मसूरी, à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤² है जहां अधिकतर परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ अपने जीवन में कम से कम à¤à¤• बार तो अवशà¥à¤¯ ही जा चà¥à¤•े हैं। किनà¥à¤¤à¥ कà¥à¤› हमारे जैसे परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• à¤à¥€ होते हैं जो पूरे वरà¥à¤· किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•ार की कोई टà¥à¤°à¤¿à¤ª पà¥à¤²à¤¾à¤¨ नहीं करते लेकिन यदि à¤à¤• बार दिमाग में फितूर आ जाये तो हाथों-हाथ à¤à¤• ही दिन में टà¥à¤°à¤¿à¤ª पà¥à¤²à¤¾à¤¨ करने के साथ साथ बैग à¤à¥€ पैक कर लेते हैं। इस बार à¤à¥€ कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ ही हà¥à¤† हमारे साथ और दिसंबर 2024, के पहले हफà¥à¤¤à¥‡ में हमने मसूरी जाने की तैयारी कर ली। हालाà¤à¤•ि हमने पहले कà¤à¥€ à¤à¥€ मसूरी दरà¥à¤¶à¤¨ नहीं किये थे इसलिठà¤à¥€ इस बार सरà¥à¤µà¤¸à¤®à¥à¤®à¤¤à¤¿ से मसूरी यातà¥à¤°à¤¾ का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ पूरà¥à¤£ मतों से पारित कर दिया गया।
गरà¥à¤® कपडे और अनà¥à¤¯ जरूरी सामान जैसे की सà¥à¤¨à¥ˆà¤•à¥à¤¸ और दवाइयां आदि हमने यातà¥à¤°à¤¾ से à¤à¤• दिन पहले ही बैग में पैक कर ली थी। गाडी की सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ जैसा अति महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कारà¥à¤¯ à¤à¤• माह पूरà¥à¤µ à¤à¤¡à¤µà¤¾à¤‚स में ही हो रखा था कà¥à¤¯à¥‚ंकि उसकी वारà¥à¤·à¤¿à¤• सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ की देय तिथि नवंबर माह में ही थी। अब रही बात होटल बà¥à¤•िंग की तो उसके लिठथोड़ा बहà¥à¤¤ ऑनलाइन सरà¥à¤š किया और होटल वाइलà¥à¤¡ वà¥à¤¡ को आननॠफानन में बà¥à¤• à¤à¥€ कर लिया। हालाà¤à¤•ि होटल ठीक-ठाक था किनà¥à¤¤à¥ इसकी लोकेशन à¤à¥€à¤¡à¤¼ à¤à¤°à¥‡ बाजार से होकर मिलती थी, जिसे हम माल रोड का गà¥à¤°à¥€à¤¨ चौक/कà¥à¤²à¤°à¥€ चौक à¤à¥€ बोलते हैं, जिसमे गाडी सहित घà¥à¤¸à¤¨à¤¾ à¤à¤• कठिन किनà¥à¤¤à¥ रोमांचक अनà¥à¤à¤µ था। इसी चौक पर आपको मसूरी सà¥à¤µà¥€à¤Ÿ शॉप, कालसà¤à¤— रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट और बà¥à¤°à¤¾à¤‚डेड कà¥à¤²à¥‹à¤¥à¥à¤¸ की अनगिनत दà¥à¤•ाने à¤à¥€ मिल जाती है। यहाठपर à¤à¤• फेमस मसूरी कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¸à¥à¤Ÿ चरà¥à¤š à¤à¥€ है जो की देखने में काफी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° लगता है और आपको याद दिलाता है अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹ के शासनकाल की जब वो यहाठपर पà¥à¤°à¥‡à¤¯à¤° के लिठअधिक संखà¥à¤¯à¤¾ में à¤à¤•तà¥à¤°à¤¿à¤¤ होते थे।
खैर अब बात करते हैं अपनी यातà¥à¤°à¤¾ की जो की हमने दिनांक 4, दिसंबर को अपने घर से सà¥à¤¬à¤¹ 7, बजे के आस-पास आरमà¥à¤ की। घर के पास ही हमने किदवई नगर से लगता हà¥à¤† बारापà¥à¤²à¤¾ मारà¥à¤— लिया, जिसे बाबा बंदा बहादà¥à¤° मारà¥à¤— à¤à¥€ बोलते हैं, जो हमे बिना किसी रोक-टोक के सीधा ले गया अकà¥à¤·à¤°à¤§à¤¾à¤® सेतॠऔर फिर वहां से आगे चलते जाने पर हमें मिला मेरठà¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤µà¥‡à¥¤ इसके ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ आप खतौली, मà¥à¤œà¤«à¥à¤«à¤°à¤¨à¤—र और रà¥à¤¡à¤¼à¤•ी बाईपास से होते हà¥à¤ पहà¥à¤‚चते है हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° शहर में जहाठसे आप चलते हà¥à¤ माठगंगा के दरà¥à¤¶à¤¨ à¤à¥€ कर सकते है।

