पà¥à¤°à¤¿à¤¯ मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ जय माता की. माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ का धाम à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ धाम हैं जो मà¥à¤à¥‡ बार बार बà¥à¤²à¤¾à¤¤à¤¾ हैं. लगà¤à¤— २२ – २३ साल से लगातार हर वरà¥à¤· माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ मà¥à¤à¥‡ और मेरे परिवार को अपने धाम पर बà¥à¤²à¤¾ रही हैं. बचपन से जा रहा हूà¤. पहले पापा और अमà¥à¤®à¤¾ के साथ, फिर जब कालेज में पहà¥à¤‚चे तो दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के साथ, फिर बचà¥à¤šà¥‹ के साथ. अब तक करीब २ॠ-२८ बार माता के धाम पर जा चà¥à¤•ा हूà¤. अपनी इस यातà¥à¤°à¤¾ वृतà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में मैंने कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ यातà¥à¤°à¤¾à¤“ के चितà¥à¤° à¤à¥€ रोचकता और समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¤à¤¾ लाने के लिठलगाठहैं. यह यातà¥à¤°à¤¾ करीब आठà¤à¤¾à¤— में जारी रहेगी. आशा हैं आप सà¤à¥€ à¤à¤¾à¤ˆ लोगो को पसंद आà¤à¤—ी. और हमारे अनà¥à¤à¤µ से नठजाने वाले यातà¥à¤°à¥€ कà¥à¤› फायदा उठा सके, इसी लिठइस यातà¥à¤°à¤¾ वृतà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में मैंने जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ चितà¥à¤° अलग अलग सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के देने की कोशिश की हैं. अधिकतर चितà¥à¤° डिजिटल कैमरे से लिठहà¥à¤ हैं, कà¥à¤› चितà¥à¤° जो की पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ हैं वो सà¥à¤•ैन करके लिठहैं. हम लोग अधिकतर  अगसà¥à¤¤ के आखिर में या सितमà¥à¤¬à¤° के पहले हफà¥à¤¤à¥‡ में जाते हैं. इस समय पूरे साल à¤à¤° में सब से कम à¤à¥€à¤¡à¤¼ होती हैं. à¤à¤• बात और तà¥à¤¯à¥‹à¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के समय, सरकारी छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में, और गरà¥à¤®à¥€ की छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में यदि किसी à¤à¥€ तीरà¥à¤¥ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ या परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤² पर  जाने से बचा जाठतो अचà¥à¤›à¤¾ हैं. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€à¤¡à¤¼ के कारण तीरà¥à¤¥ यातà¥à¤°à¤¾ या घूमने का मज़ा किरकिरा हो जाता है.
(मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ यह चितà¥à¤° मैंने चार साल पहले गौरी à¤à¤µà¤¨ से लिया था. उस समय बारिश हो रही थी. और मेरे पास à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ कैनन का डिजिटल कैमरा था.)
इस वरà¥à¤· हमें वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ जाने के लिठ२९ अगसà¥à¤¤ का आरकà¥à¤·à¤£ शालीमार à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ (१४६४५) में मà¥à¤œà¤¼à¤«à¥à¤«à¤°à¤¨à¤—र से जमà¥à¤®à¥‚ तक के लिठजाने के लिठऔर वापसी का २ सितमà¥à¤¬à¤° को शालीमार à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ (१४६४६) में सीधे  तीन महीने पहले करा लिया था. इतना जलà¥à¤¦à¥€ आरकà¥à¤·à¤£ à¤à¥€à¤¡à¤¼ की वजह से कराना पड़ता हैं. मà¥à¤œà¤¼à¤«à¥à¤«à¤°à¤¨à¤—र से जाने का किराया सेकणà¥à¤¡ सà¥à¤²à¥€à¤ªà¤° में २२८ रूपये और वापसी का २३८ रूपये हैं. जिस दिन हमें दरà¥à¤¶à¤¨ करने थे यानिकी ३० अगसà¥à¤¤ को, उसके ठीक तीस दिन पहले हमें ऊपर à¤à¤µà¤¨ पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ मनोकामना à¤à¤µà¤¨ में बेड बà¥à¤• कराने थे. ठीक रात के बारह बजे इनà¥à¤Ÿà¤°à¤¨à¥‡à¤Ÿ पर मै वेब साईट “maavaishnodevi.org” खोल कर के बैठगया. यह वेब साईट माता वैषà¥à¤£à¥‹ देवी शà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¨ बोरà¥à¤¡ की आधिकारिक वेब साईट हैं. इस पर आप गौरी à¤à¤µà¤¨, मनोकामना à¤à¤µà¤¨, कालिका à¤à¤µà¤¨ पर कमरे या बैड  बà¥à¤• करा सकते हैं. इस पर हेलिकोपà¥à¤Ÿà¤° की बà¥à¤•िंग à¤à¥€ करा सकते हैं. इस पर ही आप माता वैषà¥à¤£à¥‹ देवी की अटका आरती में बैठने के लिठबà¥à¤•िंग करा सकते हैं. इसके अलावा दान à¤à¥€ कर सकते हैं. इस साईट पर पहले अपने आप को पंजीकृत कराना पड़ता हैं. और बà¥à¤•िंग केवल कà¥à¤°à¥‡à¤¡à¤¿à¤Ÿ कारà¥à¤¡ या डेबिट कारà¥à¤¡ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही होती हैं. मैंने ठीक बारह बजे बà¥à¤•िंग के लिठà¤à¤‚टर किया तो केवल मà¥à¤à¥‡ à¤à¤• बैड  ही मिल पाया जबकि जरà¥à¤°à¤¤ ४ बैड  की थी. बाकी के तीन बैड  मà¥à¤à¥‡ कटरा पहà¥à¤à¤š कर निहारिका कोमà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤· में  बà¥à¤• करा के मिल गठथे. मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ यदि आपके बैड  इंटरनेट से ना बà¥à¤• हो पाठतो आप लोग कटरा पहà¥à¤à¤š कर सबसे पहले बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड के पास निहारिका कोमà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤¸ में जाà¤, यदि ऊपर à¤à¤µà¤¨ पर कमरा या बैड  खाली हैं तो आपको ८० रूपये पर बैड मिल  जाà¤à¤—ा , कमरे का रेट अलग होता हैं. इसके अलावा यदि आपको कटरा में à¤à¥€ बैड  या कमरा चाहिठतो वह à¤à¥€ निहारिका में ही बà¥à¤• हो जाता हैं. निहारिका का पता में नीचे दे रहा हूà¤.
निहारिका à¤à¤µà¤¨, निकट  कटरा बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड, कटरा, फोन न. 01991-234053, 2328887,
email: online@matavaishnodevi.org
हमारी टà¥à¤°à¥‡à¤¨ का समय ठीक ६.३० शाम को था. हम लोग ठीक ६ बजे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤à¤š गà¤. सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ करने का à¤à¤• अलग ही आनंद होता हैं. पता चला की टà¥à¤°à¥‡à¤¨ १५ मिनट लेट हैं. दरअसल मेरठसे मà¥à¤œà¤¼à¤«à¥à¤«à¤°à¤¨à¤—र और सहारनपà¥à¤°  के बीच में सिंगल लाइन हैं. जिस कारण से करीब करीब सà¤à¥€ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ लेट होती हैं. हमारा आरकà¥à¤·à¤£ S-6 डिबà¥à¤¬à¥‡ में था. डिबà¥à¤¬à¥‡ में  चढ़ने के बाद वही समसà¥à¤¯à¤¾ जो की पूरे  हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ में रेलवे में हैं. दैनिक यातà¥à¤°à¥€ आरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ डिबà¥à¤¬à¥‹à¤‚ में घà¥à¤¸à¥‡  रहते हैं. और बड़ा अहसान जताते हà¥à¤ वे हमें हमारी सीट पर बैठने देते हैं. कहते है की सहारनपà¥à¤°, यमà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¤—र तक की ही तो बात हैं. पता नहीं रेलवे से ये समसà¥à¤¯à¤¾ कब दूर होगी. खैर सहारनपà¥à¤° के बाद आराम से à¤à¤¡à¤œà¤¸à¥à¤Ÿ हà¥à¤, हम घर से आलू ,पूरी, अचार आदि खाने में लेकर के आये थे. खाना खाकर के लंबी तान कर सो गà¤. सà¥à¤¬à¤¹ ठीक पांच बजे टà¥à¤°à¥‡à¤¨ जमà¥à¤®à¥‚ पहà¥à¤à¤š गयी. सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर अनà¥à¤§à¥‡à¤°à¤¾ छाया हà¥à¤† था. हम लोग अपने सामान सहित बाहर बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड पर आ गà¤.
