दिलà¥à¤²à¥€ की आबोहवा से जब मन à¤à¤°à¤¨à¥‡ लगता है तो अनायास ही हृदय मे पहाडो कि छवि उजागर होने लगती है। कà¥à¤› à¤à¥à¤¸à¤¾ हि हमारे साथ à¤à¥€ हो रहा था इसलिये बिना समय वà¥à¤¯à¤°à¥à¤¥ किये हमने आनन-फानन मे शिमला जाने का तय कर लिया। हलानà¥à¤•ि उन दिनो दिलà¥à¤²à¥€ के हालात जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सही नही चल रहे थे और हर तरफ से सिरà¥à¤« à¤à¤¨à¥¦à¤†à¤°à¥¦à¤¸à¥€à¥¦ या फिर कोरोना वायरस का ही शोर मचा हà¥à¤† था। आग मे घी डालने का काम दिलà¥à¤²à¥€ के दनà¥à¤—ो ने पूरा कर दिया था। फिर à¤à¥€ इन सब को दरकिनार करते हà¥à¤¯à¥‡ हमने जाखू महाराज (हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी) का नाम लिया और पानà¥à¤š मारà¥à¤š को सà¥à¤¬à¤¹ आठबजे दकà¥à¤·à¤¿à¤£ दिलà¥à¤²à¥€ से अपना सफर पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया। वैसे à¤à¥€ तूफान से किशà¥à¤¤à¥€ निकालने का जो मजा है वो और किसी मे नही। यधपि मै अपने पाठक मितà¥à¤°à¥‹ को यही सलाह देना चाहà¥à¤¨à¥à¤—ा कि à¤à¤¸à¥‡ माहोल मे या à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ मे किसी पà¥à¤°à¤•ार का जोखिम न ही उठाये तो बेहà¥à¤¤à¤° होगा।
लगà¤à¤— ढाई घनà¥à¤Ÿà¥‡ की यातà¥à¤°à¤¾ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ हम सोनीपत सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ ‘गरम धरम’ नाम के ढाबे मे जाकर रà¥à¤•े ताकि थोडा नाशà¥à¤¤à¤¾ किया जा सके। अरे येह कà¥à¤¯à¤¾ मै तो यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹ का उलà¥à¤²à¥‡à¤– करना ही à¤à¥‚ल गया। तो जनाब इस यातà¥à¤°à¤¾ मे हम कà¥à¤² चार लोग थे जिसमे मै, माताशà¥à¤°à¥€ और बहनाशà¥à¤°à¥€ के अलावा इस बार हमारे मामाशà¥à¤°à¥€ à¤à¥€ साथ थे जो कि पà¥à¤°à¤¥à¤® बार हमारे साथ इस पà¥à¤°à¤•ार कि यातà¥à¤°à¤¾ पर जा रहे थे।

इस ढाबे की à¤à¤• विशेषà¥à¤¤à¤¾ है कि इसमे धरà¥à¤® पाजी कि सà¤à¥€ फिलà¥à¤®à¥‹ के सनà¥à¤µà¤¾à¤¦, चितà¥à¤° और वाहन आपको दिखायी देते है जिनके साथ आप अपनी फोटो à¤à¥€ ले सकते है। अब यह सब वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• है या फिर गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤•ो को आकरà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने के लिये है इसका मà¥à¤à¥‡ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ कà¥à¤› नही पता। खैर इस मनोरनà¥à¤œà¤• ढाबे पर थोडी देर बिताने और पेट पूजा करने के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ हम चारो ने अपनी ‘विशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯ वेगन आर’ पर यातà¥à¤°à¤¾ को फिर से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया। इसॠबार गाडी सीधे चणà¥à¤¡à¥€à¤—ढ जाकर रà¥à¤•ी वो à¤à¥€ केवल इसलिये कि हम लघà¥à¤¶à¤¨à¥à¤•ा से निवृत होना चाहà¥à¤¤à¥‡ थे।
