भारतवर्ष में हिमालय पर्वत विशाल है इसी तरह से नोर्थ अमेरिका में रोकी पर्वत है. अमेरिका और कैनेडा एक ही कॉंटिनेंट नोर्थ अमेरिका में है. जैसे अपना भारतवर्ष एशिया में है. हम सभी जानते हैं माउन्ट एवेरेस्ट सब से ऊँचा है, उसी तरह सब से ज्यादा लोग हिमालय पर्वत या उसकी तलहटी में निवास करते हैं. आज मैं आपको रोकी पर्वत के एक टूरिस्ट प्लेस पर ले के चलता हूँ. इस जगह का नाम बैंफ है और यह कैनेडा के अलबर्टा प्रान्त में है. यहाँ पहुँचने के लिए वॅनकूवर, कैलगरी या एडमंटन एयरपोर्ट का प्रयोग कर सकते हैं. निकटम हवाई अड्डा कैलगरी है. तब मैं एडमंटन में रहता था इसलिए मैं यह यात्रा एडमंटन से शुरू करूंगा.
हम लोग सुबह सवेरे त्यार हो कर कार में निकल पड़े. चार फैमिली बैंफ के लिए जा रही थी. जैसा मेरा तजुर्बा है यह बहुत कठिन होता है कि ग्रुप अगर अलग अलग गाड़ी में यात्रा कर रहा हो तो सब इकट्ठे रह सकें. कहीं रेड लाइट आ गई या किसी गाड़ी की स्पीड कम हो तो एक दुसरे को खो देने का डर होता है. इस लिए मैं पहले ही एक निशचत जगह मिलने का प्रोग्राम बना लेता हूँ. अगर कोई चाहे तो सीधे उसी होटल या शहर में जा सकता है जिस शहर का प्रोग्राम हो.
इस बार भी हमने निश्चय किया के कि रेड-डीअर (शहर) के टिमहॉरटन पर मिलते हैं. मेरे बच्चे बताते हैं कि जैसे इंडिया में हलवाई की दुकान है, ऐसे कैनेडा में टिमहॉरटन है. टिमहॉरटन में काफी और खाने पीने का सामान मिलता है. एडमंटन में अपनी कार खुद ड्राइव करनी होती है इस लिए रास्ते का पता होना चाहिए. इस शहर से दो ही रोड बाहर जाती है. एक हाईवे नंबर २ है दूसरी हाईवे नंबर १६ है, पर लोगों ने सहूलियत के अनुसार हाईवे नंबर २ जो कैलगरी जाता है उसका नाम एडमंटन में कैलगरी ट्रेल रखा है आपको कैलगरी जाना है सीधे कैलगरी ट्रेल चले जाओ और कैलगरी पहुँच जाओगे. कैलगरी शहर में इसी का नाम एडमंटन ट्रेल है. आप को एडमंटन आना हो, इस पर आ जाओ एडमंटन पहुँच जाओगे. यह हाईवे शहर के बीचों बीच है. एडमंटन से कैलगरी की दूरी ३०० किमी. है. दूसरे हाईवे का नाम येलोहेड ट्रेल है. एडमंटन से पुरे कैनेडा में इस पर जाया जा सकता है.
हमने यात्रा शुरू कर दी. शहर के अंदर स्पीड ५० किमी. है. जैसे कैलगरी ट्रेल पहुंचे स्पीड ७० किमी. हो जाती है जैसे ही शहर पार किया, स्पीड ११० किमी. की हो जाती है. आप स्पीड १०% + और – यानि १०० और १२० पर गाड़ी चला सकते हैं. यह हाईवे चार लेन का है. आप खुद ही अंदाज़ा लगा सकते हैं १२० किमी. स्पीड पर ३०० किमी. कैलगरी शहर पहुँचने में कितना समय लग सकता है. मजे कि बात है हाईवे पर कोई टोल नहीं है. मैंने सुना है वॅनकूवर में एक पुल जो कई किमी. का रास्ता बचाता है उस पर टोल है. जब भी वहाँ गया तो जरुर आप को बताऊंगा. पर मुझे कार के ४००० रूपये हर साल रजिस्टरेशन के भरने पड़ते हैं.
