¡à¤°à¥à¤¡ था. बिलà¥à¤•à¥à¤² साफ़ . पर लगà¤à¤— खाली, लोग घर जाने कि जलà¥à¤¦à¥€ में थे. कौन जहां पर टाइम खराब करे. à¤à¤• लंबी सैर के बाद मैं आवà¥à¤°à¤œà¤¨ काउंटर पर था। बहà¥à¤¤ बड़ी à¤à¥€à¤¡à¤¼à¥¤ लेकिन इतने सारे काउंटर और लोगों की लाइन. मैं 15 काउंटर चलने के बाद à¤à¤• काउंटर पर लाइन में लग जाता हूà¤. नमà¥à¤¬à¤° आने पर कà¥à¤²à¤°à¥à¤• साहिब को हैलो कहने के बाद पासपोरà¥à¤Ÿ दे देता हूà¤. अब वह फारà¥à¤® के बारे में कहते है. यह मेने विमान में ही à¤à¤° लिया था. पासपोरà¥à¤Ÿ नमà¥à¤¬à¤° , फà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¤Ÿ नमà¥à¤¬à¤° तारीख …… साहिब फॉरà¥à¤® ले कर कंपà¥à¤¯à¥‚टर में फीड करने लगते है. पर उनके चेहेरे पर कोई à¤à¤¾à¤µ नही था. 10 मिनट बाद पासपोरà¥à¤Ÿ पर सà¥à¤Ÿà¤¾à¤®à¥à¤ª लगा देते है. और फॉरà¥à¤® à¤à¥€ वापस कर देते हैं. इसी फॉरà¥à¤® पर à¤à¤°à¤¾ होता है आप के पास कितनी कीमत का कà¥à¤¯à¤¾ सामान है.
डà¥à¤¯à¥‚टी फà¥à¤°à¥€ शॉप ठीक सामने थी. में à¤à¥€ अंदर जाने का मोह ना छोड़ सका . खà¥à¤¶à¤µà¤‚त सिंह ने कई बार अपने कालम में इसका वरà¥à¤£à¤¨ किया है. परफà¥à¤¯à¥‚म , कपडे और सामान लोग जहाठसे खरीद सकते है. शो केस देखने शूरॠकिठ. पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¸ ३० डालर à¤à¤‚ड अप . १५00 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ से सà¥à¤Ÿà¤¾à¤°à¥à¤Ÿ . सेलà¥à¤¸ गरà¥à¤² à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ लडकी. हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं हà¥à¤ˆ कोई बात करने की. जब कà¥à¤› खरीदना नहीं तो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उसका ओर अपना टाइम खराब करे. ख़à¥à¤¦ तो कà¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤‚डेड कपडे पहनते नहीं और इतना पà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¸.  शॉप से बाहर आ कर कोनà¥à¤µà¥‡à¤¯à¥‹à¤° बेलà¥à¤Ÿ के पास आ जाता हूठकोनà¥à¤µà¥‡à¤¯à¥‹à¤° बेलà¥à¤Ÿ पर समान आना शà¥à¤°à¥‚ हो जाता है. दूर से ही अटेचि के हेङंल पर बंधा गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ रिबन दिखने लगता है. मैंने अपने अटेचि के हेङंल पर गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¥€ रिबन बाà¤à¤§ रखा था. नहीं तो इस बेलà¥à¤Ÿ पर सà¤à¥€ अटेचि à¤à¤• जैसे दीखते हैं. à¤à¤• बार मिस करो तो फिर लमà¥à¤¬à¤¾ इंतजार . केथी पेसेफिक फाईव सà¥à¤Ÿà¤¾à¤° à¤à¤¯à¤° लाइन है. à¤à¤•दम ठीक टाइम , गà¥à¤¡ सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ और सामान का गà¥à¤® न होना . धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ केथी पेसेफिक . यहाठअपनी à¤à¤¯à¤° इंडिया याद आती है. इतना ताम à¤à¤¾à¤® होने के बाद à¤à¥€ सिंगापà¥à¤° और हांगकांग à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ के मेन जंकà¥à¤¸à¤¨ हैं . à¤à¤¯à¤° इंडिया के रेट कà¤à¥€ कà¤à¤¾à¤° ही कम होते है . केथी पेसेफिक जहाठ३४ घंटे लगे à¤à¤¯à¤° इंडिया २० घंटे में ले के आती है . पर किराया और सीट की काफी दिकà¥à¤•त है. दूसरा सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤• पता नही कब पायलट बीमार….