लगà¤à¤— साढ़े दस तक हम लोग हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° को कà¥à¤°à¥‰à¤¸ कर चà¥à¤•े थे और देहरादून की तरफ जाने वाले मारà¥à¤— पर पहà¥à¤à¤š चà¥à¤•े थे। कà¥à¤¯à¥‚ंकि हमारी सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, जो की अà¤à¥€ केवल दो वरà¥à¤· की है और लमà¥à¤¬à¥‡ सफर में चलती गाडी में सो जाती है, इसलिठहमने तय किया की जलà¥à¤¦à¥€ से बà¥à¤°à¥‡à¤• नहीं लेंगे और जितना जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हो सके उतना रासà¥à¤¤à¤¾ तय कर लेंगे। लेकिन गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ बजते-बजते अब à¤à¥‚ख लगने लगी थी और चाय की तलब à¤à¥€ होने लगी थी इसलिठहमने देहरादून मारà¥à¤— पर ही à¤à¤• à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ सा रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट देखा जिसका नाम था गà¥à¤°à¥€à¤¨ वैली। इस रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट में तकरीबन सबकà¥à¤› अचà¥à¤›à¤¾ था और इनकी फ़ूड कà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤Ÿà¥€ à¤à¥€ बढ़िया थी। चूà¤à¤•ि हम लोग जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ जलà¥à¤¦à¥€ पहà¥à¤à¤š गठथे इसलिठà¤à¥€à¤¡à¤¼ à¤à¥€ नहीं मिली अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ सीटिंग à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ को देखकर लग रहा था की जब à¤à¥€ यहाठजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोग आते होंगे तो रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट खचाखच à¤à¤° जाता होगा।
यहाठपर पैंतालीस मिनट का बà¥à¤°à¥‡à¤• लेने और रिफà¥à¤°à¥‡à¤¶ होने के बाद अब हम लोग निकल पड़े देहरादून मसूरी की तरफ जहाठके बारे में इंटरनेट पर बहà¥à¤¤ कà¥à¤› सà¥à¤¨ और देख रखा था। सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¥€ अब अपनी नींद पूरी हो जाने के कारण आराम से सफर का आनंद ले रही थी और रासà¥à¤¤à¥‡ में मिलते बंदरो के à¤à¥à¤£à¥à¤¡ देख-देख कर बेहद पà¥à¤°à¤«à¥à¤²à¥à¤²à¤¿à¤¤ हो रही थी।

यूठही बातें करते हà¥à¤ हम लोग जलà¥à¤¦à¥€ ही देहरादून पहà¥à¤à¤š चà¥à¤•े थे और अब बारी थी पहाड़ी रासà¥à¤¤à¥‡ पर डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करने की। यहाठपर à¤à¤• बात बतानी बेहद जरà¥à¤°à¥€ है की मसूरी जाने के लिठदेहरादून से अलग अलग रासà¥à¤¤à¥‡ जाते है किनà¥à¤¤à¥ जो अधिक फेमस है वो है पà¥à¤°à¤•ाशेशà¥à¤µà¤° मंदिर वाला मारà¥à¤—। खैर हम लोग तो रासà¥à¤¤à¥‡ से बिलकà¥à¤² ही अनजान थे इसलिठगलती से किसी अलग ही मारà¥à¤— पर चले गठऔर सात किलोमीटर आगे जाने के बाद पता चला की यह रासà¥à¤¤à¤¾ थोड़ा दà¥à¤°à¥à¤—म है इसलिठसà¥à¤—म मारà¥à¤— की तलाश में हमे फिर से सात किलोमीटर वापिस आना पड़ा और इस बार हमने पà¥à¤°à¤•ाशेशà¥à¤µà¤° मंदिर वाला मारà¥à¤— ही चà¥à¤¨à¤¾à¥¤ इस पà¥à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤® में हमारे तकरीबन बीस मिनट ख़राब हो गà¤à¥¤ चलिठकोई बात नहीं, देर आये दà¥à¤°à¥à¤¸à¥à¤¤ आये वाली बात पर कायम रहते हà¥à¤ हम लोग अब सही दिशा में मसूरी की तरफ आगे बढ़ रहे थे।