जमà¥à¤®à¥‚ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ के बाहर ही बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड बना हà¥à¤† हैं. जंहा से आपको कटरा, शà¥à¤°à¥€à¤¨à¤—र आदि के लिठबस और टैकà¥à¤¸à¥€ मिल जाà¤à¤—ी. कटरा जाने के लिठसरकारी बसे (JNURM) की मिल जाती हैं. कटरा का किराया इसमें à¥à¥¦ रूपये हैं. यह बसे बहà¥à¤¤ आराम देह और बिना रà¥à¤•े जाती हैं. कोई à¤à¥€ फ़ालतू सवारी नहीं बैठाती  हैं. जितनी सीट उतनी सवारी.
जमà¥à¤®à¥‚ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर सरकारी बस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤•
जमà¥à¤®à¥‚ से चलकर नंदिनी सà¥à¤°à¤‚ग होते हà¥à¤ कटरा करीब ४२ किलोमीटर पड़ता हैं. जमà¥à¤®à¥‚ से कटरा तक करीब डेढ़ से दो घंटे लगते हैं. कटरा माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ जाने के लिठआधार सà¥à¤¥à¤² हैं. और अब à¤à¤• बड़ा व विसà¥à¤¤à¤¾à¤° में फैला हà¥à¤† नगर हैं. कटरा जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° के रियासी जिले में पड़ता हैं. और à¥à¥«à¥¦ मीटर की ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं. हम लोग ठीक ॠबजे कटरा पहà¥à¤à¤š गà¤. और कटरा के मà¥à¤–à¥à¤¯ चौराहे पर उतर गà¤. यह à¤à¤• बड़ा चौक हैं जिस पर चारों और होटल बने हà¥à¤ हैं. और पांच तरफ सड़के जाती हैं. यह चौक ही कटरा की अधिकतर गतिविधियों का केंदà¥à¤° हैं. नवरातà¥à¤° के दिनों में इस चौक पर नो दिन तक माता à¤à¤—वती का जागरण होता हैं, जिसमे देश à¤à¤° के à¤à¤œà¤¨ गायक à¤à¤¾à¤— लेते हैं.
बस से उतर कर हम सीधे अपने होटल मालती  पैलेस पहà¥à¤‚चे. यह होटल कशà¥à¤®à¥€à¤° रोड पर हैं. और बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड से करीब à¤à¤• फरà¥à¤²à¤¾à¤‚ग दूर हैं. आठसौ रूपये में हमें à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ वातानà¥à¤•ूलित शानदार कमरा मिल गया. वैसे कटरा में हर बजट के होटल हैं. बहà¥à¤¤ सारी धरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤²à¤¾à¤¯à¥‡ à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ हैं. जिनमे कà¥à¤²à¥‹à¤• रूम à¤à¥€ हैं. मालती पैलेस के पीछे ही मानसी गेसà¥à¤Ÿ हाउस में आपको २००-३०० में  अचà¥à¤›à¤¾ कमरा मिल जाà¤à¤—ा. कमरे की बà¥à¤•िंग हम लोग २ दिन के लिठरखते हैं. सबसे पहले जाकर के निहारिका में ऊपर के लिठमनोकामना à¤à¤µà¤¨ में बैड  बà¥à¤• कराये, और ऊपर दरà¥à¤¶à¤¨ के जाने के लिठयातà¥à¤°à¥€  परà¥à¤šà¥€ कटवाई, जो की अनिवारà¥à¤¯Â  हैं. इस परà¥à¤šà¥€ के कटवाने के ६ घंटे के अंदर बाण गंगा को पार करना पड़ता हैं. रासà¥à¤¤à¥‡ में २-३ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर परà¥à¤šà¥€ की चेकिंग  होती हैं. और ऊपर पहà¥à¤à¤š कर परà¥à¤šà¥€ पर नंबर डलवाना जरà¥à¤°à¥€ होता हैं.
