सà¤à¥€ घà¥à¤®à¥à¤®à¤•ड़ परिवारजनों को राज जोगी का सादर पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® सà¥à¤µà¥€à¤•ार हो|पिछली पोसà¥à¤Ÿ में आप हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° रात दिन à¤à¤•दिवसीय घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़ी का आखों देखा हाल पढ़ चà¥à¤•े है|आज इस पोसà¥à¤Ÿ के माधà¥à¤¯à¤® से आपको देहरादून à¤à¤•दिवसीय घà¥à¤®à¥à¤®à¤•ड़ी का आनंद पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ है|हम अपनी टीम यानि परिवार को लेकर पहà¥à¤à¤š गठआनंद विहार बस अडà¥à¤¡à¥‡|रात के 11:00 बजे की उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड रोडवेज की देहरादून मेल मे जा सवार हà¥à¤|सà¥à¤¬à¤¹ सवेरे 5:00 बजे हम दून की पिच यानि à¤à¥‚मि पर पहà¥à¤š गà¤|अब हमारी टीम यानि सà¤à¥€ परिवार जन (मैं,पतà¥à¤¨à¥€,बिटिया और मेरा नटखट आलराउंडर पà¥à¤¤à¥à¤°)कमर कस तैयार थे दून घà¥à¤®à¥à¤®à¤•ड़ी मैच के लिà¤|हम ऑटो पकड़ कर दून आई à¤à¤¸ बी टी से देहरादून रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤šà¥‡à¤‚|अब आप सोच रहे होंगे ये कà¥à¤¯à¤¾ माजरा है दून उतरते ही बस अडà¥à¤¡à¥‡ से सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ की दौड़ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚|हमें अपने अतिरिकà¥à¤¤ à¤à¤¾à¤° से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ जो पानी थी|रेलवे का कà¥à¤²à¥‹à¤• रूम खोज कर अपना सामान उसमे जमा करा दिया|सामान रखने का शà¥à¤²à¥à¤• था केवल रà¥.10 पà¥à¤°à¤¤à¤¿ नग 24 घंटे के लिà¤|देहरादून से रातà¥à¤°à¤¿ मे वापसी करनी थी इसलिठहोटल में न रà¥à¤•े न उसकी खोज में समय बरà¥à¤¬à¤¾à¤¦ किया|यंहां à¤à¤• बात का अवशà¥à¤¯ जिकà¥à¤° करूà¤à¤—ा कंही à¤à¥€ जाये अपना à¤à¤• फोटो आई डी व उसकी कà¥à¤› फोटो कापी अवशà¥à¤¯ साथ रखें|यह आपको होटल में रà¥à¤•ने पर ,कà¥à¤²à¥‹à¤• रूम मे सामान रखते वकà¥à¤¤ इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ मे बड़े काम आती है|नितà¥à¤¯ करà¥à¤® से निरà¥à¤µà¤¿à¤¤ हो हमने देहरादून घूमने का जà¥à¤—ाड़ लगाना शà¥à¤°à¥‚ किया|हमारे पास दो विकलà¥à¤ª थे पहला देहरादून टैकà¥à¤¸à¥€ यूनियन का देहरादून à¤à¥à¤°à¤®à¤£ टैकà¥à¤¸à¥€ पेकेज व दूसरा राह चलता ऑटो को पकड़ कर अपने पेकेज पर घूमना|हमनें उपकपà¥à¤¤à¤¾à¤¨ यानि अपनी पतà¥à¤¨à¥€ से सलाह की और दूसरा विकलà¥à¤ª चà¥à¤¨à¤¾|इस का à¤à¤• कारण मौनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤• à¤à¥€ था|à¤à¤ˆ टैकà¥à¤¸à¥€ का किराया लगà¤à¤— रà¥.1200 जबकि ऑटो का रà¥.700 तय हà¥à¤¯à¤¾|हमारा ऑटो डà¥à¤°à¤¾à¤ˆà¤µà¤° शेरखान काफी à¤à¤²à¤¾ इंसान था, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बाकि ऑटोवाले दो जगह घà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‡ के ही 500-600 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ मांग रहे थे|हमने जो घूमने का पेकेज बनाया उसमे शामिल था–1.सहसà¥à¤°à¤§à¤¾à¤°à¤¾ 2.साईं मनà¥à¤¦à¤¿à¤° 3.बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¾ सेंटर 4.घà¥à¤šà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¥€5.टपकेशà¥à¤µà¤° महादेव मनà¥à¤¦à¤¿à¤° .6.राम राय दरबार|
