पिछली पोसà¥à¤Ÿ में आपने पढ़ा था के कैसे हम बà¥à¤§à¥‡à¤° के बà¥à¤—à¥à¤¯à¤¾à¤² और मोइल गà¥à¤«à¤¾ का मजा लूट, वापिस  बà¥à¤§à¥‡à¤° फारेसà¥à¤Ÿ रेसà¥à¤Ÿ हाउस पहà¥à¤à¤š, à¤à¤• अजीब सी उलà¤à¤¨ में फंस गठथे यही की अपने अनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ की राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग की खà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¶  ………
ये लो …अब इसे कà¥à¤¯à¤¾ हà¥à¤† इतने जंगल में अब राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग कहाठसे करें। कहाठऋषिकेश कहाठहम चकराता के जंगलो में… कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® था कानासर, देवबन, टाइगर फाल???? अब उसका कà¥à¤¯à¤¾â€¦
बà¥à¤§à¥‡à¤° के बà¥à¤—à¥à¤¯à¤¾à¤² के छोटे से हिसà¥à¤¸à¥‡ में छोटा सा अनà¥à¤œ
विशाल बà¥à¤§à¥‡à¤° बà¥à¤—à¥à¤¯à¤¾à¤² में बौने से लगते हम
सच पूछो  तो मेरा मन तो कह रहा था वही फारेसà¥à¤Ÿ हाउस में रà¥à¤• कर रात बितायी जाà¤Â और सà¥à¤¬à¤¹ सवेरे उठदेवबन और कानासर के नजारो का मजा लेकर टाइगर फाल पर चल कर नहाया जाà¤! लेकिन पता नहीं कà¥à¤¯à¥‚ठअनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ को तो अचानक राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग और ऋषिकेश के अलावा कà¥à¤› दिखाई नहीं दे रहा था! खैर जी मेरी à¤à¤• आदà¥à¤¤  है के जब मै किसी के साथ घà¥à¤®à¤¨à¥‡ और उसे घà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥‡ लाता हूठतो कोशिश यही रहती है की मेरे उस सहयातà¥à¤°à¥€ को à¤à¤°à¤ªà¥‚र आननà¥à¤¦ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हो। और आप सबको à¤à¥€ यही सà¥à¤à¤¾à¤µ दूंगा कà¥à¤¯à¥‚ंकि किसी ने कहा है ….
“THE WAY TO BE HAPPY IS TO MAKE OTHERS HAPPY”
तो मैंने à¤à¥€ अनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ से साथ साथ खà¥à¤¦ को à¤à¥€ खà¥à¤¶ करने के लिठअपने घà¥à¤®à¤•à¥à¤•डी दिमाग के गूगल को डूडल करा। फिर याद आया के… मोरी… अरे मोरी चलेंगे राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग करने, पहले यहाठघूम लेते है फिर मोरी चलेंगे राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग करने… तब अनà¥à¤œ और पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ बोले अब ये मोरी कà¥à¤¯à¤¾ बला है ???
मैंने कहा à¤à¤¾à¤ˆ देख तà¥à¤à¥‡ राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग करनी है और मà¥à¤à¥‡ कम से कम टाइगर फाल तो देखना ही है सो अब टाइगर फाल चलते है बाद में मोरी चलेंगे और राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग करेंगे…
वो दोनों बोले यार बिटà¥à¤Ÿà¥‚ ये सब तो चल ठीक है पर ये मोरी है कà¥à¤¯à¤¾ और है कहाठ?? आस पास है या कहीं दूर है ? कोण सी दिशा में है à¤à¤¾à¤¯à¤¾ ???
मै  बोला à¤à¤¾à¤ˆ … मोरी लगà¤à¤— 3500 फीट की ऊंचाई पर टोंस नदी के तट पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤• छोटा सा क़सà¥à¤¬à¤¾Â है. यह गढ़वाल, हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, सीमा कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° तà¥à¤¯à¥‚नी से लगबग  २५ -३० कि मी। होगा। यह  à¤à¤• कम पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤¦ लेकिन  पानी के साहसिक खेल गतिविधियों यानी राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ करने का à¤à¤• बेहद ही सà¥à¤‚दर à¤à¤µà¤‚ मसà¥à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। गया तो मै à¤à¥€ नहीं हूअ लेकिन पढ़ा और सà¥à¤¨à¤¾ है चलो फिर वहां राफà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग करेंगे। (यहाठमै à¤à¤• चाल खेल गया जिसका उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ और आपको बाद में पता चल जाà¤à¤—ा )
