यही गाडी 78802 नमà¥à¤¬à¤° से आठबजकर दस मिनट पर कटंगी से वापस चलती है और साढे नौ बजे बालाघाट पहà¥à¤‚चती है। मैंने कटंगी से ही जबलपà¥à¤° तक का टिकट ले लिया था। बालाघाट से नैरो गेज की गाडी जबलपà¥à¤° के लिये चलने को तैयार थी। गाडी नमà¥à¤¬à¤° है 58867 और यह नौ पचास पर बालाघाट से चलती है और शाम को साढे छह बजे जबलपà¥à¤° पहà¥à¤‚च जाती है। बालाघाट से जबलपà¥à¤° की कà¥à¤² दूरी 186 किलोमीटर है और यह गाडी इस दूरी को तय करने में आठघणà¥à¤Ÿà¥‡ पैंतालिस मिनट लगा देती है यानी 21 किलोमीटर पà¥à¤°à¤¤à¤¿ घणà¥à¤Ÿà¥‡ की सà¥à¤ªà¥€à¤¡ से।
तय समय पर गाडी बालाघाट से चल पडी। अपन ने तो उस डिबà¥à¤¬à¥‡ की खिडकी पर कबà¥à¤œà¤¾ कर लिया जिसे महिला और विकलांग डिबà¥à¤¬à¤¾ कहते हैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह डिबà¥à¤¬à¤¾ अपेकà¥à¤·à¤¾à¤•ृत खाली था। जैसे-जैसे समय बीतता गया, गाडी में à¤à¥€à¤¡ à¤à¥€ बढती गई।
इस खणà¥à¤¡ में कà¥à¤² 29 सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ हैं-
बालाघाट जंकà¥à¤¶à¤¨, धापेवाडा, समनापà¥à¤°, मगरदरà¥à¤°à¤¾, टिटवा, चरेगांव, लामटा, नगरवाडा, चांगोटोला, गà¥à¤¡à¤°à¥‚, पादà¥à¤°à¥€à¤—ंज, नैनपà¥à¤° जंकà¥à¤¶à¤¨, जेवनारा, पिणà¥à¤¡à¤°à¤ˆ, तà¥à¤ˆà¤¯à¤¾ पानी, पà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾, निधानी, घंसोर, बिनेकी, शिकारा, देवरी, कालादेही, सà¥à¤•री मंगेला, बरगी, चारघाट- पिपरिया, जमतारा परसवारा, गà¥à¤µà¤¾à¤°à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿ, हाऊबाग- जबलपà¥à¤° और जबलपà¥à¤° जंकà¥à¤¶à¤¨à¥¤ इनमें निधानी और बिनेकी तो कà¥à¤°à¤®à¤¶à¤ƒ 569.34 और 531.87 मीटर की ऊंचाई वाले हैं।
गरà¥à¤°à¤¾ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ बालाघाट-कटंगी बडी लाइन पर है।
इस सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर अà¤à¥€ कोई गाडी नहीं रà¥à¤•ती है।
बालाघाट जंकà¥à¤¶à¤¨- जबलपà¥à¤° जाने वाली नैरो गेज गाडी को हरा सिगà¥à¤¨à¤² मिल चà¥à¤•ा है।
बारह बजे के आसपास का समय नैनपà¥à¤° के लिये बडा खास होता है। यहां से चार दिशाओं में लाइनें जाती हैं- जबलपà¥à¤°, मणà¥à¤¡à¤²à¤¾ फोरà¥à¤Ÿ, बालाघाट और छिंदवाडा। इस समय यहां चारों तरफ से गाडियां आती हैं और थोडी देर बाद चारों दिशाओं में जाती हैं। इसलिये नैनपà¥à¤° के चारों पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤®à¥‹à¤‚ पर गाडियां खडी थी।
गà¥à¤µà¤¾à¤°à¥€à¤˜à¤¾à¤Ÿ- यहां नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के लिये उतरिये।
हाऊबाग- जबलपà¥à¤° सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ (यहां नैरो गेज की टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‹à¤‚ का डिपो है। इससे अगला सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ जबलपà¥à¤° जंकà¥à¤¶à¤¨ है।)
जबलपà¥à¤° जंकà¥à¤¶à¤¨
इस यातà¥à¤°à¤¾ में à¤à¤¸à¤¾ हà¥à¤† कि मैं पà¥à¤°à¤¾à¤•ृतिक दृशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की वीडियो बनाने में लगा रहा, फोटू à¤à¥€ खींचने हैं यह याद ही नहीं रहा। वीडियो से ही फोटो निकालकर नीचे वाले चितà¥à¤° लिये गये हैं।
गेज परिवरà¥à¤¤à¤¨ का काम चल रहा है। जगह-जगह सà¥à¤ªà¥€à¤¡ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤¨à¥à¤§ लगा रखे हैं। इसका मतलब है कि यहां पर 15 किमी पà¥à¤°à¤¤à¤¿ घणà¥à¤Ÿà¥‡ की सà¥à¤ªà¥€à¤¡ से चलो।
