अà¤à¥€ तक आपने पढा कि मैं अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 2010 में अकेला ही यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ पहà¥à¤‚च गया। अà¤à¥€ यातà¥à¤°à¤¾ सीजन शà¥à¤°à¥‚ à¤à¥€ नहीं हà¥à¤† था। यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ में उस शाम केवल मैं ही अकेला परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• था, समà¥à¤¦à¥à¤° तल से 3200 मीटर से à¤à¥€ ऊपर। मेरे अलावा वहां कà¥à¤› मरमà¥à¤®à¤¤ का काम करने वाले मजदूर, à¤à¤• चौकीदार और à¤à¤• महाराज जी थे। महाराज जी के साथ दो-तीन चेले-चपाटे à¤à¥€ थे। मैने रात में ठहरने के लिये चौकीदार के यहां जà¥à¤—ाड कर लिया। चौकीदार के साथ दो जने और à¤à¥€ रहते थे, à¤à¤• उसका लडका और à¤à¤• नेपाली मजदूर। दो कमरे थे, à¤à¤• में चूलà¥à¤¹à¤¾-चौकी और दूसरे में बाकी सामान। बातों-बातों में मैने उनके समकà¥à¤· सपà¥à¤¤à¤‹à¤·à¤¿ कà¥à¤£à¥à¤¡ जाने की इचà¥à¤›à¤¾ जताई। उसने बताया कि वहां जाने का रासà¥à¤¤à¤¾ बेहद दà¥à¤°à¥à¤—म है, दूरी चौदह किलोमीटर है। बिना गाइड के बिलà¥à¤•à¥à¤² à¤à¥€ मत जाना, इस समय कोई गाइड à¤à¥€ नहीं मिलेगा। मैने पूछा कि कà¥à¤¯à¤¾ आप वहां तक कà¤à¥€ गये हो? उसने बताया कि हां, मैं तो कई बार जा चà¥à¤•ा हूं।
यशपाल, चौकीदार का लडका। मेरे उठने से पहले ही लकडी लाने जंगल में चला गया था।
मेरे जिद करने पर वो गाइड बनने के लिये तैयार हो गया, पांच सौ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ में आना जाना। हालांकि है तो यह आज के हिसाब से à¤à¥€ महंगा लेकिन ऑफ सीजन में सपà¥à¤¤à¤‹à¤·à¤¿ कà¥à¤£à¥à¤¡ जाने की बडी इचà¥à¤›à¤¾ थी इसलिये यह पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ मान लिया गया। तय हà¥à¤† कि कल सà¥à¤¬à¤¹ सà¥à¤¬à¤¹ छह बजे निकल पडेंगे। चूंकि यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ में à¤à¥€ कोई आदमजात नहीं थी, ऊपर कà¥à¤¯à¤¾ खाक मिलेगी। उसने यह à¤à¥€ बताया कि हो सकता है कि अà¤à¥€ वहां बरà¥à¤« हो, रासà¥à¤¤à¤¾ ना हो, लेकिन जहां तक रासà¥à¤¤à¤¾ मिलेगा जायेंगे। हमारे साथ में नेपाली और चौकीदार का लडका à¤à¥€ चलने को तैयार हो गये। उस शाम को मेरा खाना चौकीदार ने अपने यहां ही बनाया था; राजमा, रोटी और चावल। सबके साथ बैठकर बिना चमà¥à¤®à¤š के खाना खाने में आननà¥à¤¦ आ गया। उस समय तो मैं उनके घर के मेहमान जैसा था।
सोते समय देखा कि कैमरे की सेलें खतà¥à¤® होने वाली हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡à¤‚ बताया कि रोज तो शाम पांच बजे ही बिजली आ जाती है, आज आठबज गये, अà¤à¥€ तक नहीं आयी। मà¥à¤à¥‡ चिनà¥à¤¤à¤¾ थी कि अगर सेल चारà¥à¤œ नहीं हà¥à¤ˆà¤‚ तो कल की यातà¥à¤°à¤¾ की à¤à¤¸à¥€-तैसी हो जायेगी। आज बिजली ना आने का कारण था कि मौसम खराब था। हलà¥à¤•ी-हलà¥à¤•ी बूंदें पड रही थीं। चौकीदार के कमरे से लगà¤à¤— सटी हà¥à¤ˆ ही महाराज जी की गà¥à¤«à¤¾ है। गà¥à¤«à¤¾ के सामने ही à¤à¤• टॉयलेट बना हà¥à¤† है। इसके बराबर में à¤à¤• छोटा सा कमरा है, इसमें जनरेटर चल रहा था। इसका उपयोग केवल महाराज और चेलों के लिये ही था। मैं सेल और चारà¥à¤œà¤° लेकर जनरेटर के पास गया। लडके ने बताया कि हमारी और महाराज की बनती नहीं है, इसलिये तà¥à¤® ही गà¥à¤«à¤¾ में जाकर महाराज से बात कर लो, थोडी देर à¤à¥€ चारà¥à¤œà¤¿à¤‚ग पर लग जायेगा, तो कल की बात बन जायेगी। मेरी à¤à¥€ हिमà¥à¤®à¤¤ नहीं हà¥à¤ˆà¥¤ तà¤à¥€ निगाह पडी टॉयलेट के दरवाजे के पास में à¤à¤• चारà¥à¤œà¤¿à¤‚ग पॉइंट पर। फटाफट लगा दिया, लेकिन यहां इस पर बारिश की छींटें पड रही थीं। इससे बचने के लिये इसे पनà¥à¤¨à¥€ से अचà¥à¤›à¥€ तरह ढक दिया। और वापस आकर सो गये।