सबसे पहले पहà¥à¤šà¥‡ सहसà¥à¤°à¤§à¤¾à¤°à¤¾|अगसà¥à¤¤ २०११ में बालà¥à¤¦à¥€ नदी में आई बाढ़ के कारण यंहां काफी नà¥à¤•सान हà¥à¤† था|कà¤à¥€ गà¥à¤²à¤œà¤¾à¤° रहा करने वाला यह पिकनिक- सà¥à¤¥à¤² अब काफी उजाड़ लग रहा था|बड़े -बड़े चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥€ पतà¥à¤¥à¤° यंहां -वंहा बिखरे पड़े थे|
यंहां सामने पहाड़ी पर गà¥à¤«à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ है|जिनमे पà¥à¤°à¤•िरà¥à¤¤à¤¿à¤• रूप मे गंधक का पानी निरंतर गिरता रहता है व इसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गà¥à¤«à¤¾ के à¤à¥€à¤¤à¤° सरचानाठबन जाती है |जो की देखने लायक है |हम समय आà¤à¤¾à¤µ के कारणवश वंहा न जा पाà¤|

सामने पहाड़ी पर कà¥à¤› मनà¥à¤¦à¤¿à¤° व गंधक की गà¥à¤«à¤¾à¤à¤‚
सà¤à¥€ परिवारजनों ने सहसà¥à¤°à¤§à¤¾à¤°à¤¾ के शीतल जल मे उतर कर खूब आनंद लिया|
इसके बाद हम सà¤à¥€ राजपà¥à¤° रोड पर साईं मनà¥à¤¦à¤¿à¤° मे दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठगà¤|मनà¥à¤¦à¤¿à¤° साफ़ व सà¥à¤‚दर बना हà¥à¤† था |अंदर हाल मे साईं की सà¥à¤‚दर परितिमा à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹ को आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ देती पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ हो रही थी |हम à¤à¥€ कà¥à¤› देर वंहा के शांत और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥‚रà¥à¤£ वातावरण मे विलीन से हो गठ|इसके बाद हमने वंही बाबा का पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦à¤°à¥à¤ªà¥€ लंगर à¤à¥€ गà¥à¤°à¤¹à¤£ किया |कढी व चावल का यह बाबा का लंगर सà¤à¥€ à¤à¤•à¥à¤¤à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ दोपहर मे निशà¥à¤²à¥à¤• वितरित किया जाता है |
साईं मनà¥à¤¦à¤¿à¤° के बगल मे ही साकà¥à¤¯ बà¥à¤§à¤¾ सेंटर है|बà¥à¤¦à¥à¤§ धरà¥à¤® के साकà¥à¤¯ संमपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ का यह धारà¥à¤®à¤¿à¤• व शैकà¥à¤·à¤¿à¤• केनà¥à¤¦à¥à¤° है |यंही पर इनके गà¥à¤°à¥ शà¥à¤°à¥€ साकà¥à¤¯ तà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤œà¤¿à¤¨ का निवास à¤à¥€ है |बाहर से देखने पर à¤à¤• सà¥à¤‚दर सी मोनेसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤¨ मन को मोह लेता है|
दोपहर का वकà¥à¤¤ होने के कारण मà¥à¤–à¥à¤¯ à¤à¤µà¤¨ बंद था इसलिय अंदर से नहीं देख सके | इसके बाद हम पà¥à¤°à¤•रà¥à¤¤à¤¿ का अजूबा घूचूपानी या रोबरà¥à¤¸ केव की और चल पड़े |हमारे गाइड और ऑटो चालक ने बताया जब आप अंदर जाओगे तो à¤à¤¸à¤¾ लगेगा की आप वातà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥à¤•à¥à¤²à¤¿à¤¤ सà¥à¤°à¤‚ग मे चल रहे है |घूचूपानी, देहरादून से 8 किलोमीटर दूर राजपà¥à¤° रोड पर अनारवाला गांव से 1 किलोमीटर की पैदल दूरी पर सिथत है |यह à¤à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤•रà¥à¤¤à¤¿à¤• गà¥à¤«à¤¾ है जिसमे लगà¤à¤— आधा किलोमीटर अंदर तक आप जा सकते है|गà¥à¤«à¤¾ के अंदर पानी गà¥à¤ªà¥à¤¤ सà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥‹à¤‚ से बह रहा है |यंहा टिकेट ले कर हम अंदर परवेश कर गये à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था जैसे डिसà¥à¤•वरी चैनल के किसी पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® में शामिल हो गये है |कंही सà¥à¤‚दर à¤à¤°à¤¨à¤¾ है तो कंही ऊपर से गà¥à¤«à¤¾ की दीवार मे से पानी की बोछार हो रही है |कà¤à¥€ आप कमर तक पानी मे डूब जाते है तो अगले ही पल पानी à¤à¤•दम गायब हो जाता है|मेरे नटखट पà¥à¤¤à¥à¤° ने इस जगह को नाम दिया गà¥à¤ªà¤šà¥à¤ª पानी |