सतपà¥à¤¡à¤¾ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸à¥¤ यह टà¥à¤°à¥‡à¤¨ जबलपà¥à¤° से सà¥à¤¬à¤¹ बालाघाट के लिये चलती है और इसमें साधारण डिबà¥à¤¬à¥‹à¤‚ के अलावा पà¥à¤°à¤¥à¤® शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ के डिबà¥à¤¬à¥‡ à¤à¥€ हैं। यहां पà¥à¤°à¤¥à¤® शà¥à¤°à¥‡à¤£à¥€ का मतलब 1AC नहीं है, बलà¥à¤•ि FC है, यानी नॉन à¤à¤¯à¤°à¤•णà¥à¤¡à¥€à¤¶à¤£à¥à¤¡ फरà¥à¤¸à¥à¤Ÿ कà¥à¤²à¤¾à¤¸à¥¤à¥¤
बडी लाइन बिछाने के लिये पà¥à¤² बनाया जा रहा है।
कà¥à¤› सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ साफ सà¥à¤¥à¤°à¥‡ à¤à¥€ हैं। अकà¥à¤¸à¤° छोटे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ साफ सà¥à¤¥à¤°à¥‡ होते à¤à¥€ हैं।
यह हाऊबाग सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ है। जबलपà¥à¤°-बालाघाट पैसेंजर (58868) जा रही है।
रासà¥à¤¤à¥‡ में à¤à¤• नदी
इस खणà¥à¤¡ पर आमान परिवरà¥à¤¤à¤¨ का काम शà¥à¤°à¥‚ हो चà¥à¤•ा है। कई जगह नई बन रही बडी लाइन इस छोटी लाइन को काट à¤à¥€ रही है। उमà¥à¤®à¥€à¤¦ है कि जलà¥à¤¦à¥€ ही इस लाइन को बनà¥à¤¦ कर दिया जायेगा। अगर à¤à¤• बार बनà¥à¤¦ हो गई तो सदा के लिये बनà¥à¤¦ हो जायेगी।
जबलपà¥à¤° पहà¥à¤‚चकर वैसे तो दिलà¥à¤²à¥€ आना औपचारिकता थी लेकिन इतना आसान à¤à¥€ नहीं था। बालाघाट-जबलपà¥à¤° नैरो गेज पैसेंजर शाम साढे छह बजे जबलपà¥à¤° पहà¥à¤‚चती है। इससे बीस मिनट पहले निजामà¥à¤¦à¥à¤¦à¥€à¤¨ जाने वाली महाकौशल à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ (12189) जबलपà¥à¤° से रवाना हो जाती है। इसके बाद उस दिन दिलà¥à¤²à¥€ के लिये कोई टà¥à¤°à¥‡à¤¨ नहीं होती। तो फिर कैसे जाया जाये? à¤à¤• तरीका तो यह है कि किसी à¤à¥€ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से इटारसी जाया जाये, फिर वहां से दिलà¥à¤²à¥€à¥¤ लेकिन इटारसी से आखिरी टà¥à¤°à¥‡à¤¨ रात साढे गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ बजे सचखणà¥à¤¡ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ मिलती है। अगली दिकà¥à¤•त कि मà¥à¤à¥‡ अगले दिन दोपहर दो बजे से डà¥à¤¯à¥‚टी à¤à¥€ करनी थी। इसलिये मà¥à¤à¥‡ हर हाल में सचखणà¥à¤¡ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ पकडनी ही पकडनी थी। जबलपà¥à¤° से इटारसी ढाई सौ किलोमीटर है और किसी à¤à¥€ हालत में साढे गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ बजे से पहले इटारसी पहà¥à¤‚चना समà¥à¤à¤µ नहीं लग रहा था।
अब कà¥à¤› हटकर सोचा गया। कटनी के रासà¥à¤¤à¥‡ बीना चलते हैं और जयपà¥à¤° जाने वाली दयोदया à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ (12181) से जबलपà¥à¤° से बीना तक का रिजरà¥à¤µà¥‡à¤¶à¤¨ à¤à¥€ करा लिया गया। बीना से नई दिलà¥à¤²à¥€ तक का रिजरà¥à¤µà¥‡à¤¶à¤¨ कराया गया टà¥à¤°à¥‡à¤¨ नं 12192 से, यह टà¥à¤°à¥‡à¤¨ जबलपà¥à¤° से इटारसी के रासà¥à¤¤à¥‡ आती है और वहां से शाम पौने छह बजे चलती है। बीना से चलती है यह 2 बजकर 10 मिनट पर जबकि दयोदया का टाइम है बीना पहà¥à¤‚चने का ठीक 2 बजे का। यानी अगर दयोदया à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ बिलà¥à¤•à¥à¤² ठीक टाइम पर चलती रही तो इसके बीना पहà¥à¤‚चने के 10 मिनट बाद नई दिलà¥à¤²à¥€ वाली टà¥à¤°à¥‡à¤¨ रवाना हो जायेगी। यह रिसà¥à¤• इसलिये लिया गया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बीना से केवल 12192 में ही सीट कनà¥à¤«à¤°à¥à¤® मिली। बाकी टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‹à¤‚ जैसे सचखणà¥à¤¡, मंगला लकà¥à¤·à¤¦à¥à¤µà¥€à¤ª, केरला à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ आदि में à¤à¤¯à¤‚कर वेटिंग चल रही थी।
रात को ठीक दो बजे अलारà¥à¤® बजा, मेरी आंख खà¥à¤²à¥€ और देखा कि टà¥à¤°à¥‡à¤¨ किसी सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पर खडी है। मेरे पास गंवाने के लिये à¤à¤• मिनट à¤à¥€ नहीं था, तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ à¤à¤¾à¤—ा, टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से उतरा और पता लगाने लगा कि नई दिलà¥à¤²à¥€ वाली टà¥à¤°à¥‡à¤¨ (12192) किस पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर खडी है। टà¥à¤°à¥‡à¤¨ का तो पता नहीं चला लेकिन इतना मालूम पड गया कि यह बीना नहीं बलà¥à¤•ि सागर सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ है। यानी दयोदया à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ à¤à¤• घणà¥à¤Ÿà¥‡ लेट चल रही है। अब तो हो हा ली दिलà¥à¤²à¥€ तक की यातà¥à¤°à¤¾ सही सलामत। जब तक यह बीना पहà¥à¤‚चेगी, तब तक 12192 बीना से निकलकर उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ की सीमा में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ कर चà¥à¤•ी होगी।
खैर, तीन बजे बीना पहà¥à¤‚चे। बराबर वाले पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर ही सचखणà¥à¤¡ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ खडी थी। खडी है तो ठीक है, नांदेड से आई है, अमृतसर जायेगी, जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° सरदार लोग सफर करते हैं इसमें और…। अरे यह तो नई दिलà¥à¤²à¥€ से ही निकलकर जायेगी। मैं चाहकर à¤à¥€ इसमें नहीं बैठसकता था कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मेरे पास दूसरी टà¥à¤°à¥‡à¤¨ का टिकट था। लेकिन à¤à¤²à¤¾ हो मेरे रेल पà¥à¤°à¥‡à¤® का कि मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¸à¥‡ हालात में कà¥à¤¯à¤¾ करना चाहिये, इसकी जानकारी थी। मैं तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® नं à¤à¤• की तरफ दौडा, सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ मासà¥à¤Ÿà¤° के ऑफिस में पहà¥à¤‚चा, उससे बताया कि देखो दयोदया à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ à¤à¤• घणà¥à¤Ÿà¥‡ लेट थी, उसकी वजह से मेरी नई दिलà¥à¤²à¥€ वाली टà¥à¤°à¥‡à¤¨ छूट गई है, अब मà¥à¤à¥‡ सचखणà¥à¤¡ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ से जाने की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ दीजिये। सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ मासà¥à¤Ÿà¤° जी बोले कि सचखणà¥à¤¡ तो निकल गई। मैंने कहा कि नहीं, अà¤à¥€ नहीं निकली है। उसने सरकारी सà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤² में दूसरे से पूछा कि सचखणà¥à¤¡ निकल गई या नहीं। दूसरे ने à¤à¥€ बोल दिया कि निकल गई। मैंने फिर से जोर देकर कहा कि कोई बात नहीं, आप परमिट कर दो। खैर, उसने बिना टà¥à¤°à¥‡à¤¨ नंबर लिखे टिकट के पीछे लिख दिया कि टà¥à¤°à¥‡à¤¨ लेट थी, वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• टà¥à¤°à¥‡à¤¨ निकल गई, इसलिये इसे मंजूरी दी जाती है। और फिर से पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® की तरफ दौड लगा दी। नसीब की बात कि सरकती हà¥à¤ˆ सचखणà¥à¤¡ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ मिल गई।
हर सीट à¤à¤°à¥€ थी और सब सोये पडे थे। à¤à¤¾à¤‚सी जाकर à¤à¥€ सीट नहीं मिली, तब तक उजाला हो गया था। टीटी की सहायता से गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में सीट मिल गई। फिर तो नई दिलà¥à¤²à¥€ तक सोता हà¥à¤† ही आया और रात दो बजे से अब तक की गई à¤à¤¾à¤—मà¤à¤¾à¤— की वजह से जो थकान हà¥à¤ˆ थी, वो à¤à¥€ उतर गई।