सà¤à¥€ घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़ साथियों को कविता की ओर से ………ॠनमः शिवाय……….इस शà¥à¤°à¤‚खला की पिछली पोसà¥à¤Ÿ में मैंने आपलोगों को à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ की नगरी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा का परिचय करवाया. और आइये अब मैं आपलोगों को लेकर चलती हूठशà¥à¤°à¥€ नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग जो की दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा से ही लगा हà¥à¤† है…….
जैसा की आपलोग जानते हैं की दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा से करीब 16 किलोमीटर की दà¥à¤°à¥€ पर à¤à¤—वान शिव के बारह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚गों में से à¤à¤• शà¥à¤°à¥€ नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है, दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा के आसपास सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ दरà¥à¤¶à¤¨à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ के दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठजो बस चलती है वही बस रà¥à¤•à¥à¤®à¤£à¤¿ मंदिर के दरà¥à¤¶à¤¨ के बाद यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग लेकर जाती है तथा वहां से गोपी तालाब होते हà¥à¤ बेट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा जाती है. हमने à¤à¥€ बेट दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा सहित अनà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ के दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ के लिठबस में बà¥à¤•िंग करवाई थी (जिसका वरà¥à¤£à¤¨ मैंने अपनी पिछली पोसà¥à¤Ÿ में किया है). सारे सहयातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ पहले दिन हमने à¤à¥€ नागेशà¥à¤µà¤° के दरà¥à¤¶à¤¨ किये लेकिन यह बस यहाठसिरà¥à¤« 15 मिनट के लिठरà¥à¤•ी थी और हम जैसे शिव à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिठजà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग मंदिर दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठयह समय परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ नहीं था अतः अगले दिन हमने अलग से नागेशà¥à¤µà¤° मंदिर आने की योजना बना ली.
अगले दिन सà¥à¤¬à¤¹ से हम लोग नहा धोकर होटल से निकल गठऔर निचे चौराहे पर आकर ऑटो वालों से नागेशà¥à¤µà¤° जाने के लिठबात की. हमने 200 रà¥. में नागेशà¥à¤µà¤° के लिठऑटो तय कर लिया तथा करीब 10 बजे नागेशà¥à¤µà¤° के लिठनिकल पड़े. सà¥à¤¬à¤¹ का समय था मौसम à¤à¥€ अचà¥à¤›à¤¾ था, और उस पर ऑटो रिकà¥à¤¶à¤¾ की सवारी…………….इस पंदà¥à¤°à¤¹ किलोमीटर के सफ़र में मज़ा आ गया. मà¥à¤à¥‡ ऑटो रिकà¥à¤¶à¤¾ की सवारी बड़ी अचà¥à¤›à¥€ लगती है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह तीन तरफ से खà¥à¤²à¤¾ रहता है, पà¥à¤°à¤¾à¤•ृतिक हवा आती है और बाहर देखने के लिठà¤à¥€ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤œà¤¨à¤• होता है.
नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग मंदिर जिस जगह पर बना है वहां कोई गाà¤à¤µ या बसाहट नहीं है, यह मंदिर सà¥à¤¨à¤¸à¤¾à¤¨ तथा वीरान जगह पर बना है, निकटसà¥à¤¥ शहर दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा ही है जो यहाठसे पंदà¥à¤°à¤¹ किलोमीटर दूर है. शिव महापà¥à¤°à¤¾à¤£ के दà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¾à¤¶à¥à¤œà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤°à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° नागेशं दारà¥à¤•ावने अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ नागेशà¥à¤µà¤° जो दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा के समीप वन में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है.
यहाठपर मंदिर परिसर में à¤à¤—वान शिव की पदà¥à¤®à¤¾à¤¸à¤¨ मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ में à¤à¤• विशालकाय मूरà¥à¤¤à¤¿ à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है जो यहाठका मà¥à¤–à¥à¤¯ आकरà¥à¤·à¤£ है. इस मूरà¥à¤¤à¤¿ के आसपास पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का à¤à¥à¤£à¥à¤¡ मंडराते रहता है तथा à¤à¤•à¥à¤¤à¤—ण यहाठपकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठअनà¥à¤¨ के दाने à¤à¥€ डालते है जो यहीं मंदिर परिसर से ही ख़रीदे जा सकते हैं.
