यह मेरा पहला पोसà¥à¤Ÿ हैं घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़ पे और इस साइट पर लोगो के पोसà¥à¤Ÿ पढ़ना मà¥à¤à¥‡ बहà¥à¤¤ पसंद हैं। धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ आप सà¤à¥€ का जो यहाठपे अपनी यातà¥à¤°à¤¾ का वरà¥à¤£à¤¨ करते हैं और हमें à¤à¥€ उन जगहो के बारे मैं जानकारी मिलती हैं जहां हम नहीं गठया जहां हम जा सकते हैं।
वैसे तो वो मई 2016 का बढ़ा ही साधारण छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ का दिन था और मà¥à¤à¥‡ पता à¤à¥€ नहीं था की मैं अपनी पहली रोड टà¥à¤°à¤¿à¤ª पे जाने वाला हूठरोज सà¥à¤¬à¤¹ के नितà¥à¤¯ कारà¥à¤¯ करते हà¥à¤¯à¥‡ सोचा की कà¥à¤¯à¥‚ठन कहीं घूमने जाया जाये और कल रविवार के दिन की à¤à¥€ छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ हैं तो कल तक वापस आ जाऊंगा। पहले हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° जाने का विचार किया कà¥à¤¯à¥‚ंकी वो दिलà¥à¤²à¥€ के पास ही हैं लेकिन वहाठमैं पहले à¤à¥€ कई बार जा चà¥à¤•ा था सोचा की किसी नई जगह चलते हैं और कैंची धाम जाने का फैसला किया (शà¥à¤°à¥‡à¤¯ जाता हैं मारà¥à¤• जà¥à¤•करबरà¥à¤— और सà¥à¤Ÿà¥€à¤µ जॉबà¥à¤¸ को)।
माठको इस यातà¥à¤°à¤¾ के बारे मैं बताया तो उनà¥à¤¹à¥‡ थोड़ा अचरज हà¥à¤† लेकिन वो मेरी आदत के बारे मैं जानते हैं की मैं बिना किसी योजना के ही यातà¥à¤°à¤¾ करना पसंद करता हूठऔर पहले à¤à¥€ कई बार à¤à¤¸à¥‡ ही बिना किसी योजना के जा चà¥à¤•ा हूà¤, जलà¥à¤¦à¥€ ही मैंने अपने ऑफिस बैग के अंदर à¤à¤• पैंट शरà¥à¤Ÿ पेक किया और तैयार हो गया, इन सब मैं 1 घंटे का समय लग गया और मैंने जाने का फैसला किया अपनी हीरो होंडा CBZ बाइक से जिसपे आज तक मैंने इतना लंबा सफर नहीं किया था (इससे पहले मैं टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से ही घूमने जाता था)।
रासà¥à¤¤à¥‡ की जानकारी तो थी नहीं धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ गूगल मैप का जिससे तà¥à¤°à¤‚त रासà¥à¤¤à¥‡ का मैप निकाला जिससे पता चला की तकरीबन 340 K.M तक डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करना हैं और रूट मैप का सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨ शॉट à¤à¥€ ले कर के रख लिया जिससे की आगे बार-बार नेट नहीं चलाना पड़े। जाने का फैसला अकेले ही किया कà¥à¤¯à¥‚ंकी इतना समय नहीं था की किसी और को साथ ले लूठऔर वैसे à¤à¥€ मà¥à¤à¥‡ अकेले घूमना पसंद हैं इससे आज़ादी का à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ होता हैं जहां आपकी इचà¥à¤›à¤¾ हों आप जा सकते हैं जहां रà¥à¤•ना चाहे रà¥à¤• सकते हैं किसी और की चिंता किठबगैर।