अब अटेचि और बैग टà¥à¤°à¥‹à¤²à¥€ पर रख कर गेट की तरफ चलता हूठ. सामने कसà¥à¤Ÿà¤® वाले साहेब को फॉरà¥à¤® दे कर बाहर आ जाता हूà¤. यह कसà¥à¤Ÿà¤® वाले ही आम तोर पर सà¥à¤°à¥à¤–िओं में रहते हैं. फलां à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤° से इतना जà¥à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¤¾ वसूला . हमारे मेजबान लेने आये हà¥à¤ थे . कार में बैठकर सीधे फरीदाबाद उनके घर पहà¥à¤à¤š गठ. वहां दो दिन आराम से माल, à¤à¥€à¤² वगेरा देखे . सारी थकान ख़तम हो चà¥à¤•ी थी . अब à¤à¥‹à¤²à¥‡ बाबा के दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठजाना था .

Plane at HongKong airport
अटेचि और बैग ले कर फरीदाबाद रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ हैं. मेजबान टिकेट लेने चले जाते हैं और में अटेचि और बैग ले कर पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‹à¤°à¥à¤® # २ की और चलता हूà¤. कà¥à¤²à¥€ को देखता हूठपर पता चलता है यहाठसिरà¥à¤« तीन कà¥à¤²à¥€ हैं . जो सिरà¥à¤« à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ के टाइम पर आते हैं . à¤à¤• ऑटो वाला लड़का सामान ले जाने को तà¥à¤¯à¤¾à¤°. हाठबोल देता तो ठीक , पर उससे पैसे पूछ बेठा. २०० रूपये . जब में गया था तो १०-२० का जमाना था अब यह जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लगे . दूसरा यह कौन कà¥à¤²à¥€ है सामान ले कर चला जाये वाह रे मन . à¤à¤• à¤à¤• अटेचि दोनों हाथ में ले कर पà¥à¤² के उपर जाना शà¥à¤°à¥‚ किया . दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का सब से मà¥à¤¶à¥à¤•िल काम . पतà¥à¤¨à¥€ और बचà¥à¤šà¥‡ याद आये जो कार में बिठा कर à¤à¤…रपोरà¥à¤Ÿ छोड़ गठथे . अटेचि à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने खà¥à¤¦ जमा करवा दिठथे और बोअरà¥à¤¡à¤¿à¤‚ग पास थमा कर चेकिंग à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में à¤à¥‡à¤œ दिया था . और काम वाले याद आये , जो हर समय सेफà¥à¤Ÿà¥€ का पाठसिखाते हैं, सीढ़ी पर हर समय थà¥à¤°à¥€ पॉइंट कोनà¥à¤Ÿà¤•à¥à¤Ÿ होना चाहिठ. आप à¤à¤• हाथ या पांव à¤à¤• समय उठा सकते हैं . रेलिंग पर हाथ होने चाहिठअगर सामान है तो लिफà¥à¤Ÿ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करो . कà¤à¥€ गलती की तो ताउमà¥à¤° पूरे वरà¥à¤²à¥à¤¡ में आप उनकी साईट पर काम नहीं कर सकते . अब जहाठदोनों हाथ में अटेचि और अगर गिरे. खेर किसी तरह से पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¥‹à¤°à¥à¤® पर जाता हूà¤. मेजबान à¤à¥€ टिकेट ले आते हैं. à¤à¤• à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ गाड़ी दिलà¥à¤²à¥€ जाने वाली रूकती है. पता लगता है यह काफी लेट है मेरा तो टिकेट लोकल टà¥à¤°à¥‡à¤¨ का है . उसका समय है . पर मैं बोलता हूठइतना टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में सफ़र किया है किसी ने टिकेट नहीं चेक किया इसी में बैठजाते हैं . अपना जà¥à¤žà¤¾à¤¨ बताया टीटी टिकेट बना देता है और मन में सोचा अगर पकडे जाते हैं तो जà¥à¤°à¤®à¤¾à¤¨à¤¾ à¤à¤° देंगे पर मेजबान को लगा विदेशी बंदा है मà¥à¤¶à¥à¤•िल हो सकती है .