शिव की विशाल मूरà¥à¤¤à¤¿ बहà¥à¤¤ दूर रोड से ही दिखाई देने लग जाती है, यह मूरà¥à¤¤à¤¿ बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤‚दर है तथा à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का मन मोह लेती है. दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा से करीब 45 मिनट में हम नागेशà¥à¤µà¤° पहà¥à¤à¤š गà¤. मंदिर पहà¥à¤à¤š कर सबसे पहले हमने जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग के दरà¥à¤¶à¤¨ किये, à¤à¥€à¤¡à¤¼ लगà¤à¤— न के बराबर थी अतः हमें दरà¥à¤¶à¤¨à¥‹à¤‚ में बिलकà¥à¤² à¤à¥€ मà¥à¤¶à¥à¤•िल नहीं आई. दरà¥à¤¶à¤¨ के बाद अब हमें यहाठपर अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करना था अतः हमने मंदिर समिति से जानकारी ली और 250 रà¥. जमा करवा कर रूदà¥à¤° अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• के लिठपरà¥à¤šà¥€ ले ली. यहाठपर गरà¥à¤à¤—ृह में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ सिरà¥à¤« उनà¥à¤¹à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥à¤“ं को होती है जो अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करवाते हैं.
मंदिर के नियमों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° गरà¥à¤à¤—ृह में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ से पहले à¤à¤•à¥à¤¤ को अपने वसà¥à¤¤à¥à¤° उतार कर समीप ही सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤• ककà¥à¤· में जहाठधोतियाठरखी होती हैं, जाकर धोती पहननी होती है उसके बाद ही गरà¥à¤à¤—ृह में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ किया जा सकता है. चूà¤à¤•ि उस समय मंदिर में जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¥€à¤¡à¤¼ नहीं थी अतः हमने खूब अचà¥à¤›à¥‡ से जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग का पंचामृत, दूध तथा जल से अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• किया. अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• के बाद à¤à¥€ बहà¥à¤¤ देर तक गरà¥à¤à¤—ृह में हम जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग के सामने बैठे रहे. मैं हमेशा जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग यातà¥à¤°à¤¾ पर जाते समय अपना पूजा का आसन तथा रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· की माला साथ में रख लेती हूà¤, यहाठà¤à¥€ मैंने अपना यह सामान निकाला और रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· की माला से ॠनमः शिवाय का जाप करने बैठगई. हमारा à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤¾à¤µ देख कर मंदिर के मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ जी बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ तथा उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª मà¥à¤à¥‡ जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग पर चढ़ा à¤à¤• चांदी का बेलपतà¥à¤° दिया जिसे पाकर मैं इतनी खà¥à¤¶ हà¥à¤ˆ की बता नहीं सकती.
यहाठकी à¤à¤• और विशेषता है की यहाठपर अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• सिरà¥à¤« गंगाजल से ही होता है, तथा अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करने वाले à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को मंदिर समिति की ओर से गंगाजल निशà¥à¤²à¥à¤• मिलता है.
अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• के बाद हम पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ लेकर मंदिर से बाहर आ गà¤, बाहर आकर शिव जी की उस विशाल पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ के सामने हमने à¤à¥€ बहà¥à¤¤ देर तक पकà¥à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दाना चà¥à¤—ाया तथा फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ की.
नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग à¤à¤• परिचय:
गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ राजà¥à¤¯ के जामनगर जिले में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ तीरà¥à¤¥ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा धाम से लगà¤à¤— 16 किलोमीटर की दà¥à¤°à¥€ पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ नागेशà¥à¤µà¤°, à¤à¤—वान शिव के बारह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚गों में से दसवें कà¥à¤°à¤® के जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग के रूप में विशà¥à¤µ à¤à¤° में पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤¦ है. नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ को लेकर à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में मतैकà¥à¤¯ नहीं है. कà¥à¤› लोग मानते हैं की यह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤— महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के हिंगोली जिले में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ औंढा नागनाथ नामक जगह पर है, वहीठअनà¥à¤¯ लोगों का मानना है की यह जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड राजà¥à¤¯ के अलà¥à¤®à¥‹à¤¡à¤¼à¤¾ के समीप जागेशà¥à¤µà¤° नामक जगह पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है, इन सारे मतà¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ के बावजूद तथà¥à¤¯ यह है की पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वरà¥à¤· लाखों की संखà¥à¤¯à¤¾ में à¤à¤•à¥à¤¤ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा के समीप सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग मंदिर में दरà¥à¤¶à¤¨, पूजन और अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• के लिठआते हैं.
नागेशà¥à¤µà¤° मंदिर:
नागेशà¥à¤µà¤° के वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ मंदिर का पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¾à¤£, सूपर केसेटà¥à¤¸ इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ के मालिक सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय शà¥à¤°à¥€ गà¥à¤²à¤¶à¤¨ कà¥à¤®à¤¾à¤° ने करवाया था. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इस जीरà¥à¤£à¥‹à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤° का कारà¥à¤¯ 1996 में शà¥à¤°à¥‚ करवाया, तथा इस बीच उनकी हतà¥à¤¯à¤¾ हो जाने के कारण उनके परिवार ने इस मंदिर का कारà¥à¤¯ पूरà¥à¤£ करवाया. मंदिर निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में लगà¤à¤— 1.25 करोड़ की लागत आई जिसे गà¥à¤²à¤¶à¤¨ कà¥à¤®à¤¾à¤° चेरिटेबल टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ ने अदा किया. नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग के परिसर में à¤à¤—वान शिव की धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ में à¤à¤• बड़ी ही मनमोहक अति विशाल पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ है जिसकी वजह से यह मंदिर को दो किलोमीटर की दà¥à¤°à¥€ से ही दिखाई देने लगता है, यह मूरà¥à¤¤à¤¿ 125 फीट ऊà¤à¤šà¥€ तथा 25 फीट चौड़ी है. मà¥à¤–à¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤° साधारण लेकिन सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° है. मंदिर में पहले à¤à¤• सà¤à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹ है, जहाठपूजन सामगà¥à¤°à¥€ की छोटी छोटी दà¥à¤•ानें लगी हà¥à¤ˆ हैं. सà¤à¤¾à¤®à¤‚ड़प के आगे तलघर नà¥à¤®à¤¾ गरà¥à¤à¤—ृह में शà¥à¤°à¥€ नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ है.
नागेशà¥à¤µà¤° मंदिर परिसर में विशाल शिव पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾.
गरà¥à¤à¤—ृह:
गरà¥à¤à¤—ृह सà¤à¤¾à¤®à¤‚ड़प से निचले सà¥à¤¤à¤°Â पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है, जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग मधà¥à¤¯à¤® बड़े आकार का है जिसके ऊपर à¤à¤• चांदी का आवरण चढ़ा रहता है. जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग पर ही à¤à¤• चांदी के नाग की आकृति बनी हà¥à¤ˆ है. जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग के पीछे माता पारà¥à¤µà¤¤à¥€ की मूरà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ है. गरà¥à¤à¤—ृह में पà¥à¤°à¥à¤· à¤à¤•à¥à¤¤ सिरà¥à¤« धोती पहन कर ही पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर सकते हैं, वह à¤à¥€ तà¤à¥€ जब उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करवाना है.
