आज तारीख 14-सितमà¥à¤¬à¤° हो गयी थी। सà¥à¤¬à¤¹ 4:00 बजे अलारà¥à¤® बज गया। à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था जैसे फिर से पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ ने cease fire violation कर दिया हो। और आज फिर से जंग लड़नी हो। अपने आपको तोड़ते-मरोड़ते हà¥à¤ मैं रजाई से बाहर आ गया। 4:15 बज गठथे। ऊपर से मà¥à¤à¥‡ बस का ठीक टाइम à¤à¥€ नहीं पता था। मे फà¥à¤°à¥‡à¤¶ होकर 4:30 पर होटल से बाहर निकल गया और 5 मिनट मे मनाली बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड पहà¥à¤à¤š गया। कà¥à¤› दो-चार लोग ही मेरी तरह शायद अà¤à¥€-अà¤à¥€ ही पहà¥à¤à¤šà¥‡ थे। चाय वाले की à¤à¤• रेड़ी थी वो जोरों से अपनी दà¥à¤•ान सजाने मे लगा हà¥à¤† था। याद नहीं हैं पिछली बार इतनी सà¥à¤¬à¤¹-सà¥à¤¬à¤¹ मैं कब उठा था। अपने इरà¥à¤¦-गिरà¥à¤¦ देख कर लगा रहा था कि रोज़ सà¥à¤¬à¤¹ दिन की शà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤¤ à¤à¤¸à¥‡ ही होती होगी।
à¤à¤• टैकà¥à¤¸à¥€ वाला आया और मैंने मना कर दिया à¤à¤• बार तो बस से ही जाना था। मैंने चाय बनवाई और à¤à¤• मटà¥à¤ ी और फैन खाया। 8-10 लोग अà¤à¥€ तक इकठà¥à¤ ा हो गठथे पर बस का कोई अता-पता नहीं था। टैकà¥à¤¸à¥€ वाला बार-बार बोल रहा था कि आज बस लेट है हो सकता है कि नहीं à¤à¥€ आये। बस लेट होने की बात तो ठीक थी पर आà¤à¤—ी ही नहीं ये हजम नहीं हो रही थी।
सà¥à¤¬à¤¹ के 06:00 बजने वाले थे वही पर 3 लोगों का à¤à¤• गà¥à¤°à¥à¤ª, 1 मैं , 1 और à¤à¤•ेला घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़, 1 फिरंगी महिला, कà¥à¤² मिला कर हम 6 लोग थे। हम लोगों ने आपस मे बात की और टैकà¥à¤¸à¥€ मे सामान लाद दिया। टैकà¥à¤¸à¥€ वाला बोला कि à¤à¤• बाà¤à¤¦à¤¾ और हो जाठतो पूरी टैकà¥à¤¸à¥€ का à¤à¤¾à¥œà¤¾ निकल जाà¤à¤—ा। हमने उसको बोला कि देरी के चकà¥à¤•र मे तो टैकà¥à¤¸à¥€ ली है और तà¥à¤® और इंतज़ार करा रहे हो। हम 6 लोगों ने पूरी टैकà¥à¤¸à¥€ का à¤à¤¾à¥œà¤¾ देने का तय किया और अपनी मंज़िल की ओर निकल पड़े।

रोहतांग पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ से काफी पहले का ये नज़ारा
2011 मे लदà¥à¤¦à¤¾à¤– की यातà¥à¤°à¤¾ की थी तो रासà¥à¤¤à¥‡ का अंदाजा था पर रोहतांग के बाद जब हम काज़ा की ओर मà¥à¥œà¥‡ तो रासà¥à¤¤à¥‡ का बà¥à¤°à¤¾ हाल था। टà¥à¤°à¤• चलने की वजह से रासà¥à¤¤à¤¾ कीचड़ की सड़क मे तपदील हो गया था। हम लोग टाटा सूमो मे थे। सूमो की चेसी à¤à¥€ कई बार टकराई थी।
चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² से जो नदी निकलती है उसको “चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾” कहते हैं। यही आगे चल कर कोकसर वैली मे “à¤à¤¾à¤—ा” से मिल कर “चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤à¤¾à¤—ा” बन जाती है। हिमाचल से निकल कर जैसे ही ये जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° मे घà¥à¤¸à¤¤à¥€ है तो “सतलà¥à¤œ” के नाम से जानी जाती है।