गà¥à¤«à¤¾ के अंतिम छोर पर पानी का छोटा सा पूल
गà¥à¤ªà¤šà¥à¤ª पानी की गà¥à¤«à¤¾ में दो घंटे तक खूब मसà¥à¤¤à¥€ करने के बाद हमारी टीम बाहर आ गयी |गà¥à¤«à¤¾ के दà¥à¤µà¤¾à¤° पर खाने पीने की दà¥à¤•ानें है |वंहा हमने बटर मैगी का आनंद लिया |यंहा में à¤à¤• बात कहना चाहूà¤à¤—ा की पà¥à¤°à¤•िरिति के सौंदरà¥à¤¯ का बाजारीकरण नहीं होना चाहिये|खाने -पीने के सà¥à¤Ÿà¤¾à¤²à¥‹à¤‚ से वंहा गंदगी फैलने लगी थी |पà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤• की खाली बोतलें ,गà¥à¤²à¤¾à¤¸, पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ का यंहा -वंहा सामà¥à¤°à¤¾à¤œà¥à¤¯ फैलने लगा था |हमने मैगी जरूर ली पर दिसà¥à¤ªà¥‹à¤¸à¤¬à¥à¤² पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ के लिठन कर दिया |अगर हम परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को बचाने मे थोड़ा सा à¤à¥€ योगदान करे तो काफी कà¥à¤› हो सकता है |बूà¤à¤¦ -बूà¤à¤¦ से ही घड़ा à¤à¤°à¤¤à¤¾ है |घूचूपानी पिकनिक सà¥à¤ªà¥‹à¤Ÿ पर à¤à¤• रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤Ÿ कामà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤¸ à¤à¥€ जनà¥à¤¹à¤¾ à¤à¤• सà¥à¤‚दर सा फवà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ चल रहा था |हमारे नटखट सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤° वंहा à¤à¥€ आनंद लेने लगे |
रोबरà¥à¤¸ केव के बाद हम अगले पड़ाव टपकेशà¥à¤µà¤° महादेव मनà¥à¤¦à¤¿à¤° की और चल पड़े |टपकेशà¥à¤µà¤° महादेव मनà¥à¤¦à¤¿à¤° गà¥à¤°à¥ दà¥à¤°à¥‹à¤£à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ और उनके पà¥à¤¤à¥à¤° असà¥à¤µà¤¥à¤¾à¤®à¤¾ की तपोसà¥à¤¥à¤²à¥€ है |यंहा पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गà¥à¤«à¤¾ मे इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शिव की तपसà¥à¤¯à¤¾ कर वरदान पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किà¤|यंहा के मà¥à¤–à¥à¤¯ आकरà¥à¤·à¤£ है रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· के शिवलिंग ,गौरी शंकर सà¥à¤µà¤¯à¤®à¥à¤à¥‚ शिवलिंग ,माता के पिंडी दरà¥à¤¶à¤¨ गà¥à¤«à¤¾ में, सà¥à¤µà¤¯à¤®à¥à¤à¥‚ शिवलिंग व नागराज दरà¥à¤¶à¤¨ |
टपकेशà¥à¤µà¤° महादेव मनà¥à¤¦à¤¿à¤° में दरà¥à¤¶à¤¨ व पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर अब हम अपनी दून यातà¥à¤°à¤¾ के अंतिम पड़ाव राम राय दरबार की और चल दिठ|शाम हो चली थी और राम राय दरबार दून रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ के समीप ही था ,जनà¥à¤¹à¤¾ हमारा सामान कà¥à¤²à¥‹à¤• रूम मे जमा था |

टपकेशà¥à¤µà¤° मनà¥à¤¦à¤¿à¤° की ओर जाती व ऊपर आती अनगिनत सीडियां