दोपहर के 12:00 बजे दिलà¥à¤²à¥€ से यातà¥à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ की साफ मौसम था दिलà¥à¤²à¥€ से गà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤° नोà¤à¤¡à¤¾ वेसà¥à¤Ÿ और फिर बाà¤à¤ तरफ मà¥à¤¡à¤¼à¤¨à¥‡ पर थोड़ा आगे जा कर के à¤à¤¨à¤à¤š 24 आ गया जिसपे आगे काफी सफर करना था 1 घंटा डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करने पर गाज़ियाबाद पार हो गया और शहरी कसà¥à¤¬à¤¾ à¤à¥€, अब हाइवे था और ऊसके दोनों तरफ खेत थोड़े बहोत मकान à¤à¥€ थे हाइवे के किनारे वहीं आगे जा करके à¤à¤• चौक था जहां कई दà¥à¤•ाने थी पेड़ के नीचे à¤à¤• जूस वाले की दà¥à¤•ान थी वहीं पर थोड़ा देर रà¥à¤• कर के जूस पिया और थोड़ा आराम करने के बाद आगे का रासà¥à¤¤à¤¾ तय करने के लिठफिर से डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करना शà¥à¤°à¥‚ कर दिया ऊसके बाद हापà¥à¤¡à¤¼ आया और फिर गढ़मà¥à¤•à¥à¤¤à¥‡à¤¸à¤µà¤° जहां पर गंगा जी के दरà¥à¤¶à¤¨ किये कà¥à¤› फोटो ली और आगे चल पड़ा उसके बाद मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ और फिर रामपà¥à¤° आया जहां पर मेरा à¤à¤¨à¤à¤š 24 का सफर समापà¥à¤¤ हà¥à¤† यहाठसे à¤à¤¨à¤à¤š 87 पे आगे रà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤° होते हà¥à¤ हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ की तरफ जाना था|
Gangaa River at Garhmukteshwar
वहीं रामपà¥à¤° चौक पर ही कà¥à¤› देर रà¥à¤• कर के à¤à¥‹à¤œà¤¨ किया और कोलà¥à¤¡ डà¥à¤°à¤¿à¤‚क पीने के बाद आगे का सफर à¤à¤¨à¤à¤š 87 पे शà¥à¤°à¥‚ किया। यहाठमैं आपको बताना चाहूà¤à¤—ा की à¤à¤¨à¤à¤š 24 की सड़क (दिलà¥à¤²à¥€ से रामपà¥à¤°) काफी अचà¥à¤›à¥€ थी और उस पे डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करने मैं à¤à¤• अलग ही आनंद आ रहा था लेकिन रामपà¥à¤° से रà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤° तक की à¤à¤• पतली सड़क हैं जो की समतल नहीं हैं और इसपे छोटे-2 गडà¥à¤¢à¥‡ à¤à¥€ हैं।
Rudrapur to Haldwani Road
तकरीबन à¤à¤• घंटे डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करने के बाद मैं रà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤° पहà¥à¤à¤š गया और शाम à¤à¥€ हो गई थी आगे रà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤° से हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ जाना था और उस सड़क पे डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करना बेहतरीन अनà¥à¤à¤µ था। शाम का समय हो गया था गरà¥à¤®à¥€ के मौसम मैं à¤à¥€ वहाठका मौसम काफी ठंडा था, सड़क अचà¥à¤›à¥€ थी समतल और कोई गडà¥à¤¢à¤¾ नहीं, सड़क के दोनों तरफ दूर-दूर तक सिरà¥à¤« पेड़ थे, सड़क खाली थी सिरà¥à¤« इकà¥à¤•ा-दà¥à¤•à¥à¤•ा वाहन ही नजर आ रहे थे, चारो तरफ शांति का à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ हो रहा था और बाइक चलाते हà¥à¤¯à¥‡ जो ठंडी हवा चेहरे पे लग रही थी उसका à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ बोहोत आनंदायक था।