हम सब अपनी अपनी कार में १२० किमी. की स्पीड से जा रहे थे. रास्ते का नज़ारा बहुत खुबसूरत था. प्राक्रिति तो सब जगह एक जैसी सुंदर है. मुझे याद है भाखड़ा में हम लोग कोलोराडो पेड़ को बहुत चाव से लगाते थे जो कि बड़ा हो कर एक तरफ झुक जाता था, कैनेडा में वह बिलकुल सीधा रहता है. पर कैनेडा में लोग खजूर का पेड़ लगा कर ख़ुशी महसूस करते है. खजूर तो कैनेडा में होता नहीं है. बाहर से पेड़ ला कर रख लेते हैं. हम लोग रेड-डीअर डेढ़ घंटे के बाद पहुँच जाते हैं. सभी अपना अपना चाय़, काफ़ी और नाश्ते का लुत्फ़ लेते हैं. एक बात और कैनेडा में पब्लिक वॉशरूम नहीं हैं. होटेल, पेट्रोल पंप वाले ही वॉशरूम को मेनटेन रखते हैं. इंडिया में हम नाहक सरकार को कोसते रहते हैं.
आप रास्ते के विहंगम द्रश्य देख सकते यह कोलोराडो का पेड़ है, मैं नाम के बारे में ज्यदा नहीं जानता पाठक बता सकते हैं सही नाम क्या है. हमारे गांव में तो आम अमरुद के पेड़ ही होते हैं.
हम रेड-डीअर (शहर) के बाद बैंफ की और चल पडतॆ हैं. आप जो यह फोटो देख रहे हो यह बैंफ के रस्ते के हैं. एडमंटन से बैंफ की दूरी ४१५ किमी. है, अभी बैंफ पहुचने वाले थे तो सड़क पर कार की लंबी लाइन थी, पता चला यह एंट्री टैक्स है, इस पैसे से यह नेशनल पार्क को ठीक रखते हैं. जैसे मनाली में ग्रीन टैक्स है, २० डॉलर अदा करने के बाद कॆशियर शहर का नक्शा और कुछ जानकारी की किताब एक मोहक मुस्कान के साथ दे देता है. यह लोग पैसा बनाना खूब जानते हैं, और महसूस नहीं होने देते. आप की हर बात का जवाब और एक मुस्कान.
बैंफ में एक होटेल में जाते हैं. होटेल में नये रूम भी हैं, पर एक पूरी कॉलोनी टाइप घर बने हैं. १०० डॉलर से रूम शुरू होते हैं. २ रूम विद किचन १६० डॉलर के हिसाब से हर फैमिली रूम बुक करवा लेते हैं. डबल बेड, वॉशरूम, किचन. कोफ़ी का समान और केट्ल तो हर रूम में होते हैं, पर किचनवाले रूम में बरतन और ४ बरनर का चूल्हा, फ्रिड्ज, माइक्रोवेव है. चाय़ तो पतीली में ही अच्छी बनती है इस लिए किचन वाला कमरा ठीक रहता हैं पर यह लोग किराया ४० डॉलर ज़्यादा कर देते हैं, छोटे बड़े १० टॉवेल, क्रीम, शेम्पू कितने छोटे छोटे बॉटल हैं, देख कर मन प्रसन्न हो जाता हैं. सामान निकाला तो देखा रेज़र और शेविंग क्रीम तो घर से लाए नहीं, फिर से रिसेप्षन पर गये, एक मोहक मुस्कान के साथ रेज़र और शेविंग क्रीम वह लोग दे देते हैं. आप को याद ही नहीं आता इंडिया में ऐसा रूम 1500 रुपए में मिल जाता है. सर्विस भी कोई चीज़ होती है, वह भी इंग्लीश बोलने वाले गोरे रिसेप्षनिस्ट की.
अब शहर देखना शुरू किया, यह बैंफ की एक सड़क है, इसी पर दुकानें और माल है, फ़ुर्सत से चहल कदमी करो. दो लड़के गिटार बजा रहे हैं. लोग सुन कर कुछ पैसे दे देते हैं. सामने पहाड़ है, काफ़ी अच्छा सीन हैं. हमारे भारत में तो विशाल हिमालय पर्वत है, पर एक भी हिल स्टेशन बता दो, जहाँ ४१५ किमी. पाँच घेंटे में पहुँच सकें. कुदरत ने हिमालय पर्वत बनाने में कोई कमी नहीं की पर हमारे सड़क बनाने वाले सड़क का डिज़ाइन बनाने से चूक गये.
दूसरे दिन सुबह उठ कर आसपास और घूमने का प्रोग्राम बना. एक झरना है उसी को देखने चले. वहाँ बोर्ड लगा है ८००० साल में पानी का वहाव ६२ फीट नीचे चला गया. थोड़ा आगे जाने पर रास्ता बर्फ से ढका हुआ है बहुत फिसलन है. मनाली में बर्फ देखने रोहतांग या उससे भी आगे घोड़े पर जाते हैं, पर कैनेडा में बर्फ का नाम सुनते ही इरादा बदल जाता है, अब रोपेवे देखने चलना है.
यह वह स्थान है जहाँ बैंफ गंडोला कंपनी का रोपवे है पर आज कल मार्केटिंग का जमाना है, इन्होने यह बस खड़ी की हुई है. असल में यह Athabasca Glacier पर ले कर जाती है. जो कि य़हाँ से 187 किमी. दूर है. रोपवे देखने आओ साथ में इस बस की मार्केटिंग. मैं भी अगली पोस्ट की मार्केटिंग कर रहा हूँ. अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई तो अगली पोस्ट में आपको जेसपर नेशनल पार्क ले कर चलूँगा और Athabasca Glacier मैं वहीं से गया था. इंडिया में हमारे भाई ताज़ी बर्फ की बात करते हैं, और यह बस वाले ४०० साल पुरानी बर्फ पर सेर करवाने की बात करते हैं. Athabasca Glacier ज्यादा जानकारी इस वेबसाइट पर ले सकते हैं, और विडियो भी देख सकते हैं.
http://www.explorerockies.com/columbia-icefield
भाई बहन आप रोपवे देख सकते हैं. आप को ट्राली दो रस्से के साथ दिखाई दे रही है. कभी एक रस्सा टूट जाये तो दूसरा ट्राली को गिरने नहीं देगा. पर मैंने घुमक्कड़ पर एक पोस्ट में ट्राली को सिर्फ एक रस्से के साथ देखा है, अगर कभी रस्सा टूट जाये तो. … अब यह मत कहना It cannot be happend in India क्योंकि कई साल पहले कालका परवाणू के पास टिम्बर ट्रेल पर यह हादसा हो चुका है और यात्री २४ घंटे के बाद ट्राली में से बाहर निकाले थे.
रोपवे ट्राली पर जाने के रेट इस प्रकार हैं.
2012 Retail Window Rates
Adult (16+): $33.95
Child (6-15): $14.95
Infant (0-5): FREE
यह पहाड़ के उपर स्थान है जहाँ पर लोग ट्राली पर चड़ते या उतरते हैं. ३४ डॉलर का टिकेट..
यह पहाड़ के उपर शो रूम है. ऐसी टी शर्ट करोल बाग़ में कितनी मिलती हैं. पर निशानी के तोर पर कुछ खरीददारी तो करनी पड़ती है.
इस दूरबीन से आस पास के नज़ारे देख सकते हैं. पर हम और आप घर बेठे भी यह देख सकते हैं. नीचे लिंक पर क्लीक करें लाइव फोटो आप की सक्रीन पर आ जायेगा. अगर आप इंडिया में दिन में क्लीक करेंगे तो बैंफ में रात का सीन दिखाई देगा, और रात में देखने पर सब साफ़ देख सकते हैं.
www.explorerockies.com/banff-webcam
भाई बहन जैसे मनाली की बर्फ दिखाते हैं, ऐसे ही यह इस परबत की चोटी पर बर्फ है, मैं भी एक फोटो खिंचवा लेता हूँ. फैसला आप पर है, रोहतांग या बैंफ, कौन सी बर्फ ज्यादा सफ़ेद है? इंडिया या कैनेडा क्या प्राक्रिति भी भेद भाव करती है …
जन गण मन सुन कर हर NRI की ऑंखें नम हो जाती हैं, ऐसे ही हमारा तिरंगा है जो हमारे दिल में बसता है, पर अब कैनेडा का मेपल लीफ झंडा भी उन भारतीओं का अपना है जो कैनेडा में बस चुके हैं.
यह यात्रा April 25, 2010 की है.
जय जय शिव शंकर