बातों बातों में बात निकली तो लगा की चलो शिमला ही चलते हैं। वरà¥à¤· 2023 के नवमà¥à¤¬à¤° माह में पड़ने वाले लगà¤à¤— सà¤à¥€ परà¥à¤µ तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° अब तक पूरे हो चà¥à¤•े थे और यह माह का अंतिम सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ चल रहा था । इसी वरà¥à¤· के मारà¥à¤š माह में हम लोग लैंसडौन की अपनी यातà¥à¤°à¤¾ से आये थे तब ही यह तय कर लिया था की यदि ईशà¥à¤µà¤° की कृपा रही तो वरà¥à¤·à¤¾à¤‚त तक शिमला या फिर किसी और परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤² पर à¤à¤• बार फिर से घूमने चलेंगे। दिसमà¥à¤¬à¤° माह के पà¥à¤°à¤¥à¤® सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ में विवाह की दूसरी वरà¥à¤·à¤—ांठहोने के कारण सरà¥à¤µà¤¸à¤®à¥à¤®à¤¤à¤¿ से यह निरà¥à¤£à¤¯ लिया गया की हम लोग 1 दिसंबर से 4 दिसंबर तक का समय शिमला में बितायेंगे और जितना संà¤à¤µ हो सकेगा उतना शीत ऋतू का आनंद उठाà¤à¤‚गे कà¥à¤¯à¥‚ंकि शिमला में बरà¥à¥žà¤¬à¤¾à¤°à¥€ का लà¥à¤¤à¥à¥ž जनवरी माह के बाद ही मà¥à¤®à¤•िन होता है।
परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤² के तय हो जाने के ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ अब बारी थी अपने रहने और खाने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ करने की । वैसे à¤à¥€ हमारे साथ हमारी à¤à¤• वरà¥à¤· की सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¥€ थी जो की पहली बार ठणà¥à¤¡ के मौसम में किसी ठनà¥à¤¡à¥‡ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में जा रही थी । गूगल बाबा की सहायता से कà¥à¤› होटल पर शोध किया गया और अंततः होटल लैंडमारà¥à¤• को वरीयता दी गयी । यह होटल शिमला के मà¥à¤–à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है जो की बिलकà¥à¤² टनल पर ही है । यदि आपने शिमला à¤à¥à¤°à¤®à¤£ किया होगा तो यह तो जानते ही होंगे की शिमला में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ à¤à¤• टनल के माधà¥à¤¯à¤® से होता है जिसके दूसरी तरफ पूरा शिमला सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ है, इसी टनल के ख़तम होते ही हमारा होटल लैंडमारà¥à¤• बांयी तरफ बना हà¥à¤† था । यह होटल काफी बड़ा था जिसमे दो सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ बहà¥à¤¤ कमाल की हमको मिली, पहली यह की हमे कार पारà¥à¤•िंग मिली जो की शिमला में बहà¥à¤¤ बड़ी परेशानी की वजह है और दूसरी यह की इस होटल की छत से आप सीधे माल रोड जा सकते हैं। जी हाठआपको कà¥à¤› नहीं करना, केवल अपने रूम से निकलिये, लिफà¥à¤Ÿ से होटल की छत पर जाइये और पहà¥à¤à¤š जाइये सीधे माल रोड जो आपको सीधे कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¸à¥à¤Ÿ चरà¥à¤š तक लेकर जाती है । इस रासà¥à¤¤à¥‡ पर ही आपको विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤•ार के बà¥à¤°à¤¾à¤‚डेड शोरूमà¥à¤¸ à¤à¥€ देखने को मिल जायेंगे जहाठसे आप अपने मनपसंद वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की शॉपिंग इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ à¤à¥€ कर सकते हैं ।