सà¥à¤¬à¤¹ साढे पांच बजे अलारà¥à¤® बजा। यमà¥à¤¨à¤¾ की जोरदार आवाज आ रही थी। बाहर निकलकर देखा कि मूसलाधार बारिश हो रही है। à¤à¤¸à¥‡ में सपà¥à¤¤à¤‹à¤·à¤¿ कà¥à¤£à¥à¤¡ जाना मूरà¥à¤–ता थी। मà¥à¤à¥‡ टà¥à¤°à¥‡à¤•िंग का जरा à¤à¥€ अनà¥à¤à¤µ नहीं था। वापस आकर सो गया। नौ बजे चौकीदार चाय लेकर आ गया – बिना दूध की चाय। ये लोग दूध दà¥à¤°à¥à¤²à¤ होने की वजह से बिना दूध की ही पीते हैं। कौन जाये रोज-रोज दूध लेने नीचे जानकीचटà¥à¤Ÿà¥€? उसने à¤à¥€ यही बताया कि बारिश में जाना सही नहीं था, इसलिये मैने आपको नहीं उठाया। चाय पीकर बाहर निकला। अब बारिश थम गयी थी। हलà¥à¤•ी धूप à¤à¥€ खिल गयी थी। चारà¥à¤œà¤° के पास गया, देखा कि पनà¥à¤¨à¥€ तो उड गयी है। चारà¥à¤œà¤° बरà¥à¤« सा ठणà¥à¤¡à¤¾ हà¥à¤† पडा है। सेलें à¤à¥€ à¤à¥€à¤— गयी हैं। अब गये ये तो काम से। कैमरे में लगाकर देखा तो बैटरी फ़à¥à¤²à¥¤ दो जोडी सेलें थी, दोनों ही फ़à¥à¤² चारà¥à¤œà¥¤ जय हो यमà¥à¤¨à¤¾ मैया। अपने यहां à¤à¥€à¤— जाती तो इनका काम तमाम था।
दस बजे तक मौसम पूरा खà¥à¤² जाने पर चौकीदार ने कहा कि आपका आज का पूरा दिन खराब हो जायेगा। चलो, आपको आसपास घà¥à¤®à¤¾à¤•र लाता हूं। अब निकल पडे हम चारों यमà¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤°à¥€ से यमà¥à¤¨à¤¾ के साथ-साथ विपरीत दिशा में। यानी और ऊपर की ओर। अब आगे की कहानी चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ की जà¥à¤¬à¤¾à¤¨à¥€:
ऊपर से बहकर आती यमà¥à¤¨à¤¾à¥¤ हम à¤à¥€ बहाव के विपरीत दिशा में चल पडे – बिना किसी लकà¥à¤·à¥à¤¯ के।
गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° के पहले दरà¥à¤¶à¤¨
करीब सौ मीटर आगे ही गये होंगे कि बरà¥à¤« का गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° मिल गया। जिनà¥à¤¦à¤—ी में पहली बार गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° देखा। महीनों से बरफ जमी पडी है। बरफ के नीचे से पानी आता है।
बरà¥à¥ž के ऊपर से हो कर जाता रासà¥à¤¤à¤¾
और आगे जाने के लिये बरफ के ऊपर से ही जाना पडेगा। नीचे पानी बह रहा है। पता नहीं, कहां से बरफ मोटी है और कहां से पतली। नेपाली यही सोच रहा है।
जोखिम à¤à¤°à¤¾ रासà¥à¤¤à¤¾
ऊपर से देखने पर बरफ के मिजाज का पता नहीं चलता। हो सकता है कि जहां हम पैर रख रहे हों, वहां कà¥à¤› इंच ही मोटाई हो। अगर à¤à¤¸à¥€ जगह पर पैर पड गया तो नीचे बहते ठणà¥à¤¡à¥‡ पानी, ऊपर जमी बरफ, और नीचे दबी चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में à¤à¤¸à¥‡ फंसेंगे कि कोई चाह कर à¤à¥€ ना तो बच सकता है ना ही कोई बचा सकता है। चौकीदार का कहना है कि इन जगहों में हर साल कई लोग डूब जाते हैं।
जाà¤à¤š परख कर चलते गाइड