जो लोग लेह-लदà¥à¤¦à¤¾à¤– की यातà¥à¤°à¤¾ कर चà¥à¤•े हैं उनके यहाठके वातावरण मे कोई जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अंतर नहीं दिखेगा। हाठइतना जरूर है की मनाली से काज़ा तक पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ मे सिरà¥à¤« “कà¥à¤‚जà¥à¤®” दरà¥à¤°à¤¾ ही पार करना होता है पर मनाली से लेह-लदà¥à¤¦à¤¾à¤– की यातà¥à¤°à¤¾ मे तो इससे à¤à¥€ ऊà¤à¤šà¥‡ कई दरà¥à¤°à¥‡ आते हैं। पर à¤à¤• बात जोजो मैंने गौर की थी कि यहाठकी सड़क पर पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¶à¤¨ का कोई धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ न था। रासà¥à¤¤à¤¾ पूरा कचà¥à¤šà¤¾ ही था। इसके दो कारण जो मà¥à¤à¥‡ समठमे आये 1) इस इलाके मे आबादी काम है पूरे रासà¥à¤¤à¥‡ मे कोई गॉव, क़सà¥à¤¬à¤¾ नज़र नहीं आया था। 2) à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बॉरà¥à¤¡à¤° सीमा के लिहाज़ से à¤à¥€ ये जगह कम महतà¥à¤µ वाली लग रही थी।
नाशà¥à¤¤à¥‡ का समय हो चला था डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ने गाड़ी “छतड़ू” नमक जगह पर रोक दी। यहाठपर 3-4 टेंट लगे हà¥à¤ थे। टेंट के अंदर खाने-पीने और रà¥à¤•ने का पूरा इंतज़ाम था। मैंने गरमा-गरà¥à¤® रोटी , दाल और सबà¥à¤œà¥€ पेल डाली। à¤à¥à¤¨à¥€ हà¥à¤ˆ लाम मिरà¥à¤š à¤à¥€ थी। à¤à¤¸à¥‡ सफर मे मà¥à¤¹ का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ अकà¥à¤¸à¤° बिगड़ जाता है। मेरा तो जरूर बिगड़ता है आदतें ही कà¥à¤› à¤à¤¸à¥€ हैं। à¤à¥‹à¤œà¤¨ करके मज़ा आ गया था।
छतड़ू से आगे मà¥à¤à¥‡ बातल(batal) तक जाना था। रासà¥à¤¤à¤¾ पूरा कचà¥à¤šà¤¾ ही था। बड़े-बड़े गडà¥à¤¢à¥‡ और पतà¥à¤¥à¤°à¥¤
मैंने डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° से पà¥à¤›à¤¾ à¤à¤¾à¤ˆ गाड़ी के शॉकर ससà¥à¤ªà¥‡à¤‚शन की तो वाट लग जाती होगी। तो बेचरा बोला सर मनाली से काज़ा की दूरी जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ नहीं है पर रासà¥à¤¤à¥‡ हालत ख़राब है। वैसे तो हर टà¥à¤°à¤¿à¤ª के बाद मैं खà¥à¤¦ गाड़ी का चेकउप करता हूठपर महीने मैं à¤à¤• बार तो गाड़ी काम माà¤à¤—ती है। टायर à¤à¥€ जलà¥à¤¦à¥€ ख़राब हो जाते हैं।
मैंने पà¥à¤›à¤¾ और कितनी देर लगेगी बातल पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ मे? बस पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ ही वाले हैं। मेरी दाà¤à¤ ओर चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ नदी बहà¥à¤¤ चौड़ी हो गई थी और बहà¥à¤¤ ही पास से बह रही थी। डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ने गाड़ी साइड मे रोक दी और बोला की कà¥à¤› फ़ोटो खींच लो।