मेरी कोशिश यह थी की मैं अंधेरा होने से पहले हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ पहà¥à¤à¤š जाऊठकà¥à¤¯à¥‚ंकी मैं रात को सफर नहीं करना चाहता था वहाठसड़कों पे लाइट नहीं होती और हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ के बाद पहाड़ी रासà¥à¤¤à¤¾ à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ हो जाता हैं à¤à¤• घंटे ऊस बेहतरीन सड़क पे डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करने के बाद मैं हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ पहà¥à¤‚चा और अब तक अंधेरा हो चà¥à¤•ा था मैंने हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ शहर को पार किया और हाइवे पर ही à¤à¤• होटल मैं कमरा ले लिया पहले तो हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ शहर मैं ही कमरा लेने वाला था लेकिन देखा की होटल के बगल मैं ही बारात आने वाली थी तो सोचा की यह रात को सोने नहीं देंगे इसलिठथोड़ा आगे जा कर के हलà¥à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥€ के बाहर कमरा लिया, किराया थोड़ा ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लगा Rs.1200/- à¤à¤• रात का लेकिन कमरा अचà¥à¤›à¤¾ था साथ मैं अटैच बाथरूम à¤à¥€ था रात को नहा कर के खाना कमरे मैं ही मà¤à¤—वा लिया, रोटी, चावल, आलू की सबà¥à¤œà¥€ और दाल मखनि का à¤à¥‹à¤œà¤¨ कर के à¤à¤• पेपà¥à¤¸à¥€ पी और टीवी पर आईपीà¤à¤² का मैच देखने लगा यह सोचते हà¥à¤¯à¥‡ की कल सà¥à¤¬à¤¹ जलà¥à¤¦à¥€ निकलना पड़ेगा।
A Small Village on the way to Bhimtal
Early Morning view from Bhimtal Mountains
अगले दिन सà¥à¤¬à¤¹ 6:00 बजे ऊठा और नहा धो कर के 7:00 बजे होटल से आगे के सफर के लिठनिकल पड़ा तकरीबन 20 K.M. पहाड़ो पे बाइक चला कर के मैं पहà¥à¤‚चा à¤à¥€à¤®à¤¤à¤¾à¤² और यह जगह काफी शांत और खूबसूरत हैं जहां आपको पहाड़ और पà¥à¤°à¤•ृति की खूबसूरती का à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ à¤à¥€ होगा और यह जगह किसी मशहूर परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤² की तरह à¤à¥€à¤¡à¤¼-à¤à¤¾à¤¡à¤¼ वाली à¤à¥€ नहीं हैं, à¤à¤• खूबसूरत कसà¥à¤¬à¤¾ हैं जहां आप शांति के कà¥à¤› पल à¤à¤• शांत और खूबसूरत वातावरण मैं बिता सकते हैं। मैंने यहाठपे बाइक को à¤à¤• साइड मैं लगा कर के कà¥à¤› देर तक इस खूबसूरत नज़ारे को देखता रहा और फिर आगे का रासà¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥‚ किया थोड़ी देर बाइक चलाने के बाद मैं à¤à¤µà¤¾à¤²à¥€ पहà¥à¤‚चा और और मेरी बाइक मैं थोड़ी खराबी आ रही थी तो सोचा की इसे यहीं ठीक करा लेना सही हैं।
A Beautiful Road in Bhimtal
Beautiful Town of Bhimtal
Bhimtal Lake
बाइक मे कà¥à¤²à¤š पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ की खराबी थी जिसे ठीक कराने मैं तकरीबन 2 घंटे का समय लग गया तब तक मैं à¤à¤µà¤¾à¤²à¥€ मे ही घूमता रहा और नाशà¥à¤¤à¤¾ किया। मैकेनिक ने बताया की यहाठसे कैंची धाम 8 K.M. हैं और नैनीताल 10 K.M. आपको कैंची धाम के दरà¥à¤¶à¤¨ कर के यहीं वापस आना होगा और फिर आप यहाठसे नैनीताल जा सकते हैं मेरी बाइक की नंबर पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿ देख कर के मैकेनिक ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ पूछा की कà¥à¤¯à¤¾ आप दिलà¥à¤²à¥€ से आठहैं बाइक पर ? उसे और वहाठपर खड़े दो और लड़को को यह जान कर अचरज हà¥à¤† की मैं इतनी दूर बाइक से गया था।