à¤à¤• दिसंबर की सà¥à¤¬à¤¹ साà¥à¥‡ छह बजे हम तीनो अपनी मारà¥à¤¤à¥€ सà¥à¤µà¤¿à¤«à¥à¤Ÿ से निकल चले शिमला की तरफ । दिलà¥à¤²à¥€ में à¤à¥€ उन दिनों बहà¥à¤¤ ठणà¥à¤¡ हो रही थी जिसे हमने इगà¥à¤¨à¥‹à¤° कर दिया । सà¥à¤¬à¤¹ का वक़à¥à¤¤ था इसलिठजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¥€à¥œà¤à¤¾à¥œ नहीं मिली और अगले साà¥à¥‡ पांच घंटो में हम लोग चंडीगॠपहà¥à¤à¤š चà¥à¤•े थे । दिलà¥à¤²à¥€ से चलने के बाद पहला बà¥à¤°à¥‡à¤• हमने चंडीगॠमें ही लिया था जिसका कारण यह था की हमारी सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ की निदà¥à¤°à¤¾ ख़राब ना हो अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ वो हमेशा शरारत करने के चकà¥à¤•र में चलती गाड़ी में उधम मचा कर रखती है जिससे की हमारा à¤à¥€ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ बार बार à¤à¤‚ग होता रहता है । चंडीगॠपहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ के बाद हाईवे पर ही हमे à¤à¤• थोड़ा ठीकठाक सा रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट दिखाई दिया जहाठपर à¤à¤• à¤à¤• चाय और गà¥à¤°à¤¿à¤²à¥à¤¡ सैंडविच खाकर हमने थोड़ा सा विशà¥à¤°à¤¾à¤® à¤à¥€ किया । यहीं पर वाशरूम à¤à¥€ था जिसका हमने सदà¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— à¤à¥€ कर लिया और कà¥à¤› समय तक ठंडी बयार का आनंद लिया।अब बारी थी अपनी आगे की यातà¥à¤°à¤¾ आरमà¥à¤ करने की और बिना समय गंवाठहम बॠचले अपने गंतवà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की तरफ । यहाठसे पहाड़ों का सफर à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ हो गया था और हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के खूबसूरत हाईवे पर गाडी सरपट दौड़ रही थी। रासà¥à¤¤à¤¾ बेहद चौड़ा था और किसी पà¥à¤°à¤•ार की कोई समसà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ नहीं हो रही थी। बहà¥à¤¤ बार à¤à¤¸à¤¾ होता है की पहाड़ों पर डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ करते हà¥à¤ बोरियत होने लगती है किनà¥à¤¤à¥ शिमला के रासà¥à¤¤à¥‡ में à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› नहीं था कà¥à¤¯à¥‚ंकि पूरे रासà¥à¤¤à¥‡ में ही आपको बाज़ार और छोटी मोटी दà¥à¤•ाने देखने को मिल जाà¤à¤à¤—ी । शिमला पहà¥à¤à¤š कर सबसे पहले हमने अपने रूम में चेक इन किया और इतà¥à¤®à¥€à¤¨à¤¾à¤¨ के साथ अपना चाय और पकोड़ो का आरà¥à¤¡à¤° दिया। à¤à¤• तो दिसंबर की सरà¥à¤¦à¥€ और उसके ऊपर बाहर हो रही बारिश ने तो समां ही बाà¤à¤§ दिया था जिसमे पकोड़े खाना à¤à¤•दम बनता है। बेटी के लिठकà¥à¤› जरà¥à¤°à¥€ खादà¥à¤¯ पदारà¥à¤¥ दूध वगैरह का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध होटल सà¥à¤Ÿà¤¾à¤« ने ही कर दिया था लेकिन जो दिकà¥à¤•त आ रही थी वो यह की उसको वहां का ‘वेरका बà¥à¤°à¤¾à¤‚ड’ का दूध पसंद ही नहीं आ रहा था। खैर सही बात यह रही की पास ही में à¤à¤• चाय की दà¥à¤•ान थी जिसमे अमूल दूध à¤à¥€ मिल जाता था और इस तरह हमारी यह वाली समसà¥à¤¯à¤¾ का निदान हà¥à¤†à¥¤