बातल कà¥à¤‚जà¥à¤® दरà¥à¤°à¥‡ से 2-3 km पहले है। बातल पर à¤à¤• ढाबा है। ये “बातल ढाबा” के नाम से ही पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ है। इस ढाबे को à¤à¤• दंपतà¥à¤¤à¤¿ चलाते हैं। यहाठपर खाना-पीना और रात को ठहरने का à¤à¥€ इंतज़ाम था। मैं बातल पर उतर गया। यहीं पर बाहर खड़े हà¥à¤ à¤à¤• बंदे ने मेरा बैग उठाया और ढाबे के अंदर रख दिया। à¤à¤¸à¤¾ लगा की ये मेरा ही इंतज़ार कर रहा था। मैं उसके पीछे ढाबे के अंदर गया और मेरा सà¥à¤µà¤¾à¤—त कà¥à¤› इस तरह हà¥à¤† “आओ जी, आराम करो चाय पियो”। मैंने चाय के लिठमना कर दिया। पानी की दो बोतल, बिसà¥à¤•à¥à¤Ÿ, चॉकलेट और कà¥à¤› टॉफ़ी खरीद ली। मैंने 500 का नोट दिया। अंकल ने पैसे वापस नहीं किये बोले हो गया पूरा। पहले तो मैं घबरा गया लेकिन अंकल हà¤à¤¸à¤¨à¥‡ लगे और गलà¥à¤²à¤¾ खोल कर बाकी पैसे लौटा दिà¤à¥¤ मैंने बैग के बारे मे पà¥à¤›à¤¾ तो बोले कि वापसी मे ले जाना कोई दिकà¥à¤•त नहीं है। हम संà¤à¤¾à¤² के रखेंगे आप घूम के आओ। मैंने à¤à¤• छोटा बैग निकला और उसमे अपना सामन रख कर ढाबे से बाहर आ गया। तà¤à¥€ बाहर मेरी मà¥à¤²à¤¾à¤•ात “Tenzin” से हà¥à¤ˆà¥¤ Tenzin बातल ढाबे के मालिक का बेटा है। ये ढाबे के काम-काज मे अपने माà¤-बाप की मदद के अलावा चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² मैं कैंप लगाता है। उसने बताया की अगर आप टà¥à¤°à¥ˆà¤•िंग करके जा रहे हो तो आज शाम तक वापस नहीं आ पाओगे। रात का डिनर, कैंप मे सोना और सà¥à¤¬à¤¹ का नाशà¥à¤¤à¤¾ Rs. 600। मैंने सोचा मातà¥à¤° 600 इसमें तो माड़वाली à¤à¥€ नहीं कर सकता था। बहà¥à¤¤ कम लग रहा था मà¥à¤à¥‡à¥¤ मैंने हाठकर दिया। जिस गाड़ी से मैं आया था वो अà¤à¥€ यहीं खड़ा था। उसने मà¥à¤à¥‡ गाड़ी मे बैठा लिया और मà¥à¤à¥‡ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² टà¥à¤°à¥ˆà¤•िंग पॉइनà¥à¤Ÿ पर उतार कर काज़ा की ओर चल दिया।
मैं उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ से à¤à¤°à¤¾ हà¥à¤† था। रासà¥à¤¤à¤¾ अचà¥à¤›à¤¾ था या सीधे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ मे कहूठतो ये अचà¥à¤›à¤¾-खासा motorable road था। चलते-चलते कà¥à¤› देर के बाद कà¥à¤› अज़ीब सा लगा। à¤à¤• दम सनà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤¾, मैं बिलà¥à¤•à¥à¤² अकेला, चारों तरफ ऊà¤à¤šà¥‡-ऊà¤à¤šà¥‡ पहाड़ मानो हजारों सालों से à¤à¤¸à¥‡ ही गà¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ मे खड़े हों। अà¤à¥€ दोपहर मे अचà¥à¤›à¥€ धà¥à¤ª थी लेकिन जैसे ही छाया आती तो ठणà¥à¤¡ लगने लगती। मेरे बैग मे खाने-पीने के सामान के अलावा à¤à¤• “inner” था जिसे मे रात को सोते वक़à¥à¤¤ पहनने वाला था। समà¥à¤¦à¥à¤° तल से काफी ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ और धà¥à¤ª की वजह से बार-बार पानी पीना पड़ रहा था। कà¥à¤› गाड़ियाठà¤à¥€ दिखीं कà¥à¤› लोग बाइक पर à¤à¥€ दिखे। रासà¥à¤¤à¥‡ मे कई जगहों पर पहाड़ों से बहता पानी à¤à¥€ मिला। इनको यहाठपहाड़ी नाला बोलते हैं। अà¤à¥€ तो पानी कम था लेकिन मà¥à¤à¥‡ गाडी के डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ने बताया था कि दोपहर की धà¥à¤ª से बरà¥à¥ž पिघलने की वज़ह से शाम होते-होते पानी का बहाव तेज़ हो जाता है। अकà¥à¤¸à¤° होता है कि गाड़ी à¤à¥€ बह जाती है।

चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² की à¤à¤• à¤à¤²à¤• और गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ arrow.