यह होटल कटरा के मधà¥à¤¯à¤® रेंज के होटलों में हैं, ना जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ महंगा, ना ही ससà¥à¤¤à¤¾. इसमें वाहन खड़ा करने के लिठसामने पारà¥à¤•िंग सà¥à¤¥à¤² à¤à¥€ हैं. इसके सामने ही इनका à¤à¤• और होटल हैं ” मयूर  “. वह à¤à¥€ अचà¥à¤›à¤¾ होटल हैं. उसमे नीचे बहà¥à¤¤ ही अचà¥à¤›à¤¾ वाजिब दाम पर खाने के लिठà¤à¤• रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट हैं. जंहा के खाने की कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ अचà¥à¤›à¥€ हैं. होटल मालती पैलेस  का पता निमà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤–ित हैं…
HOTEL MALTI PALACE
Kshmeer Road, KATRA, Ph. No. 01991-233500, 233501, Fax-01991-232733
नाम से आप समठही गठहोंगे की ये कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हैं.
टूरिसà¥à¤Ÿ सेंटर से आपको यंहा के बारे में पूरी जानकारी मिल सकती हैं.
यंहा से माता वैषà¥à¤£à¥‹ देवी के दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठपरà¥à¤šà¥€ कटती हैं
परà¥à¤šà¥€ काउंटर बस अडà¥à¤¡à¥‡ के पास ही मà¥à¤–à¥à¤¯ चौक पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं.
नहा धोकर हम लोग नाशà¥à¤¤à¤¾/खाना आदि के लिठनिकले. खाने के लिठकटरा के मà¥à¤–à¥à¤¯ बाजार में कई अचà¥à¤›à¥‡ होटल हैं. बाज़ार में घà¥à¤¸à¤¤à¥‡ ही दाहिने ओर मà¥à¤¡à¤¼à¤•र à¤à¤• बहà¥à¤¤ ही अचà¥à¤›à¤¾ होटल हैं. जिसमे  अचà¥à¤›à¤¾ और सà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ खाना वाजिब रेट पर मिल जाता हैं. खाना खाकर के और फिर लौटकर २-३ घंटे आराम किया . और उसके बाद करीब २ बजे बाणगंगा की और चल पड़े. दो  पिटà¥à¤ ू बैग में सारा सामान  कर लिया था. à¤à¤• बैग मैने और à¤à¤• बैग बेटे ने ले लिया था.  पहाड़ पर चढाई में कम से कम सामान होना जरà¥à¤°à¥€  हैं. बाण गंगा के लिठटेमà¥à¤ªà¥‹ थà¥à¤°à¥€ वà¥à¤¹à¥€à¤²à¤° मà¥à¤–à¥à¤¯ चौक से ही मिल जाते हैं. जो की ५०/- रूपये बाण  गंगा तक लेते हैं.
चौक पर बना हà¥à¤† सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° फवà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ और शिवानी
यह ऊपर वाला फोटो हमने कटरा में सà¥à¤¬à¤¹ ही सà¥à¤¬à¤¹ होटल की छत से लिया था. कà¥à¤› और à¤à¥€ फोटो लिठथे वे नीचे दिठहैं.
होटल की छत से तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤Ÿà¤¾ परà¥à¤µà¤¤ का मोहक दृशà¥à¤¯
यह सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° मंदिर कटरा में चौक के पास बाण गंगा मारà¥à¤— पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं. बहà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° मंदिर बना हà¥à¤† हैं.  मंदिर के अंदर के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ फोटो नीचे दिठहैं.
कटरा में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ माता वैषà¥à¤£à¥‹ देवी का पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ मंदिर
यह माता वैषà¥à¤£à¥‹ देवी का पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ मंदिर, कटरा के बाज़ार में दाहिने मà¥à¤¡à¤¼à¤•र हैं.
तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥à¤Ÿà¤¾ निवास कटरा में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ शà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¨ बोरà¥à¤¡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ à¤à¤• पांच मंजिला यातà¥à¤°à¥€ निवास हैं. इस में डोरमेटà¥à¤°à¥€ हैं. नेट के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ या फिर ओन सà¥à¤ªà¥‹à¤Ÿ à¤à¥€ बैड  उपलबà¥à¤§ हो जाते हैं. इसके सामने बहà¥à¤¤ बड़ा पारà¥à¤•िंग सà¥à¤¥à¤² हैं. जंहा पर आप अपने वाहन खड़े कर सकते हैं. इसके आस पास खाने पीने की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ हैं. यह à¤à¤µà¤¨ इतना विशाल हैं की ऊपर अरà¥à¤§ कà¥à¤‚वारी और सांà¤à¥€ छत से à¤à¥€ दिखाई देता हैं.