दिलà¥à¤²à¥€ से शिमला की दूरी लगà¤à¤— तीन सौ पचास कि०मी० है जिसमे दो सौ पचास कि०मी० तक रासà¥à¤¤à¤¾ मैदानी है तो आगे सौ कि०मी० तक पहाडी रासà¥à¤¤à¤¾ है किनà¥à¤¤à¥ डरने की कोई बात नही है कà¥à¤¯à¥‚नà¥à¤•ि शिमला तक का रासà¥à¤¤à¤¾ बहà¥à¤¤ ही चौडा है और इसमे मेरे जैसे साधारण चालक à¤à¥€ आसानी से गाडी चला सकते है। परनà¥à¤¤à¥ दिमाग और नजर दोनो का पूरी तरह से पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करना अनिवारà¥à¤¯ है अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ सावधानी हटी तो दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾ घटी। इसलिये सदैव अपनी लेन मे ही चलना चाहिये, गति पर नियनतà¥à¤°à¤£ रखना चाहिये और जब तक पूरा रासà¥à¤¤à¤¾ ना दिखायी दे तब तक ओवरटेक कदापि ना करे।
शिमला की हसीन वादियो मे पहà¥à¤¨à¥à¤š कर हमारा मन अब चाय और सूप पीने का हो गया तो थोडी देर हमने à¤à¤• छोटा सा बà¥à¤°à¥‡à¤• और ले लिà¥à¤¯à¤¾à¥¤


इस बार हमने सीधे शिमला पहà¥à¤¨à¥à¤š कर ही दम लिया। इस पूरी यातà¥à¤°à¤¾ मे हमे लगà¤à¤— दस घणà¥à¤Ÿà¥‡ लगे और शाम छः बजे तक हम अपने होटल बालजीस रिजेनà¥à¤¸à¥€ पहà¥à¤¨à¥à¤š गये। कà¥à¤¯à¥à¤¨à¥à¤•ि हम शिमला पहली बार जा रहे थे इसलिये हमने ‘मेक माई टà¥à¤°à¤¿à¤ª’ के माधà¥à¤¯à¤® से इस होटल के दो कमरो को तीन दिनो के लिये बà¥à¤• कर लिया था। हमने पानà¥à¤š तारीख को चेक इन किया और आठतारीख को चेक आउट किया जिसका खरà¥à¤šà¤¾ लगà¤à¤— पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹ हजार आया अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ ढाई हजार पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कमरा। होटल ठीक था, सफाई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¥€ ठीक थी बस कार पारà¥à¤•िनà¥à¤— à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ खà¥à¤²à¥‡ मे था। हालनà¥à¤•ि हमे तो केवल रात को सोने से मतलब था बाकि पूरा दिन तो बाहर ही घूमना था।

शिमला शहर कि सडके थोडा जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हि ऊपर नीचे होती है इसलिये मैने तो गाडी को हाथ à¤à¥€ नही लगाया और सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ टैकà¥à¤¸à¥€ का ही सहारा लिया। नà¥à¤¯à¥‚ शिमला मे हमारे à¤à¤• रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° à¤à¥€ रहते है जिनसे मिलना à¤à¥€ अनिवारà¥à¤¯ था, अतः सबसे पहले हमने उनके घर जाने का निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया और नहा धोकर दोपहर का खाना उनà¥à¤¹à¤¿ के घर पर किया। वैसे जाना तो सà¥à¤¬à¤¹ था किनà¥à¤¤à¥ शिमला मे लगातार बारिश हो रही थी जिसकि वजह से हम बाहर नही जा पा रहे थे। फिर दोपहर को वो ही अपनी गाडी से हमे लेने आ गये और हम उनके साथ हो लिये।
वरà¥à¤·à¥‹ उपरानà¥à¤¤ मà¥à¤²à¤¾à¤•ात हà¥à¤¯à¥€ थी इसलिये गोसिप मे थोडा जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ ही समय चला गया। खैर मेहमान नवाजी के बाद शाम को उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ हमे मालरोड पर घूमने के लिये छोड दिया जहा घूमते हà¥à¤¯à¥‡ कब रात हो गयी हमे पता ही नही चला। मालरोड पर आपको हर à¤à¤• पà¥à¤°à¤•ार के सामान बडी ही आसानी से मिल जाते है। à¤à¤¸à¤¾ कोइ बà¥à¤°à¤¾à¤£à¥à¤¡ नही जिसके कपडे यहा पर न मिलते हो। खाने पीने की à¤à¥€ खूब बहार है, जिसमे तरह तरह के देशी और विदेशी परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• à¤à¥€ दिखायी दे जाते है। खैर सैर सपाटा और पेट पूजा करने के बाद हम लोग अपने होटल मे चले गये ताकि अगले दिन के लिये तरोताजा हो सके।