अà¤à¥€ मसूरी मारà¥à¤— आधा ही तय किया था की तà¤à¥€ होटल सà¥à¤Ÿà¤¾à¤« ने हमे टेलीफोन किया और यह बताया की आप लोग सांय चार बजे से पहले मसूरी मॉल रोड पर पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर लेना अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ उसके बाद यहाठपरà¥à¤¯à¤Ÿà¤•ों की गाड़ियां पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚धित है। साथ में ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने यह à¤à¥€ बताया की आपको होटल आने के लिठमसूरी मलà¥à¤Ÿà¥€à¤²à¥‡à¤µà¤² पारà¥à¤•िंग से लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ चौक वाले रासà¥à¤¤à¥‡ पर नहीं जाना बलà¥à¤•ि आपको पिकà¥à¤šà¤° पैलेस वाले रासà¥à¤¤à¥‡ से आना है ताकि आप बेवजह की टà¥à¤°à¥ˆà¤«à¤¿à¤• से à¤à¥€ बच जायेंगे। आदेशों का अनà¥à¤¸à¤°à¤£ करते हà¥à¤ हम लोग लगà¤à¤— तीन बजे तक अपने होटल वाइलà¥à¤¡ वà¥à¤¡ में चेक इन कर चà¥à¤•े थे।
अगले दिन दिनांक 5, दिसंबर को हमने तय किया की आज केमà¥à¤ªà¤Ÿà¥€ फाल और कंपनी गारà¥à¤¡à¤¨ की सैर पर चलते है, किनà¥à¤¤à¥ मन में à¤à¤• संशय था की यहाठपर अपनी गाडी से जाये या फिर कोई लोकल टैकà¥à¤¸à¥€ बà¥à¤• करे। अपनी गाडी से जाने में केवल à¤à¤• ही पà¥à¤°à¥‰à¤¬à¥à¤²à¤® थी की मॉल रोड की à¤à¥€à¤¡à¤¼ à¤à¤°à¥€ बेहद सà¥à¤Ÿà¥€à¤ª रोड से आना जाना पड़ेगा और टà¥à¤°à¥ˆà¤«à¤¿à¤• की समसà¥à¤¯à¤¾ अलग से। खैर जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दिमाग पर जोर ना डालते हà¥à¤ हमने पहले तो होटल की पिक à¤à¤‚ड डà¥à¤°à¤¾à¤ª सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ का फायदा उठाया और पहà¥à¤à¤š गठसीधे मॉल रोड जहाठपर थोड़ा सा कदमताल और फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ करने के बाद हमने à¤à¤• रिकà¥à¤¶à¤¾ किया जो सीधे हमे ले आया लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ चौक। इस चौक पर आपके पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ से पहले ही टैकà¥à¤¸à¥€ सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ वाले आपके ऊपर ऑफरà¥à¤¸ की बरसात करने लगते है जिनसे थोड़ा सा बारà¥à¤—ेन करने के बाद आपको टैकà¥à¤¸à¥€ à¤à¥€ आसानी से मिल जाà¤à¤—ी। कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ ही हमारे साथ à¤à¥€ हà¥à¤† और à¤à¤• टैकà¥à¤¸à¥€ डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ने बाईस सौ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ में हमे केमà¥à¤ªà¤Ÿà¥€ फॉल और कंपनी गारà¥à¤¡à¤¨ घà¥à¤®à¤¾ लाने का पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ रखा। हालांकि बाद में मामला अटà¥à¤ ारह सौ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ पर आकर फिकà¥à¤¸ हà¥à¤†à¥¤ डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° बड़ा ही नेक दिल था और उसकी गाडी à¤à¥€ अचà¥à¤›à¥€ कंडीशन में थी। डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° हमे समय की कोई पाबनà¥à¤¦à¥€ नहीं थी और हम जितनी देर चाहे उतनी देर सà¥à¤¬à¤¹ से शाम तक घूम सकते थे ।