à¤à¤• दिसंबर का दिन हमने दिलà¥à¤²à¥€ से शिमला की यातà¥à¤°à¤¾ करने और थोड़ा आराम करने में ही बिता दिया, आख़िरकार सà¥à¤¬à¤¹ जलà¥à¤¦à¥€ उठने की वजह से नींद पूरी नहीं हà¥à¤¯à¥€ थी जो अब हमे पूरी करनी थी ताकि अगले दिन के लिठफà¥à¤°à¥‡à¤¶ मूड के साथ घूमने फिरने के लिठतैयार रहे । तय कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दो दिसंबर दिन शनिवार को हमने सबसे पहले जाखू टेमà¥à¤ªà¤² जाने का निरà¥à¤£à¤¯ लिया कà¥à¤¯à¥‚ंकि शिमला आकर यदि हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी के दरà¥à¤¶à¤¨ नहीं किये तो यातà¥à¤°à¤¾ पूरà¥à¤£ नहीं होती। दोपहर गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ बारह बजे के बीच हम अपने रूम से निकलकर सीधे होटल की लिफà¥à¤Ÿ से माल रोड पहà¥à¤à¤š गठजहाठसे पैदल चलते हà¥à¤ पहले तो हमने गà¥à¤¨à¤—à¥à¤¨à¥€ धूप का आनंद लिया जिसमे कà¥à¤› फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ वगैरह à¤à¥€ की गयी और चलते चलते हम पहà¥à¤à¤š गठसीधे रोप-वे काउंटर पर जहाठसे हमने उड़नखटोले की दो टिकट ली जिसका रेट लगà¤à¤— à¤à¤• हजार रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ था जिसमे आपका आना और जाना दोनों शामिल है। दिसंबर माह का पहला सपà¥à¤¤à¤¾à¤¹ होने के कारण परà¥à¤¯à¤Ÿà¤•ों की à¤à¥€à¥œ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ नहीं थी इसलिठहमे अपनी सवारी का जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ देर तक इंतज़ार à¤à¥€ नहीं करना पड़ा और दस पंदà¥à¤°à¤¹ मिनट में हम लोग पहà¥à¤à¤š गठशà¥à¤°à¥€ हनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी के जाखू मंदिर में। इस मंदिर के विषय में मैंने अपने पिछले बà¥à¤²à¥‰à¤— में काफी कà¥à¤› लिख रखा है इसलिठयहाठजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बताने के लिठतो कà¥à¤› नहीं है किनà¥à¤¤à¥ इतना जरूर बताना चाहूंगा की यहाठआने के बाद हà¥à¤°à¤¦à¤¯ काफी पà¥à¤°à¤«à¥à¤²à¥à¤²à¤¿à¤¤ हो जाता है। मैं यहाठपहले à¤à¥€ आया था किनà¥à¤¤à¥ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ और सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ का आज पहली बार जाखू टेमà¥à¤ªà¤² आना हà¥à¤† था अतः उनको à¤à¥€ यहाठआकर बेहद पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ हà¥à¤¯à¥€ और हमने बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¥‡ से यहाठहनà¥à¤®à¤¾à¤¨ जी के दरà¥à¤¶à¤¨ किये। हमेशा की तरह यहाठà¤à¥€ फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¥€ में हाथ आजमाया गया और कà¥à¤›à¥‡à¤• फोटोज à¤à¥€ ली । मंदिर पà¥à¤°à¤¾à¤‚गण से ही कà¥à¤› छोटा मोटा सामान लिया अपने रिशà¥à¤¤à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को उपहार देने हेतॠऔर à¤à¤• बार फिर से चाय मैगà¥à¤—ी और पकोड़ो का आनंद लिया