जैसे मे चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² की ओर बॠरहा था à¤à¤• से बॠकर à¤à¤• नज़ारे देखने को मिल रहे थे। शाम हो चली थी। अब हवा मे à¤à¤¸à¥€ ठंडक थी मानो कोई सà¥à¤ˆ चà¥à¤à¤¾ रहा हो। मेरी हालत बिगड़ती जा रही थी। दसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‡ ना लाकर मैंने बहà¥à¤¤ बड़ी गलती की थी। मेरे हाथ सà¥à¤¨à¥à¤¨ हो गठथे। हाथों को आपस मे रगड़ने पर कà¥à¤› महसूस नहीं हो रहा था। उà¤à¤—लियाठका रंग लाल की जगह काला सा लगने लगा था। वो तो मैं पिछले 5 घणà¥à¤Ÿà¥‡ से चल रहा था तो शरीर मे अचà¥à¤›à¥€-खासी गरà¥à¤®à¥€ बानी हà¥à¤ˆ थी। खेर हौंसले बà¥à¤²à¤‚द थे और मैं à¤à¤¸à¥€ जगह पर था जहाठसे मà¥à¤à¥‡ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² तक जाने के लिठनीचे उतारना था।
मैंने अपनी घड़ी मे देखा शाम के 4:15 बजे थे, समà¥à¤¦à¥à¤° तल से ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ 4209 मीटर थी और तापमान 9.8 डिगà¥à¤°à¥€ था।
बहà¥à¤¤ जोरों की हवा चल रही थी। अब जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ देर रà¥à¤•ने की हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं थी। मैंने अपना à¤à¤• फ़ोटो खिंचवाया और वापस चल पड़ा। यहाठसे मà¥à¤à¥‡ करीब 1 km वापस जाना था। वहीठपर Tenzin की कैंप साइट थी।
दूर से कैंप नज़र आ रहे थे। तà¤à¥€ Tenzin ने आवाज़ लगाई और अपने पास आने का इशारा किया। 4-5 कैंप साइट थी हो सकता था मैं किसी गलत कैंप मे चला जाता। फिर अà¤à¤§à¥‡à¤°à¤¾ à¤à¥€ तेज़ी से बॠरहा था। कैंप मे पहà¥à¤à¤š कर मà¥à¤à¥‡ à¤à¤• टेंट के अंदर बà¥à¤²à¤¾ लिया। इस टेंट मे इनकी रसोई थी। दो बिसà¥à¤¤à¤° à¤à¥€ लगे हà¥à¤ थे। मैंने चाय पीने से मना कर दिया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हाथ-मà¥à¤à¤¹ धोने के लिठपानी गरà¥à¤® किया हà¥à¤† था। मेरी बिलà¥à¤•à¥à¤² à¤à¥€ हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं हà¥à¤ˆ और मैंने जूते उतरे और पैर रज़ाई मे घà¥à¤¸à¥‡à¥œ दिठथे। मैंने सादा पानी पिया कà¥à¤¯à¥‚à¤à¤•ि गरà¥à¤® पानी से पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ नहीं à¤à¥à¤ रही थी।
थोड़ी देर आराम करने के बाद Tenzin ने पूछा चाय लाये हो साथ मे मैंने कहा चाय तो बैग मे ही रह गयी है और बैग तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ बातल à¥à¤¾à¤¬à¥‡ पर विशà¥à¤°à¤¾à¤® कर रहा है। Tenzin ने मेरा होंसला बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ कहा ” कोई बात नहीं कोई दिकà¥à¤•त नहीं कà¥à¤› करते हैं। अरे balli…. ओ balli…. इधऱ आ।” कà¥à¤› देर बाद balli महाराज हाज़िर हà¥à¤ और चमतà¥à¤•ार।
