विगत 30 वरà¥à¤·à¥‹ के वैवाहिक जीवन में à¤à¤¾à¤°à¤¤ का लगà¤à¤— हर कोना सपरिवार घूम चूका था. कशà¥à¤®à¥€à¤° से कनà¥à¤¯à¤¾à¤•à¥à¤®à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ पोरबंदर से पोरà¥à¤Ÿ बà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤°.पतà¥à¤¨à¥€ बचà¥à¤šà¥‹ के साथ दà¥à¤µà¤¿à¤µà¤¾à¤°à¥à¤·à¤¿à¤• à¤à¥à¤°à¤®à¤£ हमारे जीवन का अà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ अंग बन चूका था. किनà¥à¤¤à¥ किसी न किसी कारणवश हम ताजमहल देखने नही जा सके. कà¤à¥€ बà¥à¤°à¥‡à¤• जरà¥à¤¨à¥€ अवॉयड की तो कà¤à¥€ रिजरà¥à¤µà¥‡à¤¶à¤¨ नही मिला. कà¤à¥€ सोचा पास ही तो है देख आयेंगे किसी दिन.
हालाà¤à¤•ि बचà¥à¤šà¥‡ अलग अलग जा के देख चà¥à¤•े थे और मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ जीवन में 2 बार जाने का अवसर मिल चà¥à¤•ा था किनà¥à¤¤à¥ पतà¥à¤¨à¥€ अब तक ताज दरà¥à¤¶à¤¨ से वंचित ही रही थी और गाहे बगाहे मौका देखकर ताना मारने से नही चूकती थी.मैं à¤à¥€ बस मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾ के रह जाता था. इस वरà¥à¤· सोचा की ये शिकायत दूर कर दू और पतà¥à¤¨à¥€ के 50 वे जनà¥à¤® दिन पर उसे ताज दिखा लाऊ (बना तो हम सकते नही)
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ से टिकट कटाया और सà¥à¤¬à¤¹ सà¥à¤¬à¤¹ ताज नगरी पहà¥à¤š गये.
बॉन फायर नाम के होटल में बà¥à¤•िंग थी वहा चेक इन किया चाय नाशà¥à¤¤à¥‡ के बाद ऑटो वाले से पूछा तो उसने पचास रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ कहा जबकि पैदल आधा किमी à¤à¥€ नही था. 20 में तय करके पहà¥à¤šà¥‡ ताज के पूरà¥à¤µà¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤° पर. टिकट रà¥.40 मातà¥à¤° जबकि विदेशी रà¥.1000. बैटरी कारà¥à¤Ÿ से लगà¤à¤— 1 किमी दूर मà¥à¤–à¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤° पहà¥à¤šà¥‡. पतà¥à¤¨à¥€ के उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ का और छोर नही था. पहली बार ताज.
खैर औपचारिकता (परिचय पतà¥à¤° वॠपते का पà¥à¤°à¥‚फ) पूरी कर अनà¥à¤¦à¤° गये. मà¥à¤à¥‡ याद था की पहले बड़ा सा सामने वाला मà¥à¤–à¥à¤¯ दरवाजा बंद हà¥à¤† करता था वॠसाइड के छोटे से दरवाजे से पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ होता था à¤à¤µà¤‚ अचानक ताज की à¤à¤µà¥à¤¯ इमारत देख के आà¤à¤–े फटी रह जाती थी. किनà¥à¤¤à¥ इस बार सामने का à¤à¤µà¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤° खà¥à¤²à¤¾ मिला जिससे दूर से अधूरे ताज के दीदार शà¥à¤°à¥‚ हो गये थे. पतà¥à¤¨à¥€ के लिठपहला ही अवसर था उसने शà¥à¤à¥à¤° विशाल इमारत देखी और जैसी की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ थी सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§ रह गयी. मà¥à¤à¥‡ à¤à¥€ 15 वरà¥à¤· बाद आने का अवसर मिला था और बहà¥à¤¤ सारे आसपास परिवरà¥à¤¤à¤¨ à¤à¥€ दिखे किनà¥à¤¤à¥ ताज का रूप वैसा ही था.
अपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®, अदà¥à¤à¥à¤¤, अविसà¥à¤®à¤°à¤£à¥€à¤¯
शबà¥à¤¦ कम थे सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯ अफाट. बस सामने की दायी मीनार पर रखरखाव का काम चल रहा था वो मखमल पे टाट का पैबंद लग रहा था किनà¥à¤¤à¥ अतà¥à¤¯à¤‚त आवशà¥à¤¯à¤• है अब तो. वातावरण अतà¥à¤¯à¤‚त पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित हो चला है. गाडियों का धà¥à¤à¤†, मथà¥à¤°à¤¾ रिफायनरी से आता विषैला धà¥à¤à¤†. इन सबसे ताज की रकà¥à¤·à¤¾ आवशà¥à¤¯à¤• है.
आगे बढे. जूतों पर ऊपर से कवर लगा के जैसे जैसे आगे बढ़ रहे थे सफ़ेद संगमरमर की चकाचौंध से आà¤à¤–े बंद हो रही थी. फरà¥à¤¶ अà¤à¥€ ठंडा ही था और पीछे यमà¥à¤¨à¤¾ की तरफ छाव थी तो वही बैठे रहे काफी देर.



à¤à¤¸à¤¾ कहा जाता है की यमà¥à¤¨à¤¾ के दूसरी और à¤à¤• काला ताज बनाने की योजना à¤à¥€ थी जिसे à¤à¤• पà¥à¤² के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आपस में जोड़ा जाना था. ये योजना अरà¥à¤¥à¤¾à¤à¤¾à¤µ à¤à¤µà¤‚ शाहजहाठको कैद कर लिठजाने के कारण पूरà¥à¤£ ना हो सकी,किनà¥à¤¤à¥ यदि à¤à¤¸à¤¾ हो पाता तो इसका विलकà¥à¤·à¤£ सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯ संसार को अà¤à¤¿à¤à¥‚त कर जाता.
अब तक विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ दिशा से फोटो लिठजा रहे थे . अनà¥à¤¦à¤° बाहर दो दो बार जाके à¤à¥€ पतà¥à¤¨à¥€ संतà¥à¤·à¥à¤Ÿ नही हो पा रही थी . कही कà¥à¤› देखने का रह ना जाà¤. कà¥à¤› छूट ना जाà¤. लगà¤à¤— 3 घंटे बिताये और इचà¥à¤›à¤¾ ना होते हà¥à¤ à¤à¥€ वापस बाहर आये. बाहर के à¤à¤• रेसà¥à¤¤à¤°à¤¾ में à¤à¥‹à¤œà¤¨ किया और होटल पहà¥à¤š के थकान दूर की.
सायं आगरे की मशहूर चाट और कचोरियो का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ ताज गंज में लिया
अगले दिन लाल किला देखने का पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® बनाया था…



लाल किला
सà¥à¤¬à¤¹ सà¥à¤¬à¤¹ साड़े पांच बजे नींद खà¥à¤² गयी à¤à¤µà¤‚ पतà¥à¤¨à¥€ का मूड à¤à¤• बार फिर ताज देखने का हà¥à¤†…हलकी ठणà¥à¤¡ में पैदल ही पहà¥à¤š गये और आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤šà¤•ित हो के देखते कà¥à¤¯à¤¾ है की सिरà¥à¤« हम गिने चà¥à¤¨à¥‡ दो चार à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ थे और लगà¤à¤— पांच सात सौ की संखà¥à¤¯à¤¾ में विदेशी परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•…हर देश के …कही से इंगà¥à¤²à¤¿à¤¶ à¤à¤¾à¤·à¤¾ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दे रही थी तो कही कोई गाइड सà¥à¤ªà¥‡à¤¨à¤¿à¤¶ या जरà¥à¤®à¤¨ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में इन परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•ों से बात कर रहा था…पता चला की लगà¤à¤— सà¤à¥€ विदेशी सà¥à¤¬à¤¹ ही यहाठआते है à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ à¤à¥€à¤¡à¤¼ से दूर और ये सà¥à¤à¤¾à¤µ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गाइड और होटल वाले देते है…पिछले दिन à¤à¥€ विदेशी परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• काफी थे पर आज à¤à¤¸à¤¾ लगा की हम लोग विदेश घà¥à¤®à¤¨à¥‡ आये है …इतने अधिक विदेशी à¤à¤• साथ à¤à¤• ही जगह पे à¤à¤¾à¤°à¤¤ में कही नही देखने को मिलते..