मसूरी लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ चौक से केमà¥à¤ªà¤Ÿà¥€ फाल पंदà¥à¤°à¤¹ किलोमीटर की दूरी पर था जहाठहम लोग तकरीबन आधे घंटे में पहà¥à¤à¤š चà¥à¤•े थे। केमà¥à¤ªà¤Ÿà¥€ फॉल मà¥à¤–à¥à¤¯ सड़क से थोड़ा नीचे की तरफ है जहाठतक पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ के लिठया तो आपको कà¥à¤› कदम पैदल चलना होता है या फिर उड़न खटोला की सेवा लेनी पड़ती है। हमारे साथ बचà¥à¤šà¤¾ था इसलिठहमने उड़न खटोला को पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•ता दी अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ वापसी के दौरान चढ़ाई करने में दिकà¥à¤•त का सामना करना पड़ता।
केमà¥à¤ªà¤Ÿà¥€ फॉल जो की à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤•ृतिक à¤à¤°à¤¨à¤¾ है देखने में अतà¥à¤¯à¤‚त ही नयनाà¤à¤¿à¤°à¤¾à¤® है। सड़क से देखने पर यह उतना विशाल पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ नहीं हो रहा था जितना की पास आने पर लगने लगा था। निरंतर गिरते पानी की चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से टकराती हà¥à¤¯à¥€ आवाज जब कानों में पड़ रही तो à¤à¤•ाà¤à¤• हà¥à¤°à¤¦à¤¯ में सिहरन पैदा कर रही थी। पानी के छींटे तो चारो तरफ हवा में उड़ ही रहे थे साथ ही वायॠमें à¤à¥€ ठंडक और शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ घोल रही थी। अपने जीवन में हमने इतना विशाल à¤à¤°à¤¨à¤¾ पहली दफा देखा था इसलिठहम को à¤à¥€ अलग ही रोमांच महसूस हो रहा था। खैर परमपरानà¥à¤¸à¤¾à¤° हमने सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® यहाठपर खूब सारी फोटोज कà¥à¤²à¤¿à¤• की और उसके बाद à¤à¤°à¤¨à¥‡ के बिलकà¥à¤² समीप बैठकर मैगà¥à¤—ी का चाय के साथ लà¥à¤¤à¥à¤«à¤¼ उठाया। सबसे अचà¥à¤›à¥€ बात यह हà¥à¤¯à¥€ की ठणà¥à¤¡ के कारण à¤à¤°à¤¨à¥‡ में नहाने वाला कोई नहीं था और न ही किसी पà¥à¤°à¤•ार का कोई हà¥à¤¡à¤¼à¤¦à¤‚ग ही हो रहा था, जैसा की हम सैलानी लोग अकà¥à¤¸à¤° पहाड़ों पर पहà¥à¤à¤š कर करते हैं, इसलिठशांतिपूरà¥à¤£ तरीके से हम लोग केमà¥à¤ªà¤Ÿà¥€ फॉल को निहार à¤à¥€ रहे थे और à¤à¤¨à¥à¤œà¥‰à¤¯ à¤à¥€ कर रहे थे । कà¥à¤› नवविवाहित जोड़े à¤à¥€ यहाठआये हà¥à¤ थे जो à¤à¤°à¤¨à¥‡ के पास विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•ार की मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤“ं में अपनी फोटोज लेने में वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ थे ताकि इन खूबसूरत पलों को अपने जीवन की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दे सकें।

