हम लोग कटरा से थà¥à¤°à¥€ वà¥à¤¹à¥€à¤²à¤° के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बाण गंगा से पहले दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दरवाजे पर पहà¥à¤à¤š जाते है. टेमà¥à¤ªà¥‹ यंही तक ही आते हैं. यंहा से पैदल यातà¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ हो जाती हैं. सबसे पहले हमने à¤à¤• à¤à¤• डंडा ख़रीदा. १० – १० रूपये में à¤à¤• डंडा मिल जाता हैं. वापसी में ये डंडा ५ रूपये में ले लेते हैं. पहाड़ पर चढाई करते समय सपोरà¥à¤Ÿ के लिठडंडा बहà¥à¤¤ जरà¥à¤°à¥€ होता हैं. उतरते समय à¤à¥€ डंडा जरà¥à¤°à¥€ होता हैं. पैरों में कैनवस के जूते या फिर सà¥à¤ªà¥‹à¤°à¥à¤Ÿà¥à¤¸ जूते होने चाहिà¤. चपà¥à¤ªà¤² आदि में चढाई करने में मà¥à¤¶à¥à¤•िल आती हैं. यदि बारिश का मौसम हो तो à¤à¤• रेनकोट या फिर यंहा पर बीस बीस रूपये में पोलीथीन के बने रेन कोट मिलते हैं. यंही ऊपर से दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दरवाजे के दरà¥à¤¶à¤¨ होते हैं. दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दरवाजा संगमरमर का बना हà¥à¤† à¤à¤• बहà¥à¤¤ ही शानदार दà¥à¤µà¤¾à¤° हैं. यंही से माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की पैदल यातà¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ होती हैं. यंहा पर तीरà¥à¤¥ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सामान à¤à¥€ चेक होता हैं. और तलाशी ली  जाती हैं. यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¤• सà¥à¤•ैनर से होकर के गà¥à¤œà¤°à¤¨à¤¾ पड़ता हैं. यंहा से आगे कई à¤à¥€ यातà¥à¤°à¥€ वीडियो कैमरा, बीड़ी, सिगरेट, गà¥à¤Ÿà¤–ा, ताश, आदि सामान नहीं ले जा सकता हैं. डिजिटल कैमरा, वाकमैन आदि आप लोग आगे ले जा सकते हो. à¤à¤• बात समठमें नहीं आती हैं कि, कोई à¤à¥€ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ डिजिटल कैमरे से वीडियो बना सकता हैं, फिर वीडियो कैमरा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बैन हैं.
ऊपर से दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤° के दरà¥à¤¶à¤¨
माता वैषà¥à¤£à¥‹ देवी तीरà¥à¤¥ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन ओर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤ हेतॠà¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने à¤à¤• बोरà¥à¤¡ बनाया हà¥à¤† हैं. जिसे शà¥à¤°à¥€ माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ शà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¨ बोरà¥à¤¡ कहा जाता हैं. इस बोरà¥à¤¡ ने तीरà¥à¤¥ यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं के लिठसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ – सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर यातà¥à¤°à¥€ निवास, और à¤à¥‹à¤œà¤¨ की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤ उपलबà¥à¤§ कराई हà¥à¤ˆ हैं. à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤ और पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन हमारे और किसी à¤à¥€ तीरà¥à¤¥ पर उपलबà¥à¤§ नहीं हैं. काश à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤ हमारे सà¤à¥€ तीरà¥à¤¥ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर हो जाठतो ये देश सà¥à¤µà¤°à¥à¤— बन जाà¤.
मनौती की चà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾
दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤° से पहले ये à¤à¤• बहà¥à¤¤ लंबी लोहे की जाली की दीवार हैं. इस पर माता के दरà¥à¤¶à¤¨ से वापिस आते हà¥à¤ लोग मनौती के रूप में चà¥à¤‚दरी बांधते  हैं. दूर दूर तक बंधी हà¥à¤ˆ चà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° दिखती हैं.
दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°
आप देख ही रहे हैं कि आगे दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°, पीछे बादलों से ढंके हà¥à¤ परà¥à¤µà¤¤.
यातà¥à¤°à¤¾ से पहले
दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤° का à¤à¤• ओर दृशà¥à¤¯
पहाड़ी पर बनता हà¥à¤† मंदिर
ऊपर पहाड़ी पर जिस मंदिर को आप देख रहे हैं, इसे हम लोग बचपन से बनते हà¥à¤ देख रहे हैं. पता नहीं कब होगा ये पूरा. ये मंदिर कटरा में ही à¤à¤• पहाड़ी पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं.
ऊपर लोहे कि जालियो की  दीवार पर चà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ व नीचे घांस के ऊपर सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° “जय माता की ” घांस के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही उकेरा हà¥à¤† हैं.
पतà¥à¤¥à¤°à¥‹ पर बना हà¥à¤† नकà¥à¤¶à¤¾
दरà¥à¤¶à¤¨à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤° के बाद और बाण गंगा से पहले à¤à¤• दीवार पर माता वैषà¥à¤£à¥‹ देवी की यातà¥à¤°à¤¾ का पूरा नकà¥à¤¶à¤¾ बनाया हà¥à¤† हैं. हम लोग पवितà¥à¤° बाण गंगा पर पहà¥à¤à¤š जाते हैं. बहà¥à¤¤ से लोग यंहा पर सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करके आगे बढते हैं. हमने à¤à¥€ अपने हाथ, पैर, मà¥à¤¹ धोया. माना यह जाता हैं की माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ जब à¤à¥ˆà¤°à¥‹  देव से छिप कर के आगे बढ़ रही थी तो हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी à¤à¥€ उनके साथ साथ थे. हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी को बड़ी जोर की पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ लगी, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मैयà¥à¤¯à¤¾ से कंहा, माता मà¥à¤à¥‡ बड़ी जोर की पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ लगी हैं. माता ने अपने धनà¥à¤· बाण के à¤à¤• तीर को चलाकर के धरती से à¤à¤• जल का à¤à¤• सà¥à¤°à¥Œà¤¤ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ किया. उस जल से ही हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी ने अपनी पà¥à¤¯à¤¾à¤¸ बà¥à¤à¤¾à¤ˆ. इसी जल के सà¥à¤°à¥Œà¤¤ को ही बाण गंगा कहा जाता हैं. बाण गंगा की जल में अनगिनत सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° मछलिया à¤à¥€ तैरती रहती हैं. बहà¥à¤¤ से शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आटे की गोलिया खिलाते हैं. बाण गंगा का निरà¥à¤®à¤² शीतल जल बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤µà¤šà¥à¤› दीखता हैं, à¤à¤¸à¤¾ लगता हैं की जैसे दूध की नदी बह रही हो.
बाण गंगा में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨
बाण गंगा मंदिर
यंही पर बाण गंगा जी का मंदिर à¤à¥€ बना हà¥à¤† हैं. आप देखिये जब में फोटो ले रहा था तो पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ जी à¤à¥€ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤¯à¤² में आ गठथे.
बाणगंगा à¤à¤• à¤à¤°à¤¨à¥‡ के रूप में
à¤à¤• चितà¥à¤° मेरा à¤à¥€
आप लोग देखियेगा, कितना निरà¥à¤®à¤², कितना शीतल, कितना पवितà¥à¤° जल हैं बाण गंगा का. यंहा पर बाण गंगा को à¤à¤• à¤à¤°à¤¨à¥‡ का रूप दे दिया गया हैं. और उसके आगे सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करने के लिठà¤à¤• कà¥à¤‚ड बना दिया गया हैं. यंही से पैदल रासà¥à¤¤à¤¾ और सीढ़ियों का रासà¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ हो जाता हैं. वृदà¥à¤§ और कमजोर, रोगी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को सीढ़ियों का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— नहीं करना चाहिà¤. उनके लिठयंहा पर घोड़े, व पालकी उपलबà¥à¤§ हो जाती हैं. बचà¥à¤šà¥‹ व सामान के लिठपिटà¥à¤ ू उपलबà¥à¤§ हैं. उन सबका रेट फिकà¥à¤¸ होता हैं. पिटà¥à¤ ू या घोडा तय करने के बाद उनका कारà¥à¤¡ पर जो नाम व नंबर होता हैं उसे अपने पास नोट करके रख लेना चाहिà¤. कोई बात होने पर शà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¨ बोरà¥à¤¡ के कंटà¥à¤°à¥‹à¤² रूम में उनकी शिकायत दरà¥à¤œ की जा सकती हैं. थोड़ा सा ही आगे बढ़ने पर हमें माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² दिखाई दिया. गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की सजावट की हà¥à¤ˆ थी. गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² का वारà¥à¤·à¤¿à¤• उतà¥à¤¸à¤µ चल रहा था. इस गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में सैंकडो बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹ को वैदिक संसà¥à¤•ृति, वेद – पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ आदि की शिकà¥à¤·à¤¾ दी जाती हैं. यह गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² à¤à¤• विशाल इमारत में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं. और इसका पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ शà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¨ बोरà¥à¤¡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही किया जाता हैं.
चरण पादà¥à¤•ा से पहले मारà¥à¤— में गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²
गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² से आगे बढते ही थोड़ी ही दूर पर शà¥à¤°à¥€ गीता à¤à¤µà¤¨ मंदिर आता हैं. यह मंदिर बहà¥à¤¤ ही खूबसूरत बना हà¥à¤† हैं. इसके अंदर माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ की शेर पर सवार मूरà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हैं. मंदिर के बाहर à¤à¤• ओर महा बली पवन पà¥à¤¤à¥à¤° शà¥à¤°à¥€ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी की परà¥à¤µà¤¤ उठाये हà¥à¤ मूरà¥à¤¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हैं. दूसरी और à¤à¤—वान à¤à¥‹à¤²à¥‡ नाथ, परम  पिता परमेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€ महादेव की मूरà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हैं.
शà¥à¤°à¥€ गीता à¤à¤µà¤¨ मंदिर
जय शà¥à¤°à¥€ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी
हर हर महादेव
थोड़ा सा ओर आगे बढते ही चरण पादà¥à¤•ा मंदिर आ जाता हैं. इस मंदिर को शà¥à¤°à¥€ माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ शà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¨ बोरà¥à¤¡ ने दà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤¾ से पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ मंदिर की जगह नया बनवाया हैं. मंदिर बहà¥à¤¤ ही विशाल बना हà¥à¤† हैं. मंदिर के अंदर बैठने की बहà¥à¤¤ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ हैं. इस मंदिर में माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ के चरण चिनà¥à¤¹ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हैं. कहा जाता हैं कि à¤à¥ˆà¤°à¤µ नाथ से बचते हà¥à¤ जब माता आगे बढ़ रही थी तो इस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर खड़े होकर के माता ने पीछे मà¥à¤¡à¤¼à¤•र के देखा था कि à¤à¥ˆà¤°à¤µ नाथ आ रहा कि नहीं. इस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर रà¥à¤•ने के कारण माता के चरण चिनà¥à¤¹ यंहा पर सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हो गठथे. इसी कारण से इस सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ को चरण पादà¥à¤•ा कहा जाता हैं. जो à¤à¥€ à¤à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ à¤à¤¾à¤µ के साथ यंहा पर मतà¥à¤¥à¤¾ टेकता हैं, माता वैषà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥‡à¤µà¥€ उसकी सà¤à¥€ मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¥‡ पूरी करती हैं. चरण पादà¥à¤•ा बाण गंगा से  १.५ किलोमीटर पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं. समà¥à¤¦à¥à¤° तल से ऊà¤à¤šà¤¾à¤ˆ ३३८० फीट हैं.
चरण पादà¥à¤•ा मंदिर
मंदिर में लिखा हà¥à¤† इतिहास
चरण पादà¥à¤•ा मंदिर पर थोड़ी देर विशà¥à¤°à¤¾à¤® किया जा सकता हैं. यंहा पर आस पास थोड़ा बहà¥à¤¤ नाशà¥à¤¤à¤¾ पानी à¤à¥€ किया जा सकता हैं.
माता की पवितà¥à¤° मूरà¥à¤¤à¥€
चरण पादà¥à¤•ा से थोड़ा सा आगे ही यह छोटा सा खूबसूरत à¤à¤—वान शिव का मंदिर आता हैं. यंहा पर मतà¥à¤¥à¤¾ टेक कर हम लोग आगे बढ़ जाते हैं..
चरण पादà¥à¤•ा के पास शिव मंदिर
चरण पादà¥à¤•ा पर थोड़ी देर रà¥à¤•ने के बाद हम लोग आगे अरà¥à¤§ कà¥à¤‚वारी के लिठआगे बढ़ जाते हैं…
जय माता की.
Jai Mata Di.
Nice post and a refreshing one for me. It’s been a long since I visited there last. But I still remember each and every moment of our visit in 2006.
Believe me, I also felt the same regarding restriction on Video Camera. I had no idea about the same and had to keep my camera in the hotel, as adviced by the manager, when he saw me with camera while leaving. My friend had recorded the temple complex, as well as the journey but not me. I didn’t find any logic behind this restriction too.
…and who can forget those raincoats @Rs.10/-…rain started in the evening at 5:45 just when we started our journey and by the time it stopped, we around 10:30 in the morning – we had a darshan and were having our breakfast. Those raincoats last only for an hour or so…and everyone of us trekked the entire road, completely drenched in the rain…and it was winter time (17th of November)…so, just imagine our condition….but it was a journey decided by Mata Vaishno Devi only…we promised to return along with our child, who born next year…it’s long pending since then…thank you for taking us there along with you…
Regards,
Amitava ji, very very thanking you for your complements. Jai mata ki.
प्रवीणजी,
आपके यात्रा का विवरण काफी विस्तृत है और जानकारी प्रासंगिक हैं .
आप जैसे अनुभवी यात्री ( जिनका २५ + वर्षो का माता के दर्शन का अनुभव है ) द्वारा बखान की गयी यात्रा तो घुमक्कड़ो के लिए अनमोल है.
अपने इस सफ़र को जरी रखिये, हम इसका आनंद लेते रहेंगें.
धन्यवाद
Auro.
AUROJIT जी बहुत बहुत धन्यवाद. जय माता की.
बहुत सुंदर वर्णन. पहले एक जगह मैंने मनौती के धागे देखे थे, फिर दो रुपए की मौली और अब चुनरी. माता भक्तों की मनोकामना पूरण करती हैं. बाणगंगा एक झरने के रूप में बहुत अच्छा फोटो है.
धन्यवाद
शर्मा जी जय माता की, धन्यवाद बहुत बहुत, वाकई माता हर मुरादे पूरी करती हैं..
प्रवीण जी,
बहुत प्रभावी तथा जानकारीपूर्ण विवरण एवं एक से बढ़कर एक तस्वीरें. पोस्ट पढ़कर मज़ा आ गया. जब कभी हमें वैष्णो देवी जाना होगा हम आपके इतने लम्बे अनुभव का जरुर लाभ लेंगे. आशा कीजिये की जब आपका बेटा बड़ा होकर अपने परिवार के साथ वैष्णो देवी जाएगा तब तक वह पहाड़ी पर बनता हुआ मंदिर पूरा बन जाएगा. बाणगंगा के फ़ोटोज़ सचमुच बड़े मनमोहक थे, और उस बाणगंगा वाले फोटो में आप भी बिलकुल अनिल कपूर की तरह लग रहे हैं. .
मुकेश जी सराहना करने के लिए धन्यवाद, आप जैसे बड़े भाइयो के प्रोत्साहन से ही कुछ लिखने और घूमने के प्रेरणा मिलती हैं. जय माता की
ji mata di
i am happy
Jai Mata di
Nice post beautiful pictures
विशाल जी जय माता की. धन्यवाद बहुत बहुत…
बहुत सुंदर !
नाम की जगह ? बना दिया इसने तो :)
जय माता की, भाई साहब समझ में नहीं आ रहा है की क्या कहना चाह रहे हैं आप?
प्रवीन जी….
राम राम ….. जय माता दी….जय माता दी…..एक बार फिर से पढ़ा …अच्छा लगा..!
धन्यवाद ..
वन्देमातरम
राम राम जी धन्यवाद, जय माता की…
Baan Ganga’s pictures were treat to the eyes.
Looking forward to your next post ……
Thankyou verymuch Mahesh Ji, Jai Mata Ki.
सुन्दर अति सुन्दर, सब कुछ, लेख व फ़ोटो सब कुछ,
आज ही दोनों लेख एक साथ पढे, अगले के इन्तजार में।
संदीप जी धन्यवाद बहुत बहुत..जय माता की..
प्रवीण भाई, हमेशा की तरह, सुन्दर वर्णन और बेहतरीन तस्वीरें
जय माता की
नारायण जी प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद…जय माता की
प्रवीण जी , जब मैने पढना शुरू किया तो शीर्षक देख कर लगा की बहुत ही छोटा सा भ्रमण होगा | क्योंके ये लम्बी यात्रा है इसलिए मुख्यतः लोग प्रमुख स्थलों के बारे ही में लिखतें हैं पर पढने के बाद कोई शिकायत नहीं है | बहुत से संयोजित तरीके से क्रमवार सभी स्थानों की कसा हुआ विवरण और फोटोस , बहुत बढ़िया | अगले लेख के इंतज़ार में |
नंदन जी धन्यवाद, जय माता की..
jai mata di aapke charno me naman
aaj maa ke baareb me itna sab kuch jankar bahut accha lga lag raha hai mai unhi pas hu thanks
AAP KE DWARA LIKHE MATA KE LEKH SE HAME BAHUT JANKARI MILI
HAM BI MATA KE DARSHAN KE LIY JANEKA SOCHA RAHE HAI
PYAR SE BOLO …JAY…. MATADI… SARE BOLE ..JAY MADADI
DHYANYWAD
sare bolo jai mata ki , pyar se bolo jai mata ki–rat-te rarho bar-2 jai mata ki or hazar bar jai mata ki–jai mata ki jai mata ki –cont-jab tak sans chal rahi h jai mata ki jai mata ki—
Jai mata ki -sare bolo jai mata ki hazar bar bolo jai mata ki life time bolo jai mata ki thanks all jai mata ki
Aap ke chitra bahut hi sunder aur nirale hain.
Jai Mata di
Ajay Gupta
Maa aapki sabhi mano kamna purn kare. JAI MATA DEE
Maa too sachchee tera dwar sachcha … Jai Mata Dee
हम पंद्रह जून को वैष्णो देवी दर्शन को जाने का सोच रहे हैं, ट्रेन में रिज़र्वेशन मिला नहीं, सोचते हैं क्या आगरा से बस द्वारा कटरा तक जाना सही रहेगा, मुझे नहीं मालूम कहाँ ठहरना है और क्या क्या दर्शनीय स्थल इसके आस पास हैं, श्रीनगर भी देखने की इच्छा है आप बताइये इस महीने जाएँ या नहीं , कौन सा महीना उचित रहेगा, जुलाई अगस्त में तो बारिश होती होगी वहाँ तेज मूसलाधार – प्लीज आप मेरा कन्फ़्यूजन दूर करें और मुझे उचित राय दें क्योंकि आप अनुभवी हैं आप कई बार गए जबकि हम पहली बार जाने के बारे में सोच रहे हैं …. जय श्री कृष्ण !! श्री राधा !!