Bike Repairing in Bhowali
अब मेरी बाइक किलकà¥à¤² ठीक हो चà¥à¤•ी थी और मैंने आगे का रासà¥à¤¤à¤¾ कैंची धाम के लिठशà¥à¤°à¥‚ किया जो की 8 K.M. का था मैंने लेंडसà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤¡ के बारे मैं सà¥à¤¨à¤¾ था लेकिन मà¥à¤à¥‡ आगे रासà¥à¤¤à¥‡ पर कà¥à¤› जगह पेड़ à¤à¥€ रासà¥à¤¤à¥‡ पे गिरे हà¥à¤¯à¥‡ दिखे जो की पहाड़ो के ऊपर से गिर कर सड़क पे आ गठथे। कैंची धाम पहà¥à¤à¤š कर के वहाठपहाड़ी नींबू का शरà¥à¤¬à¤¤ पिया और मंदिर मैं जा कर के थोड़ी देर मंदिर परिसर मैं बाबा के आसन के पास बैठा रहा, मैं जब वहाठमंदिर परिसर मैं बैठा हà¥à¤† था तो मन मैं शांति का à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ हो रहा था और बिलकà¥à¤² à¤à¥€ इचà¥à¤›à¤¾ नहीं हो रही थी की मैं वहाठसे जाऊà¤, पहले सोचा था की मंदिर परिसर मैं सिरà¥à¤« 10 मिनट तक रहूà¤à¤—ा लेकिन मैं उससे काफी ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय तक वहीं रहा और नहीं जानता कितनी देर तक बस वहाठबैठकर के मैं उस शांति के à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ को महसूस कर रहा था, लेकिन मà¥à¤à¥‡ वहाठसे चलना ही था मेरे पास समय की कमी थी शायद कà¤à¥€ मैं वहाठफिर जा कर के à¤à¤• या दो दिनो तक का समय बिताऊà¤à¥¤
Trees on the Road to Neeb Karori Temple
Neeb Karori Temple
कैंची धाम मंदिर बिलकà¥à¤² साफ था आपको कूड़े का à¤à¤• दाना à¤à¥€ मंदिर परिसर मैं नज़र नहीं आà¤à¤—ा, मैं आपको मंदिर के अंदर की फोटो नहीं दिखा सकता कà¥à¤¯à¥‚ंकी मंदिर परिसर के अंदर फोटो लेना माना हैं। बाबा को पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤® कर के मैं अपने सफर मे आगे चला और à¤à¤µà¤¾à¤²à¥€ होते हà¥à¤¯à¥‡ नैनीताल पहà¥à¤à¤š गया।
Perfect Road to Nainital
Nainital Lake
Nainital Mountains filled with the Hotels
नैनीताल जैसे की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ थी à¤à¤• सà¥à¤‚दर जगह हैं पहाड़ो के बीच मे à¤à¥€à¤² हैं जिसमे लोग नाव मे घूमने का आनंद ले सकते हैं लेकिन à¤à¤• मशहूर परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤² होने की वजह से यहाठपे à¤à¥€à¤¡à¤¼ à¤à¥€ काफी थी और पहाड़ो पर तो होटल वालों ने कबà¥à¤œà¤¾ कर लिया था। मैंने वहीं पर à¤à¤• रैसà¥à¤Ÿà¥Œà¤°à¥‡à¤‚ट मे पालक पनीर और बटर नान का लंच किया और फिर à¤à¤• गà¥à¤²à¤¾à¤¸ लसà¥à¤¸à¥€ पी जिससे की यह तय हो गया की अगला खाना तो घर पे ही होने वाला हैं उसके बाद सोचा की जब इतनी दूर आया हूठतो थोड़ी देर à¤à¥€à¤² मैं à¤à¥€ घूम लेता हूठ|
A Selfie in Nainital Lake
à¤à¤• नाव को किराये पर लिया और à¤à¥€à¤² मैं घूमने लगा नाव वाले से पूछा की यहाठपे कà¤à¥€ बरà¥à¤« गिरती हैं तो उसने बताया की जनवरी और फरवरी मे बरà¥à¤« गिरती हैं फिर नाव मे घूमने के बाद समय देखा तो दोपहर के 2 बज रहे थे और अब मà¥à¤à¥‡ वापस घर की तरफ चलना था दिलà¥à¤²à¥€ के लिये।