अचà¥à¤›à¥€ तरह जांच परख कर ही गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° पर चला जाता है। मेरे लिये इससे बडी बात और कà¥à¤¯à¤¾ थी कि मà¥à¤à¥‡ तीन गाइड मिले थे इन रासà¥à¤¤à¥‹à¤‚ पर चलना सिखाने के लिये। बरफ की ऊपरी सतह से à¤à¥€ कà¥à¤› कà¥à¤› अनà¥à¤¦à¤¾à¤œà¤¾ लग जाता है कि किस जगह पर खतरा है। à¤à¤¸à¤¾ अनà¥à¤¦à¤¾à¤œà¤¾ केवल अनà¥à¤à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को ही होता है, मà¥à¤ जैसों को नहीं।
सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° à¤à¤°à¤¨à¤¾
करीब आधा किलोमीटर गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° पर चलने के बाद आता है शानदार à¤à¤°à¤¨à¤¾à¥¤ यह यमà¥à¤¨à¤¾ ही है। यही पर तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ à¤à¥€ है यानी तीन तरफ से तीन नदियां आकर मिलती हैं। लेकिन तीनों नदियां कहीं पर à¤à¥€ मिलती नहीं दिखती। कारण है बरफ। बरफ के नीचे ही कहीं मिलती हैं।
गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤° पर खडा à¤à¤• घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड।
जैकेट है नेपाली मजदूर की। बाकी तो अपने ही हैं। बडा मजा आता है दसियों फà¥à¤Ÿ मोटी बरफ पर चलने में।
फ़à¥à¤°à¥à¤¤à¥€ से पहाङ चढता पहाङी
ये पहाडी लोग पता नहीं कौन सी इनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€ विकसित कर लेते हैं कि मà¥à¤¶à¥à¤•िल से मà¥à¤¶à¥à¤•िल जगह पर आसानी से चले जाते हैं। मैने इसे चढते हà¥à¤ बडे धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखा, फिर जब खà¥à¤¦ चढने लगा तो पैर फिसलने लगे, हाथों से घास पकडी तो घास उखडने लगी। आखिरकार इसका पीछा करना छोड दिया।
तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ वाला à¤à¤°à¤¨à¤¾
यह वही तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ वाला à¤à¤°à¤¨à¤¾ है। नेपाली ऊपर वाले चितà¥à¤° में दिखाये अनà¥à¤¸à¤¾à¤° चढकर इसी के करीब गया था। उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ था इस बनà¥à¤¦à¥‡ में। कहता है कि ‘नीचे’ वाला इलाका बकवास है। नीचे मतलब मैदानी इलाका। नौकरी ढूंढने जाओ तो दो हजार की नौकरी मिलेगी, दो हजार का ही à¤à¤• कमरा मिलेगा। à¤à¤• तरफ से कमाओ और दूसरी तरफ खरà¥à¤š कर दो। बचत है तो केवल पहाड में। मैं आजकल सरिये का काम कर रहा हूं। सीजन शà¥à¤°à¥‚ हो जायेगा तो चौकीदार के ही ‘होटल’ में मà¥à¤¨à¥€à¤® बन जाऊंगा। जो à¤à¥€ कमाई होगी, सारी जेब में ही तो जायेगी। हजारों रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ इकटà¥à¤ े करके नेपाल जाऊंगा।
तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ à¤à¤°à¤¨à¥‡ का विहंगम दृशà¥à¤¯à¥¤
तà¥à¤°à¤¿à¤µà¥‡à¤£à¥€ नाम कहीं à¤à¥€ लिखा नहीं मिलेगा। मैं केवल सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ के लिये इस शबà¥à¤¦ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कर रहा हूं। इन पहाडों में इस तरह के अनगिनत à¤à¤°à¤¨à¥‡ हैं, à¤à¤• से बढकर à¤à¤•।
खडे पहाडों के बीच फैला गà¥à¤²à¥‡à¤¶à¤¿à¤¯à¤°à¥¤
दूर उस सिरे पर दो जने दिख रहे हैं। चौकीदार और नेपाली हैं वे। उनà¥à¤¹à¥‡ à¤à¤• पेड का ठूंठमिल गया था। उसे उठाने गये हैं।
(अगली बार आप और जोरदार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ पढेंगे।)