se kam nahi lagta
साल दो हजार बीस, सात तारीख, शनिवार का दिन हमने जाखू मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के लिये तय किया जिसमे कà¥à¤«à¤°à¥€ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ ही जà¥à¤¡ गया। दरअसल हà¥à¤† यू कि हमने अपने होटल मे à¤à¤• कार चालक से बात की जो कि हमे जाखू मनà¥à¤¦à¤¿à¤° तक ले जा सके किनà¥à¤¤à¥ उसने कहा कि कà¥à¤«à¤°à¥€ मे अà¤à¥€ ताजा बरà¥à¤«à¤¬à¤¾à¤°à¥€ हो रही है जिसका आननà¥à¤¦ लेने के लिये हमे वहा à¤à¥€ जाना चाहिये। बस फिर कà¥à¤¯à¤¾ था, हम लोग जाखू मनà¥à¤¦à¤¿à¤° और कà¥à¤«à¤°à¥€ के लिये उसकी गाडी मे बैठगये और सबसे पहले वो हमे कà¥à¤«à¤°à¥€ ले कर गया। तकरीबन à¤à¤• घणà¥à¤Ÿà¥‡ की यातà¥à¤°à¤¾ के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ अरे येह कà¥à¤¯à¤¾ यहा तो जबरà¥à¤¦à¤¸à¥à¤¤ बरà¥à¤« गिर रही है। यहा पहà¥à¤¨à¥à¤šà¤¤à¥‡ ही आपको घोडे और खचà¥à¤šà¤° वाले घेर लेते है जिनकी तरफ हमने बिलà¥à¤•à¥à¤² à¤à¥€ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नही दिया कà¥à¤¯à¥à¤¨à¥à¤•ि हमे घà¥à¤¡à¤¸à¤µà¤¾à¤°à¥€ नही करनी थी बलà¥à¤•ि बरà¥à¤« मे खेलना था। इसलिये हमारा चालक हमे अडà¥à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤šà¤° पारà¥à¤• ले गया जहान बरà¥à¤« मे खेलने के अलावा आप कà¥à¤› रोमानà¥à¤šà¤• खेल à¤à¥€ खेल सकते हो। अडà¥à¤µà¥‡à¤¨à¥à¤šà¤° पारà¥à¤• मे पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ टिकट पनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¹ सौ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ है जिसमे आपको कपडे और जूते à¤à¥€ मिल जाते है। यहा पर हमारा कà¥à¤² खरà¥à¤š आया छः हजार रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ किनà¥à¤¤à¥ जो मजे बरà¥à¤« मे हमने किये वो सचमà¥à¥à¤š पैसा वसूल थे।




कà¥à¤› घणà¥à¤Ÿà¥‡ यहा पर à¤à¥€ बिताने के बाद अब हमे जाखू मनà¥à¤¦à¤¿à¤° जाना था और हम सीधे बैठगये अपनी टैकà¥à¤¸à¥€ मे। किनà¥à¤¤à¥ हमारे चालक साब कà¥à¤› जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ ही चालाक निकले और बरà¥à¤«à¤¬à¤¾à¤°à¥€ का बहाना बनाकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ हमे मालरोड पर येह बोलकर छोड दिया कि आप यहा से लिफà¥à¤Ÿ लेकर रोपवे के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° चले जाओ वो जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤œà¤¨à¤• है। हालानà¥à¤•ि हमारी बात दोनो जगह के लिये हà¥à¤¯à¥€ थी किनà¥à¤¤à¥ अब वो दूसरी जगह जाने से मना कर रहे थे, खैर हमे रोपवे काआननà¥à¤¦ लेने मे à¤à¥€ कोइ दिकà¥à¤•त नही थी इसलिये वही पर टैकà¥à¤¸à¥€ छोडà¥à¤•र हम आगे बढ गये। सबसे बढिया बात तो येह थी कि मारà¥à¤š के महीने मे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• शिमला मे नही थे और हमे कही पर à¤à¥€ à¤à¥€à¤¡à¤à¤¾à¤¡ का सामना नही करना पडा। रजà¥à¤œà¥ मारà¥à¤— से हम लोग शीघà¥à¤° ही मनà¥à¤¦à¤¿à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤—ण मे पहà¥à¤¨à¥à¤š गये और चारो तरफ बिखरी बरà¥à¤« को देखकर यू लगा मानो किसी चितà¥à¤°à¤•ार ने अदà¥à¤à¥à¤¤ चितà¥à¤°à¤•ारी की हो। यहा पर अचà¥à¤›à¥€ खासी वानरसेना आपका सà¥à¤µà¤¾à¤—त करने के लिये मारà¥à¤— पर विराजमान रहती है जिनसे à¤à¤¯à¤à¥€à¤¤ होने की कोई आवशà¥à¤¯à¤•ता नही है और आप यहा पर पूरी तरह सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ है।