देवà¤à¥‚मि उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की राजधानी व उतà¥à¤¤à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤‚चल राजà¥à¤¯ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ देहरादून में गà¥à¤°à¥ रामराय दरबार महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤² है|देहरादून में बहà¥à¤¤ सारे उतà¥à¤¸à¤µ और मेले आयोजित किठजाते हैं, जिसमें à¤à¤‚डा उतà¥à¤¸à¤µ 1699 में गà¥à¤°à¥ राम राय के शहर में आने की याद के तौर पर मनाया जाता है।गà¥à¤°à¥ राम राय के पिता गà¥à¤°à¥ हरि राय ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤—़ल राजा औरंगज़ेब के दरबार में चमतà¥à¤•ार दिखाने के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¾ था। देहरादून पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ पर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यहाठआकर इतना अचà¥à¤›à¤¾ लगा कि वे यहीं रà¥à¤• गठऔर यहाठà¤à¤• गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बनाया जिसका नाम गà¥à¤°à¥ राम राय दरबार रखा। यहीं उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपना à¤à¤‚डा फहराया। तब से आज तक होली के पाà¤à¤šà¤µà¥‡ दिन बाद यह उतà¥à¤¸à¤µ मनाया जाता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इसी दिन गà¥à¤°à¥ राम राय देहरादून पहà¥à¤à¤šà¥‡ थे।देश à¤à¤° से उनके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ इसमें à¤à¤¾à¤— लेने यहाठआते हैं। दून घाटी में मनाया जाने वाला यह सबसे बड़ा मेला है। इस दिन à¤à¤‚डा चौक पर इस उतà¥â€à¤¸à¤µ का आयोजन किया जाता है और à¤à¤‚डा फहराया जाता है। जब हम लोग राम राय दरबार पहूचें तब मारà¥à¤š का महीना था ओर à¤à¤‚डा मेला अपने पूरे जोर पर था |
गà¥à¤°à¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ में दरà¥à¤¶à¤¨ कर हमारी टीम ने जलà¥à¤¦à¥€ से कà¥à¤²à¥‹à¤• रूम से सामान उठा बस अडà¥à¤¡à¥‡ की ओर दौड़ लगायी ओर दिलà¥à¤²à¥€ की ओर जाने वाली बस में जा जमे |
कà¥à¤› काम की जानकारी दून बस अडà¥à¤¡à¥‡ पर लगी बस की समय सारणी|
देहरादून की à¤à¤•दिवसीय घà¥à¤®à¤•à¥à¤•डी का यंही समापन करता हूठ| आपको घà¥à¤®à¤•à¥à¤•डी का आनंद कराता रहूà¤à¤—ा |
राज जी देहरादून का वन डे मैच काफी रोमांचक रहा
शुरू में ऑटो थक्सी के चक्कर में विक्केट जल्दी गिरे
लेकिन बाद में आपके आल रौंदर ने काफी अच्छी बटिंग बोवलिंग की … लास्ट में आखरी ओवर में आपकी दोर्ड ने मैच जीता लिया .
हमने दर्शक बन कर भरपूर मजा लिया
सर्वेश जी उत्तसाह्वर्धन के लिए धन्यवाद|
I have passed through Dehradun thrice but never saw anything… perhaps your log will be useful during my next visit
tks for sharing
S.S. जी जितना हम जानते है देहरादून के बारे मे वोह काफी कम है |मुख्य शहर से बाहर इतनी खूबसूरत जगह है की एक दिन काफी नहीं है उनहें निहारने के लिए |जब हम देहरादून पहुचे तब हम भी सहस्रधारा के ही बारे मे जानते थे |जब दून के अनजाने स्थलों (रोबर्स केव , लच्छीवाला,लक्ष्मण सिद्ध,चंद्रबनी,तपोवन,बुधा गार्डेन जन्हा बुद्ध की १०३ फुट ऊंची प्रतिमा है ) के बारे मे पता लगा तो एक दिन का समय काफी कम लगा |
राज जी,
क्लोक रूम वाला प्रसंग बहुत अच्छा है. हर बार सामान की समस्या होती है. फोटो और वर्णन बहुत सुंदर है. है। गुरु राम राय जी के बारे में जानकारी देने का बहुत बहुत शुक्रिया.
जोगी जी,
रोचक वर्णन के साथ सुन्दर तस्वीरें………बहुत खूब. गुपचुप पानी की सैर करके बड़ा आनंद आया. देहरादून कभी जाना नहीं हुआ, और जाने की संभावनाएं भी नगण्य हैं अतः आपकी पोस्ट के माध्यम से ही देवभूमि की इस राजधानी के दर्शन कर लिए.