Express train at Faridabad station
खेर लोकल टà¥à¤°à¥‡à¤¨ आ जाती है . दोनों अटेचि धकेल कर खà¥à¤¦ à¤à¥€ सवार हो जाता हूठ. अंदर à¤à¥€à¤¡à¤¼ काफी है. यह है किसà¥à¤®à¤¤ दो दिन पहले केथी पेसेफिक फाईव  सà¥à¤Ÿà¤¾à¤° à¤à¤¯à¤° लाइन और आज लोकल टà¥à¤°à¥‡à¤¨ . टà¥à¤°à¥‡à¤¨ लोकल होने के कारण दरवाजा à¤à¥€ नहीं है. अब सामान दरवाजे में है और मैं à¤à¥€à¤¡à¤¼ के साथ आगे चला जाता हूठ. मन में फिर डर दोनों अटेचि. कोई उतार कर ले जाये. टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से उतरते वकà¥à¤¤ कोई ठोकर मार कर बाहर गिरा दे. टà¥à¤°à¥‡à¤¨ कई सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर रूकती है à¤à¥€à¤¡à¤¼ बढ़ती जाती है. अगर यह अटेचि रसà¥à¤¤à¥‡ में ना हो तो चार लोग आराम से खड़े हो सकते हैं. विमान में महिला à¤à¥€ अपना परà¥à¤¸ सीट के नीचे रखती हैं. विमान में रसà¥à¤¤à¥‡ में अटेचि यह तो असंà¤à¤µ है, पर यह अपनी à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेल है दोनों अटेचि आप बीच रसà¥à¤¤à¥‡ पर रखो कोई पà¥à¤›à¤¨à¥‡ वाला नहीं है चार लोग अगर सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर रह जाये कोई परवाह नहीं पर आपका सामान जाना चाहिà¤. और महिला बचà¥à¤šà¥‡ पà¥à¤°à¥à¤· सब खड़े हो कर जा रहे हैं, खूब खà¥à¤¶ दिख रहे हैं और मैं १ घंटे के लिठहूठऔर इतनी परेशानी. उन लोगों को नमन है जो रोज टà¥à¤°à¥‡à¤¨ में यातà¥à¤°à¤¾ करते हैं और ख़à¥à¤¶à¥€ से जिनà¥à¤¦à¤—ी जीते हैं.

New Delhi Railway Station behind local train
नई दिलà¥à¤²à¥€ रेलवे पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¼à¥‰à¤°à¥à¤® आ जाता है . चेहरा ख़à¥à¤¶à¥€ से खिल उठा . दोनों अटेचि दरवाजे के पास ही है, सिरà¥à¤« मन में चोर था जरा हाथ लगाया दोनों पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¼à¥‰à¤°à¥à¤® पर . अब सबसे पहला काम कà¥à¤²à¥€. कà¥à¤²à¥€ साहेब मिल गà¤. टà¥à¤°à¥‡à¤¨ का नाम बताया. New Delhi – Una Janshatabdi/12057 वह कह रहे थे यह फलां जगह से आती है मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤¯à¤¾ मालूम मैं तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बता रहा था कि यह टà¥à¤°à¥‡à¤¨ ऊना नंगल जाती है

Photo not clear but like to show Kuli Raja at New Delhi

Janstabadi N Delhi to Una
पांडव काल का à¤à¥‹à¤²à¥‡ बाबा का मंदिर जहाठसब की मनोकामना पूरण होती हैं. अगर पाठक जानना चाहें तो मैं आप बीती बता सकता हूठवोह कà¥à¤¯à¤¾ कामना थी जो à¤à¥‹à¤²à¥‡ बाबा ने पूरण की. à¤à¥‹à¤²à¥‡ बाबा के विराट दरà¥à¤¶à¤¨ आपने शà¥à¤°à¥€à¤–णà¥à¤¡ महादेव में जाट देवता संदीप जी की यातà¥à¤°à¤¾ में किये.शà¥à¤°à¥€ जटेशà¥à¤µà¤°à¤®à¤¹à¤¾à¤¦à¥‡à¤µ में à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤•ृतिक शिवलिंग है.जहाठपर उनका सरूप छोटा है और इसकी à¤à¥€ à¤à¤• कथा है अगर आप की आजà¥à¤žà¤¾ होगी तो उसका à¤à¥€ वरà¥à¤£à¤¨ किया जायेगा. बोलो शिव शंकर की जय