Jai Shri Hanuman
मनà¥à¤¦à¤¿à¤° मे दरà¥à¤¶à¤¨ करने के ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ à¤à¤• लनà¥à¤—ूर महोदय मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤° पर आकर खडे हो गये, पहले तो थोडा à¤à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ हà¥à¤† किनà¥à¤¤à¥ वो तो केवल पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ के लिये आये थे, अतः हमने उनà¥à¤¹à¥‡ थोडा पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ और जेब मे रखे बिसà¥à¤•िट खिलाये जिसे खाने के बाद वो दौडकर मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤° के ऊपर जाकर बैठगये और हमे à¤à¤¸à¤¾ लगा मानो उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡ हमे जाने की इजाजत दे दी हो।
जाखू मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के बारे मे जितना हम जान पाये उसका उलà¥à¤²à¥‡à¤– इस पà¥à¤°à¤•ार है –
हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी सनà¥à¤œà¥€à¤µà¤¨à¥€ बूटी लेने के लिये हिमालय परà¥à¤µà¤¤ की तरफ जा रहे थे कि तà¤à¥€ उनकी नजर जाखू परà¥à¤µà¤¤ पर तपसà¥à¤¯à¤¾ मे लीन यकà¥à¤· ऋषि पर पडी। उनके नाम पर ही यकà¥à¤·+याक+याकू+जाखू इस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ का नाम जाखू पडा। सनà¥à¤œà¥€à¤µà¤¨à¥€ बूटी का परिचय जानने के लिये हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी यहा पर उतर गये और उनके वेग से जाखू परà¥à¤µà¤¤ जो पहले काफी उनà¥à¤šà¤¾ था आधा पृथà¥à¤µà¥€ के गरà¥à¤ मे समा गया। जहा पर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी उतरे थे वहा पर आज à¤à¥€ उनकी चरणो के निशान मौजूद है। हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी ने ऋषि को वापिस आने का वचन दिया किनà¥à¤¤à¥ वापसी मे हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी अयोधà¥à¤¯à¤¾ होते हà¥à¤¯à¥‡ छोटे मारà¥à¤— से चले गये जिससे कि ऋषि जी थोडा वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤² हो गये जिसके कारन हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी ने उनà¥à¤¹à¥‡ दरà¥à¤¶à¤¨ दिये और उनके अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¨ होते ही वहा पर à¤à¤• सà¥à¤µà¤¯à¤®à¥à¤à¥‚ मूरà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤•ट हà¥à¤¯à¥€ जो आज à¤à¥€ मनà¥à¤¦à¤¿à¤° मे विधमान है। यकà¥à¤· ऋषि ने हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी कि सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ को विधमान रखने के लिये इस मनà¥à¤¦à¤¿à¤° क निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया था।