जब तक चाय पर चरà¥à¤šà¤¾ चल रही थी तो साथ-साथ डिनर की à¤à¥€ तैयारी हो रही थी। Tenzin चिकन और चाà¤à¤µà¤² बना रहा था। तà¤à¥€ वहाठà¤à¤• और टूरिसà¥à¤Ÿ का गà¥à¤°à¥à¤ª आया। वो चार लोग थे। डिनर के लिठपà¥à¤›à¤¾ तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने veg खाने की पेशकश की। Tenzin और balli का थोड़ा मूड उतर गया। बोले à¤à¤• तो इतना लेट आ रहे हैं इनके लिठअब तैयारी करनी पड़ेगी। उनके डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ने बताया कि उसने कहा था इन लोगो से कि रात को बातल à¥à¤¾à¤¬à¥‡ पर ही ठहर जाते हैं कल सà¥à¤¬à¤¹-सà¥à¤¬à¤¹ चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾à¤²Â के लिठचल पड़ेंगे। पर ये लोग नहीं माने। Tenzin और balli उनका डिनर बनाने की तैयारी मे जà¥à¤Ÿ गà¤à¥¤ चाय खतà¥à¤® होने के बाद मैं टैंट से बाहर का नज़ारा देखने के लिठनिकला। घà¥à¤ªà¥à¤ª अà¤à¤§à¥‡à¤°à¤¾ था। balli ने अपना à¤à¤• जैकेट मà¥à¤à¥‡ देते हà¥à¤ कहा इसको पहन लो बहà¥à¤¤ ठणà¥à¤¡ है बाहर।
डिनर करने के बाद मैं अपने टैंट की ओर चल दिया। सà¥à¤²à¥€à¤ªà¤¿à¤‚ग बैग के अंदर दो layers थी। शà¥à¤°à¥‚ मे तो बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ लग रहा था लेकिन बाद मे दम घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ लगा था। समà¥à¤¦à¥à¤° तल से ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ à¤à¥€ थी। ऑकà¥à¤¸à¥€à¤œà¤¨ की कमी à¤à¥€ थी। जैसे-तैसे रात गà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€à¥¤ सà¥à¤¬à¤¹ 6 बजे घड़ी का अलारà¥à¤® बज गया। लेकिन कोई फायदा नहीं हà¥à¤† कà¥à¤¯à¥‚à¤à¤•ि मैं पहले से ही जगा हà¥à¤† था। खेर छोड़ो। किचन मे जेक balli को जगाया और गरà¥à¤® पानी और नाशà¥à¤¤à¤¾ के लिठबोला। तब तक मैं फà¥à¤°à¥‡à¤¶ होकर आ गया। नाशà¥à¤¤à¤¾ करने के बाद मैंने Tenzin से हिसाब पà¥à¤›à¤¾à¥¤ उसने कहा कल बात तो हो गयी थी। 600 की बात हà¥à¤ˆ थी मैंने Tenzin को 800 रूपठदिà¤à¥¤ बीती रात उसने à¤à¥€ मेरा खà¥à¤¯à¤¾à¤² रखा था। चाय पर बहà¥à¤¤ देर चरà¥à¤šà¤¾ चली थी।
Tenzin और balli ने मेरा मोबाइल नंबर लिया। मैंने à¤à¥€ उनका नंबर माà¤à¤—ा तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा ये नंबर तो हम अब बंद कर देंगे। अब तो सीजन खतà¥à¤® होने वाला है। हम लोग नवंबर-दिसंबर मे दिलà¥à¤²à¥€ चले जाà¤à¤à¤—े। Tenzin दिलà¥à¤²à¥€ ISBT मजनू का टीला के पास Tibbet Colony जाने वाला था। balli नोà¤à¤¡à¤¾ मे सेकà¥à¤Ÿà¤°-34 मे tibbet market मे दà¥à¤•ान लगाने वाला था। balli ने कहा दिसंबर मे मारà¥à¤•िट आना वहीठमिल जाऊà¤à¤—ा।