धन्यवाद.
aap ne sai farmaya , ek din mein Dehradun dekhana mushkil hai , kam se kam 4 din chahiye Dehradun ke liye .
mene ek detail post likha hai dehradun par , samiye mile tho dekhiyega
https://www.ghumakkar.com/2011/02/19/first-day-%E2%80%93-first-week-of-2011-in-dehradun-capital-of-of-dev-bhoomi-concluding-part/
thanks mr.mahesh for your link. अगर पहले पता होता तो शायद एक दिन रुक जाता दून में|
राज जी , आपकी मुस्कराहट संक्रामक है | वामंगिनी के साथ की फोटो में आपकी मुस्कान एक नयी से उर्जा और संतोष देती है | बहुत बढ़िया |
दून तो न जाने कितनी बार जाना हुआ, एक करीबी मित्र वहीं का है पर उसने कभी ठीक से घुमाया नहीं , लगता है अकेले ही जाना पड़ेगा फिर से | बूँद बूँद से ही घड़ा भरता है | अगर सभी घुमक्कड़ कोला के प्लास्टिक बोतल न लेने की कोशिश करें (कांच वाली लें) तो कमाल हो सकता है | अगला एक दिवसीय मैच कब हो रहा है ?
@nandan , karibi mitr ne nahi ghumaya tho kabhi dur ke mitr ka sath le lo :-)
राज जी, देहरादून हम लोग बहुत बार गए हैं, पर कभी घूम नहीं पाए हैं, वो कहावत है ना, घर का जोगी जोगना बाहर का सिद्ध. देहरादून के इतना नजदीक रहते हुए घूमना संभव नहीं हुआ, आज आपके द्वारा टपकेश्वर महादेव, घुच्छु पानी आदि के दर्शन हुए धन्यवाद बहुत बहुत, वन्देमातरम
धन्यवाद नंदन जी , अबकी बार टेस्ट मैच का इरादा है | S.S. जी की तरह इस जोगी का मन भी हिमालय की गोद मे ही जाने को बार -बार करता है |एक असीम शांति और सकून मिलता है वंहा |शहर की आपा-धापी से दूर प्रकिरिति का सपर्श से वन्ही खो जाने को मन करता है |
cricketer raj (aisa mujhe lagta hai,aapke lekh se) ko cricketer(main bhi kabhi tha) raj ka pyar bhara namaskar.aapka ye pehla lekh main padh raha hun,bari achchhi jankari aapne di hai,khubsurat photographs ke saath.puri cricket team ne lagta hai kaafi enjoy kia hai ye trip kyunki jab main ghar baitha itna enjoy kar raha hun sirf padh aur photo dekh kar to swabhawik hai aap sab ne jam kar enjoy kia hoga. dhanywad aapko ummeed hai itna hi sunder aur rochak post different places ke baare me dete rahenge.
जोगी जी….
आपने देहरादून के बारे बहुत अच्छे से वर्णन किया हैं , मेरा देहरादून काफी अच्छे से और लगभग सारा घूमा हुआ हैं…..रोबर्स केव (गुच्चू पानी ) पर घूमने का मजा ही निराला और अदभुत था …..हम उस समय के घूमे हुए हैं, जब केव पूरी तरह अपने प्राकृतिक रूप में थी और वहाँ कोई टिकिट भी नहीं लगता था | उस समय इस जगह जाने वाले हम अकेले लोग ही थे….|
आपके लेख ने हमे देहरादून की हमारी यात्रा ताजा करा दी….
फोटो काफी अच्छे लगे पर आपके द्वारा लगाये गए कई फोटोओ का साईज असमान हैं जैसे कई फोटो तो बहुत ही छोटे हो गए हैं…..|
धन्यवाद…
ek baat aur kehna bhul gaya,aap jaise jagruk trveller har koi ho to apna bharat pollutiofree ho jayega.paryavaran ke baare me aap jaisi soch rakhne walo ko mera salam
Raj ji,
Thanks for giving elaborate information about about Dehradun.
Despite my previous visits to that place, I am inclined to make one more trip after reading the post.
Thanks,
Auro.
प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने की दिशा में आपका प्रयास सराहनीय है. धीरे धीरे सभी लोग ऐसा सोचना शुरू कर दें तो हमारे शहर-कसबे साफ़ सुथरे दिखने लगें.