खैर यह तो रही मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के इतिहास की बात, अब आगे बढà¥à¤¤à¥‡ है। पूरा दिन कà¥à¤«à¤°à¥€ और जाखू मनà¥à¤¦à¤¿à¤° मे बिताने के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ या यू कहिये कि बरà¥à¤« मे à¤à¤• दिन बिताने के बाद अब बारी थी वापिस अपने होटल मे जा कर आराम करने और फिर उसके बाद अपने रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤° के घर पर डिनर करने की। तो शाम को छः बजे तक हम अपने रूम मे वापिस आ गये थे और थोडी देर आराम करने के बाद हमने टैकà¥à¤¸à¥€ वाले से नà¥à¤¯à¥‚ शिमला चलने के लिये कहा। और अगले आधे घणà¥à¤Ÿà¥‡ मे उसने हमे निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर छोड दिया। यहा सब हमारा काफी देर से इनà¥à¤¤à¤œà¤¾à¤° कर रहे थे जिनसे मिलकर हमे à¤à¥€ बेहद खà¥à¤¶à¥€ हà¥à¤¯à¥€à¥¤ बस फिर कà¥à¤¯à¤¾ था डिनर करने और अगले तीन घणà¥à¤Ÿà¥‡ तक à¤à¤¾à¤°à¥€ गपशप करने के बाद हमने इनसे विदा ली येह बोलकर कि कल रविवार के दिन सà¥à¤¬à¤¹ हमे दिलà¥à¤²à¥€ के लिये à¤à¥€ निकलना है। अपने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤µà¤°à¥à¤· की à¤à¤• बात तो माननी पडेगी कि यहा पर मेहमान नवाजी बेहद खास अनà¥à¤¦à¤¾à¤œ मे की जाती है जिसका कोई जवाब नही।
अगले दिन, आठमारà¥à¤š दो हजार बीस, रविवार के दिन सà¥à¤¬à¤¹ नौ बजे हमने शिमला शहर को अलविदा कहते हà¥à¤¯à¥‡ अपनी दिलà¥à¤²à¥€ यातà¥à¤°à¤¾ का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किया और सफर का आननà¥à¤¦ लेते हà¥à¤¯à¥‡ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ राजमारà¥à¤— पानà¥à¤š और फिर à¤à¤• से होते हà¥à¤¯à¥‡ शाम को साढे सात बजे तक सकà¥à¤¶à¤² अपने निवास सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दिलà¥à¤²à¥€ पहà¥à¤¨à¥à¤š गये।
हमारी येह यातà¥à¤°à¤¾ à¤à¥€ अनà¥à¤¯ यातà¥à¤°à¤¾à¤“ की तरह ही छोटी और सà¥à¤—म थी जिसमे हमने जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤²à¥‹ का à¤à¥à¤°à¤®à¤£ तो नही किया किनà¥à¤¤à¥ जो à¤à¥€ किया वो अदà¤à¥à¤¤ था। वैसे à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•ृति के साकà¥à¤·à¤¾à¤¤ दरà¥à¤¶à¤¨ करने और उसे आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤ करने मे जो समय लगता है उसके लिये आपको à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर टिक कर रहना पडता है अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ घूमने के चकà¥à¤•र मे कई बार हम वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¤à¤¾ से रà¥à¤¬à¤°à¥ नही हो पाते। शिमला शहर वैसे तो काफी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° है किनà¥à¤¤à¥ यदि आप और à¤à¥€ खूबसूरत नजारो का लà¥à¤¤à¥à¤« उठाना चाहà¥à¤¤à¥‡ है तो उसके लिये आपको शिमला से आगे टà¥à¤°à¤µà¤² करना पडेगा।
पहाडो पर हम जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ टà¥à¤°à¤µà¤² करने के मूड मे नही थे इसलिये हमने शिमला मे ही तीन दिन बिताने का निशà¥à¤šà¤¯ किया और थोडी बहà¥à¤¤ घà¥à¤®à¤•à¥à¤•डी करने और अपने रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥‹ से मेल मिलाप करने के उपरानà¥à¤¤ इस शहर की यादो को अपने जेहन मे समेट कर वापिस अपने घरौनà¥à¤¦à¥‡ मे लौट आये।
चलते चलते शायर आशà¥à¤«à¥à¤¤à¤¾ चनà¥à¤—ेजी की कलम से –
किस की तलाश है हमे किसके असर मे है, जब से चले है घर से मà¥à¤¸à¤²à¤¸à¤° सफर मे है।
Nice blog. Thanks fro sharing it :)
Thank u so much Ma’am