दà¥à¤•ानों पर बिकता हà¥à¤† विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ तरह का सामान
कटरा के बाजार में हर तरह का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ का सामान वॠगिफà¥à¤Ÿ आइटम मिल जाते हैं.
करीब २ किलोमीटर लंबा कटरा का बाज़ार हैं. रात के समय सजा हà¥à¤† बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° लगता हैं.
(यह कटरा के रात के फोटो हमने माता के दरà¥à¤¶à¤¨ करके वापिस आकार लिठथे.)
थà¥à¤°à¥€ वà¥à¤¹à¥€à¤²à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हम लोग बाण गंगा पहà¥à¤à¤š जाते हैं. और वंहा  से चढाई शà¥à¤°à¥‚ कर देते हैं.
आगे का à¤à¤¾à¤— आपको “ माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ यातà¥à¤°à¤¾ à¤à¤¾à¤— -२ {बाण गंगा से चरण पादà¥à¤•ा}” में मिलेंगा . धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦, जय माता की.
प्रवीण गुप्ता जी,
बहुत ही सुंदर विवरण किया है आपने . मैं भी माँ वैष्णो देवी का एक भगत हूँ. और जब भी माँ बुलाती है तो दौड़ा चला जाता हूँ. आपने लिखा कि आप ३१.८.२०१२ को सुबह ७.०० बजे कटरा पहुंचे और ३१.८.२०१२ को ही रात को वापिस कटरा भी आ गए . ऐसा लगत है आपने सिर्फ माता वैष्णो देवी के भवन मैं ही माथा टेका और भैरों बाबा के मंदिर तथा अर्ध्कुंवारी गुफा मैं माथा नहीं गए . क्योंकि अर्ध्कुंवारी गुफा में तो दर्शन करने के लिए ही कम से कम ६ से ७ घंटे लग जाते हैं . लो जी याद आया हो सकता है आप पोनी से गए हों तथा सभी जगह दर्शन भी किये हो . बताना जरूर मेरा अंदाजा गलत है या सही . माता वैष्णो देवी के दर्शनों पर ले जाने के लिए आपको साधुवाद.
धन्यवाद
रमन कुमार
भाई मेरे आपने शायद अभी पोस्ट को ठीक से पढ़ा नहीं हैं, अभी तो हम बाण गंगा भी नहीं पहुंचे हैं. हमने ३० सितम्बर को चढाई पैदल शुरू की थी. माता के दर्शन रात को दस बजे किये थे. और अगले दिन ३१ सितम्बर को दोपहर नीचे कटरा आ पाए थे. रास्ते में सभी जगह हमने दर्शन किये, भैरो बाबा गए. अभी मेरी यात्रा का पेहला पार्ट हैं, आगे अभी ८ भागो में जारी रहेगी. धन्यवाद, जय माता की.
very informative post , waiting for upcoming posts.
महेश जी धन्यवाद बहुत बहुत….वन्देमातरम..
Praveen ji aap k maata vaishno devi k photo bahut achche lage, mai pichli baar June me maata k darahan k liye pahli baar gaya tha, saath me meri famili bhi thi, par pahli baar gaya tha is liye mujhe zyada jankari bhi nahi thi, us samay garmiyon ki chutti ki vajah se bahut zyada bhid thi, hum lok kafi pareshan ho gaye the, tharne k liye koyee jagah nahi thi badi muskil se katra me ek mata ji ke ghar me ek room mil gaya sabi us me thahar gye par upar bahwan par bahut zayada bhid thi..hum logon ka group kayee baar bichud gya par bhawan par sabhi mil gaye..khair is se aage ke liye kafi anubhav mil gaya.. aap ke agle bhagon ka intezar rahega…JAI MAATA DI…3
AJAY GUPTA
SAHIBABAD
DISTT. GHAZIABAD (U.P.)
