मेरी जैसलमेर यातà¥à¤°à¤¾ , यूथ हॉसà¥à¤Ÿà¤² à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ फॅमिली कैमà¥à¤ªà¤¿à¤‚ग
तनोट से 52 किमी दूर लोंगेवाला जाने का सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ मिला जिसका सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ फिलà¥à¤®à¤¾à¤‚कन “बॉरà¥à¤¡à¤°” सिनेमा में देखा था
ये वही जगह है जहा मातà¥à¤° 120 सैनिको के पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के 2000 की फ़ौज और 100 से अधिक टैंक को सारी रात रोका और फ़ौज को जैसलमेर तक पहà¥à¤šà¤¨à¥‡ से रोका था,यहाठउन वीरो का सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• à¤à¥€ बना है और जबà¥à¤¤ किये पाक टैंक à¤à¥€…देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ से दिल à¤à¤° गया यहाठआकर…उन वीरो को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर वही साथ मिले लंच पैकेट से लंच कर हम लोग वापस कैंप में लौट आये.