Jateshwar Mahadev Mandir
जय शंकर की तो बोलनी पड़ेगी ही नहीं तो आप अगले लेख में भोले नाथ के दर्शन नहीं करोगे, रही बात इस लेख की हिन्दी में पढकर एक अलग ही मजा चैन सुकून आता है, पढ़ने में भी आसानी होती है,
इतनी लंबी लंबी हवाई यात्रा सच में मजे के बदले सजा हो जाती होगी, सचखंड एक्सप्रेस का फोटो आपने लिया है क्या इसी से गए थे, नौकरी की मजबूरी जय नहीं तो आक के समय कौन मुस्कुराता है, दुनिया वैसे ही परेशान रहती है जिसको कोई परेशानी नहीं वो इसलिए परेशान कि ये खुश क्यों है बोलो जय शंकर की
जय शंकर की जाट देवता संदीप जी,
वाह वाह इसे कहते हैं लिफ़ाफ़ा देख कर मज्बून भान्फ लेना . मैं भी इस ट्रेन का बोर्ड पढ़ने की कोशिश कर रहा था . पर आपने झट से बता दिया सचखंड एक्सप्रेस. मैं इस ट्रेन में नहीं गया . यह तो फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर हैं, नई दिल्ली जाने वाली है . प्लॅटफॉर्म पर कितने लोग नई दिल्ली जाने वाले हैं पर उनके पास टिकेट लोकल का है .
प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
शर्मा जी अब भारत आ गए हैं हिंदी भाषा में एक सुंदर यात्रा वर्णन , पूरी तस्सली से किया हुआ (के थी ३४ घंटे ) शायद कई वर्षों के बाद (कुली के रेट २० रुपया ) सुहाने सफ़र के बाद ट्रेन फरीदाबाद से दिल्ली .
आगे के दर्शन भी के थी की तरह करवाना
धन्यवाद
सर्वेश जी आठ साल बाद भारत आना हुआ, इस लिए रेट का एस्टिमेट नहीं था . आप का इस लेख को पसंद करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, निवेदेन करूँगा अगला भाग भी आप पढें और अपनी बहुमुल्य टिंपणी करें .
शर्मा जी,
बहुत खूब, हिन्दी में आ गए और………………… छा गए. आपकी पहली हिन्दी पोस्ट के लिए बधाई, बहुत सुन्दर वर्णन. आगे जल्द से जल्द श्री जटेश्वर महादेव के दर्शन करने की इच्छा है. यह यात्रा कब की है? लेख पढ़कर कुछ पता नहीं चला.
मुकेश जी आप ही की कृपा से , आप के भेजे सॉफ्टवेर से लिखने की हिम्मत की है . आप का बहुत बहुत शुक्रिया . इंग्लीश में तो नेट पर बहुत कुछ है , पर हिन्दी में आपके यात्रा विवरण पढ कर मन बहुत खुश होता है, यह यात्रा 28 Sept. 2011 की है .
धन्यवाद
शर्मा जी राम राम, आपका लेख, व फोटो देख कर खुशी हुई, जटेश्वर महादेव के बारे में मालुम पड़ा, नया स्थान पता चला हैं, आपकी अगली पोस्ट की प्रतीक्षा रहेगी, हर हर महादेव. धन्यवाद
प्रवीण जी,
आप के द्वारा लेख पसंद करने पर बहुत धन्यवाद. यह फोटो मैने अपनी पर्सनल अल्बेम से लगाए हैं, इस लिए आप को मेरा चेहरा हर फोटो में नज़र आएगा, आपकी प्रेरणा से अगर घुमक्कड़ साइट पर और लिखने का मौका लगा तो १,२ पोस्ट के बाद आप ठीक फोटो देखेंगे .
धन्यवाद
पाँच छा घंटे से ज़यादा का सफ़र वो भी एकनॉमिकल क्लास में किसी सज़ा से कम नही है |
इतने साल विदेश में रहने के बढ़ भी इतनी बढ़िया हिन्दी वाकई तारीफ के काबिल है |
अगले पोस्ट का इंतज़ार ………….