यहाठहमने करीब-करीब à¤à¤• घंटा वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ किया और उसके बाद अब बारी थी हमारी कंपनी गारà¥à¤¡à¤¨ जाने की जो की मसूरी लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ चौक से केवल चार किलोमीटर की दूरी पर ही सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है। अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ हमे अब केमà¥à¤ªà¤Ÿà¥€ फॉल से वापिस अपने मसूरी वाले रासà¥à¤¤à¥‡ पर ही जाना था जहाठकà¥à¤› देर घूमने के बाद हम बिना किसी समसà¥à¤¯à¤¾ के अपने होटल पहà¥à¤à¤š सकते थे। लेकिन पाठकों किसà¥à¤®à¤¤ में तो कà¥à¤› और ही लिखा हà¥à¤† था और इस बार वो हà¥à¤† जिसका हमे कोई पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾à¤¨ नहीं था। हमारी दो वरà¥à¤·à¥€à¤¯ सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को सफर में मितली होने लगी और कà¥à¤› ही देर में उसने सारा खाया पिया बाहर उलट दिया अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ वोमिट कर दिया। अब कà¥à¤¯à¥‚ंकि उसके कपडे ख़राब हो चà¥à¤•े थे इसलिठहमने कहीं और न जाकर सीधे अपने होटल रूम में जाना ही उचित समà¤à¤¾ ताकि उसको थोड़ा आराम करा सके। डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° महोदय à¤à¥€ बड़े à¤à¤²à¥‡ मानà¥à¤· थे और जब उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देखा की इनका आगे का पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® कैंसिल हो गया है तो अटà¥à¤ ारह सौ की जगह केवल पंदà¥à¤°à¤¹ सौ लेकर ही उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हमे लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€ चौक पर छोड़ दिया जहाठसे साइकिल रिकà¥à¤¶à¤¾ लेकर हम गà¥à¤°à¥€à¤¨ चौक/कà¥à¤²à¤°à¥€ चौक तक पहà¥à¤à¤š गठऔर फिर पैदल ही होटल तक आ गà¤à¥¤
अगले दिन दिनांक 6, दिसंबर को फिर à¤à¤• नयी सà¥à¤¬à¤¹ के साथ हमने यह तय किया की जब मसूरी आये ही हैं और केवल चार किलोमीटर की दूरी पर कंपनी गारà¥à¤¡à¤¨ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है तो à¤à¤• बार वहां घूम ही आते है, वैसे à¤à¥€ मसूरी कौन सा रोज रोज आना होता है। इस बार कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में थोड़ा बदलाव करते हà¥à¤ हमने अपनी सà¥à¤µà¤¿à¤«à¥à¤Ÿ कार की सेवा ली और मसूरी की ऊà¤à¤šà¥€-नीची तंग गलियों से निकलकर हम सीधे पहà¥à¤à¤š गठकंपनी गारà¥à¤¡à¤¨ ।

सà¥à¤¬à¤¹ गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ बजे का समय था और कंपनी गारà¥à¤¡à¤¨ में à¤à¥€à¤¡à¤¼ à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ नहीं थी इसलिठपारà¥à¤•िंग की कोई दिकà¥à¤•त नहीं हà¥à¤¯à¥€à¥¤ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ शà¥à¤²à¥à¤• देने के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤à¥ हम लोग गारà¥à¤¡à¤¨ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर चà¥à¤•े थे जहाठपर हमारा सामना हà¥à¤† कà¥à¤› फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¤°à¥à¤¸ के साथ जो अकà¥à¤¸à¤° परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•ों को देखकर फोटो खिंचवाने का बलपूरà¥à¤µà¤• आगà¥à¤°à¤¹ करने लगते है। गारà¥à¤¡à¤¨ के à¤à¥€à¤¤à¤° ही à¤à¤• छोटा सा वाटर फॉल à¤à¥€ है जहाठपर हमने à¤à¥€ कà¥à¤› फोटोज