à¤à¤¾à¤¹à¥€ साहब… खैर किसी तरह उस समय तो यह निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ हà¥à¤† के कानासर और देवबन  को अà¤à¥€ रहने देते हैं कम से कम टाइगर फाल तो देख ही लेते हैं जो की à¤à¤¾à¤°à¤¤ का दूसरा सबसे बड़ा फाल है। कà¥à¤¯à¥‚ंकि समय की बादà¥à¤¯à¤¤à¤¾ और शाम के ढलने का à¤à¥€ खौफ हमारे मन में आ रहा था …..पता चला यहाठसिरà¥à¤« वारà¥à¤¤à¤¾à¤²à¤¾à¤ª ही करते रह गठऔर जब कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤•लाप का समय आया तो अà¤à¤§à¥‡à¤°à¤¾ हो गया।
बà¥à¤§à¥‡à¤° रेसà¥à¤Ÿ हाउस से वापसी पर उसकी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¤à¤¾ को अंतिम बार कमरे में कैद किया à¤à¤• फोटो
बà¥à¤§à¥‡à¤° रेसà¥à¤Ÿ हाउस से वापसी पर उसकी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¤à¤¾ को अंतिम बार कमरे में कैद किया à¤à¤• फोटो
आगे का पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® फ़ाइनल कर हमने उस रेसà¥à¤Ÿ हाउस के पहरेदार से उस दिन न रà¥à¤• पाने की कà¥à¤·à¤®à¤¾ मांग, फिर कà¤à¥€ आने का वादा कर ,अपनी गाडी का सà¥à¤Ÿà¥‡à¤°à¤¿à¤‚ग टाइगर फाल की और मोड़ दिया ..इस बार रासà¥à¤¤à¥‡ से वाकिफ होने और समय बचाने का फायदा उठाते थोडा तेजी दिखाई ….हाठकिनà¥à¤¤à¥ रासà¥à¤¤à¥‡ का मजा लेने का अब à¤à¥€ कोई मोका हम चूक नहीं रहे थे। रासà¥à¤¤à¥‡ में कहीं à¤à¥€ कोई अचà¥à¤›à¤¾ सीन दिख जाता तो à¤à¤Ÿ से उतर कर कà¤à¥€ अपनी और कà¤à¥€ उस पà¥à¤°à¤•ृति के उस अनोखे रूप कैमरे में कैद कर लेते ….
- कानासर के रासà¥à¤¤à¥‡ में à¤à¤• सà¥à¤‚दर सा पहाड़ी गाà¤à¤µ
इतना बढ़िया दिन बीतने और बà¥à¤§à¥‡à¤° पर विजय का आà¤à¤¾à¤¸ किसी à¤à¥€ घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़ी की à¤à¥‚ख को उस दिन शांत करने के लिठकाफी होती। परनà¥à¤¤à¥ टाइगर फाल को देखने के साथ साथ  अब अनà¥à¤œ और पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ की पेट की à¤à¥‚ख à¤à¥€ जाग चà¥à¤•ी थी। जोकि हमें और जलà¥à¤¦à¥€ चलने को मजबूर कर रही थी कà¥à¤¯à¥‚ंकि वहां उन पहाड़ो में तो कà¥à¤› खाने को मिलने से रहा। जो à¤à¥€ हलà¥à¤•ा फà¥à¤²à¥à¤•ा था और सà¥à¤¬à¤¹ खायी मैगी तो सब बà¥à¤§à¥‡à¤° की टà¥à¤°à¥ˆà¤•िंग में हजम हो चà¥à¤•ा था। रासà¥à¤¤à¥‡ में किसी जगह कोई दूकान वगरह दिख जाती तो पूछने पर निराशा ही हाथ लगती। चकराता में वापिस पहà¥à¤à¤š , हमने चकराता कसबे में न जा कर टाइगर  फाल की और गाडी वापिस घà¥à¤®à¤¾ दी, कà¥à¤¯à¥‚ंकि कनासर से वापिस आते हà¥à¤Â टाइगर फाल के लिठरासà¥à¤¤à¤¾ चकराता बस सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड कहो या टैकà¥à¤¸à¥€ सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड से पहले ही बाई तरफ निचे की और लाखामंडल जाती रोड पर था। इधर उधर कà¥à¤› खाने के लिठदेखते खोजते आगे बढ़ रहे थे।लेकिन यहाठकिसà¥à¤®à¤¤ हमारे साथ नहीं चल रही थी। रासà¥à¤¤à¥‡ में दो मशहूर होटल à¤à¥€Â पड़े पहला होटल हिल नाईट जो की लगबग ३- ४ कि .मि. आगे डाकरा नामक गावं में सड़क पर ही बाई और था उसका बोरà¥à¤¡ देख कर और पढ़कर मन पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ हो उठा… हà¥à¤°à¥à¤°à¥†à¤°à¥‡ रे रे रे रे  मजा आगया … गाडी साइड में लगा उस ढाई मंजिला इमारत रà¥à¤ªà¥€Â होटल में घà¥à¤¸à¤¨à¥‡ का रासà¥à¤¤à¤¾ ढूंढने लगे, तà¤à¥€ वही सड़क पर घà¥à¤®à¤¤à¥€ à¤à¤• पहाड़ी औरत वही बगल में ऊपर चढती सीढियों की और इशारा कर ऊपर देखने को बोला।

बोरà¥à¤¡ देख कर और पढ़कर मन पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ हो उठा

होटल हिल नाईट के पास गाडी पारà¥à¤• कर अनà¥à¤œ और पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£
चलो जी खैर किसी न कहाठदूध का जला, अब तो चाय à¤à¥€ फूक फूक कर ही पिà¤à¤—ा, सो हम à¤à¥€ सà¥à¤¬à¤¹Â के पराठों से सबक ले, खाना वाना  छोड़ कम से कम à¤à¤• अदद चाय की पà¥à¤¯à¤¾à¤²à¥€ और मैगी का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ अपने मà¥à¤‚ह में लाते हà¥à¤  ऊपर चढ़ गà¤Â …. अररररे वाह री किसà¥à¤®à¤¤ …..चाय छोड़ वहां कोई पानी पिलाने वाला तक मौजूद नहीं था, होटल की हालत और ऑफ सीजन के असर ने हमें यह समà¤à¤¨à¥‡ में देर नहीं लगाईं के निकल लो à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ …यहाठकà¥à¤› न मिलेगा…

आप खà¥à¤¦ ही अंदाजा लगा लियेजिये कितनी बढ़िया चाय मिली होगी
दूसरा पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ होटल हिमालयन पैराडाइस जोकि चकराता से लगà¤à¤— 7-8 कि . मी . आगे किमोना नामक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर था।  यह à¤à¥€ रोड के बाई और सौ मीटर थोडा ऊपर जाकर था।  देखने में कà¥à¤› आकरà¥à¤·à¤• लग रहा था कà¥à¤¯à¥‚ंकि वह थोडा लोकल शैली में पतà¥à¤¥à¤°à¥‹ और लकड़ी का बना हà¥à¤† था। यहीं के मालिक बिटà¥à¤Ÿà¥‚ चौहान जिनके नाम पर ही उस नई गà¥à¤«à¤¾Â का नाम बिटà¥à¤Ÿà¥‚  पडा और à¤à¤• फाल जिसे किमोना फाल कहते हैं जो थोडा ऊपर जाकर था। अà¤à¥€ तो टाइम की कमी और टाइगर  फाल के मोह ने हमें वहां जाने से रोक लिया था लेकिन यहाठà¤à¥€ हमारी किसà¥à¤®à¤¤ धोखा दे गयी। à¤à¤• तो उसमें थोडा काम चालॠथा दूसरा वहां का नियम क़ानून जोकि सिरà¥à¤« फॅमिली और कॉरà¥à¤ªà¥‹à¤°à¥‡à¤Ÿ समूह के लिठही उपलबà¥à¤§ था। “BOYS ONLY NOT ALLOWED”
यहाठà¤à¥€ हमने अपना गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ उस महानà¥à¤à¤¾à¤µ पर न निकाल किसà¥à¤®à¤¤ को पकड़ा और चल दिठटाइगर फाल की और …..सच कहूं तो उन दोनों की हालत इतना à¤à¥‚ख के कारण न होकर अà¤à¥€ ताजा ताजा हà¥à¤ होटलों के अनà¥à¤à¤µ से और à¤à¥€ बà¥à¤°à¥€ हो गयी ….लेकिन कहीं न कहीं हमारी घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़ी अà¤à¥€ à¤à¥€ मजे ले रही थी। पूछते पà¥à¤›à¤¾à¤¤à¥‡ 16-17 KM  बाद खैर जी हमने अपनी गाडी रोड से दाई साइड थोडा निचे जाती à¤à¤• संकरी सडक पर मोड़ दी ,जो की टाइगर फाल जाती थी, गाडी से इधर उधर देखने पर बड़े ही सà¥à¤‚दर और मोहक पहड़ी खेतो  और उनसे बहती छोड़ी से पहाड़ी नदी का पानी पतà¥à¤¥à¤°à¥‹ पर उछल कूद करता वह दृशà¥à¤¯ हमें अपनी और खिचे चला जारहा था।

टाइगर फाल की और जाते हà¥à¤ रासà¥à¤¤à¥‡ के दृशà¥à¤¯

टाइगर फाल की और जाते हà¥à¤ रासà¥à¤¤à¥‡ के दृशà¥à¤¯
थोडा दूर चलने पर बाठहाथ कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ का बना à¤à¤• गेट नà¥à¤®à¤¾ और उसमे से पैदल जाने का à¤à¤• रासà¥à¤¤à¤¾ था। हमारी सड़क तो आगे à¤à¥€ जा रही थी लेकिन वहां हाथ से लिखे और बने निशान को पढ़ और समठहमने गाडी साइड में लगा लोक कर ,कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ की बनी उस पखडंडी पर अपने कदम बढ़ा दिà¤à¥¤
फोटो खीचते और टाइगर फाल पर कà¥à¤› खाने को मिल जाने की आस में हम बढ़ते रहे। दूर से आती पानी गिरने और बहने की आवाज़ आहा हा  कà¥à¤¯à¤¾ मजा था वहां चलने का ……मजा लेते हà¥à¤Â à¤à¤• दà¥à¤¸à¤°à¥‡ को गालियाठदेते (कà¥à¤› खाने को न मिलने के कारण) हम थोडा सा आगे ही गठथे कि अनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ  जो की मà¥à¤à¤¸à¥‡ बिलकà¥à¤² पीछे ही चल रहा था  ……बड़े जोर से उसकी आवाज आई ……मर गया यारर !!!!  हमने पीछे मà¥à¤¦ कर देखा तो à¤à¤¾à¤ˆ निचे बैठा हà¥à¤† था …पता चला के पैर में मोच आ गयी ….ओ तेरी की ..अब के करें …à¤à¤Ÿà¤ªà¤Ÿ अपनी अपनी डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥€ à¤à¤¾à¤¡à¤¼  मालिश वालिश कर माहोल और अनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ को कà¥à¤› आराम दिया।
टाइगर फाल की और जाती कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ की बनी पखडंडी
लेकिन अब वो बोला अब मेरी हालत पहाड़ पर चलने की नहीं रही सो तà¥à¤® ही हो आओ टाइगर फाल, मै यही बैठआराम करता हूà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¤¾ करें कà¥à¤› समठनहीं आरहा था à¤à¤• दम अचानक सारी मसà¥à¤¤à¥€ काफूर को गयी। कà¥à¤› देर वहीठबैठगपà¥à¤ªà¥‡ लड़ाते और आगे का पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® बनाते पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ बोला à¤à¤¾à¤ˆ मेरी à¤à¥€ à¤à¥‚ख से हालत पतली है सो तू हो आ मै à¤à¥€ यहीं बैठा हूठ….अबे यार अब मै  अकेला वहां कà¥à¤¯à¤¾ करूà¤à¤—ा , शाम वैसे होने हो है और ३-४ KM अà¤à¥€ टà¥à¤°à¥ˆà¤•  करना पड़ेगा।
सब सोच और समठमै बोला à¤à¤¾à¤ˆ अपना यही निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ हà¥à¤† था के जो मजोरटी बोलेगी वो करेंगे ,सो अब टाइगर फाल जाते ही नहीं छोड़ो उसे फिर देख लेंगे। इस सब में वैसे à¤à¥€ काफी समय जाया हो गया। ये पता हमें तब चला जब सूरज à¤à¥ˆà¤¯à¤¾ में अपनी टोरà¥à¤š को हाई बीम से हटा लो बीम पर कर लिया, यही के सूरà¥à¤¯à¥‹à¤¦à¤¯ निकट ही था। अब इस ढलते दिन ,à¤à¥‚ख और अनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ के पैर की पà¥à¤°à¥‹à¤¬à¥à¤²à¤® के साथ आगे का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ बनाने लगे। वो बोले चलो फिर मोरी चलते हैं लेकिन अब यहाठउनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मेरी बà¥à¤§à¥‡à¤° में खेली चल का पता जब चला,जब मै बोला à¤à¤¾à¤ˆ … मोरी जाने के लिठतो हमें वापिस जाना होगा वहीठसे जहाठसे हम आये है …..और दूसरा रासà¥à¤¤à¤¾ जो की लाखामंडल से होकर यमनोतà¥à¤°à¥€ मारà¥à¤— से जाकर नौगाव और और पà¥à¤°à¥‹à¤²à¤¾ होकर पड़ेगा
यही पर चलते हà¥à¤ अनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ के पैर में मोच आगई थी
अनà¥à¤¨à¥‚ बोला …अबे यार ….अब के करें???  टाइगर  फाल à¤à¥€ नहीं जा सकते। जब तक हम लोग यह सोचे के आगे कà¥à¤¯à¤¾ करना है और कà¥à¤¯à¤¾ नहीं? तब तक आप लोग निराश न हो, हम उस दिन à¤à¤²à¥‡ ही न टाइगर फाल गठन हो लेकिन मैं आपको अपनी à¤à¤• दूसरी यातà¥à¤°à¤¾ के माधà¥à¤¯à¤® से टाइगर फाल तक जरà¥à¤° ले चलूà¤à¤—ा (जो मैंने और मेरी अरà¥à¤§à¤¾à¤‚गनी ने की थी)
टाइगर  फालÂ
दोसà¥à¤¤à¥‹à¤‚ जैसा की मेरी पिछली पोसà¥à¤Ÿ में महेश जी ने कहा के टाइगर फाल को देखे बिना चकराता की यातà¥à¤°à¤¾ अधूरी है सो यही अधूरी यातà¥à¤°à¤¾ और टाइगर फाल न देखने का मलाल मेरे दिमाग में रहता था सो इस मलाल हो मैंने जलà¥à¤¦à¥€ ही हलाल कर दिया। जब मै अपनी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ जी के साथ चकराता की यातà¥à¤°à¤¾ पर आया था सो आपकी इस बà¥à¤²à¥‰à¤— यातà¥à¤°à¤¾ को अधà¥à¤°à¤¾ न छोड़ उस यातà¥à¤°à¤¾ के दोरान देखे टाइगर फाल तक ले चलता हूà¤à¥¤

कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ का दरवाजा जहाठसे टाइगर फाल की पैदल यातà¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ होती है

अनà¥à¤¨à¥‚ à¤à¤¾à¤ˆ यही तक आ पाठथे ….कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ की पखडंडी पर छोटे मियाठहिमांशà¥
खैर जी वही कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ के गेट से के पास इस बार à¤à¥€ हमने अपनी गाडी लगाईं और हम दोनों मिया बीवी और हमारे à¤à¤• चचरे छोटे à¤à¤¾à¤ˆ हिमांशॠहम तीनो चल पड़े। रासà¥à¤¤à¤¾ बहà¥à¤¤ ही खà¥à¤¬à¤¸à¥‚रत और मनोहर है,  दोनों तरफ घाटी में छोटे छोटे, हरे- à¤à¥‚रे रंग के खेत à¤à¤¸à¥‡ लगते है जैसे किसी मिठाई वाले की दूकान में टà¥à¤°à¥‡ में लगी बरà¥à¤«à¥€ ….और उनके बीच पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ से होकर बहती दोनों साइड à¤à¤• à¤à¤• छोड़ी सी नदी रà¥à¤ªà¥€ जलधारा …जिनमे से बाई और वाली ही आगे जाकर टाईगर  फाल में बदल जाती है और उसमे बाद दाई वाली में मिल जाती है.
साधारण लेकिन मजेदार टà¥à¤°à¥‡à¤•िंग करते हà¥à¤ पहाड़ से उतरते हà¥à¤ कà¥à¤› जोंसारी मकान दिखाई दिठजहाठइधर उधर लोग काम करते नजर आ रहे थे कोई अपने बैलो से खेत जोह रहा था तो लकड़ी बीन रहा था तो कोई कà¥à¤› …..वही मकानो के थोडा सा आगे पखडंडी दोनों तरफ जारही थी, कà¥à¤› असमंजस के बाद आवाज लगा दूर काम करते लोगे से पूछ तो दूर से आई आवाज के à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ हम अपनी बाई तरफ चल पड़े

1. लकड़ियाठबीन कर घर जाती जोंसारीमहिलाये ,
2 à¤à¤• जोंसारी मकान के आकरà¥à¤·à¤£ में हमारी शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ जी
अà¤à¥€ ४-५ मीटर ही गठथे की à¤à¤• जोंसरी औरत वही उस बहते पानी से अपने बरà¥à¤¤à¤¨ धोकर लोट रही थी, पूछने पर उसने बताया के फाल का रासà¥à¤¤à¤¾ दाई तरफ था आप गलत जा रहे हो दूसरी तरफ से जाओ ….उस जोंसारी औरत और उसके लाल लाल गालो वाले छोटे से बचà¥à¤šà¥‡ से बाते कर और उसे आपने साथ लाये केले और बिसà¥à¤•à¥à¤Ÿ देकर, हम दूसरी तरफ उसी कंकà¥à¤°à¥€à¤Ÿ वाली पखà¥à¤¡à¤‚डी पर चल पड़े। उस पर कहीं कहीं पानी बहने की वजह से काई जमी हà¥à¤¯à¥€ थी। सावधानी से निचे उतरने पर अब हम अपनी दाई तरफ बहने वाली ऊपर पहाड़ से देखी देती छोटी सी नदी के किनारे पहà¥à¤‚चे।

1. पखडंडी पर जमी काई और पानी
२. बहà¥à¤¤ कठिन है डगर इसके घर की ….जोंसारी महिलायें
लेकिन वहां आकर पता चला इतनी छोटी à¤à¥€ नहीं …..पूरी पहाड़ी नदी थी। अब  दूर उसी के किनारे चलते चलते à¤à¤• सा सà¥à¤‚दर सा पà¥à¤² था वहाà¤Â à¤à¤• दो फोटो खीच हम जैसे ही चले थोडा सी आगे जाने पर  देखा के, वैसे ही नदी दूसरी दिशा से आकर उसमे मिल रही है! वही बड़े जोर जोर से à¤à¤°à¤¨à¥‡ की आवाज à¤à¥€ आ रही थी लेकिन à¤à¤°à¤¨à¤¾ दिखाई नहीं दे रहा था

पहाड़ी नदी के साथ साथ टाइगर फाल को जाती पखडंडी और हिमांशà¥

छोटा सा पà¥à¤² …छोटी सी नदी को पार करने के लिà¤
बिलकà¥à¤² थोडा सा आगे जाते ही मन à¤à¤• दम खà¥à¤¶ हो गया होता à¤à¥€ कà¥à¤¯à¥‚ठनहीं …हम à¤à¤• बेहद ही खà¥à¤¬à¤¸à¥‚रत सफ़ेद à¤à¤°à¤¨à¥‡ का कà¥à¤›  हिसà¥à¤¸à¤¾ जो देख रहे थे। मन à¤à¤• दम लालयित हो उठा चलो जलà¥à¤¦à¥€ …अरे पर जलà¥à¤¦à¥€ तो चले लेकिन चले कहाठसे सामने तो दोनों पहांड़ी नदिया मिल रही रासà¥à¤¤à¤¾ कà¥à¤› दिख नहीं रहा था। à¤à¤• बार लगता के इनà¥à¤¹à¥€ नदी में पड़े पतà¥à¤¥à¤°à¥‹à¤‚ से होकर जाना होगा। लेकिन २ दिन पहले से बंद हà¥à¤¯à¥€ बारिश अब तक हमें इसी और खड़े रहने का इशारा कर रही थी।
इधर उधर देखा जाच पड़ताल करी तो वही पास में à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤• लड़का खेत में काम करता मिला। उसमे बताया के हाठइसी नदी को पार करके चले जाओ। लेकिन हमने à¤à¥€ उस à¤à¤¾à¤ˆ से मदद मांगने में कोई कंजूसी न कर उसे पास बà¥à¤²à¤¾ लिया तो उसने दà¥à¤¸à¤°à¥€ तरफ से ही हमें इशारा कर बताया के पतà¥à¤¥à¤°à¥‹ से मत आओ फिसल सकते हो आराम से पानी  में से आजो , तब हमें अपने जूते उतार वही छोड़ , जींस घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‹à¤‚ तक चढ़ा  घà¥à¤¸ गठउस कल कल बहते शीशे से चमकते पानी में …à¤à¤• दम साफ़  crystal clear पानी से होकर जब दूसरी साइड पहà¥à¤š à¤à¤°à¤¨à¥‡ की तरफ बढे तो हवा में उडती पानी की बहà¥à¤¤ ही हलकी हलकी बà¥à¤à¤¦à¥‡ (drizzle) हमारे ऊपर à¤à¤¸à¥‡ आ रही थी जैसे मानो बहà¥à¤¤ सालो के बाद कोई खास मेहमान घर आ गया हो और हम दोड़कर उसे गले लगा à¤à¤• अलग ही ठंडक पाते हैं, (लेकिन इस à¤à¥‹à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¾à¤¦à¥€ यà¥à¤— में à¤à¤¸à¤¾ अब बहà¥à¤¤Â  ही कम रह गया है) वो पानी की बोछारे à¤à¥€ हमें à¤à¤¸à¥‡ ही गले लगा रही थी, कà¤à¥€ हमारे मà¥à¤¹ को किस करती ……कà¤à¥€ हाथो  को छूती ….कà¤à¥€ कैमरे के ऊपर …….

1 . नदी के दूसरी तरफ पहली बार दिखाई देता टाइगर फाल
2 . à¤à¤µà¥à¤¯ फाल का à¤à¤µà¥à¤¯ नजारा …..
हम à¤à¥€ पगलाठसे कैमरे में उसे कैद करते उसकी और बढे जारहे थे। लकिन ठीक सामने से à¤à¤°à¤¨à¥‡Â तक नहीं पंहà¥à¤šà¤¾ जा सकता था कà¥à¤¯à¥‚ंकि पीछे हफà¥à¤¤à¥‡ की बारिश से बढे पानी के कारण हम  थोडा घूम कर उसके सामने जा दूर से ही उसके दरà¥à¤¶à¤¨ कर ठंडी फà¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का मजा लेते रहे।

ये लीजिये , जी à¤à¤° के देखे लीजिये ..टाइगर फाल
थोड़ी देर à¤à¤¸à¥‡ ही बैठे चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª वहां बहते उस पानी , à¤à¤°à¤¨à¥‡ , हवा  और चिडयों के अदà¥à¤à¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¾à¤•ृतिक संगीत को सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ रहे। कई तरह की चिड़ियां उस à¤à¤°à¤¨à¥‡ के आगे पीछे और उसके दोनों साइड बने इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤· से खेल रही थी। कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤µà¥à¤¯ नजारा था दोनों तरफ इनà¥à¤¦à¥à¤°à¤§à¤¨à¥à¤·  बीच में सैकड़ो फà¥à¤Ÿ ऊपर से गिरती विशाल गरजती सफ़ेद पानी की धारा …..थोड़ी देर वहां बैठउस लड़के और à¤à¤°à¤¨à¥‡ से बाते करने के बाद , नीचे आ उस नदी में हाथ मà¥à¤¹ धो पानी पी …वहां से विदा ली ……

टाइगर फाल के चारो और अठखेलिया करती अनेको चिड़ियाठऔर फूल देखने योगà¥à¤¯ थे …
इस पà¥à¤°à¤•ार हमने अपनी चकराता की आधी अधूरी यातà¥à¤°à¤¾ à¤à¥€ पूरी कर ली थी। आशा है आप लोगो को à¤à¥€ 312 ft. ऊपर से गिरते टाइगर फाल को देखकर और उसके बारे में पढ़कर थोडा बहà¥à¤¤ मजा तो आया होगा। लेकिन à¤à¥‚ल मत जाना …अनà¥à¤¨à¥ à¤à¤¾à¤ˆ और पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ और मैं अà¤à¥€ à¤à¥€ ऊपर बैठे इस अदà¥à¤à¥à¤¤ नज़ारे से अनजान आगे की यातà¥à¤°à¤¾ की योजना बनाते हà¥à¤ आप ही का इंतज़ार कर रहे है की कब आप लोग टाइगर फाल देखकर  हमारे पास आओ और हम आगे कहीं तो चले…. ठीक है चलेंगे तो जरà¥à¤° लेकिन अब अगली पोसà¥à¤Ÿ में ..सो साथ बनाठरखियेगा …देखे कहाठपहà¥à¤šà¤¤à¥‡ है? जोंसार के इन पहाडो में…. हम और आप….




good post,very good pics.
Thank you Ashok ji !!!
My guess was right regarding where you planned for rafting :-)
Enjoying your posts on Chakrata.
Yes SIR after all you are a true Ghumakkar…
Thanks a lot for your follwu
Yes SIR after all you are a true Ghumakkar…
Thanks a lot for your followup & comments on my posts
I dont think, that Tiger Fall is 2nd highest fall in India. 312 feet is a long one but I would guess that Jog and the one in Shimoga (as well as Chitrakoot in Chattisgarh) probably are higher.
The pics of the fall are brilliant. You have taken a lot of effort to mix the two travel experiences and present a very rich view of the place. Thank you.
So on to Mori now ?
Might be Nandan Ji You are right that Tiger Fall in is not the 2nd Higgest Fall of India, But as i heard & read about this i just shared that.
Thanks for your Regular comments & support …
Mori??? well lets see ..In next post what ll happen …hamare kide bhai ka kida kya kahata hai ….Ha ha ha
Tiger Fall is highest fall of the state.
nice post.Beautiful pics…
Thanks for sharing…