धन्यवाद महेश जी
शर्माजी, मुकेश और विशाल के बाद आप भी द्विभाषी लेखकों के फेहरिस्त में शामिल हो गये, मुबारक हो.
श्री जटेश्वर महादेव के दर्शन का इंतज़ार है.
D.L साहिब,
हिन्दी में लेख पसंद करने का शुक्रिया. मेने इस उमर में English टाइपिंग बहुत मुश्किल से सीखी थी पर घुमक्कड़ पर छोटे भाई के आदेश पर हिन्दी में लिखना पड़ रहा है, यह कितना मुश्किल है. में तो सिर्फ़ ८०० अक्षर ही लिखता हूँ पर भाई तो ३००० अक्षर लिखता है , छोटे भाई को हिन्दी में लिखने, लिखाने का बहुत धन्यवाद.
केथे पेसीफिक के बारे में आप से मैं भी सहमत हूँ हालांकि आजकल मेरा पसिंदिदा एमिरेट्स है , दूसरा ये की होन्ग कोंग और दुबई में दुबई में थोड़ी ज्यादा चहल पहल रहती है | खैर फरीदाबाद में आपका स्वागत है | फरीदाबाद से आप टेक्सी या मेट्रो (शायद ये पुरानी यात्रा है , तब मेट्रो न रही हो ) से भी नयी दिल्ली जा सकतें हैं , ज्यादा सुलभ है |
जय शिव शंकर के | मैं तो मंदिर जाने तो तैयार था तो देख लेख ख़तम हो गया :-) , इंतज़ार में |
धन्याबाद नंदन जी , एमिरेट्स, टेक्सी और मेट्रो के बारे में जानकारी देने के लिए. आपका तो व्यक्तिगत अनुभव है और यही बात घुमाक्कड़ साइट को जानकारी भरपूर और पसंदीदा बनाती है . आप सॉफ्टवेयर बनाने वाले भारत की नौजवान पीढ़ी भारत को नंबर एक पर ले आए हैं. बहुत बहुत धन्याबाद.
एमिरेट्स कॅनडा में कुछ रूट पर अनुमति चाहती थी , पर बात नहीं बनी . इस पर U.A.E सरकार ने केनेडियन के उपर एक हज़ार डालर का मल्टिपल एंट्री वीसा फीस लागू कर दी . जो कि पहले फ्री था . जिसे कैनेडा सरकार ने सरासर ब्लॅकमेल कहा . अभी कैनेडा की पूरी जनता सरकार के साथ खड़ी है .
Canada, until recently, was among more than 30 countries whose citizens could travel to the UAE on a free one-month visa, however, the UAE authorities recently amended the rules whereby Canadians will now have to pay $1,000 for a 6-month multiple entry visa and the maximum stay is 14 days per visit. A 3-month visa will go for $500. A 30-day visa will cost $250. http://www.dubaiairportguide.com/2011/01/05/dubai-visas-for-canadians-under-70/
एक अपनी एयर इंडिया जो कि लाभ में थी . पर इसके लाभ वाले रूट प्लेट में रख कर दूसरी एरलाइन को दे दिए गये . और अब यह घाटे में है . आप खुद सोच सकते हैं, एयर इंडिया के कर्मचारी केसे फील करते होंगे . और असली मलिक यह पहले टाटा की हुया करती थी, क्यों नही भारत की बजाए ब्रिटेन की जगुआर कार कंपनी को मुनाफ़े में ले कर जाएँगे .
It was a wonderful beginning Sharmaji,
The New IGI terminal is said to be of International standards and I hope you would have felt that. Customs’ harassment is a matter of forgotten days now. The free allowance is so much that they dont really bother people.
I have never visited this temple. Waiting anxiously for details of the temple. Because I always visit Jwalaji when I reach India, so this temple can be seen en-route
Waiting for next post on Jateshwar Mahadev
Dear S.S.,
Thanks for appreciation, Previous IGI was also good, like a film set , Host can go inside and sit on chair. But now more counters, good for passengers.
Thanks
Surinder jee ,
A good post with a wonderful description. waiting for next part for jatashankar mahaadev.
Keep writing and posting.
Dear Vishal,
Thanks a lot for inspiration, next post is ready just waiting for publishing.