अपने फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¤° से खिंचवाई और उसके बाद गà¥à¤¨à¤—à¥à¤¨à¥€ धूप में गारà¥à¤¡à¤¨ के सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° फूलों और बागवानी का आनंद लिया। गारà¥à¤¡à¤¨ के अंदर ही बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के लिठà¤à¥‚ले और अनà¥à¤¯ खेलकूद के सीमित विकलà¥à¤ª मौजूद है जिनका लà¥à¤¤à¥à¤«à¤¼ आप और आपके बचà¥à¤šà¥‡ à¤à¥€ उठा सकते हैं । हमारी सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ अà¤à¥€ छोटी थी इसलिठउसको इनमे कोई रूचि नहीं आयी। वैसे गारà¥à¤¡à¤¨ का फ़ूड कोरà¥à¤Ÿ काफी अचà¥à¤›à¤¾ है और यहाठआपको खाने पीने के बहà¥à¤¤ सरे आइटमà¥à¤¸ मिल जाते है। हमने नाशà¥à¤¤à¤¾ तो अपने होटल में ही कर लिया था कà¥à¤¯à¥‚ंकि वहां बà¥à¤«à¥‡ सिसà¥à¤Ÿà¤® था जिसका मूलà¥à¤¯ हमारे रूम टैरिफ में ही शामिल था। इसलिठहमने गारà¥à¤¡à¤¨ के फ़ूड कोरà¥à¤Ÿ में साउथ इंडियन खाना जैसे की डोसा / इडली / सांà¤à¤° और चाय से काम चला लिया।

कà¥à¤› देर कंपनी गारà¥à¤¡à¤¨ में घूमने और धूप का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ चख लेने के बाद हमने वापिस अपने होटल जाने का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ बनाया कà¥à¤¯à¥‚ंकि पिछले दो दिन से हम लोग मसूरी में थे किनà¥à¤¤à¥ मॉल रोड को à¤à¤•à¥à¤¸à¥à¤ªà¥à¤²à¥‹à¤° अà¤à¥€ तक नहीं किया था। हालाà¤à¤•ि मॉल रोड में घूमने का मजा शाम के वकà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ आता है कà¥à¤¯à¥‚ंकि पहाड़ों में शाम की ठंडी हवायें और चमचमाती रोशनियां अकà¥à¤¸à¤° माहौल को गà¥à¤²à¤œà¤¼à¤¾à¤° कर देती हैं ।
हम लोग खा पी कर à¤à¤• बजे तक अपने होटल रूम में वापिस आकर कर सà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‡ लगे और कब आà¤à¤– लग गयी पता ही नहीं चला । शाम को चार बजे के आस पास जब नींद से जागे तो तà¥à¤°à¤‚त तैयार होकर फिर से निकल पड़े मसूरी मॉल रोड की तरफ जिसमे हमारा साथ दिया होटल की पिक à¤à¤‚ड डà¥à¤°à¤¾à¤ª सरà¥à¤µà¤¿à¤¸ वाले डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° महाशय ने । होटल की गाडी ने हमे कालसà¤à¤— रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट पर डà¥à¤°à¤¾à¤ª कर दिया जहाठसे हम लोग पैदल ही मॉल रोड घूमने लगे । जैसे जैसे शाम ढल रही थी, हवा में ठंडक à¤à¥€ बढ़ रही थी और à¤à¤¸à¥‡ में बाजार में किनारे लगी हà¥à¤¯à¥€ छोटी-छोटी खाने पीने की सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² और उनके जलते हà¥à¤ चूलà¥à¤¹à¥‡ à¤à¤• अलग ही सà¥à¤•ून दे रहे थे । जैसा की मैंने पहले à¤à¥€ बताया है की मॉल रोड पर बहà¥à¤¤ से बà¥à¤°à¤¾à¤‚डेड कà¥à¤²à¥‹à¤¥à¥à¤¸ की शॉपà¥à¤¸ à¤à¥€ हैं लेकिन यदि आप उनसे कà¥à¤› खरीदना चाहते हैं तो डिसà¥à¤•ाउंट तो बिलकà¥à¤² à¤à¥‚ल ही जाइये, कà¥à¤¯à¥‚ंकि वहां डिसà¥à¤•ाउंट नहीं मिलता। उदाहरणारà¥à¤¥ यदि आप दिलà¥à¤²à¥€ में किसी बà¥à¤°à¤¾à¤‚ड की जैकेट परचेस करने जायेंगे तो अकà¥à¤¸à¤° आपको बीस-तीस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ के साथ डिसà¥à¤•ाउंट मिल ही जाता है या फिर कोई और दूसरा ऑफर जिसे आप वैलà¥à¤¯à¥‚ फॉर मनी बोल सकते हैं, लेकिन मसूरी मॉल रोड की शॉपà¥à¤¸ में à¤à¤¸à¤¾ बिलकà¥à¤² à¤à¥€ नहीं है और आपको पूरा लिखा हà¥à¤† रेट ही देना पड़ता है, बाकी आप सब खà¥à¤¦ ही समà¤à¤¦à¤¾à¤° है।