इन सब में शाम के चार कब बज गठहमे पता ही नहीं चला और हम वापिस शिमला माल रोड पर चहलकदमी करते हà¥à¤ हम पहà¥à¤à¤š गठवापिस अपने होटल लैंडमारà¥à¤• जिसके लिठहमे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ मशकà¥à¤•त नहीं करनी पड़ी और होटल की छत से लिफà¥à¤Ÿ लेकर सीधे अपने रूम के दरवाजे तक आ गठ। रातà¥à¤°à¤¿ का डिनर हमने होटल में ही किया कà¥à¤¯à¥‚ंकि ठणà¥à¤¡ में बाहर जाने से अचà¥à¤›à¤¾ अपने रूम में बैठकर खाना काफी अचà¥à¤›à¤¾ लगता है वो à¤à¥€ तब जब आपका होटल पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ बà¥à¤²à¥‹à¤…र से सà¥à¤¸à¤œà¥à¤œà¤¿à¤¤ हो जिसका तापमान आप अपने सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¸à¤¾à¤° कम जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¥€ कर सकते हो।
अगला दिन तीन दिसंबर का था जिसमे हमे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ कà¥à¤› नहीं करना था बस माल रोड में तफरी और थोड़ी बहà¥à¤¤ शॉपिंग करनी थी। पिछले दो दिन से हम शिमला में ही थे इसलिठà¤à¤°à¤ªà¥‚र आराम कर चà¥à¤•े थे और अब थोड़ा घूमने फिरने का मन हो रहा था। बस फिर कà¥à¤¯à¤¾ था सà¥à¤¬à¤¹ का नाशà¥à¤¤à¤¾ होटल में करने के बाद निकल पड़े हम तीनो माल रोड की तरफ जहाठसबसे पहले बेटी को घà¥à¥œà¤¸à¤µà¤¾à¤°à¥€ कराई गयी।
घà¥à¥œà¤¸à¤µà¤¾à¤°à¥€ करना यहाठइसलिठà¤à¥€ आवशà¥à¤¯à¤• था कà¥à¤¯à¥‚ंकि वो बहà¥à¤¤ दिनों से यूटà¥à¤¯à¥‚ब पर गà¥à¤²à¥›à¤¾à¤° साहब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित गीत लकड़ी की काठी, काठी पे घोडा देख रही थी और अब बारी थी उसको इस कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ से रूबरू करवाने की। खैर शिमला आने का जो सबसे अचà¥à¤›à¤¾ फायदा हà¥à¤† वो यह की हमारी à¤à¤• वरà¥à¤·à¥€à¤¯ सà¥à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥ घोडा और बनà¥à¤¦à¤° को काफी समीप से देख लिया था जिनà¥à¤¹à¥‡ अà¤à¥€ तक वो केवल कारà¥à¤Ÿà¥‚न शोज में ही देखा करती थी। घà¥à¥œà¤¸à¤µà¤¾à¤°à¥€ के ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ वही के à¤à¤• सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¤° से हमने अपने कà¥à¤› फॅमिली फोटोज कà¥à¤²à¤¿à¤• करवाठऔर à¤à¤‚डा चौक पर चल रहे à¤à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का आनंद लिया। उन दिनों यहाठरिज रोड पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ à¤à¤‚डा चौक पर कà¥à¤› सà¥à¤Ÿà¤¾à¤²à¥à¤¸ लगे हà¥à¤ थे, शायद हिमाचली संसà¥à¤•ृति से समà¥à¤¬à¤‚धित कà¥à¤› रंगारंग कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® हो रहे थे जिसमे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोग और परà¥à¤¯à¤Ÿà¤• दोनों ही मिलजà¥à¤²à¤•र à¤à¤¾à¤— ले रहे थे ।
घूमते फिरते जब थोड़ी थकान लगने लगी तो हमने सोचा की चलो अब थोड़ा पेट पूजा à¤à¥€ कर लेते हैं । पास ही à¤à¤• फॅमिली रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट था जिसका नाम मà¥à¤à¥‡ याद नहीं आ रहा किनà¥à¤¤à¥ अमà¥à¤¬à¤¿à¤à¤‚स के मामले में वो à¤à¤• नंबर था। à¤à¤¸à¤¾ लग रहा था की शायद हम किसी फाइव सà¥à¤Ÿà¤¾à¤° होटल में बैठे है। खैर लंच में साउथ इंडियन डिश के साथ कोलà¥à¤¡ डà¥à¤°à¤¿à¤‚क ली और कà¥à¤› देर तक आराम करने के बाद हम लोग बॠचले à¤à¤• बार फिर से माल रोड की तरफ । अब शिमला आये थे तो थोड़ी बहà¥à¤¤ शॉपिंग à¤à¥€ करनी ही थी इसलिठशà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ ने अपने लिठà¤à¤• बà¥à¤²à¥‡à¤œà¤°, मेरे लिठसà¥à¤µà¥‡à¤Ÿà¤° और मफलर और बेटी के लिठà¤à¥€ कà¥à¤› गरà¥à¤® कपडे वॠमौजे खरीद डाले। इस पूरी शॉपिंग की सबसे अचà¥à¤›à¥€ बात यह रही की मà¥à¤à¥‡ कà¥à¤› à¤à¥€ à¤à¥à¤—तान नहीं करना पड़ा। है न मजे की बात।
शाम का वक़à¥à¤¤ हो चला था और अब हम जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ देर बेबी के साथ बाहर नहीं घूम सकते थे कà¥à¤¯à¥‚ंकि पहाड़ों में शाम को बड़ी ठंडी किनà¥à¤¤à¥ शà¥à¤¦à¥à¤§ वायॠका संचरण होता है जो आपको तन और मन से तरोताजा कर देती है। चलते फिरते हम तीनो वापिस अपने रूम में आ गठऔर मेरी फरमाइश पर हमने सूप का आरà¥à¤¡à¤° किया कà¥à¤¯à¥‚ंकि डिनर में अà¤à¥€ बहà¥à¤¤ टाइम था और फिर कल वापिस दिलà¥à¤²à¥€ जाने के लिठपैकिंग à¤à¥€ करनी थी। इसी तरह खाते पीते हमने अपना सारा सामान पहले वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¿à¤¤ किया और उसके बाद पैकिंग की। अगले दिन चार दिसंबर को हमने सà¥à¤¬à¤¹ नौ बजे होटल में नाशà¥à¤¤à¤¾ करने के बाद दिलà¥à¤²à¥€ के लिठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤¨ किया, बीच हाईवे में मनà¥à¤¨à¤¤ रेसà¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¥‡à¤‚ट में लंच करने और थोड़ा विशà¥à¤°à¤¾à¤® करने के बाद रातà¥à¤°à¤¿ नौ बजे तक दिलà¥à¤²à¥€ पहà¥à¤à¤š à¤à¥€ गठ।
वैसे हम और à¤à¥€ जलà¥à¤¦à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ आ सकते थे किनà¥à¤¤à¥ बà¥à¤°à¤¾à¤°à¥€ से आशà¥à¤°à¤® के बीच à¤à¤¯à¤‚कर टà¥à¤°à¥ˆà¤«à¤¿à¤• जाम था, शायद उस दिन शादी का मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ था जिसकी वजह से गà¥à¤°à¥ˆà¤‚ड टà¥à¤°à¤‚क रोड पर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सà¤à¥€ बैंकà¥à¤µà¥ˆà¤Ÿ हॉलà¥à¤¸ पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ à¤à¤°à¥‡ हà¥à¤ थे और हर तरफ बारात और बाराती ही नजर आ रहे थे। इस पà¥à¤°à¤•ार हमारी यह छोटी किनà¥à¤¤à¥ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° सी शिमला यातà¥à¤°à¤¾ का समापन हà¥à¤† ।
चलते चलते अलà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¾ इक़बाल साब की दो पंकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ –
सितारों से आगे जहाठऔर à¤à¥€ है, अà¤à¥€ इशà¥à¤•़ के इमà¥à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤ और à¤à¥€ हैं II
अगले यातà¥à¤°à¤¾à¤µà¥ƒà¤¤à¤¾à¤‚त के आने तक आप सà¤à¥€ को सादर नमसà¥à¤•ार।