मंदिर समय सारणी:
मंदिर सà¥à¤¬à¤¹ पांच बजे पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ आरती के साथ खà¥à¤²à¤¤à¤¾ है, आम जनता के लिठमंदिर छः बजे सà¥à¤¬à¤¹ खà¥à¤²à¤¤à¤¾ है. à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिठशाम चार बजे शà¥à¤°à¥ƒà¤‚गार दरà¥à¤¶à¤¨Â होता है तथा उसके बाद गरà¥à¤à¤—ृह में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ बंद हो जाता है. शयन आरती शाम सात बजे होती है तथा रात नौ बजे मंदिर बंद हो जाता है.
विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पूजाà¤à¤:
नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग मंदिर में मंदिर पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन समिति के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ के लिठरà¥. 105 से लेकर रà¥. 2101 के बीच विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•ार की पूजाà¤à¤ सशà¥à¤²à¥à¤• समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ कराई जाती हैं. जिन à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को पूजन अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करवाना होता है, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मंदिर के पूजा काउंटर पर शà¥à¤²à¥à¤• जमा करवाकर रसीद पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करनी होती है, ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ मंदिर समिति à¤à¤•à¥à¤¤ के साथ à¤à¤• पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ को अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• के लिठà¤à¥‡à¤œà¤¤à¥€ है जो à¤à¤•à¥à¤¤ को लेकर गरà¥à¤à¤—ृह में लेकर जाता है तथा शà¥à¤²à¥à¤• के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पूजा करवाता है.
रहने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ तथा परिवहन:
नागेशà¥à¤µà¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग मंदिर ओखा तथा दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा के बीचोबीच सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है. वीरान जगह पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होने की वजह से यहाठठहरने की कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ उपलबà¥à¤§ नहीं है, अतः यातà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा या ओखा में ही ठहरना होता है. दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा से नागेशà¥à¤µà¤° के लिठआवागमन के साधन में ऑटो रिकà¥à¤¶à¤¾ सबसे सà¥à¤²à¤ है. ऑटो रिकà¥à¤¶à¤¾ का किराया दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा-नागेशà¥à¤µà¤°-दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा की राउंड टà¥à¤°à¤¿à¤ª के लिठलगà¤à¤— 250 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ है. Â
दोपहर तक हम नागेशà¥à¤µà¤° से वापस दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा अपने होटल आ गà¤, कà¥à¤› देर आराम किया और फिर से à¤à¤—वान दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ाधीश के दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठदà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ाधीश मंदिर चले आये, लाइन में लगे और कà¥à¤› ही देर में हमें फिर à¤à¤—वान दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ाधीश के दरà¥à¤¶à¤¨ बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¥‡ से हो गà¤. कई बार बचà¥à¤šà¥‡ मंदिर में लाइन में लगने से न नà¥à¤•à¥à¤° करते हैं तो मैं और मà¥à¤•ेश उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं की हम लोग इतनी दूर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ आते है? à¤à¤—वान के दरà¥à¤¶à¤¨ के लिठही न तो फिर जितनी बार और जितनी देर दरà¥à¤¶à¤¨ का मौका मिले करना चाहिà¤.
अगले दिन सà¥à¤¬à¤¹ हमारा राजकोट से उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ के लिठटà¥à¤°à¥‡à¤¨ में रिजरà¥à¤µà¥‡à¤¶à¤¨ था, अतः सà¥à¤¬à¤¹ करीब छः बजे ही हम दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा से बस में राजकोट के लिठबैठगà¤. और अंततः राजकोट से उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ होते हà¥à¤ अपने घर वापस आ गà¤.
इस तरह से हमारी सोमनाथ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤•ा की यह यातà¥à¤°à¤¾ कई सारी सà¥à¤–द सà¥à¤®à¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ संपनà¥à¤¨ हà¥à¤ˆ. अब अगली बार फिर किसी और यातà¥à¤°à¤¾ के अनà¥à¤à¤µà¥‹à¤‚ के साथ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होउंगी घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़ पर…………….लेकिन तब तक के लिठ…………बाय ………हैपà¥à¤ªà¥€ घà¥à¤®à¤•à¥à¤•ड़ी.