अजय जी सराहना के लिए धन्यवाद. कभी भी किसी तीर्थ स्थान, पर्यटन स्थल, हिल स्टेशन पर गर्मी की छुट्टी, त्यौहार, सरकारी छुट्टियों में ना जाना चाहिए. बहुत ज्यादा भीड़ मिलती हैं. वैष्णोदेवी के लिए कम भीड़ का समय मार्च, अप्रैल, अगस्त, सितम्बर, अक्टूबर,नवंबर आदि का ठीक रहता हैं. इन दिनों भी यदि नवरात्र न हो तब जाना चाहिए. धन्यवाद, जय माता की…
जय माता दी ,
काफी दिन के बाद इतनी सुंदर पोस्ट आई है. माता के दरबार का विस्तर्त वर्णन आपने किया है. रेल, बस,. फोटो, होटल और वेबसाइट. आप विस्तार से आठ भाग में लिख रहे हैं, बहुत अच्छा लगा. बहुत बहुत धन्यवाद
शर्मा जी जय माता की, आपका बहुत बहुत धन्यवाद, आपके प्रोत्साहन से ही हमें प्रेरणा मिलती हैं. धन्यवाद, वन्देमातरम…
प्रवीण जी…
राम राम ……जय माता दी…
कुछ दिनों व्यस्तता के कारण आपका लेख पढ़ न सका था | आज आपका पूरा लेख पढ़ा तब टिप्पणी कर रहा हूँ…|
बहुत ही अच्छा, सम्पूर्ण विवरण और शानदार फोटोओ से अलंकृत लेख मुझे बहुत अच्छा लगा…| मुझे लगता हैं आपने यह यात्रा लेख लिखने के इरादे से की हैं……तभी तो आपके लेख में होटल, किराया, बस , कटरा आदि का विवरण आपने अच्छे से किया हैं….| वैष्णो देवी शुरू से मेरे लिए प्रिय स्थान रहा हैं और अपनी पहली यात्रा की शुरुआत मैंने माता वैष्णो देवी के आशीर्वाद से शुरू की हैं…..| धन्य है देवी माँ….जय माता वैष्णो देवी की…..|
मुझे माफ करना, पर कहना पड़ रहा हैं कि लेख का विवरण ज्यादा नहीं पर कुछ छोटा तो रह गया ….और आपने लेख के अंत में कुछ फोटो आपने आपने यात्रा से वापिसी के बाद लिए गए यहाँ पर लगाये हैं….जिससे कुछ भ्रम सा हो गया हैं….यदि यह फोटो क्रमबार लौटने के विवरण में शामिल करते तो अतिउत्तम रहता |
शेष आपका लेख सराहनीय हैं और विवरण अच्छा हैं….
धन्यवाद…..
रीतेश ….
रितेश जी बहुत बहुत धन्यवाद, कटरा के फोटो मैंने एक ही पोस्ट में इसलिए लगाए हैं की एक एक स्थान के फोटो एक ही पोस्ट में लगाता चलू, जिससे पोस्ट अपने आप में कम्प्लीट लगे. ये तो ठीक है की लेख का विवरण थोड़ा हैं. पर मेरी ये यात्रा आठ भागो में विभाजित हैं. इसलिए उन भागो के लिए भी कुछ न कुछ रखना पडेंगा. फोटो थोड़े ज्यादा हैं, पर समस्या ये थी की कौन से हटाऊ. फोटो हटाने से पोस्ट की ओरिजिनाल्टी खत्म हो जाती. फिर भी आप ने सुझाव दिया हैं तो आगे से ध्यान रखूंगा, धन्यवाद, वन्देमातरम…
प्रवीण जी, नमस्कार | काफी दिनों के बाद आपका लेख पढने को मिल रहा है | रितेश जी ने मेरे मुंह की बात बोल दी (या लिख दी) | इन होटल्स की जानकारी अमूल्य है | साथ ही साथ सही समय में जाने वाला टिप भी | आप २७-२८ बार गए हैं तो फिर इत्मीनान से पूरी डिटेल के साथ लिखिए लेकिन आठ भाग काफी ज्यादा लग रहे हैं | जय हिंद |
नमस्कार नंदन जी, प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद. दरअसल आठ भागो में वैष्णोदेवी, कटरा, जम्मू, धनसर बाबा , कौल कन्दौली, झज्जर कोटली आदि स्थान शामिल हैं इसलिए इतना विस्तार में पोस्ट डालनी पड़ रही हैं. अकेले जम्मू ही की दो पोस्ट हैं. धन्यवाद, वन्देमातरम…
प्रवीण जी…
राम राम ……जय माता दी…
मै 20 July को नई दिल्ली से माता के दर्शन के लिये जा रह हु, और मेरी Train रात मे 08:30 PM बजे है और वापसी की Train 22 July को रात मे 08:30 PM बजे है I
क्या मै इतने समय मे माता के दर्शन करके वापस आ सकता हु या और समय चाहिये I
हां जी आप आराम से माता के दर्शन करके वापिस आ सकते हो…
Praveen Ji
जून कॆ महिनॆ मॆ दर्शन मॆ कितना समय लगॆगा . कुछ अन्दाज सॆ बताइयॆ .