सà¥à¤¬à¤¹ 06:30 बजे मे चनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¤à¤¾à¤² से वापस बातल की और निकल पड़ा। सूचना के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• सरकारी बस सà¥à¤¬à¤¹ 09:00 – 09:30 तक बातल à¥à¤¾à¤¬à¥‡ पर पहà¥à¤à¤š जाती है। लेकिन मà¥à¤à¥‡ लग रहा था कि मैं उस वक़à¥à¤¤ तक नहीं पहà¥à¤à¤š पाऊà¤à¤—ा। मैं बिना रà¥à¤•े चले जा रहा था। काफी थकान हो गयी थी। दूर धूल उड़ती हà¥à¤ˆ नज़र आई। अरे ये तो बस है। मैं अà¤à¥€ à¥à¤¾à¤¬à¥‡ से कम से कम 15-20 मिनट की दूरी पर था। मैंने सोच लिया था कोई बात नहीं shared taxi से चला जाऊà¤à¤—ा। फिर à¤à¥€ मैं बिना रà¥à¤•े चलता रहा। जैसे-तैसे मैं à¥à¤¾à¤¬à¥‡ तक पहà¥à¤à¤š गया। चाय और बिसà¥à¤•à¥à¤Ÿ खाया। अपना बैग उठाया। बैग की रखवाली का कोई दाम नहीं देना पड़ा। बस मे चà¥à¤¾ और जाकर डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° केबिन मे à¤à¤• खाली सीट पर कबà¥à¥›à¤¾ कर लिया। बातल से मनाली बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड का टिकट ले लिया। किराया धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ मे नहीं आ रहा। मनाली मे उसी होटल पर जाकर ठहर गया जहाठपहली रात रà¥à¤•ा था। कà¥à¤› देर आराम करने के बाद मॉल रोड की ओर निकल गया। अगले दिन दिलà¥à¤²à¥€ जाने वाली à¤à¤• volvo की टिकट करा ली। 16-सितमà¥à¤¬à¤°-2014 शाम 4 बजे मनाली को अलविदा कर मैं वापस अपने घर की ओर चल दिया।
जलà¥à¤¦à¥€ फिर मिलेंगे।














Dear Anoop
It was very nice to read your care-free style of travel experiences.
Thanks.. please travel some and share.
Regards
सरपट !
Thanks for sharing beautiful visit and memories with nice clicks
GOOD CALIBER…….
Beautiful log and pics … good read !!!
अनूप जी
पहली कड़ी की तरह ये कड़ी भी काफी रोचक और रोमांचक है। सभी
Anoop ji
It was very nice to read your travel experience. It was fantastic and also inspire to go solo even you don’t have a company for such a wonderful place. Well descriptive with nice clicks.
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Regards
अनूप जी यार आप तो बिल्कुल मेरे जैसे हो घुम्मकड़ माँ कसम आपकी स्टोरी पड़ते वक़्त बिलकुल ऐसा लग रहा था जैसे मैं अभी मनाली में ही हु । पर यार आप चाय क्यों नही पि रहे थे ।पहाड़ो में तो चाय मिल जाए तो धरती पर स्वर्ग जैसा आंनद आ जाए पर कोई बात नहीं आपकी स्टोरी में फिलिंग थी ।