Regards
सुरिंदर जी…..जय भोले की….|
हिंदी लेखक की रूप में आपका फिर से स्वागत हैं….| जानकारी से परिपूर्ण हिंदी भाषा में आपका यह यात्रा लेख पढ़कर बहुत प्रसन्नता हुई …आपने बहुत अच्छा और मन से लिखा हैं | वैसे श्री जटेश्वरमहादेव मंदिर जगह का नाम पहली बार सुना हैं इस जानकारी के लिए आपका स्वागत हैं |
लेख के शीर्षक “श्री जटेश्वरमहादेव मंदिर” के अनुसार इस लेख में महादेव के दर्शन होने चाहिए थे पर वो नहीं हुए….चलो श्री जटेश्वरमहादेव के दर्शन के लिए आपके अगले लेख की प्रतीक्षा रहेगी |
वैसे अपना देश आखिर अपना ही होता……जय हिंदी…..जय भारत |
Thanks for nice Post…
रीतेश…
रितेश जी, आपका लेख पसंद करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. भगवान शिव के तो हर जगह मंदिर हैं, श्री जटेश्वरमहादेव मंदिर के बारे मैं जो कुछ जनता हूँ आप अगले भाग में पढ़ेगे . यह लिंक मंदिर के बारे मैं है.
http://www.rupnagar.nic.in/html/places.htm
welcome sir… nice article…
Thanks
रितेश जी, आपका लेख पसंद करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. भगवान शिव के तो हर जगह मंदिर हैं, श्री जटेश्वरमहादेव मंदिर के बारे मैं जो कुछ जनता हूँ आप अगले भाग में पढ़ेगे . यह लिंक मंदिर के बारे मैं है.
http://www.rupnagar.nic.in/html/places.htm
एक काम करियेगा अगली पोस्ट में अपने बारे में जरुर बताइयेगा ताकि आपके मिशन के साथ-साथ आपके बारे में भी पता चल सके..
की आप कहा के रहने वाले है ? क्या करते है …
हो सके तो इसी कमेन्ट पर reply कर देना…
मैने तो दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी है आपकी पोस्ट में..
Dear Monty,
I lived in Edmonton Canada . Spent my 42 year in India, was working at Bhakra Dam. Thanks you like my post, in next post you will see my home in Roper District. Mission: I am proud on my young Indians who are taking India on number one. By the way my age is 50+ now.
Regards
शर्मा जी हिंदी में लेख के लिये धन्यवाद जब मैने लिखना शुरू किया था तब कुछ ही लोग हिंदी में लिखते थे आजकल हिंदी में ज्यादा नही तो बराबर हैं …………अगले लेख की प्रतीक्षा में
Thanks Manu , we also waiting your post on your recent journey and your presence here so you have good access to net and reply. Enjoy your journey and regards to your family members.
नंदन जी, फरीदाबाद में मेट्रो कब से चलने लगी? पहले तो बदरपुर बॉर्डर तक चलती थी। शायद अब चलने लगी हो।
और शर्मा जी, जटेश्वर महादेव नाम पहली बार सुना है। पंजाब में है, इसलिये जटेश्वर है। हमारे यहां होता तो जाटेश्वर महादेव होता।
और एयरपोर्ट वर्णन गजब का किया है।
धन्यवाद नीरज भाई आप ने कमेन्ट किया बहुत अच्छा लगा . बदरपुर बॉर्डर से आगे फरीदाबाद के लिए ऑटो मिल जाते हैं. अब अपने अखिलेश यादव हैं, ऑस्ट्रलिया से पढ़े लिखे हैं जल्द मेट्रो फरीदाबाद पहुंचा देंगे . जी हाँ श्री जटेश्वर महादेव या श्री जाटेश्वर महादेव आप को जो पसंद आये. एयरपोर्ट अभी नया बना है लोग पसंद करते हैं.
और आपने अच्छा किया कि सचखण्ड एक्सप्रेस नहीं पकडी। यह सुपरफास्ट ट्रेन है जिसका किराया एक्सप्रेस से भी ज्यादा होता है।
नीरज भाई किराए का तो कोई चक्कर ना से , मेरे पास तो लोकल का टिकेट था उसी से जाने की सोच रहा था, अगर पकड़ा जाता तो बोल देता विदेश से आया हूँ जानकारी नहीं थी .