हम वहा सॊमवार कॊ सुबह् जम्मु पहुचॆगॆ .
(We will reach there on any Monday in June . How much time it take to darshan , any idea ? please suggest )
पंकज जी जय माता की. जून में भीड़ तो बहुत मिलेगी. पर यंहा पर सुविधा बहुत हैं, इसलिए ज्यादा समस्या नहीं होती हैं. आप लोग दोपहर तीन चार बजे के करीब चढाई शुरू कीजिये. आप लोग करीब आठ या नॉ बजे तक माता के भवन पर पहुँच जायेंगे. आप लोग नहा धोकर दस बजे के बाद दर्शन करे, उस समय भीड़ थोडा कम हो जाती हैं. धन्यवाद, जयमाता की.
Adarniya Praveen Jee,
Jai Mata Di,
Pichali Bar maine aap ko apni pahli vaishno devi yatra ke baare me likha tha, ki hum log garmiyon ki chutiyon me gaye the jise hame kafi pareshaniyon ka samna karna pada tha, aap ne sujhao diya tha ki chutiyon me nahi jaana chahiye, kyon ki chitiyon me kafi bheed hoti hai, par kaya karun Mata Ki yahi icha hai meri yatara phir se garmiyon ki chutiyon me hi ban rahi hai, is baar hum log 15 june ko jaa rahe hain, meri family ka pura group lagbhag 14-15, logon ka hai bachon ko mila kar, kyon ki aap ko kafi anubhav hai is liya aap se nivedan hai ki hame apna kimti sujaho dene ki krapa karen ji se hame kam pareshaniyon ka samna karna pade, group me kayee log pahli baar darshan ke liye jaa rahe hain, mujhe aap ke sujhao ki praticha rahegi.. Dhanyabad Jai Mata Di..
Ajay Gupta
Lajpat Nagar, Sahibabad
Distt. Ghaziabad (U.P.)
अजय जी ऊपर पंकज जी को मैंने यात्रा के बारे में बताया हैं. आप देख लीजिए. आप सभी की यात्रा मंगलमय हो ..धन्यवाद , जय माता की….
धन्यवाद प्रवीण जी …
1 सवाल और .. मेरा ब्च्चा 3.5 साल का है , उसका कोई ID Proof नही है …..उसके लिये ऑनलाइन यात्रा पर्ची कैसे बुक होगी ? क्या ID Proof देना पड़ेगा ?
नहीं नहीं उसके किसी प्रूफ की कोई जरुरत नहीं पड़ेगी…
धन्यवाद प्रवीण जी …
i want to know that if we will reach jammu at 7:00 in morning so at what time we will get vaishno devi dharshan and arti when there will no more rush. pleas tell us what should we do so that we will not suffer so much ….
Ragini Ji,
As we all know that no pain, no gain…….so no need to worry and take it easy. For time saving, you may follow theses steps: –
– After reaching Katra early in the morning, register yourself at the registration counter for obtaining registration slips, which are valid upto 6 hours.
– do not forget to occupy the room/bed at Bhawan by paying the nominal charges at Niharika Complex, Katra (near bus-stand).
– Hire a auto till the Ban-Ganga and go through the Darshani Dwar, where you have to show your registration slips and then you will be allowed to begin your trekking.
– Its 4-5 hours walk from Katra to Bhawan or you may also hire a pony, but please check / ensure the ID card as well as tariffs of pony wala.
– Try to reach at Bhawan before 5 PM and get your group no., which is required to be endorsed on your registration slips since there is a queue system for Mata’s divine darshan and you have to follow a long queue (not for all time) for entering into the Bhawan.
– buy the Prasad from the souvenir shop. Niharika Bhawan (where you will get bed/room), Souvenir Shop and Registration Counter are well located with each other without any distance.
– At 7’o’clock [evening], they (Purohits) performs Mata’s aarti due to which visitors are not allowed to enter into the temple.
– one more most important thing to do………please say to Pranam to Mata in respect of all the ghumakkars.
Happy Journey.