खैर..सूरà¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ के थोडा पहले अनà¥à¤¦à¤° पहà¥à¤šà¥‡…हलके से उजाले में ताज का दूसरा ही रूप नज़र आया…शांत सà¥à¤¨à¤¿à¤—à¥à¤§…उसके बाद…धीरे धीरे सूरà¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ के साथ सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥€ किरणे ताज के गà¥à¤®à¥à¤¬à¤œ पे पड़ना शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤ˆ और बस मà¥à¤¹ खà¥à¤²à¤¾ का खà¥à¤²à¤¾ रह गया …सà¤à¥€ आगंतà¥à¤• सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§ और विसà¥à¤®à¤¯ से निहार रहे थे …नीरव शांतता…कोई शोरगà¥à¤² नही…और अब पता चला वासà¥à¤¤à¤µ में सà¥à¤¬à¤¹ ताज देखने के पीछे का रहसà¥à¤¯…कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ विदेशी सà¥à¤¬à¤¹ आते है ?? आप à¤à¥€ कà¤à¥€ जाओ तो सà¥à¤¬à¤¹ 6 बजे ही पहà¥à¤š जाइये.. अदà¥à¤à¥à¤¤ सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯ ताज का सà¥à¤¬à¤¹ और à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¿à¤¯ होता है…
उस दिन पूरà¥à¤£à¤¿à¤®à¤¾ का अगला दिन था और रात को चाà¤à¤¦ की रौशनी में ताज का सौनà¥à¤¦à¤°à¥à¤¯ और à¤à¥€ बढ़ जाता है à¤à¤¸à¤¾ सà¥à¤¨ रखा था तो रात की बà¥à¤•िंग कराने पिछले दिन गये थे तब तक बà¥à¤•िंग खतà¥à¤® हो चà¥à¤•ी थी इसलिठपिछली रात मौक़ा चà¥à¤• गये थे पर वो मलाल थोडा कम हो गया जब सà¥à¤¬à¤¹ ताज को देखा.
9 बजे होटल पहà¥à¤šà¥‡ और नहा के रूम से चेक आउट किया…शाम 4 बजे की टà¥à¤°à¥‡à¤¨ थी…सामान ले के लाल किला पहà¥à¤šà¥‡…वहा पर सामान रखने की अचà¥à¤›à¥€ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ है ये पता कर लिया था,कà¥à¤²à¥‰à¤• रूम में सामान जमा किया और टिकट आदि ले के अनà¥à¤¦à¤° पहà¥à¤šà¥‡..
ये किला किसने बनवाया इसके बारे में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कहानिया है किनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• बात पकà¥à¤•ी है की मà¥à¤—़लो ने इसको राजपूत शासको से हथिया लिया था और इसको सà¥à¤µà¤¯à¤‚ के रहवास के रूप में विकसित किया,दिलà¥à¤²à¥€ के लाल किले के मà¥à¤•ाबले ये बहà¥à¤¤ बड़ा है ,लाल पतà¥à¤¥à¤°à¥‹ से बनी यह à¤à¤• अदà¥à¤à¥à¤¤ इमारत है…
à¤à¤• के बाद à¤à¤• किले के ककà¥à¤· देखते हà¥à¤ दीवान ठख़ास फिर दीवान ठआम पहà¥à¤šà¥‡…काफी बड़ा किला था थकान सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• थी…किले की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤° से ताज और यमà¥à¤¨à¤¾ का नज़ारा सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° था..1558 में अकबर ने आगरा में राजधानी बसायी तब तक बाबर हà¥à¤®à¤¾à¤¯à¥ आदि रह चà¥à¤•े थे इसमें…
इसकी देखà¤à¤¾à¤² à¤à¥€ उचित ढंग से हो रही है देखके अचà¥à¤›à¤¾ लगा..अपने साथ पानी ले जाठकà¥à¤¯à¥‹à¤•ि अनà¥à¤¦à¤° सिरà¥à¤« निकास दà¥à¤µà¤¾à¤° के पास ही पीने के पानी की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ है..
कà¥à¤²à¥‰à¤• रूम से सामान लिया और à¤à¤• इ रिकà¥à¤¶à¤¾ से सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ के लिठनिकले..
रासà¥à¤¤à¥‡ में बà¥à¤°à¤œà¤µà¤¾à¤¸à¥€ के यहाठसà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ à¤à¥‹à¤œà¤¨ किया और आगरे का पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤¦ पेठा ख़रीदा और शाम को 4 बजे टà¥à¤°à¥‡à¤¨ के लिठसà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤šà¥‡…
इस तरह ये बहà¥à¤ªà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ यातà¥à¤°à¤¾ पूरà¥à¤£ हà¥à¤ˆ
हमारा अगला पड़ाव पूरी तरह à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रेल के à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ था…छतà¥à¤¤à¥€à¤¸à¤—ढ़ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ में वेटिंग टिकट था और कनà¥à¤«à¤°à¥à¤®à¥‡à¤¶à¤¨ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ छूटने से 2 घंटे पहले ही पता चलना था…लाल किला इसी उहापोह में घà¥à¤®à¥‡ कि शाम को अमृतसर जाना है या वापस à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤²…
अमृतसर और वाघा बॉरà¥à¤¡à¤° की यातà¥à¤°à¤¾ का विवरण अगली क़िसà¥à¤¤ में पढ़े..
संजीव जोशी
सच ताज को देखने का मन बार-बार करता है
बहुत सुन्दर यात्रा वृतांत प्रस्तुति
Thanks kavita ji.
Really Nice and Mesmeric ..!!!!!!!!!!!!!!
Keep Penning…
Thanks Dr.Dilip ji….sure I will.
अत्यंत मनभावन पोस्ट है सर जी,
ताज का विवरण अच्छा लगा, वैसे इस दूधिया ईमारत की जितनी तारीफ की जाये उतनी कम है, मान गए बनवाने वाले की मोहब्बत और बनाने वाले की जुनूनियत दोनों को, घुमते रहिये घुमाते रहिये।
Arun bhai,aapko vivran achha laga iske liye dhanyvad…abhi shuruaat hai likhne ki,bhavishya me aur achha prayas rahega,meri jaisalmer aur Goa bhi padhe.
Taj is indeed Taj. We booked ourselves for the night-viewing in Feb 2016 but I think it was not a good choice of the month, because it got a bit foggy/smoggy. We will try again, I guess.
I was again at Taj, in December 2016. This time we were there for a few hours. When I go next and If I stay for the night, I will keep your tip of visiting in early morning, in my mind. Hopefully we will be able to beat most of the rush.
Thank you Mr. Joshi for sharing this with.
Dear Nandan ji,hame bhi achanak subah jaane ka man hua aur bahut achha laga,ab agli baar hum log poornima advance me plan kar jayenge.Thanks aapko.
वैसे आप किस मौसम में गठथे? ताज का दीदार तो पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ ठणà¥à¤¡ में मौसम में ही किया जाता होगा, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आगरा की गरà¥à¤®à¥€ काफी à¤à¥€à¤·à¤£ होती है. फिर à¤à¥€ 2012 में हमने à¤à¤• बार मई के à¤à¤¯à¤‚कर गरà¥à¤®à¥€ में जाने का दà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¸ उठाया, लेकिन ताज की सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¤à¤¾ को देखते ही कलेजे को ठंडक मिल गयी.
http://www.travelwithrd.com/2015/10/blog-post_8.html