खैर मसूरी में और à¤à¥€ बहà¥à¤¤ सारी जगह है à¤à¤•à¥à¤¸à¥à¤ªà¥à¤²à¥‹à¤° करने के लिठजहाठअधिकतर à¤à¤¡à¤µà¥‡à¤‚चर पà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ जाना पसंद करते हैं किनà¥à¤¤à¥ हमारा à¤à¤¸à¤¾ कोई विचार नहीं था कà¥à¤¯à¥‚ंकि हम तो सà¥à¤•ून के दो दिन बिताने के लिठयहाठगठथे। हालाà¤à¤•ि सच कहूं तो असली सà¥à¤•ून तो अपने घर में ही आता है लेकिन जब बात पहाड़ों की हो तो फिर कà¥à¤¯à¤¾ ही कहना। पिछले तीन दिनों में हम तीनो ने मसूरी और यहाठकी सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ जीवन शैली को काफी करीब से देखा और à¤à¤¨à¥à¤œà¥‰à¤¯ किया। सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¥€ पहाड़ी संसà¥à¤•ृति से समà¥à¤¬à¤‚धित हूठइसलिठचीजों को समà¤à¤¨à¥‡ में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दिकà¥à¤•त नहीं हà¥à¤¯à¥€à¥¤ लेकिन à¤à¤• बात जो हमने महसूस की वो यह थी की यहाठपहाड़ी लोगों की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में अधिकतर लोग कशà¥à¤®à¥€à¤°, नेपाल और बिहार से आये हà¥à¤ थे, यदि दूसरों शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में कहूं तो à¤à¤• मिली-जà¥à¤²à¥€ संसà¥à¤•ृति की à¤à¤²à¤• हमें दिख रही थी।
खैर मसूरी की पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण मà¥à¤•à¥à¤¤ आबो-हवा और à¤à¤¾à¤—मà¤à¤¾à¤— वाले माहौल को अब बाय-बाय कहने का समय आ चà¥à¤•ा था इसलिठबिना समय गंवायें हमने à¤à¥€ अपना सामान पैक करना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया। अगले दिन शनिवार की सà¥à¤¬à¤¹ दिनांक 7, दिसंबर को हम तीनो ने मसूरी से दिलà¥à¤²à¥€ की अपनी यातà¥à¤°à¤¾ का आरमà¥à¤ किया और कà¥à¤¯à¥‚ंकि मसूरी से देहरादून का रासà¥à¤¤à¤¾ उतरन वाला था इसलिठमातà¥à¤° à¤à¤• घंटे में हम लोग देहरादून पहà¥à¤à¤š गठथे। इस बार à¤à¥€ हमने बिना किसी बà¥à¤°à¥‡à¤• के अपनी यातà¥à¤°à¤¾ को जारी रखा और सीधे खतौली में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ चीतल रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट में पहà¥à¤à¤š कर à¤à¤• लंच बà¥à¤°à¥‡à¤• लिया । इस रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट से तो मà¥à¤à¥‡ लगता है कि हर कोई वाकिफ होगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह बहà¥à¤¤ वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•ों के बीच काफी फेमस है।

दिलà¥à¤²à¥€ से मसूरी और मसूरी से दिलà¥à¤²à¥€ पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ में हमे आठसे नौ घंटे का समय लग गया जिसमे à¤à¤• घंटे का बà¥à¤°à¥‡à¤• à¤à¥€ शामिल है। इस तरह हमारी यह छोटी किनà¥à¤¤à¥ पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥€ सी यातà¥à¤°à¤¾ का समापन हà¥à¤† और घर पहà¥à¤‚चकर हमने ईशà¥à¤µà¤° का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया।