अब दà¥à¤¸à¤°à¥‡ दिन का पà¥à¤°à¥‹à¤—à¥à¤°à¤¾à¤® बनाना था। सà¤à¥€ को बोल दिया की सà¥à¤¬à¤¹ 5 बजे उठजाना तà¤à¥€ कंचनजंगा का खà¥à¤¬à¤¸à¥‚रत नजारा देख पाओगे। परनà¥à¤¤à¥ यह कà¥à¤¯à¤¾, रात à¤à¤° हलà¥à¤•ी – हलà¥à¤•ी बारिश होती रही। सà¥à¤¬à¤¹ उठे तो दूर – दूर तक बादलो के सिवा कà¥à¤› à¤à¥€ नहीं दिख रहा था।
सà¥à¤µà¤¹ के समय होटल से बाहर गंगटोक शहर का दृशà¥à¤¯
अब सà¤à¥€ सà¥à¤¬à¤¹ आठबजे तैयार होकर गंगटोक के अनà¥à¤¯ दरà¥à¤¶à¤¨à¥€à¤¯ सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ के लिठनिकले। नाशà¥à¤¤à¤¾ वगैरह करते हà¥à¤ टैकà¥à¤¸à¥€ तय करने में 9 बज गà¤à¥¤ टैकà¥à¤¸à¥€ वाले मनमाने रेट मांग रहे थे। हमने 8 घंटे के 1000/- रूपये के हिसाब से 4 टैकà¥à¤¸à¥€ तय की। उसमे यह था कि रूमटेक मानेसà¥à¤Ÿà¥€ जो कि 23 किलोमीटर है उसे छोड़ कर बाकि सà¤à¥€ जगह ले जायेगे। जैसा की मै पहले लिख चूका हूठकि शहर के अनà¥à¤¦à¤° छोटी कार ही टैकà¥à¤¸à¥€ के रूप में चलती हैं और इसमें 4 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ सवारी वह लोग नहीं बैठाते हैं। à¤à¤• सिसà¥à¤Ÿà¤® बना हà¥à¤† है और उसे वह लोग नहीं तोड़ते हैं। हम 14 लोग थे पर हमें 4 टैकà¥à¤¸à¥€ ही करनी पड़ी।
सबसे पहले हम लोगो को फà¥à¤²à¤¾à¤µà¤° शो ले गà¤à¥¤ यहाठपर कई तरह के फà¥à¤²à¤¾à¤µà¤° थे वैसे यहाठदिलà¥à¤²à¥€ में नहीं दिखाई पड़ते।
वहां पर 10 – 15 मिनट के बाद ही हम नठवà¥à¤¯à¥‚ पॉइंट के लिठचल दिà¤à¥¤ अब हम Enchey Monestory के लिठचल दिà¤à¥¤ जैसा कि मैंने पढ़ा था यह 200 वरà¥à¤· पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ मोनेसà¥à¤Ÿà¥€ है . यह गंगटोक T V सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ के पास है। यहाठपर आकर हमें पता लगा कि गंगटोक का सही उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ गंगतोक है जबकि हम लोग गंगटोक बोलते हैं, इस समय यहाठलामा लोग पाठकर रहे थे।
थोड़ी देर यहाठरà¥à¤•ने के बाद अब हम लोगो को डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ टोक ले गà¤à¥¤
हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ टोक गंगटोक से लगà¤à¤— 9 किलोमीटर दूर 7200 फिट की ऊंचाई पर है। इस समय यहाठपर धà¥à¤‚ध और बादलो का कोहरा छाया हà¥à¤† था। दूर का कà¥à¤› à¤à¥€ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ नहीं दिख रहा था। यहाठपर मंदिर में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ करने से पहले à¤à¤• छोटा सा चारो तरफ से खà¥à¤²à¤¾ हà¥à¤† बहà¥à¤¤ ही सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° कमरा बना था जहाठपर बैठकर आप अपने जूते – चपà¥à¤ªà¤² उतार कर रैक में रख सकते है और बाद में बैठकर पहन सकते हैं। इतनी सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ मैंने अà¤à¥€ तक कहीं नहीं देखी। मंदिर में पà¥à¤œà¤¾à¤°à¥€ मूरà¥à¤¤à¤¿ से दूर बैठे पाठकर रहे थे, आप की शà¥à¤°à¤§à¤¾ है तो दान पातà¥à¤° में कà¥à¤› डाले अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करके चले आये। यहाठपर हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी का मंदिर तो है ही साथ में राम , लछमण , जानकी जी का à¤à¥€ मंदिर है।
बादलो से ढका राम-जानकी मंदिर ,हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ टोक
यहाठसे वापस लौटते हà¥à¤ Bakthang Waterfalls पर रà¥à¤•े। यहाठपर हमारी टीम ने खूब à¤à¤¨à¥à¤œà¥‰à¤¯ किया। यहाठपर रोप सà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤¡à¤¿à¤‚ग की जा रही थी। जिसके चारà¥à¤œà¥‡à¤œ 100 /- थे और मà¥à¤¶à¥à¤•िल से 100 फिट की दà¥à¤°à¥€ वह लोग तय करवाते थे। कà¥à¤› लोगो ने इसका लà¥à¤¤à¥à¤«à¤¼ लिया। करीब à¤à¤• घंटे से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हम लोग रà¥à¤•े रहे कà¥à¤¯à¥‹à¤•ि à¤à¤• – à¤à¤• कर यह लोग रोप सà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤¡à¤¿à¤‚ग कर रहे थे।
यहाठसे आगे बढ़ने पर à¤à¤• छोटा सा वाटरफाल और मिला। यह वाटर फाल अà¤à¥€ वà¥à¤¯à¥‚ पॉइंट में नहीं आता है। फिर à¤à¥€ थोड़ी देर के लिठरà¥à¤•े , फिर आगे बढे।
अब हम लोग गणेश टोक के लिठचल दिà¤à¥¤ यह à¤à¥€ à¤à¤• हिल पर गंगटोक से 7 किलोमीटर पर है। यहाठसे गंगटोक शहर का वà¥à¤¯à¥‚ काफी ऊंचाई से दिखता है। अगर साफ़ मौसम हो तो यहाठसे कंचनजंघा à¤à¤µà¤‚ अनà¥à¤¯ परà¥à¤µà¤¤ शà¥à¤°à¤‚खलाये बहà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° दिखती हैं। लेकिन कल रात बारिश होने के कारण अà¤à¥€ तक बादल छाये हà¥à¤ थे। गणेश टोक के बाहर कà¥à¤› सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ निवासी वहां की डà¥à¤°à¥‡à¤¸ किराये पर दे कर फोटो खिचवाने के लिठकह रहे थे।
यहाठसे आगे चले तो हमें डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ताशी वà¥à¤¯à¥‚ पॉइंट पर ले गये। यह à¤à¥€ बहà¥à¤¤ खूब सूरत जगह है। यहाठपर चारो तरफ की हिलà¥à¤¸ , कंचनजंगा सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ दिखता है अगर मौसम साफ़ हो। यहाठपर जापानी डà¥à¤°à¥‡à¤¸ पहन कर कई लोग फोटो खिंचवा रहे थे। यादे संजो कर अपने साथ ले जाने के लिà¤à¥¤
मà¥à¤à¥‡ मालूम था की हमें निराशा ही हाथ लगेगी, कà¥à¤¯à¥‹à¤•ि जाने से पहले ही हमने जब गूगल पर गंगटोक के मौसम के बारे में जानना चाहा तो गंगटोक में बादल और बारिश ही बता रहा था और यहाठपर आकर लगा कि जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° इस तरह की à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯à¤µà¤¾à¤£à¥€ सही ही होती है।
ताशी वà¥à¤¯à¥‚ पॉइंट से डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° हमें कà¥à¤°à¤¾à¤«à¥à¤Ÿ मेले में ले जाना चाहता था पर जब हम लोगो ने देखा दोपहर के ढाई बज रहे हैं तो मैंने कहा, कà¥à¤°à¤¾à¤«à¥à¤Ÿ मेले में जाने से और समय ख़राब होगा बेहतर है रोप वे चलते हैं। अà¤à¥€ कई पॉइंट जाना था पर समय कम बचा था। सà¤à¥€ को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ घà¥à¤®à¤¨à¥‡ का विचार था। यहाठपर डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° ने बताया, 4 बजे के बाद सब कà¥à¤› बंद हो जाता है या तो आप लोग रोपवे से घूम लो वहां पर दो पॉइंट और हैं वह à¤à¥€ घूम लेना अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ Bonjhakari Water Falls घूम सकते हैं। वाटर फाल रासà¥à¤¤à¥‡ में दो – तीन देख चà¥à¤•े थे इसलिठरोपवे के लिठचल दिà¤à¥¤
रोपवे 70 /- रूपये किराया था à¤à¤• बार में करीब 20 से 25 लोग इसमें सफ़र कर सकते थे। इसमें बैठने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ नहीं है इसमें खड़े होकर आस-पास और नीचे का वà¥à¤¯à¥‚ देखते हैं। à¤à¤• अलग ही नजारा देखने को मिल रहा था साथ ही साथ जब बस नीचे को तेजी से उतर रही होती है तब हलà¥à¤•ा सा डर à¤à¥€ लगता है।
रोपवे की यातà¥à¤°à¤¾ के बाद सीढियों से नीचे उतरते हà¥à¤ à¤à¤• रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट है। इस समय तक à¤à¥‚ख जोरो की लग रही थी सà¤à¥€ यहाठपर खाना खाने के लिठरà¥à¤• गà¤à¥¤ यहाठपर हम लोगो को आधे घंटे से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय लग गया और अब 4 बजने वाले थे। डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° जलà¥à¤¦à¥€ से पास में ही Namgyal Institute of Tibetiology ले गया। जो 4 बजे बंद हो जाती है अà¤à¥€ हम अनà¥à¤¦à¤° घà¥à¤¸à¥‡ मà¥à¤¶à¥à¤•िल से à¤à¤• मिनट ही हà¥à¤† था कि केयर टेकर ने लाइट बंद कर दी बोला टाइम ओवर।
वहां से बाहर आये सामने ही चढ़ाई पर Do Drul Chorten सà¥à¤¤à¥‚प है। यहाठसे वापस होटल के लिठचल दिà¤à¥¤
अब तक शाम ढल चà¥à¤•ी थी सडको पर और मारà¥à¤•िट में लाइटे जगमगा रही थीं। परनà¥à¤¤à¥ सारे दिन की à¤à¤¾à¤— दौड़ के बाद शारीर इतना थक चूका था कि लग रहा था कि अब कà¥à¤› देर आराम किया जाय। आठघंटे से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय घूमते हà¥à¤ हो गया था।
à¤à¤• बात और हम लोग इतने सारे वà¥à¤¯à¥‚ पॉइंट पर गठपर कहीं à¤à¥€ कोई टिकेट वगैरह नहीं चारà¥à¤œ किया जा रहा था। हाठकà¥à¤› à¤à¤• जगह टैकà¥à¤¸à¥€ सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड वाले जरà¥à¤° 10 /- रूपये पà¥à¤°à¤¤à¤¿ कार चारà¥à¤œ कर रहे थे।
सà¤à¥€ लोग अपने – अपने कमरों में आराम करने पहà¥à¤à¤š गà¤à¥¤ तय हà¥à¤† à¤à¤• घंटे के रेसà¥à¤Ÿ के बाद लालबाजार , M .G Road घà¥à¤®à¤¨à¥‡ चलेंगे। आखिर आज की शाम ही बची थी कल हमें वापस लौटना था।
आज बारिश नहीं हà¥à¤ˆ पर शाम के समय मौसम में काफी ठंडक थी सà¤à¥€ लोग सà¥à¤µà¥‡à¤Ÿà¤° या जैकट पहने हà¥à¤ थे। आज मारà¥à¤•िट में काफी गहमागहमी थी। दो – तीन घंटे घूमने और छोटी – मोटी खरीदारी के बाद वहीठखाना खाकर 9 बजे तक सà¤à¥€ वापस होटल पहà¥à¤à¤š गà¤à¥¤
इस बीच में मैंने वापस जाने के बारे में जानकारी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर ली। पता लगा अगर सà¥à¤¬à¤¹ 7 बजे हम लोग नई जलपाई गà¥à¤¡à¥€ के लिठनिकलते हैं तब बड़ी गाडी या बस हमें होटल के पास ही मिल जाà¤à¤—ी। लेकिन साढ़े सात के बाद हमें यहाठसे वापस उसी जगह जाना होगा जहाठसे बड़ी टैकà¥à¤¸à¥€ कार बन कर चलती हैं। मै सà¥à¤¬à¤¹ सात बजे से पहले ही पास के टैकà¥à¤¸à¥€ सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड पर पहà¥à¤à¤š गया।
काफी मोल à¤à¤¾à¤µ के बाद टैकà¥à¤¸à¥€ सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड पर इन टैकà¥à¤¸à¥€ वालो के लीडर ने 4000 /- में दो बड़ी टैकà¥à¤¸à¥€ कार के लिठहाठकी। शायद इन लोगो की अपनी टैकà¥à¤¸à¥€ चलती हैं इसलिठइनमे से कोई à¤à¤• ही तय करता है। काफी शिषà¥à¤Ÿ और अचà¥à¤›à¥‡ ढंग से यह लोग बात करते हैं। उसने तà¥à¤°à¤‚त ही टैकà¥à¤¸à¥€ सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड अपने मोबाइल से फोन करके दो गाड़ी à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ के लिठबोला और मेरे से कहा आप लोग अपना सामान होटल से नीचे ले आये। कà¥à¤¯à¥‹à¤•ि बड़ी टैकà¥à¤¸à¥€ वहां पर जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समय रà¥à¤• नहीं रह सकती।
अब तक 7.30 हो गठथे हमारे साथी लोग अपना सामान तो नीचे ले आये पर कà¥à¤› लोगो को सà¥à¤¬à¤¹ – सà¥à¤¬à¤¹ ही à¤à¥‚ख लग आती है इसलिठनाशà¥à¤¤à¤¾ करने à¤à¤• दूकान में घà¥à¤¸ गà¤à¥¤
अब तक टैकà¥à¤¸à¥€ आ चà¥à¤•ी थी सबने अपना – अपना सामान रखवाया तà¤à¥€ वही लीडर आकर मà¥à¤à¤¸à¥‡ टैकà¥à¤¸à¥€ का à¤à¤¾à¤¡à¤¾ मांगने लगा। मैंने उसे 2000 /- रूपये दिठऔर कहा बाकी नई जलपाई गà¥à¤¡à¥€ पहà¥à¤à¤š कर दूंगा। वह मà¥à¤à¤¸à¥‡ पà¥à¤°à¥‡ 4000 /- रूपये मांग रहा था। मैंने कहा कि अà¤à¥€ तो हम गंगटोक में ही है और तà¥à¤® पूरे पैसे मांग रहे हो यह तो गलत बात है।
तब वह बड़े गरà¥à¤µ से बोला, साहब यहाठगंगटोक में आपको कोई à¤à¤¿à¤–ारी नहीं मिलेगा और कà¤à¥€ कोई चीट नहीं करेगा। चीट करने वाली बात तो मै नहीं जानता कि कितनी सच थी पर यह बात उसकी सच मिली कि यहाठपर इतने मंदिर हो आये कई वà¥à¤¯à¥‚ पॉइंट घूम लिठ, मारà¥à¤•िट घूम लिठपर कहीं à¤à¥€ कोई à¤à¤¿à¤–ारी नहीं दिखा। मैंने सलाम किया उसकी इस बात को और 2000 /- रूपये देने लगा पर उसने 1000 /- रूपये लेकर बोला 1000/- रूपये आप वहां पहà¥à¤à¤š कर दे देना।
उसकी गरà¥à¤µ से कही यह बात रासà¥à¤¤à¥‡ à¤à¤° कानो में गूंजती रही। रासà¥à¤¤à¥‡ में मैंने टैकà¥à¤¸à¥€ डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° से पूछा यह तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ लीडर का इसमें कितना कमीशन है। डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µà¤° बोला नहीं साहब यहाठपर कमीशन नहीं चलता। हम लोग आपस में à¤à¤• दूसरे की मदद कर देते हैं। ताजà¥à¤œà¥à¤¬ हà¥à¤† कि à¤à¤• आदमी मà¥à¤à¤¸à¥‡ इतना मोल-à¤à¤¾à¤µ कर रहा है अपने मोबाईल से फोन करके टैकà¥à¤¸à¥€ बà¥à¤²à¤µà¤¾ रहा है , वहां खड़े पà¥à¤²à¤¿à¤¸ वाले को समà¤à¤¾ रहा है और उसका कोई कमीशन नहीं ? मैंने फिर पूछा तो कà¥à¤› à¤à¤¨à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ फ़ीस वगैरह देते होगे लेकिन उसका उतà¥à¤¤à¤° फिर वही , नहीं यहाठपर कोई à¤à¤¨à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ नहीं देनी पड़ती। मेरा मन नहीं माना , मैंने फिर पूछा कि कà¥à¤› दादा टाइप के या पà¥à¤²à¤¿à¤¸ के चमचे तो वसूलते होंगे , वह बोला नहीं यहाठपर à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› नहीं है।
सà¥à¤¨à¤•र ताजà¥à¤œà¥à¤¬ हà¥à¤† यहाठदिलà¥à¤²à¥€, NCR में वैगैर à¤à¤‚टà¥à¤°à¥€ दिठमजाल है कोई ऑटो रिकà¥à¤¶à¤¾, टैकà¥à¤¸à¥€, टेमà¥à¤ªà¥‹ चला कर दिखाà¤à¥¤ लोग गीत गाते हैं दिलà¥à¤²à¥€ है शान à¤à¤¾à¤°à¤¤ की
वापस लोटते समय विचार आ रहा था कि अब अगर आना हà¥à¤† तो कम से कम तीन- चार दिन के लिठआयेंगे। à¤à¤• तरह से हम अधूरी यातà¥à¤°à¤¾ से वापस लौट रहे थे।
रासà¥à¤¤à¥‡ में à¤à¤• जगह चाय – पानी के लिठरà¥à¤•े और हम लोग लगà¤à¤— 1 बजे नई जलपाई गà¥à¤¡à¥€ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ पहà¥à¤à¤š गये। पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर जाने पर पता लगा टà¥à¤°à¥‡à¤¨ आधे घंटे लेट है। दिलà¥à¤²à¥€ पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ – पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ हमारी टà¥à¤°à¥‡à¤¨ करीब 4 .30 घंटे लेट हो गई थी। जबकि इस टà¥à¤°à¥‡à¤¨ के रासà¥à¤¤à¥‡ में केवल तीन सà¥à¤Ÿà¤¾à¤ªà¥‡à¤œ कटिहार , इलाहाबाद और कानपूर हैं। जब हम लोग दिलà¥à¤²à¥€ के लिठनई जलपाई गà¥à¤¡à¥€ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ के पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर थे तà¤à¥€ पता लगा दिलà¥à¤²à¥€ से आने वाली नारà¥à¤¥ ईसà¥à¤Ÿ à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ 6 घंटे लेट है। सोंचने लगा आजकल सरà¥à¤¦à¥€ का मौसम नहीं है , कोहरा नहीं पड़ रहा है तब तो टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥‹à¤‚ का यह हाल है जब कोहरा पड़ने लगेगा तब कà¥à¤¯à¤¾ होगा। सरकार अचà¥à¤›à¥€ टà¥à¤°à¥‡à¤¨ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ को देने के नाम पर रेल किराया तो बढा देती है पर à¤à¤• बार किराया बढाया फिर à¤à¥‚ल जाती है कि उसकी कोई जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ या जबाबदेही है।
गंगटोक जाने के लिठकà¥à¤› जानकारियां
रेल से गंगटोक जाने के लिठनिकटतम रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ नई जलपाई गà¥à¤¡à¥€ है कà¥à¤› टà¥à¤°à¥‡à¤¨ सिलीगà¥à¤¡à¤¼à¥€ रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ à¤à¥€ रूकती हैं। सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ के बाहर से ही टैकà¥à¤¸à¥€ मिल जाती जोकि इस समय रूपये 250/- पà¥à¤°à¤¤à¤¿ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ चारà¥à¤œ करते हैं। बड़ी टैकà¥à¤¸à¥€ जिसमे 8 से 10 लोग बैठते हैं का किराया 2100 /- से 2200 /- रूपये लगà¤à¤— है। सिलीगà¥à¤¡à¤¼à¥€ से बस à¤à¥€ गंगटोक जाने के लिठमिलती हैं पर उसके लिठपहले नई जलपाई गà¥à¤¡à¥€ से सिलीगà¥à¤¡à¤¼à¥€ जाना होगा। वहां जाने के लिठथà¥à¤°à¥€ वà¥à¤¹à¥€à¤²à¤° मिलते हैं। बसे सà¥à¤¬à¤¹ 11 बजे तक ही सिलीगà¥à¤¡à¤¼à¥€ से गंगटोक के लिठचलती हैं। हवाई जहाज से जाने के लिठबागडोगरा निकटतम हवाई अडà¥à¤¡à¤¾ है। वहां से à¤à¥€ गंगटोक लगà¤à¤— 125 किलोमीटर है।
नई जलपाई गà¥à¤¡à¥€ से गंगटोक तक की दà¥à¤°à¥€ लगà¤à¤— 125 किलोमीटर है। टैकà¥à¤¸à¥€ से 4 से 5 घंटे लगते हैं।
à¤à¤• विशेष बात यह कि यहाठपर आप मारà¥à¤•िट में या सड़क पर सिगरेट नहीं पी सकते। जगह – जगह पर वारà¥à¤¨à¤¿à¤‚ग के साइन बोरà¥à¤¡ लगे हà¥à¤ हैं।